जितेन्द्र वर्मा का ढाई साल का कार्यकाल रहा जिला भाजपा के लिए यादगार..
दुर्ग / शौर्यपथ / प्रदेश में कांग्रेस की सरकार और तात्कालिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की लोकप्रियता और उनका गृह जिला दुर्ग . ऐसे में तात्कालिक मुख्यमंत्री के गृह जिले में कांग्रेस को टक्कर देने के लिए भाजपा संगठन ने पाटन के एक छोटे से गांव से अपने कार्यकर्ता को उठाकर दुर्ग जिले की कमान सौंप दी. इस तरह दुर्ग जिले की कमान जितेंद्र वर्मा के हाथों में आ गई . जब दुर्ग जिले की कमान जितेंद्र वर्मा के हाथ में दी गई तब जिले के पांच विधानसभा में से कोई भी विधानसभा भाजपा के कब्जे में नहीं था जितेंद्र वर्मा के जिला अध्यक्ष नियुक्त होने के डेढ़-दो साल बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव में थे ऐसे में जिला अध्यक्ष के रूप में जितेन्द्र वर्मा ने दुर्ग जिला भाजपा कार्यकर्ताओं के मन में भाजपा के लिए और संगठन के लिए कार्य करने की जो प्रेरणा जगाई ,तत्कालिक सरकार के कार्यों में कर्मियों को ढूंढ कर सड़कों पर आंदोलन की जो लंबी कतार लगाईं जिसके कारण पूरे जिले में भाजपा के कार्यकर्ता नए जोश के साथ भाजपा के लिए काम करते नजर आए . आंदोलन में भीड़ नजर आने लगी दुर्ग जिले में कई गुट के कार्यकर्ता अपने-अपने राजनीतिक गुरुओं के साथ जुड़े हुए हैं ऐसे में सभी गुट के भाजपा कार्यकर्ताओं को संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी और संगठन के लिए एक आवाज बनाने का जो प्रयास जिला अध्यक्ष के रूप में जितेंद्र वर्मा ने किया उसका नतीजा यह रहा कि दुर्ग जिले के पांच विधानसभा सीट में से चार बार विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी ने जीत ली. दुर्ग भाजपा जिला में पांच विधानसभा सीट पाटन , दुर्ग अहिवारा ,दुर्ग ग्रामीण एवं साजा आते हैं जिसमें कांग्रेस के लोकप्रिय एवं कद्दावर नेताओं का वर्चस्व रहा ऐसे में साजा से ईश्वर साहू ,अहिवारा से डोमन लाल कोर्सेवाड़ा दुर्ग ग्रामीण से ललित चंद्राकर एवं दुर्ग शहर से गजेंद्र यादव जैसे नए चेहरों के साथ भाजपा ने जीत दर्ज की वही प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ सांसद विजय बघेल चुनावी मैदान में डटे रहे और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उनके विधानसभा क्षेत्र में बांधे रखा जो अन्य विधानसभा में भाजपा की जीत का बड़ा आधार बना.
दुर्ग जिला अध्यक्ष के रूप में जितेंद्र वर्मा के कार्यकाल में संगठन स्तर पर नीतियों से लेकर आंदोलन अधिक संगठनात्मक कार्यों में सक्रियता लगातार बनी रही वही हाल ही में हुए संगठन चुनाव में प्रदेश में दुर्ग जिला ने सदस्यता अभियान में प्रथम स्थान पाकर संगठन को मजबूत किया . मंडल अध्यक्षों के चुनाव में आपसी तालमेल और सामंजस्य की जो परिपाटी नजर आई वह भी भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए यादगार रहेगी . 5 जनवरी को प्रदेश के सभी जिलों में भाजपा अध्यक्षों की नियुक्ति हो गई .
दुर्ग जिले में भाजपा जिला अध्यक्ष की कमान सुरेंद्र कौशिक को दी गई और जिला अध्यक्ष के रूप में जितेंद्र वर्मा का एक सुनहरा कार्यकाल का आगाज हो गया आगाज इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि ऐसे कार्यकाल को समाप्त नहीं माना जा सकता जितेंद्र वर्मा ने जिला अध्यक्ष के रूप में जिस कार्य का आगाज किया है भाजपा के कार्यकर्ता पदाधिकारी मंडल अध्यक्ष सभी यही उम्मीद करते हैं कि नवनियुक्त जिला अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक जितेंद्र वर्मा के कार्यों को आगे बढ़ते हुए भाजपा संगठन को और मजबूत करेंगे एवं आने वाले नगर निगम चुनाव में भाजपा की शहरी सरकार बनाकर जितेंद्र वर्मा के उस आगाज को एक सुनहरा अंजाम के रूप में संगठन को सौंपेंगे .
एक विचार (शरद पंसारी - संपादक शौर्यपथ दैनिक समाचार )