अतिक्रमण पर भी दुर्ग निगम प्रशासन के अधिकारी काट चुके जुर्मना दे चुके समझाइश
दुर्ग / शौर्यपथ /
कहते है कि नियम सबके लिए बराबर है कानून सभी भारत वासियों के लिए एक है कानून की नजर में कोई ना तो बड़ा है और न छोटा किन्तु आज के युग मे लगता है ये बाते सिर्फ किताबो में और ज्ञानवर्धक बातों तक ही सीमित हो गई है । आज एक ऐसे समाज मे है जहां अगर गरीब या मध्यमवर्गीय व्यापारी / जनता कही थोड़ा सा भ्रष्टाचार में लिप्त हो तो संबंधित विभाग कार्यवाही में ऐसी सख्ती बरतता है जैसे कि विभाग का कार्य पूर्ण निष्पक्षता से हो रहा हो और अधिकारी बिना किसी दबाव में कार्य कर रहे हो किन्तु अगर यही भ्रस्टाचार कोई उच्च कुलीन वर्ग का व्यापारी आलीशान कार्यालय में बैठ कर करे तो इसे स्टेटस माना जाता है । आज हम एक ऐसे ही व्यापारी की बात कर रहे है जिसका समाज मे काफी रुतबा है जो करोड़ो में खेल रहा है लाखो महीना कमा रहे है किंतु क्या इस कमाई के पीछे छिपे भ्ष्र्टाचार पर विभाग कोई कार्यवाही करेगा ।
साई राम होंडा यह संस्था दुर्ग के ग्रीन चौक के करीब मोहन नगर थाने के सामने संचालित है इस संस्था के पास वैसे तो होंडा की दुपहिया वाहन का अधिकृत विक्रेता का तमगा है और ऊपरी तौर से देखने से लगता है कि यह ग्राहकों से वाहन की कीमत जिसमे सर्विस सहित आरटीओ का भी कार्य किया जाता हसि किन्तु इस संस्था में आरटीओ विभाग के नाम से प्रति ग्राहक को गुमराह कर 1000 से 1200 रुपये अतिरिक्त लिया जा रहा है जबकि शासन द्वारा इसी प्रकार की दलाली प्रथा को खत्म करने के लिए बहुत से अधिकार अधिकृत वाहन विक्रेता को दिए गए है किंतु बावजूद इसके साई राम होंडा के संचालकों द्वारा कार्य कर रहे अधिकारियों द्वारा सूट बुट पहनकर ग्राहकों की जेब मे अवैधानिक तरीके से डाका डाला जा रहा है । शौर्यपथ समाचार ये नही कहता कि सिर्फ साई राम होंडा के संचालक ही ऐसा कार्य कर रहे है ऐसा कार्य अन्य वाहन विक्रेता भी कर रहे होंगे किन्तु हम साई राम होंडा की बात इसलिए कर रहे है क्योकि इस संस्था के द्वारा गाडिय़ों के कोटेशन के दस्तावेज समाचार पत्र के पास है जिससे ये स्पष्ट होता है कि साईं राम होंडा के संचालकों द्वारा किस तरह आम जनता के साथ ठगी कर रहा है एवम आर टी ओ विभाग के नाम पर ग्राहकों की जेब ढीली कर रहा है ।
शौर्यपथ समाचार की टीम साईं राम होंडा के शोरूम में ग्राहक बनकर पहुंची और नए वाहन की ऑन रोड कीमत के बारे में जानकारी चाही तो संस्था में कार्य कर रहे सेल्समेन द्वारा साईं राम हौंडा के लेटर पेड़ पर पूरी कीमत जिसमे आरटीओ का खर्च भी शामिल था 88087 रूपये बताया गया जिसमे नेकेट गाडी की कीमत 70256 रूपये तथा 6598 रूपये आरटीओ चार्ज बताया गया अन्य खर्चे अलग जिसमे तेफ्लान इंश्योरेंस ,एसेसिरिस शामिल थे . जब इस बारे में आरटीओ विभाग से जानकारी ली गयी तो ज्ञात हुआ कि दुपहिया वाहन पर नेकेट गाडी का 7 प्रतिशत यानी की 70256 रूपये का 7 प्रतिशत 4917 रूपये तथा रजिस्ट्रेशन शुल्क व कार्ड शूल मिला कर लगभग 300 रूपये अर्थार्त 5217 रूपये के करीब आरटीओ चार्ज लगता है किन्तु जो कोटेशन श्री साईं राम होंडा द्वारा दिया गया उसमे आरटीओ चार्ज 6598 रूपये मतलब की एक वाहन से ग्राहकों से आरटीओ विभाग के नाम पर 12 से 13 सौ रूपये ज्यादा वसूले जा रहे है . आरटीओ विभाग दुर्ग के अधिकारी अगर मामले की जाँच करेंगे तो और भी कई तरह की अनियमितता सामने अ सकती है .