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खबर लगातार - बस्तर मे फिर से शराब की कीमत मे ओवर रेटिंग, भाजपा की सरकार मे किसने की है सेटिंग?

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नरेश देवांगन
    जगदलपुर/ शौर्यपथ /शौर्यपथ अख़बार ने  बीते शुक्रवार को  आबकारी विभाग की खबर प्रकाशित की थी जिसमे जगदलपुर के अंग्रेजी शराब दुकान कंगोली के संचालक व सेल्समेन द्वारा खुलेआम मदिरा प्रेमियों को तय मूल्य से 20 से 40 रुपए वही कोचियों को अधिक पैसा लेकर थोक के थोक में शराब धड़ल्ले से बेच कर बस्तर के शराब प्रेमियों को चुना लगा रहे है। सरकार के सख्त हिदायतों के बावजूद शराब दुकानों पर प्रिंट रेट से अधिक कीमत पर शराब बेची जा रही है। कंगोली के शराब दुकान मे बिना बेच नम्बर बिना एमआरपी के दारू की भी बिक्री जा रही है। इस खबर को आज लगभग 4 दिन पुरे हो चुके है लेकिन विभाग के जिम्मेदार इस मामले पे किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही करते नहीं दिख रहे है। मामले पे जिम्मेदार सब जानते हुए भी मौन बैठे हुए है?  शराब प्रीमियों का कहना है की अंग्रेजी शराब दुकान कंगोली के मैनेजर व सेल्समेन लगातार शराब की बोतल पे अधिक कीमत लेकर उन्हें शराब बेच रहे है। जिसकी शिकायत उन्होंने अधिकारी को की है लेकिन जिले के अधिकारी ने उन्हें लिखित शिकायत के साथ ही कोर्ट का चक्कर लगाने की बात कही है। विभागीय सूत्र बताते है की इस मामले की शिकायत विभाग के प्रमुख अधिकारी को मिल चुकी है उन्होंने इसकी जाँच करने के लिए आदेश भी किया है ओर इस मामले पे उड़न्दस्ता की टीम ने पुरे मामले की जाँच की है। लेकिन विभागीय सूत्र ये भी बताते है की जाँच के नाम पे जाँच अधिकारी ने खाना पूर्ति कर दी है।  अब सवाल यह है की लगातार दुकान मे ओवररेट की शिकायत मिल रही है लेकिन जाँच अधिकारी को ऐसा कुछ क्यों नहीं दिखा? जबकि इस मामले को लेकर शराब प्रेमी प्रतिदिन विरोध करते है ओर तो ओर कही बार इस मामले पे अच्छी खासी बहस भी होती है जिसकी सोशल मिडिया मे वीडियो भी वाइरल होता दिखता है। जाँच अधिकारी के जाँच पे सवाल यह उठता है की उन्होंने जल्दबाजी मे जाँच कर रिपोर्ट क्यों सौंप दी?  जबकि दुकान से मदिरा लेकर आ रहे लोगो से पूछने पर पता चलता है की शराब की कीमत क्या है ओर उनको कितने मे मिली। ऐसे मे सवाल उठ रहा है की जाँच अधिकारी को ऐसा कुछ होता वहा क्यों नहीं दिखा ?स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि  विभाग अपनी ऊपरी कमाई के लिए विभाग ही अवैध शराब की बिक्री कर रहा है ? शायद यही कारण है की MRP को आबकारी विभाग नहीं मान रहा ?  आबकारी विभाग बस्तर ने शराब की बोतल पे एमआरपी से ज्यादा बेच नियमों को तोड़ उपभोक्ता अधिकारों के  खिलाफ काम कर रहा है। वही पूर्व मे छत्तीसगढ़ शराब घोटाला को लेकर जाँच जारी है इस मामले पे आबकारी मंत्री कवासी लखमा कि गिरफ्तारी भी हुई है। लेकिन भाजपा के शासन मे कुछ गैरजिम्मेदार लोग साय सरकार की मंशा मे पानी फेरते हुए बस्तर के आदिवासी मदिरा प्रेमियों को लूट कर कम्बल के निचे घी पिने मे लगे है? इस मामले को लेकर शहर के चौक चौहराहो मे चर्चा है की लगातार शिकायत मिलने के बाद भी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही करते क्यों नहीं दिख रहे है कही ऐसा तो नहीं विदेशी शराब दुकान कंगोली कार्यवाही करने से विभाग को कोई बड़ा नुकसान होगा? कंगोली शराब दुकान मे काम करने वाले मैनेजर पर विभाग क्यों मेहरबान बना हुआ है? कही ऐसा तो नहीं है की मैनेजर पर कार्यवाही करने से इस मामले से सम्बंधित ऐसा कोई रहस्य सामने आ जाये जिससे विभाग के जिम्मेदारो को ही दो चार होना पड़े?
    इस मामले पे बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी के शहर जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य ने कहा की बस्तर मे ऐसी शिकायत लगातार आ रही है इस मामले को लेकर जिला आबकारी अधिकारी को फोन किया था पर वहां से कोई सही संतोषजनक जवाब नहीं मिला। कुल मिलाकर जिला आबकारी अधिकारी की मिली भगत है सब लोगों के चाहने पर ही दारू दुकानो पर ओवररेटिंग, बिना एमआरपी, बिना बेच नम्बर के दारू बेच शराब प्रेमियों को लूटने का जिम्मा यहाँ के अधिकारीयों ने ले लिया ओर उनके इशारे मे यहाँ के दुकान के कर्मचारी काम कर रहे है।  शराब घोटाले को लेकर प्रदेश के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भाजपा सरकार ने झूठे मामले में फंसा कर जेल में डाल दिया है और वही सरकार पुरे शराब माफिया बन कर इनके सरकारी एजेंट बन कर आबकारी विभाग के अधिकारी शराब की तस्करी कर रहे है मध्यप्रदेश का दारू छत्तीसगढ़ मे बिकता है अंदुरनी क्षेत्रों मे बिकता है बिना एमआरपी के बिना मेनूफेक्चर डेट के ओर ओवर रेट पे दारू बेचना कही ना कही आबकारी विभाग के अधिकारी की मिली भगत है। मै कलेक्टर साहब से यही कहना चाहूंगा की तमाम चीजों को गंभीरता से लेवे जितने भी शराब दुकान है   उनकी जाँच होनी चाहिए।  इस मामले को लेकर एक पत्र लिखेंगे जिला आबकारी विभाग अपने हरकतों से बाज नहीं आया तो जल्द इसके खिलाफ प्रदर्शन किया जायेगा


