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सफलता की कहानी : शिवनाथ नदी पर पुल बनने से 37 ग्रामों के 72 हजार लोगों को मिली बारहमासी आवागमन की सुविधा

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लोगों ने कहा इस पुल से पैसे व समय की बचत होगी : क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा

शौर्यपथ लेख / सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक विकास के लिए , सड़क संपर्क की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। व्यापारियों के आवागमन, शैक्षणिक संस्थाओं तक विद्यार्थियों को पहुंचने के लिए सरल,सुविधाजनक मार्ग जीवन में उन्नति का प्रशस्त करता है। पामगढ़ तहसील के ग्राम कमरीद के पास शिवनाथ नदी पर 15 करोड़ 19 लाख रूपए की लागत से 425 मीटर लंबा पुल बन बनाया गया है। इस पुल के बन जाने से जांजगीर-चांपा और बलौदाबाजार जिले के 37 ग्रामों के करीब 72 हजार से अधिक लोगों को आवागमन की बारहमासी सुविधा मिलेगी। यह पुल इस क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास का आधार बनेगा।
यह पुल जांजगीर-चांपा और बलौदा बाजार जिले को जोड़ने के लिए भी महत्वपूर्ण है। बलौदा बाजार जिले के ग्राम लवन क्षेत्र के लोगों को खरौद और शिवरीनारायण जैसे समृद्ध बाजार का लाभ भी मिलेगा। इससे व्यापार में वृद्धि होगी। बलौदाबाजार जिले के ग्राम पौंसर निवासी श्री खिलावन ने बताया कि पूल नहीं होने के कारण नाव या बोट के माध्यम से आना -जाना करना पड़ता था। जिसके कारण अतिरिक्त किराया भी देना पड़ता था। बरसात के दिनों में या रात के समय नदी पार करना संभव नहीं होता था। जरूरी काम होने पर बहुत परेशानी होती थी। उन्होंने राज्य सरकार के धन्यवाद देते हुए कहा कि शिवनाथ नदी पर पुल बनने से आवागमन की सुविधा का विस्तार हो गया है। इसी प्रकार जांजगीर चांपा जिले के ग्राम चंगोरी निवासी परमेश्वर ने बताया कि अब बलोदाबाजार जिला जाने के लिए शिवरीनारायण की ओर जाना नहीं पड़ेगा। वह सीधे लवन होते हुए रायपुर और की ओर जा सकेंगे। इससे समय और पैसे की भी बचत भी होगी। यह पुल इस क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।

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