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व्यंग :मुनाफाखोरों के लिए यमदूतों की भर्ती

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शौर्य की बातें / भूलोक पर कोरोना वायरस का तांडव भोलेनाथ के तांडव को भी मात दे रहा है। इससे मृत्यु दर इतनी बढ़ गई है कि यमलोक में जगह कम पड़ने लगी है। वहां हाहाकार मच गया है। कोरोना मरीजों की देखरेख के लिए जैसे चिकित्सालययों की कमी हो गई है। उसी तरह बढ़ती मौतों के कारण यमलोक में यमदूतों की भी कमी हो गयी है। भूलोक में मनुष्यों की बढ़ती मृत्युदर एवं कोरोना वायरस की तीसरे लहर का पूर्वानुमान लगाकर यमराज ने दूरदृष्टि का परिचय देते हुए अविलंब विशेष यमदूतों की भर्ती करने का विज्ञापन जारी किया है।
खास बात यह है कि यमदूतों की भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता का बंधन नहीं है। बैंक ड्राफ्ट ,पोस्टल आर्डर भेजने की भी आवश्यकता नहीं है। लेकिन आवेदक की कद काठी राक्षसों की तरह भयानक होना अनिवार्य है। साथ ही ‘‘भैंसा वाहन’’ उड़ाने का वैध लाइसेंस भी होना चाहिए। दहेज के नाम पर बहुओं को प्रताड़ित करने, कन्याभ्रूण हत्या में लिप्त महिलाओं के लिए महिला यमदूतों के पद आरक्षित हैं। इसी तरह चिकित्सालयों में मृत मरीजों के जेवर नकदी पार करने में माहिर अधर्मी लोगों को भी प्राथमिकता दी जावेगी। दयालुजनों को आवेदन न करने की सलाह दी गई।
चयनित यमदूतों को मास्क, सेनिटाइजर, पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट कीट (पी पी ई किट), प्रदान किया जाएगा। कोरोना संक्रमण जानवरों में होने की आशंका को दृष्टिगत रखते हुए भैंस के लिए भी विशेष पी पी किट देने का प्रावधान है। यमदूतों की नियुक्ति कोरोना संक्रमण काल तक के लिए की जावेगी। यद्यपि मानव समुदाय की गलती से उपजे कोरोना वायरस के निकट भविष्य में समाप्त होने की संभावना नहीं है। वैज्ञानिकों के मुताबिक जिस बेरहमी से पर्यावरण और भौगोलिक व्यवस्था को मनुष्य चूर-चूर करने पर तुला है, उससे कोरोना से भी भयानक वायरसों की उत्पत्ति की प्रबल संभावना है।अतः महामारी के बढ़ने की स्थिति में नवनियुक्त यमदूतों की सेवा अवधि में भी वृद्धि की जा सकेगी।
महामारी पीड़ितों को महंगे दामों पर सामग्री बेचकर मुनाफा कमाने वालोें, और नकली जीवन रक्षक दवाईयों के गोरखधंधे में लिप्त इंसानियत के दुश्मनों तथा आक्सीजन, रेमडेसिविर की कालाबाजारी, जीवन रक्षक दवाओं का कृत्रिम संकट पैदा करने वाले मानव रुपी दानवों को चुन चुन कर यमलोक ले जाने की जवाबदारी नवनियुक्त यमदूतों की होगी।
विदित हो कि यमदूत का पद एक निष्कपट, निश्चल ‘‘मजिस्ट्रेट’’ के पद की तरह है, अतःकिसी भी प्रकार से राजनैतिक दबाव, पहुंच, पैसा का दम दिखाने वाले आवेदक को यमदूत पद हेतु अपात्र घोषित किया जावेगा। ऐसी ऊंची पहुंच का रूतबा दिखाने वाले को सूचित किया जाता हैै कि बड़े-बड़े नेता ,मंत्री, संतरी, साधु-संत और समाज के दो मुंहे, दोहरे चरित्र वाले कु-कमिर्यो से नर्क पहले ही ‘‘ओव्हरक्राउडेड’’ है। ऐसे कु-कर्मियों से सिफारिश करवाने के पहले इनकी असलियत को जान लें। यह ऐसे बहूरूपिए लोग हैं जो जीवन भर बड़े पैमाने पर व्यभिचार में लिप्त होते हैं,और बेहतर छवि बनाने हेतु जनता जनार्दन के सामने दान देने का ढोंग करते हैं। हकीकत में ये चोरी तो ‘‘सब्बल’’ की करते हैं और दान ‘‘सुई‘‘ की कर गरीबों के मसीहा के रुप में स्वयं को प्रचारित करते हैं। ऐसे झूठे ,मक्कार ,घूसखोर, मुनाफाखोरों का सत्यानाश करने कोरोना वायरस ने जन्म लिया है।
पृथ्वी की पवित्रता को बनाए रखने हेतु ऐसे कुकर्मियों को जल्द से जल्द भूलोक से यमलोक पहुंचाने का सुनहरा अवसर नव नियुक्त यमदूतों को मिलेगा। इस पुण्य कार्य में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शनकर्ता यमदूतों को ‘‘आउट आफ टर्न प्रमोशन पॉलिसी’’ का लाभ देते हुए यमदूत से देवदूत के पद पर पदोन्नति दी जावेगी।
विजय मिश्रा ‘अमित‘
अति. महाप्रबंधक(जनसंपर्क)

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