शौर्यपथ ख़ास / भिलाई
अवैध कब्ज़ा चाहे जैसा भी हो अवैध ही कहलाता है अवैध कब्ज़ा करने वाले गरीब हो या अमीर किन्तु कानून की नजर में सब एक बराबर होते है . भारत के संविधान में कानून अमीरी गरीबी का अंतर नहीं करती और अवैधानिक कार्य करने पर कार्यवाही का अधिकार प्रशासन को देती है ऐसा ही आपने भी किताबो में पढ़ा होगा और ऐसे ही नियमो को पढ़कर आज बड़े बड़े पद पर विद्यमान होंगे अधिकारी . ये अधिकारी चाहे पुलिस सर्विस से हो या पब्लिक सर्विस से किन्तु सभी को ज्ञात है कि कानून सबके लिए बराबर होता है और आज तक कानून की किताब में भी यही लिखा है अमीरी गरीबी के अंतर को ही मिटाने के लिए कानून की देवी के आँखों में पट्टी बंधी हुई है किन्तु अमीरी गरीबी के इस अंतर को शायद भिलाई निगम प्रशासन नहीं पाट पा रहा है . शासन के जिम्मेदार पद में आसीन निगम के आयुक्त , जोन आयुक्त आखिर किस नियम के तहत अवैध कब्ज़ा करने वाले गरीबो पर बुलडोजर के साथ पहुँच जाते है और अमीरों के साथ नोटिस का खेल शुरू हो जाता है ये समझ के परे है .
मामला है आकाश गंगा में भिलाई निगम प्रशासन के अधीन व्यावसायिक परिसर का . बता दे कि आकाश गंगा में भिलाई निगम प्रशासन के अधीन व्यावसायिक परिसर की पांच श्रृंखला ए , बी , सी , डी , ई है इन पांच व्यावसायिक परिसर में अधिकतर दुकानदारों द्वारा 80 से 100 वर्गफीट की जगह को कब्ज़ा कर रखा है जो स्पष्ट खुली आँखों से देखा जा सकता है . आकाश गंगा का यह परिसर जोन 1 के अधीन आता है किन्तु व्यवसायिक परिसर पर कार्यवाही का अधिकारी मुख्य कार्यालय के भवन शाखा के आदेश से होता है . दीपावली के पूर्व जब इस तरह के अतिक्रमण के बारे में शौर्यपथ समाचार ने आयुक्त भिलाई ऋतुराज रघुवंशी से चर्चा की तो उन्होंने इस बारे में जानकारी माँगा कर अवैध होने की जाँच कर कार्यवाही की बात कही . आयुक्त महोदय ने जाँच और कार्यवाही के लिए पत्र भी लिखा और जोन एक के आयुक्त सुनील अग्रहरी ने सम्बंधित विभाग को भी भेजा किन्तु एक बार फिर खाना पूर्ति की कार्यवाही को अंजाम देकर निगम प्रशासन अपने दयितावो से मुक्त होता दिख रहा है जबकि वर्तमान में भी संचालको द्वारा निगम के व्यावसायिक परिसर में आम जनता के चलने के लिए बने बरामदे पर पुर्णत: कब्ज़ा जमाये हुए है किसी ने कच्चा तो किसी ने पक्का निर्माण कर लिया किन्तु शायद ये कब्ज़ा जोन आयुक्त अग्रहरी को नहीं दिखा या फिर आयुक्त रघुवंशी को ये तो वही बता सकते है किन्तु कब्ज़ा आज भी अपनी जगह यथार्थ है और निगम प्रशासन की कार्यशैली आज भी आम जनता के सामने .
आखिर आम जनता अतिक्रमण पर भेदभाव कब तक अपनी आँखों से देखेगा क्या निगम में ऐसा कोई अधिकारी नहीं आएगा जो इन जैसे अतिक्रमणकारियों पर कार्यवाही करे . आज से कुछ साल पहले इसी भिलाई निगम के एक आयुक्त द्वारा आकाश गंगा में निगम के अधीन व्यावसायिक परिसर से अवैध अतिक्रमण कारियों को हटाया था वो भी एक अधिकारी थे आज फिर भिलाई की जनता को एक ऐसे आयुक्त की तलाश है जो कार्यवाही कागजो में नहीं जमीन में करे जमीनी स्तर पर करे ...