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जुड़वाँ बहनों ने किया ऐसा कार्य जिसे रखेगी दुनिया याद ...

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नई दिल्ली / शौर्यपथ / दुनिया भर में अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़ी महिलाओं को सम्मान देने के लिहाज से हर साल 8 मार्च को अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस खास अवसर पर खास महिलाओं को सम्मानित किया जाता है। ऐसे में आज आपको दो ऐसी बहनों के बारे में बता रहे है जिनकी सफलता पर आप गर्व करेंगे।
दरअसल, हरियाणा के सोनीपत की रहने वाली दो जुड़वा बहन नुंग्शी और ताशी मलिक ने माउंट एवरेस्ट पर फतह हाशिल कार विश्व रिकॉर्ड कायम किया, इन बनहनों ने पहली जुड़वा बहन, जिसने ऐवरेस्ट फतह किया का रिकॉर्ड अपने नाम किया है।

दोनों बहनों की सफलता पर हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा था कि, इन दोनों ने न सिर्फ राज्य का बल्कि देश का नाम रौशन किया है और अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनी हैं। इन दोनों जुड़वा बहनों ने विश्व के सातों महाद्वीप के सबसे ऊंचे पर्वत शिखरों पर चढऩे के लक्ष्य के साथ माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया है।

 

 

नुंग्शी और ताशी ने माऊंट एवरेस्ट के अलावा अब तक माऊंट किलिमानजारो, यूरोप में माउंट एलब्रस, दक्षिण अमेरिका में माऊंट एकोनकागुआ और आस्ट्रेलिया में माउंट कार्सटेन्स्ज पिरामिड पर भी फतह हाशिल किया है और अब भी अपनी सफता के पथ पर आगे बढ़ रही है।

आपको बता दें कि इन दोनों बहनों को अपने सफर के शुरुआती दौर में काफी संघर्ष का सामना किया। लेकिन इन बच्चियों को इनके पिता और परिवार से सहयोग मिला जिलका परिणाम है कि ये बेटियां आय दिन सफलता के नए झंडे गाड़ते हुए घर, परिवार और देश का नाम रोशन रही है।

ये दोनों बहने हॉकी और एथलेटिक्स की खिलाड़ी रह चुकी हैं, जिसके बाद ताशी-नुंग्शी ने पर्वतारोहण की शुरुआत साल 2009 में उत्तरकाशी स्थित नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग में पर्वतारोहण के कोर्स के साथ किया।महिला दिवस के खास अवसर पर ऐसी सभी बेटियों और महिलाओं को शौर्यपथ परिवार  की ओर से खास बधाई, अपने पथ पर ऐसे ही बढ़ते रहिए...

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शौर्यपथ