शौर्यपथ । अर्नब गोस्वामी एक वरिष्ठ पत्रकार जो वर्तमान में देश की सबसे बड़ी समस्या को देश के सामने ला रहे है । इन वरिष्ठ पत्रकार के अनुसार देश मे अभी सबसे बड़ी समस्या है सुशांत और कंगना इसके अलावा देश मे कोई बड़ी समस्या नही । जहां दुनिया मे अभी कोरोना सबसे बड़ी समस्या है वही इन महोदय के लिए कंगना और सुशांत ही बड़ी समस्या है जिसका पर्दा फाश करने के लिए देश के सबसे काबिल और जुझारू पत्रकार गोस्वामी जी रोज लगे हुए है अपने टीवी शो में । भुखमरी , कोरोना से हजारों मौत , देश की बिगड़ती अर्थ व्यवस्था , शिक्षा , स्वास्थ्य इनके लिए कोई मायने नही । मेरी नजर में देश के अन्य पत्रकारों को इनसे सीख लेनी चाहिए कि गरीबो की मौत , भुखमरी , बेरोजगारी के मुद्दे सब बेमानी है । ऐसा नही कि सुशांत की असामयिक मौत से दिल दुखी नही किन्तु वैसा ही दुख उन लोगो की मौत का भी है जो सफर करते हुए मौत के आगोश में गए जो रेल की पटरी में मौत के आगोश में गए , जो बेरोजगारी के कारण मौत के आगोश में गए ऐसे कई लोग है जो इन दिनों लॉक डाउन के कारण असामयिक मौत का शिकार हुए ऐसे कई लोग है जो कोरोना में सही इलाज न मिलने के कारण इस दुनिया से विदा हुए किन्तु उन सब की बाते शायद देश के वरिष्ठ पत्रकार अर्नब को नही मालूम होगी शायद यही वजह होगी कि सिर्फ सुशांत को न्याय दिलाने की बात हो रही है वैसे ही भारत मे सबसे ज्यादा पीड़ित महिला इस समय कंगना है जिसे इंसाफ दिलाने की जद्दोजहद में अब देश के जाने माने पत्रकार गोस्वामी भारत की सबसे बड़ी जांच एजेंसी को भी सिखा रहे है कि किस तरह से जांच होनी चाहिए । गजब के इंसान है गोस्वामी जी और गजब का ज्ञान है उनके पास जो आज अपने शो में सीबीआई से खुले आम पूछ रहे है कि सीबीआई ये क्यो नही कर रही वो क्यो नही कर रही । अब वो इतने बड़े ज्ञानी हो गए कि किससे सवाल पूछना चाहिए सीबीआई को किसे बुलाना चाहिए सीबीआई को ये तक बताने लगे है और गजब की शैली है वरिष्ठ पत्रकार की अपने शो में कई तरह के भावभंगिमा पेश करते है कि अगर आज राज कपूर जिंदा होते तो ये कला ज़रूर सीखते वैसे अगर वो एक नाट्य विद्यालय खोलेंगे तो बहुत से कलाकार उनसे शिक्षा भी ले ले तो कोई बड़ी बात नही । मुझे तो उनका शो देखने मे बहुत ही आनंद आता है जब वो बात करते करते एक से एक भावभंगिमा बनाते है ऐसा लगता है कि दुनिया के सबसे काबिल पत्रकार है तो सिर्फ अर्नब गोस्वामी ही है बांकी पत्रकार तो सिर्फ नाम मात्र के है । गोस्वामी जी जैसा पत्रकार सदियों में जन्म लेता है । मै खुद उनके हर शो का मुरीद हूँ क्योकि वो ही एक अकेले ऐसे पत्रकार है जो कोरोना आपदा के समय देश की आर्थिक स्थिति , स्वास्थ्य , शिक्षा जैसी फालतू बातों पर ध्यान नही दे रहे उनका सारा ध्यान कंगना अबला नारी जो कभी बीफ नही खाती , जो कभी क्लब में अधनगे होकर डांस नही करती , जो ड्रग्स नही लेती , जो पोर्न फिल्मों में काम नही की जो अपने छोटे से घर मे डरी सकुचाई रहती है जिसके पास सुरक्षा नही है जो कभी देश के बड़े बड़े नेता तो क्या एक वार्ड पार्षद को भी नही जानती को इंसाफ दिलाने के लिए प्रयासरत है । धन्य है हमारे देश के वरिष्ठ पत्रकार गोस्वामी जी । नमन है इनकी काबिलियत को , नमन है देश के एक मात्र ईमानदार और महाज्ञानी आर भारत के पत्रकार अर्नब गोस्वामी जी को । मेरा देश के प्रधानमंत्री जी से विनम्र निवेदन है कि देश के महान पत्रकार सदी के सबसे काबिल पत्रकार आदरणीय श्री अर्नब गोस्वामी जी को देश के सबसे बड़े सम्मान से नवाजे और विश्व मंच में भी ये प्रयास करे कि दुनिया के पत्रकार जगत के सबसे बड़े पुरस्कार के रूप में इन्हें सम्मानित करने के बजाए इनके नाम से पुरस्कार दिया जाए । जिस पत्रकार ने कोरोना आपदा में हजारों मौत को , स्वास्थ व्यवस्था को , सबसे बुरी स्थिति में गुजर रही अर्थ व्यवस्था को दरकिनार करते हुए सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण मामला कंगना को इंसाफ दिलाने का बीड़ा उठाया है ऐसे महान पत्रकार को सम्मानित करना ही चाहिए । जिन्होंने देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी को भी ये ज्ञान दे रहे है कि काम क्या क्या करना है कैसे करना है किनसे मिलना है । जय हो ( शरद पंसारी - संपादक , शौर्यपथ दैनिक समाचार पत्र )