 130 MRP का क्वार्टर 150 में; 210 वाला बियर 250 में
   जिले में शराब ठेकेदार द्वारा किस कदर अपनी मनमानी की जा रही है, इसका अंदाजा शराब के दामों ने लगाया जा सकता है। हालात यह हैं कि 130 रुपये की MRP वाला शराब NV GROUP BESTO RARE WHISKY 180ML 150 रुपये में दिया जाता है। DRUK 11000 PREMIUM STRONG BEER 650ml की कीमत 240 रुपए है लेकिन 250 रुपए मे बेचा जा रहा है। वहीं PRESIDENT 5000 SUPER BEER 650ML MRP 210 वाला 250 रुपये में दिया जाता है। यानि MRP से 40 रुपये ज्यादा एक बोतल पर लिए जा रहे हैं। WHITE BLUE 180 ml की कीमत 250 रुपए है लेकिन 260 रुपये में दी जाती है। इसी तरह अलग-अलग ब्रांड के दाम अलग-अलग लिए जाते हैं। हर शराब MRP से ऊपर ही बेंची जाती है। ग्राहक अगर बिल मांगता है तो उसे बिल भी नहीं दिया जाता। मजबूरी में वह उसी दाम पर खरीदने के लिए विवश रहता है।

 

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Last modified on Wednesday, 19 February 2025 22:04
शौर्यपथ

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