राजनांदगांव / शौर्यपथ / बीती रात शहर के बसंतपुर स्थित नवीन कृषि उपज मंडी थोक सब्जी बाजार में एक युवक की सामूहिक रूप से मिलकर आधा दर्जन युवकों ने हत्या कर दी। घटना के बाद चार युवकों ने बकायदा पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया हैए वहीं तीन आरोपी फरार हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात लगभग 12 बजे बसंतपुर वार्ड नंबर 43 के रहने वाले गोल्डी मरकाम की मोहल्ले के ही आधा दर्जन युवकों ने मिलकर धारदार हथियार से हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि आरोपियों और मृतक के बीच अवैध कारोबार को लेकर मनमुटाव चल रहा था। मृतक और मुख्य आरोपी राजा निकोसे के बीच पहले गहरी दोस्ती थी। बाद में मतभेद के चलते दोनों के बीच आपसी दुश्मनी ठन गई।
पिछले कुछ दिनों से मृतक लगातार आरोपियों के साथ मारपीट कर रहा था।
मुख्य आरोपी राजा निकोसे का अपने साथियों पंकज यादव, विष्णु यादव, विकास वैष्णव, खेमू यादव तथा छीन यादव के साथ मृतक से आमना-सामना हो गया। दोनों में कहा-सुनी होते ही मृतक पर सभी ने ताबड़तोड़ धारदार हथियार से कई वार किए। जिसके चलते वह लहुलुहान हो गया। वहीं मृतक के साथ मौजूद कौरिनभाठा के प्रतीक ताम्रकार को भी आरोपियों ने वार कर घायल कर दिया। बताया जा रहा है कि मृतक को अस्पताल में जब लाया गया तब तक उसकी जान चली गई। वहीं साथी प्रतीक का इलाज चल रहा है।
इधर बीते तीन दिन के भीतर हुए हत्या की दो घटनाओ ं से शहर में फिर से गैंगबाजों के सिर उठाने की चर्चा से लोग सहमे हुए हैं। बीते 21 सितंबर को भी एक निगरानीशुदा बदमाश परवेज कुरैशी की कंचनबाग में आपसी रंजिश के चलते भी आधा दर्जन युवकों ने धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी थी।
इस संबंध में बसंतपुर थाना प्रभारी व प्रशिक्षु डीएसपी रूचि वर्मा ने बताया कि फरार आरोपियों की खोजबीन की जा रही है। घटना की वजह आपसी रंजिश है। उधर हत्या से गुस्साए वार्ड के लोगों ने आरोपियों के वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया। बताया जा रहा है कि आरोपियों को मारने की नियत से मृतक के परिवार के लोग भी हथियार बंद होकर पहुंचे थे। पुलिस की दखल से मामले को संभाला गया।
बीती रात हुई गोल्डी मरकाम की हत्या की घटना के दौरान मौके पर मौजूद बसंतपुर थाना में पदस्थ एक आरक्षक मुकेश कुर्रे को तत्काल एसपी डी. श्रवण ने निलंबित कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि वारदात से पहले आरक्षक कुर्रे मृतक के साथ शराब का सेवन कर रहा था। इसी बीच मौके पर चाकू-छुरी चली। किसी तरह आरक्षक वहां से भागने में कामयाब हो गया। जिसके चलती उसकी जान बच गई। चर्चा है कि मृतक के साथ आरक्षक का रोज का उठना-बैठना था। मृतक भी कई अवैध कारोबार में शामिल था। बताया जा रहा है कि एसपी श्रवण ने आरक्षक के आचरण को सिविल सेवा अधिनियम के विपरीत मानते हुए निलंबित किया है।