बैडमिन्टन कोर्ट बनाने कट गए आधा दर्ज़न हरे भरे पेड़ ठेकेदार ने नहीं ली वन विभाग व समिति से अनुमति ?
दुर्ग / शौर्यपथ / जून 2024 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी तीसरी पारी के शुरुआत में मन की बात में "एक पेड़ मां के नाम" लगाने का जो आह्वाहन देशवासियों से किया इससे प्रेरित होकर प्रदेश की साय सरकार ने बड़े स्तर पर इस अभियान को आरम्भ कर दिया जो आज छत्तीसगढ़ के हर कोने में अभियान बड़े जोर से चल रहा है किंतु दुर्ग जिला मुख्यालय में आरईएस विभाग द्वारा हरे भरे पेड़ काटे जा रहे हैं।
आरईएस विभाग द्वारा दुर्ग के रविशंकर स्टेडियम से लगे हुए मानस भवन की सीमा पर बैडमिंटन कोर्ट इंडोर स्टेडियम का निर्माण आरंभ किया जा रहा है जिसके तहत कई पेड़ों को काट दिया गया और कई पेड़ों को काटने की योजना है वही इस बारे में क्रीडागन समिति जिनके अधिकार क्षेत्र में रविशंकर स्टेडियम मानस भवन एवं आसपास की जमीन आती है के कोषाध्यक्ष ने समाचार पत्र को बताया कि समिति द्वारा नहीं उक्त स्थान पर किसी तरह के निर्माण की अनुमति नहीं दी है और ना ही पेड़ काटने की इस बारे में जब पेड़ काटने वाले ठेकेदारों से चर्चा की गई तो उनके कहे अनुसार उन्हें आरईएस विभाग द्वारा पेड़ काटने का निर्देश प्राप्त हुआ है . आरईएस विभाग के अधिकारी से चर्चा करने पर अधिकारी द्वारा यह कहा गया कि अनुमति मिल चुकी है वहीं दूसरी ओर समिति के कोषाध्यक्ष का स्पष्ट कहना है कि हमारे द्वारा किसी भी प्रकार की निर्माण की अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दी गई ऐसे में पेड़ काटने की बात तो दूर इंडोर स्टेडियम बनाने का प्रोजेक्ट कैसे पास हुआ यह तो विभाग ही जाने .
बता दें कि रविशंकर शुक्ल स्टेडियम मानस भाव एवं उसके आसपास की संपूर्ण जमीन 1980-85 के दौरान से ही क्रीडागन समिति के आधिपत्य में है जिसके पदेन अध्यक्ष जिलाधीश ,सचिव तहसीलदार एवं अन्य सदस्य होते हैं जिसकी बैठक पिछले कई महीनो से नहीं हुई ऐसे में बिना अनुमति ठेकेदार द्वारा पेड़ काटना और विभाग द्वारा गोल-गोल जवाब देना समझ से परे है वही समिति के कोषाध्यक्ष का कहना है कि इस मामले पर वह जिलाधीश महोदय से चर्चा करेंगे .अब देखना यह है कि बिना अनुमति पेड़ काटने का मामला सामने आता है या फिर समिति की बैठक के बिना ही इंडोर स्टेडियम का निर्माण हो जाता है ..