भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव गिरफ्तार , कांग्रेस ने कहा द्वेष पूर्ण कार्यवाही
भाजपा जनप्रतिनिधि सनम जांगडे के नाम की कांग्रेस प्रेस कांफ्रें स में गूंज
दुर्ग / रायपुर / शौर्यपथ / जून माह में बलोदा बाजार जिला कलेक्टर कार्यालय में आगजनी की घटना के बाद प्रशासन द्वारा कार्यवाही का दौर तेज गति से आरम्भ हो गया . जिले के तात्कालिक कलेक्टर , इसपी सहित कई अधिकारियो के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही के बाद आगजनी की घटना में परोक्ष अपरोक्ष रूप से शामिल लोगो पर लगातार पोलिस प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है कई गिरफ्तारियो के बाद डे शाम भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया . शनिवार को सुबह से ही पुलिस प्रशासन दलबल के साथ विधायक निवास पहुँच गए . दिन भर की गहमागहमी के बीच आखिरकार भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव को बलोदा बाजार पुलिस शाम को गिरफ्तार कर जेल में निरुद्ध कर दिया गया .
देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी की खबर सुनते ही छत्तीसगढ़ का सियासी माहौल गर्म हो गया . आरोप प्रत्यारोप के दौर शुरू हो गए . एक ओर जहाँ कांग्रेस संगठन ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी कि कांग्रेस विधायक की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस पुरे छत्तीसगढ़ में 24 अगस्त को धरना प्रदर्शन करेगी वही 20 अगस्त को नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत विधायक दल की बैठक लेकर आगे की रणनीति के बारे में चर्चा करेंगे . वही पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा सरकार पर बड़ा आरोप लगते हुए सवाल किया कि आखिरकार साय सरकार अपनी विफलता को छुपाने किस तरह से द्वेष भावना से कांग्रेस विधायक सहित अन्य पदाधिकारियों पर झूठे और बेबुनियाद आरोप लगा कर आम जनता के साथ सतनामी समाज को गुमराह कर रही है . पूर्व सीएम ने आगे कहा कि विवेचना अधिकारी द्वारा विधायक के उपर इतनी धारा लगा दी है जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि विवेचना अधिकारी को जितनी धारा की जानकारी थी उसे लगाया गया .
सीबीआई जाँच की मांग करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि जब छोटे छोटे मामले की सीबीआई जांच साय सरकार करवा रही तो फिर इतने बड़े मामले की जाँच करवाने में क्यो पीछे हट रही जबकि प्रदेश ही नहीं देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि कलेक्टर कार्यालय पर ही आगजनी की घटना हुई जो कि साय सरकार की विफलता का प्रतिक है . कांग्रेस पार्टी ही नहीं सतनामी समाज की भी मामले पर सीबीआई जांच की मांग की जा रही है . ऐसे में साय सरकार मौन क्यो है भाजपा के जनप्रतिनिधि सनम जांगडे सहित मंच व्यवस्था करने वाले ठेकेदार , मंच साझा करने वाले भाजपा के लोगो को नोटिस तक नहीं भेज रही जबकि मात्र 05-10 मिनट के लिए समाज के बुलावे पर गए भिलाई विधायक पर एफआईआर दर्ज किया गया और 20 धराये लगे गई .
