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शिवनाथ नदी मार्ग घटिया निर्माण विधायक वोरा ,महापौर बाकलीवाल को बदनाम करने की साजिश तो नहीं... Featured

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 दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग शहर में इन दिनों सड़क निर्माण कार्य कई स्थानों पर जारी है वहीं नगर निगम द्वारा कई वार्डों में सड़क निर्माण कार्य का लोकार्पण हो चुका है इसी निर्माण की कड़ी  में गंजपारा से लेकर मुक्तिधाम शिवनाथ नदी तट तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है इस चौड़ीकरण में नगर निगम दुर्ग एजेंसी  है जिसके द्वारा यह कार्य करवाया जा रहा है 14 वे वीत आयोग के मद से लगभग 4:30 करोड़ की लागत से बनने वाले इस सड़क पर दोनों तरफ नालियों का निर्माण किया जा रहा है वहीं सड़क चौड़ीकरण का कार्य भी किया जा रहा है .
   किंतु देखने वाली बात यह है कि जहां एक तरफ गौरव पथ चौड़ीकरण का कार्य हो रहा है वही गंजपारा से शिवनाथ नदी मुक्तिधाम तक भी चौड़ीकरण का कार्य प्रगति पर है परंतु शिवनाथ नदी मुक्तिधाम मार्ग पर वर्तमान में जो नालियां बन रही है वह प्रथम दृष्टिय ही काफी स्तर हीन  प्रतीत हो रही है वही नालियों में इस्तेमाल आने वाले सरिये की मोटाई में भी कई पेज है एक तरफ नगर निगम के जिम्मेदार इंजीनियरों का कहना है कि इंसानों को 8 * 8 इंच की दूरी पर लगाया जाना है जो कि मानकों के अनुरूप है किंतु वही यहां पर सम्बंधित ठेकेदार द्वारा एक 1 फीट की दूरी पर सरिये लगाए जा रहे हैं कहीं कहीं पर यह एक फीट से भी ज्यादा दूरी पर लगाए जा रहे हैं जिसके कारण नाली के दीवालों  की गुणवत्ता कमजोर हो रही है .
  हालांकि वर्तमान में तो कुछ समय तक यह  नालिया सलामत रहेगी किंतु कुछ समय बाद सड़क पर बढ़ते यातायात दबाव के कारण यह नालिय कमजोर होगी और संभवत टूट भी सकती हैं जिसके बाद एक बार फिर टूट-फूट और गड्ढा युक्त सड़क से आम जनता परेशान होगी जिस पर संधारण में फिर निगम के , शासन के लाखों रुपए खर्च होंगे .


   जबकि वर्तमान में ही अगर साईट इंजीनियर ( नगर पालिक निगम दुर्ग ) द्वारा निर्माण की देखरेख सही तरीके से की जाती तो लगाए गए सरिये की दूरी और अनुपात सही मात्रा में होते किंतु उक्त स्थान पर १० एम एम सरिए तो कही 8 एम एम सरिये का इस्तेमाल किया जा रहा है वह दूरियां भी 1 फीट से ज्यादा की दूरी में सरिये को बांधा जा रहा है ऐसे में निश्चित ही निर्माण कमजोर व मानको के अनुरूप नहीं माना जा सकता है.
   इस बारे में जब साइट इंजीनियर मोहित मरकाम से चर्चा करने की कोशिश की गई किंतु मोहित मरकाम लगातार अपनी अनुपलब्धता दर्शाते आ रहे हैं वहीं अगर कार्य कर रहे मजदूरों की बात माने तो उन्होंने साइट इंजीनियर को ना तो देखा है और ना ही जानने की बात कर रहे है . इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरह से साइट इंजीनियर मोहित मरकाम शासकीय कार्य में लापरवाही कर रहे हैं देखना यह है कि महापौर धीरज बाकलीवाल और विधायक वोरा  कि यह महत्वपूर्ण योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ेगी  या फिर दुर्ग विधायक अरुण वोरा और महापौर धीरज बाकलीवाल मामले को संज्ञान में लेकर उक्त कार्य स्थल का निरीक्षण कर अमानक रूप से बनाए गए नालियों को नालियों की जांच कर निर्माण के समय ही तुडवा  कर नव निर्माण करवाएंगे या फिर इसी में लीपापोती चलती रहेगी और एक बार फिर जनता को चुनावी वर्ष के बाद गड्ढे युक्त सड़क धूल युक्त सड़क से दो-चार होना पड़ेगा.
    बता दें कि गंजपारा से शिवनाथ नदी मुक्तिधाम मार्ग पर धीरे-धीरे अब बसाहट बढ़ती जा रही है वह आने वाले समय में लक्ष्मण झूला की निर्माण से यातायात का दबाव भी बढ़ जाएगा ऐसे में अगर वर्तमान समय में ही इस निर्माण को नहीं देखा गया एवं इसकी बारीकी से जांच नहीं की जाएगी तो भविष्य में एक बार फिर शासन के लाखों रुपया संधारण के रूप में बर्बाद होंगे.

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