Print this page

नशा मुक्ति के लिए स्पर्श क्लीनिक पर दस्तक

  • Ad Content 1

रायपुर /शौर्यपथ

लॉक डाउन के दौरान नशा सामग्री नहीं मिलने से लोगों ने नशे की आदत को छोड़ देने के लिए ज़िला अस्पताल में चल रहे स्पर्श क्लीनिक का रुख किया है । एक से 20 मई तक तम्बाकू और शराब का सेवन करने वाले 14 लोगों ने नशा मुक्ति के लिए स्पर्श क्लीनिक में दस्तक दी है ।
स्पर्श क्लीनिक के मनोचिकित्सक डॉ.अविनाश शुक्ल ने बताया लॉक डाउन के कारण अप्रैल और मई में ज्यादा लोग नशे की आदत छुडाने के लिए आये । एक से 20 मई तक तम्बाकू और शराब का सेवन करने वाले 14 लोगों ने नशा मुक्ति के लिए स्पर्श क्लीनिक में परामर्श लिया जिसमें 9 लोग तम्बाकू और 5 लोग शराब की आदत से छूटकारा पाने के लिए स्पर्श क्लीनिक आये ।वहीं अप्रैल में 10 लोग तम्बाकू और 7 लोगों ने शराब की आदत से मुक्ति पाने के लिए स्पर्श क्लीनिक से परामर्श लिया ।
अप्रैल में 14 लोग अवसाद की समस्या लेकर, 7 तम्बाकू सेवन, 10 चिंता की समस्या , 7 शराब सेवन और 2 अनिद्रा की समस्या से परेशान क्लिनिक में आये थे जिन्हें दवा और परामर्श दिया गया ।वहीं 20 मई तक 13 लोग अवसाद की समस्या के आये है, 9तम्बाकू सेवन के, 10 चिंता की समस्या से परेशान, 5 शराब सेवन के और 3अनिद्रा की समस्या से परेशान क्लिनिक में आये हैं जिनका उपचार किया गया और परामर्श भी दिया गया ।
डॉ.शुक्ल ने कहा लॉक डाउन के चलते बीते 2 माह से (ओपीडी) आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) में 50 प्रतिशत की कमी आई है ।लॉक डाउन में ज़िले के आस-पास और ज़िले के बाहर से आने वाले मरीज़ यात्रा में समस्याओं के कारण टेली मेडिसिन का लाभ भी ले रहे है ।जहाँ तक नियमित फॉलोअप की बात है वहाँ पर टेली मेडिसिन के माध्यम से दवा और परामर्श बताया गया है।
नशा छोड़ने के कुछ फायदे
डॉ.शुक्ल नेकहा नशा छोड़ने के फायदेहै| नशा छोड़ने के बाद व्यक्ति सुखद महसूस करता है ।फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार होता है ।हार्ट अटैक के होने की संभावना में भारी कमी आती है ।फिजूल खर्ची से बचाव ।कैंसर होने की संभावना में भारी कमी औरब्लड प्रेशर, हृदयगति का सामान्य होना इनमें से कुछ है ।तम्बाकू का नशा छोड़ने पर व्यक्ति के वजन में 2-3 किलोग्राम बढ़ोतरी होना स्वाभाविक है।

Rate this item
(0 votes)
राज शेखर नायर

Latest from राज शेखर नायर