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यदुवंशी विधायक फिर भी गौवंश की चारागाह की भूमि पर भावभूमि बिल्डर्स का अवैध कब्ज़ा Featured

    बघेल सरकार के कार्यकाल में बनी गौवंश चारागाह की भूमि पर अब भावभूमि बिल्डर्स का कब्ज़ा विधायक यादव का संज्ञान लेकर कार्यवाही का वादा निकला अब तक झूठा बघेल सरकार के कार्यकाल में बनी गौवंश चारागाह की भूमि पर अब भावभूमि बिल्डर्स का कब्ज़ा विधायक यादव का संज्ञान लेकर कार्यवाही का वादा निकला अब तक झूठा shouryapath news
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बघेल सरकार के कार्यकाल में बनी गौवंश चारागाह की भूमि पर अब भावभूमि बिल्डर्स का कब्ज़ा विधायक यादव का संज्ञान लेकर कार्यवाही का वादा निकला अब तक झूठा

   दुर्ग / शौर्यपथ / पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय शहर में आवारा पशुओं के लिए गौठान की स्थापना की गई थी भूपेश बघेल सरकार ने गौवंश की रक्षा एवं आम सड़कों में आवारा घूमने वाले पशुओं से होने वाली दुर्घटना के रोकथाम के लिए शहरों एवं ग्रामीण इलाको में गौठान का निर्माण करवाया था ताकि आवारा पशु गौठान में सुरक्षित रह सके ऐसी ही एक पहल दुर्ग शहर के पुलगांव में गौठान के रूप में भी की गई इन गौठान के आय के लिए पूर्व की कांग्रेस सरकार ने कई योजनाएं क्रियान्वित की जिससे गौठान में रहने वाले पशुओं के चारागाह की व्यवस्था हो सके वही साथ ही गठन के पास चारागाह की भूमि की भी व्यवस्था भूपेश सरकार के समय की गई थी परंतु प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद गौठान की कई योजनाएं बंद हो गई परंतु गौठान आज भी संचालित है और शहर के आवारा पशु गौठान में छोड़ी जाती है .
  दुर्ग शहर के पुलगांव में वर्तमान समय में 400 से 500 गोवंश रहते हैं जिनके चारागाह की व्यवस्था गौठान संचालित समूहों को करनी होती है परंतु पुलगांव गौठान के पास की चारागाह की जमीन पर वर्तमान समय में भाव भूमि बिल्डर द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है जिसकी जानकारी निगम प्रशासन को पूर्ण रूप से है परंतु निगम प्रशासन गौठान के चारागाह की जमीन को मुक्त नहीं करवा पा रही वहीं शहर में सालों बाद एक बार फिर यदुवंशी विधायक गजेंद्र यादव जनप्रतिनिधि के रूप में निर्वाचित है परंतु विधायक गजेंद्र यादव द्वारा भी गौठान के पास की चारागाह की भूमि के कब्जे की जानकारी होने के बावजूद भी इसे कब्जा मुक्त करने की कोई पहल का नहीं करना शहर में चर्चा का विषय है.
  वही ऐसी भी चर्चा है कि भाव भूमि बिल्डर को फायदा पहुंचाने के लिए निगम प्रशासन अपनी पुरजोर कोशिश कर रहा है ताकि भाव भूमि बिल्डर अपने जमीनों को ऊंचे दाम पर बेच सके परंतु उसका दूसरा पहलू यह है कि बिल्डर द्वारा गौठान की चारागाह की भूमि पर कब्जा करने के अवैधानिक कृति पर ना तो निगम प्रशासन किसी प्रकार से संज्ञान ले रहा है और ना ही दुर्ग शहर के विधायक यादव .
  विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाव भूमि बिल्डर के लिए इस भूमि को साफ करने का कार्य निगम प्रशासन द्वारा किया गया जिसका ठेका भी अर्थ मूवर्स कंपनी को दिया गया इसके संचालक की नजदीकियां विधायक गजेन्द्र से होने की जानकारी सामने आ रही है ऐसे में बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि विधायक यादव क्या सिर्फ आम जनता की भावनाओं को साथ खिलवाड़ कर जनप्रतिनिधि की भूमिका निभा रहे हैं जबकि हिंदू धर्म में यदुवंशियों को गौवंश के सबसे बड़े संरक्षक के रूप में माना जाता है ऐसे में दुर्ग शहर के पुल गांव में गौवंशो की चरागाह की भूमि पर भावभूमि बिल्डर्स द्वारा अवैधानिक रूप से कब्ज़ा और मामले की पूर्ण जानकारी होने के बावजूद दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव का मामले पर मौन रहन और किसी प्रकार का संज्ञान ना लेना शहर में चर्चा का विषय है .
  अब देखना यह है कि दुर्ग शहर के नए निगम आयुक्त सुमित अग्रवाल क्या गौवंशो के चारागाह की भूमि को भाव भूमि बिल्डर से मुक्त कराते हैं या फिर गौवंशो के चारागाह की भूमिका अपरोक्ष रूप से भाव भूमि बिल्डर द्वारा अपने व्यवसाय के लिए उपयोग किया जाएगा और से सरकार के सुशासन को आइना दिखाते हुए विधायक गजेन्द्र यादव भी मौन रहेंगे ?

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शौर्यपथ