पूर्व सीएम ने कहा कि बलौदाबाजार में हुई आगजनी की भयावह घटना शासन प्रशासन की बड़ी लापरवाही व सरकार की इंटेलीजेंट के फैल हो जाने के कारण हुई। समय रहते सरकार व प्रशासन सचेत हो जाता व समाज के द्वारा सीबीआई जांच की मांग को पूर्व में ही मान लेता तो प्रदेश को शर्मसार करने वाली घटना से बचा जा सकता था।
पूरी घटना के लिये प्रदेश की भाजपा सरकार दोषी है। लचर कानून व्यवस्था और प्रशासन की निरंकुशता व लापरवाही से बलौदाबाजार में सतनामी समाज के आंदोलन में असामाजिक तत्वों की घुसपैठ हुई और इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया, जिसके लिए प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह दोषी है।
बड़ी खबर : भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव गिरफ्तार , बलोदा बाजार पुलिस की कार्यवाही संविधान की पुस्तक और सफेद झंडे के साथ देवेंद्र यादव गिरफ्तार
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साय सरकार की अकर्मण्यता के चलते ही बलौदाबाजार में कानून व्यवस्था बिगड़ी है। यदि समय रहते जैतखाम को क्षति पहुंचाने वालों पर कार्यवाही की गई होती और आहत समाज से संवाद किया गया होता तो ऐसी अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं होती। धार्मिक भावनाएं आहत होने पर आंदोलित समाज को विश्वास में लिया गया होता तो ऐसे विध्वंसक प्रतिक्रिया नहीं होती। इस पूरे आंदोलन में भाजपा के जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े सहित अन्य भाजपा नेताओं की भूमिका की जांच हो। धरना प्रदर्शन को कलेक्टर से परमिशन दिलाने वाला कौन था? रैली में आने वाले हजारों लोगों के लिये भोजन, मंच, पंडाल, माइक के लिए रुपयों की व्यवस्था किसने किया? इतनी बड़ी घटना के बाद भड़काऊ भाषण देने वाले की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? नागपुर से 250 से अधिक लोग आये थे वो कौन थे? सरकार ने उन पर नजर क्यों नहीं रखा था? रैली की शुरूआत से ही उपद्रव शुरू हो गया था उसके बावजूद लोगों को कलेक्ट्रेट क्यों जाने दिया गया? भीड़ को रोकने की कोशिश क्यों नहीं हुई? आम जनता के वाहन जलाये जा रहे थे, लोगों को दौड़ा कर पीटा जा रहा था तब पुलिस कहां थी? एसपी किसके इशारे पर शांत बैठे हुये थे? घटना को रोकने के बजाय पलायन क्यों कर गये?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि बलौदाबाजार के मामले में साय सरकार अपनी नाकामी और पूरे देश में हुई बदनामी को छुपाने विपक्ष के नेताओं को परेशान कर रही है। कांग्रेस के विधायक देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी भाजपा की बौखलाहट को दर्शाता है। यह विपक्ष को बदनाम करने की साजिश है। विधायक देवेन्द्र यादव बलौदाबाजार में न भाषण दिये और न ही कलेक्टर ऑफिस प्रदर्शन में शामिल हुये। वे भीड़ में पांच मिनिट रूक कर वापस आ गये थे। कही भी किसी हिंसक घटना में उनके संलिप्तता का कोई भी साक्ष्य नहीं और न ही वे किसी भी प्रकार की घटना में शामिल थे। पुलिस ने उनको गलत तरीके से गिरफ्तार किया है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि कांग्रेस के हमारे नेता देवेंद्र यादव को षड्यंत्र पूर्वक फंसाने के लिये इतनी सारी धाराएं लगाई है। इस गिरफ्तारी की हम निंदा करते है। हम सब देवेन्द्र यादव के साथ है क्योकि देवेन्द्र यादव के साथ कोई अप्रत्याशित घटना न हो। बीजेपी की सरकार षड्यंत्र के तहत कार्यवाही कर रही है। कल प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज उनके निवास में गये थे जहां देवेन्द्र यादव को पूछताछ करने के लिये पुलिस आई थी और फिर गिरफ्तार करके ले गयी। भाजपा की सरकार कांग्रेस के नेताओं को परेशान कर रही है। देवेन्द्र यादव को बिना किसी साक्ष्य के गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के पास कोई साक्ष्य हो तो प्रस्तुत करे। विपक्ष चुप बैठने वाला नहीं है। बलौदा बाजार की घटना की निष्पक्ष जांच करवाने में सरकार विफल है। भाजपा की सरकार कांग्रेस नेताओं को निशाना बना रही है। 20 तारीख को विधायक दल की बैठक होगी इसमें रणनीति बनाई जायेगी।