सैकड़ो लोगो की शिकायत पर विधायक गजेन्द्र यादव मौन ,मात्र 0.2 % एवं एक/दो शिकायत पर विधानसभा में प्रश्न
6214 में 16 लोगो के साथ मात्र 0.2 % मामले टाँके खुलने के
दुर्ग / शौर्यपथ / आज दुर्ग शहर जिस बदहाली के दौर से गुजर रहा है वह किसी से छिपा नहीं है शहर की बदहाली और तात्कालिक जनप्रतिनिधि तात्कालिक विधायक अरुण वोरा के झूठे वादों से शहर की जनता परेशां थी जिसके कारण शहर की जनता ने एक ऐसे चेहरे जिन्हें ठीक से जानते व पहचानते भी नहीं थे उस भाजपा प्रत्याशी गजेन्द्र यादव को शहर की जनता ने कांग्रेस प्रत्याशी अरुण वोरा के विरोध में बम्पर जीत दिलाई किन्तु चुनाव हुए अभी साथ माह ही हुए शहर की जनता को अब पूर्व विधायक अरुण वोरा ही ठीक थे कहने की नौबत आ गई . एक निजी न्यूज़ पोर्टल ने तो विधायक गजेन्द्र यादव के विषय में यह भी लिख दिया कि आम जनता को चाहे जितना भी जरुरी कार्य हो वो सुबह 10.30 बजे के पहले मुलाक़ात नहीं करते तात्पर्य यह था कि अगर जनता को मिलना हो तो एक दिन या आधे दिन की छुट्टी लेनी है विधायक जी से मिलने .
गंजपार निगम काम्प्लेक्स के पास नजूल शीत न. 08 की शासकीय जमीन पर खुले आम अवैध निर्माण
आम जनता से कब मिले या कब नहीं मिले ये विधायक का निजी फैसला है किसी से सही तरीके से संवाद करे या नहीं करे ये उनका निजी अधिकार है छोटे से समारोह में जन्मदिन मनाये या लाखो खर्च कर बड़े बड़े होटल में जन्मदिन मनाये ये उनकी निजी जिन्दगी है इस पर पक्ष हो या विपक्ष किसी को भी टिपण्णी करने का अधिकार नहीं किन्तु शहर की मुलभुत समस्याओ के लिए अगर उनके जनप्रतिनिधि ही आवाज नहीं उठाएंगे तो यह आम जनता के मतों के साथ अन्याय होगा . हाल ही में संपन्न हुए मानसून स्तर में विधायक गजेन्द्र यादव द्वारा महिला प्रसूति मामले में लापरवाही का मुद्दा उठाया था जिसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने इस समस्या पर और बारीकी से कार्य करने की बात कही . विधायक यादव द्वारा प्रसूति दौरान सर्जरी पश्चात टाँके खुलने की बात कही थी जो प्रदेश में मात्र 0.2 प्रतिशत यानी कुल 6214 में 16 लोगो के साथ मात्र यह वाक्य हुआ जिसके कई कारण स्वास्थ्य मंत्री जी ने बताया किन्तु वही दुर्ग शहर का ह्रदय स्थल रविशंकर स्टेडियम जिसके पास खुबसूरत लोककला मार्ग , दादा दादी पार्क जहाँ शहर के हजारो लोग सुबह स्वक्ष वायु लेने आते है , शहर का एकमात्र आक्सीजन जोन आज दुर्गन्ध और बदबू से बेहाल है इस स्थान में कोई दो चार मिनट भी नहीं रुक सकता . निगम प्रशासन द्वारा शहर के मध्य एसएलआरएम सेंटर को अघोषित डंपिंग यार्ड बना दिया गया जिसकी शिकायत आम जनों ने विधायक महोदय से एवं विधायक महोदय के सामने निगम प्रशासन से भी की किन्तु इतने सहनशील मुद्दे पर भी दुर्ग शहर विधायक का मानसून सत्र में मौन रहना आम जनता के सामने विधायक यादव की निष्क्रियता को ही दर्शा रहा है .
शहर के मध्य सुराना कॉलेज के सामने कचरा डंपिंग
शहर में अब यह चर्चा जोरो पर है कि शहर में ऐसे कई मुद्दे ज्वलंत है भ्रष्टाचार के जिन का विरोध आम जनता के साथ कई संगठनो एवं भाजपा पार्षदों ने भी की मामला निगम के सामान्य सभा में भी उठा किन्तु निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार मामले पर भी विधायक गजेन्द्र यादव का मौन रहना किसी को भी रास नहीं आ रहा . वही ऐसी भी चर्चा है कि शहर का कोई अरबपति व्यक्ति अवैध रूप से शासन की करोडो की जमीन पर विधायक कार्यालय के नाम से भवन बना रहा जिसके लिए संसाधन उपलब्ध कराने का कार्य वह निगम प्रशासन दे रहा जिसकी भवन अनुज्ञा अनुमति भी बनने वाले तथाकथि धनवान व्यक्ति ने नहीं ली ऐसे में क्या शहर की बदहाल स्थिति में कोई सुधार होगा या फिर शहर की जनता को एक बार फिर विधान सभा चुनाव तक इंतज़ार करना पड़ेगा ......
स्वरोजगार के नाम पर लाखो रूपये का गुमठी घोटाला सामान्य सभा में भी उठा मामला किन्तु मानसून सत्र में कोई चर्चा नहीं
आधार : दुर्ग शहर के माननीय विधायक जी मानसून सत्र सहित अन्य गतिविधियों को अपने सोशल मिडिया के माध्यम से आम जनता तक पहुंचाते है उनके सोशल मिडिया में कही भी अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अधिकारियो को दिशा निर्देश , अवैध कब्ज़े पर चिंता , शहर के मध्य स्थित एसएलआरएम सेंटर में अघोषित कचरा डंपिंग यार्ड से उठाने वाली दुर्गन्ध और गंदगी के बारे में दिशा निर्देश का मुद्दा नजर नहीं आया . माननीय विधायक के मिलने का समय ज्ञात नहीं होना , आम जनता से संवाद और उनके विचार पर आधारित समाचार ..