दुर्ग । शौर्यपथ । शहर में अवैध रूप से बिना ट्रेड लाइसेंस लिए नए दोपहिया वाहनों का व्यापार धड़ले से जारी है शौर्यपथ समाचार पत्र ने पिछले हफ्ते खबर लगाईं थी कि किस तरह ग्रीन चौक स्थित सुराना मोटर्स जहां पर बिना किसी वाहन कंपनी के अधिकृत विक्रेता होने के बावजूद भी नए वाहनों का विक्रय खुलेआम किया जा रहा है संचालको के हौसले तो इतने बुलंद है कि वाहनों को सड़क तक डिस्प्ले के रूप में रखकर विक्रय किया जा रहा है इस बात की जानकारी मीडिया कर्मियों द्वारा क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी दुर्ग एस एल लकड़ा को दी गई जिस पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ने जांच एवं विधि सम्मत कार्रवाई की बात कही परंतु सप्ताह भर गुजर जाने के बावजूद भी सुराना मोटर्स ग्रीन चौक द्वारा खुलेआम नए वाहनों का विक्रय किया जा रहा है जिससे इस बात की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता की सुराना मोटर्स द्वारा नए वाहनों के विक्रय में कहीं ना कहीं क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय दुर्ग के किसी अधिकारी की मिली भगत हो सकती है ।
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी दुर्ग द्वारा यह जानकारी दी गई थी कि परिवहन निरीक्षक विकास शर्मा द्वारा ऐसे वाहन विक्रेताओं की जांच की जा रही है जो असंवैधानिक रूप से नए वाहनों का विक्रय कर रहे हैं परंतु परिवहन कार्यालय से मात्र 1 किलोमीटर दूर शहर के मुख्य चौराहे पर स्थित सुराना मोटर्स द्वारा खुले आम वाहनों का विक्रय कहीं ना कहीं क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगता है।
एक तरफ प्रदेश की साय सरकार सुशासन की बात कर रही है वहीं दुर्ग जिले में क्षेत्रीय परिवहन विभाग द्वारा ऐसे अवैध वाहन विक्रेताओं पर कार्यवाही का ना करना अधिकारियों की कार्यप्रणाली को दर्शा रहा है। जबकि दुर्ग जिला एक ऐसा जिला है जहां पर जिले के प्रभारी उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा है वहीं परिवहन विभाग भी उपमुख्यमंत्री अरुण साव के पास है ऐसे में दो दो उपमुख्यमंत्री के जिले में हस्तक्षेप होने के बावजूद भी जिला मुख्यालय में अवैध वाहन विक्रय का संचालन सुशासन की बात को सीधे से नकारने के लिए काफी है। देखना यह है कि क्या साय सरकार क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय दुर्ग के ऐसे लापरवाह निष्क्रिय अधिकारियों की कार्य प्रणाली की निष्पक्ष जांच कर अवैध रूप से विक्रय करने वाले शोरूम पर कड़ी एवं दंडात्मक कार्रवाई करते हैं या नहीं ,साथ ही इस सारे खेल में ऐसे अधिकृत वाहन विक्रेता भी शामिल है जो नियम विरुद्ध अपने नए वाहन सुराना मोटर्स को बेचने के लिए दे रहे हैं ऐसे में देखना होगा कि क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी दुर्ग द्वारा वाहनों की जप्ती कर संबंधित अधिकृत विक्रेता पर भी कड़ी कार्रवाई करते हैं या फिर मिली भगत का यह खेल निरंतर जारी रहेगा ।
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