Print this page

गोबर से हो रहे अतिरिक्त आय से गौपालकों के चेहरे पर ख़ुशी के भाव, जिले मे अब तक 2 करोंड 91 लाख रूपए के 1,45,500 किं्वटल गोबर खरीदी

  • Ad Content 1

जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / किसानों की आय बढ़ाने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गोधन न्याय योजना के तहत 2 रूपए प्रति किलो ग्राम की दर से खरीदे जा रहे गोबर किसानों की अतिरिक्त स्थायी आय का जरिया बन गया है। इस योजना ने गौपालकों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दिया है।
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी ‘गोधन न्याय योजना’ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में मददगार साबित हो रही है। गोबर बेचने से मिले रूपये को कोई अपनी खेती-किसानी में लगा रहा है, तो कोई उससे पशुधन खरीद कर दुग्ध व्यवसाय को मजबूती प्रदान करने में लगा हुआ है। गौ पालको को दुध के अलावा गोबर से भी नगद आमदनी होने से आर्थिक रूप से समृद्ध हो रहें है। गौपालक किसान अतिरिक्त आय का उपयोग अपने जीवन स्तर को संवारने और बेहतर करने में लगा रहे हैं।
जिला पंचायत कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के 9 विकासखण्ड और 14 नगरीय निकायो में 241 गौठानो के माध्यम से 20 जुलाई से 01 दिसम्बर तक 1,45,50,079 किलोग्राम से अधिक गोबर खरीदी की गई है। खरीदे गए गोबर के राशि 2करोड ,91लाख ,159 रूपयें का भुगतान गौपालक किसानों के बैंक खातें में आॅनलाइन किया गया है।
नवागढ़ विकासखण्ड में 29,74,612 किलोग्राम गोबर खरीदी की गई है। इसी प्रकार पामगढ़ विकासखण्ड के 11,05,520 किलोग्राम, अकलतरा में 17,17,602 किलोग्राम, बलौदा - 14,60,261 किलोग्राम, बम्हनीडीह में 13,31,554 किलोग्राम, जैजैपुर में 10,39,559 किलोग्राम, सक्ती में 88,71,862 किलोग्राम, मालखरौदा - 4,27,888 किलोग्राम और डभरा में 16,27,653 किलोग्राम गोबर की खरीदी की गई है।
इसी प्रकार नगर पालिका जांजगीर-नैला में 3,65,652 किलोग्राम, अकलतरा में 3,27,393 किलोग्राम, चांपा में 1,24,595 किलोग्राम, सक्ती में 1,88,773 किलोग्राम, नगर पंचायत बलौदा में 34,270 किलोग्राम, नवागढ़ में 21,638 किलोग्राम, शिवरीनारायण में 2,26,139 किलोग्राम, सारागांव में 29,275 किलोग्राम, नयाबाराद्वार में 68,534 किलोग्राम, राहौद 4,453 किलोग्राम, खरौद मे 3,32,719 किलोग्राम, डभरा में 47869 किलोग्राम, चन्द्रपुर में 64,439 किलोग्राम, अड़भार में 1,05,204 किलोग्राम और जैजैपुर नगर पंचायत में 52,612 किलोग्राम गोबर की खरीदी की गई है।

Rate this item
(0 votes)
शौर्यपथ

Latest from शौर्यपथ