प्रदेश के मुखिया का गृह निवास भिलाई तीन में तथा गृह मंत्री का निवास दुर्ग में है ऐसे में रायपुर जाने के लिए इन्हें भी जर्जर और घटिया सडको से गुजरना पड़ता है . ये अलग बात है कि प्रोटोकाल की वजह से इन्हें ट्राफिक जाम का सामना नहीं करना पड़ता किन्तु जर्जर सडक से रूबरू जरुर होते है .
दुर्ग / शौर्यपथ / घटिया निर्माण सिर्फ चाँद दिनों का ही होता है परदेश में कई स्थानों पर घटिया निर्माण की आये दिन बात खुलती रहती है फिर भी कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया जिसमे घटिया निर्माण के जिम्मेदार एजेंसी व प्रभारी अभियंता पर कोई कार्यवाही हुई हो और इसी का परिणाम एक बार फिर सामने है . मामला अब कुम्हारी से गुज्रने वाली सड़क के निर्माण का है जो वर्तमान में आम जनता के लिए परेशानी का सबब तो है ही गंभीर दुर्घटना की आशंका को भी नहीं नकारा जा सकता .
रायपुर और दुर्ग के बीच आवाजाही करने वालों के लिए कुम्हारी का स्टेशन चौक परेशानी का सबब बना हुआ है। शाम ढलने के साथ ही यहां पर दोनों ओर वाहनों का लंबा जाम लग जाता है। यह स्थिति रात के 9 बजे तक बनी रहती है। लोगों को आधा से एक घंटा इंतजार करने के बाद ही आगे निकल पाने में कामयाबी मिल पा रही है। यह स्थिति बीमार मरीजों को ले जाने वाली एंबुलेंस के लिए बेहद ही विकट बन रही है। शाम 5 बजे के बाद जब यातायात में तेजी आ जाती है तो जाम की वजह से रायपुर छोर में वाहनों की कतार खारून टोल प्लाजा को पार करके टाटीबंध तक लग जाना किसी आश्चर्य से कम नहीं है। दुर्ग की ओर जंजगिरी मोड़ तक वाहनों की लंबी कतार लग जाने से रायपुर से भिलाई अथवा दुर्ग का सफर दो से तीन घंटे में तय हो रहा है।
कुम्हारी के स्टेशन चौक के दोनों ओर फोरलेन सड़क पर जाम की समस्या बढ़ गई है। लॉकडाउन में बनी सड़क बारिश की इस पहली झड़ी में फिर से जर्जर हो जाने से वाहनों का लग रहा जाम एक तरह से जी का जंजाल साबित हो रहा है। यातायात की बिगड़ी हुई दशा यहां बन रहे फ्लाई ओव्हर का कार्य प्रगति पर होने के साथ बरकरार है।
जाम की इस स्थिति के लिए काफी हद तक स्टेशन चौक के आसपास की सड़क का जर्जर हो जाने को जिम्मेदार माना जा रहा है। यहां पर फ्लाई ओव्हर का निर्माण चल रहा है जिसके लिए फोरलेन के मेन कैरिज-वे को कब्जे में लेकर दोनों ओर के पुराने सर्विसलेन की चौड़ाई को बढ़ाकर दोनों दिशा में यातायात बहाल रखा गया है। एक ही सड़क पर सभी तरह के वाहनों का दबाव बने रहने से उसकी दशा और दिशा पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। कुछ दिन पूर्व लॉकडाउन के दौरान कृष्णा हास्पिटल के आसपास की सड़क को बनाया गया था। जिससे शाम को लगने वाली जाम से आंशिक मुक्ति मिली थी। लेकिन अभी लगी बारिश की अनवरत झड़ी के चलते लॉकडाउन में बनी सड़क फिर से जर्जर हो गई है। इसके साथ ही वाहनों की रफ्तार कम हो जाने से फिर एक बार जाम की समस्या बढऩे लगी है। जाम की यह समस्या फ्लाई ओव्हर निर्माण कार्य शुरू होने के साथ ही बनी हुई है। इससे दुर्घटना होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा रहा है।
हो चुकी है कई जानलेवा दुर्घटना
फ्लाई ओव्हर निर्माण के साथ ही सड़क के सिमटकर आधी हो जाने के चलते स्टेशन चौक के आसपास लगातार दुर्घटनाएं पेश आ रही है। इन दुर्घटनाओं में अनेक लोगों को जान तक गंवानी पड़ी है। जिस तरह की स्थिति यहां पर शाम के वक्त बन रही है उससे जानलेवा दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है। शाम को जाम की सबसे भयावह स्थिति रायपुर से दुर्घ की दिशा में देखी जा रही है। इससे राहत के लिए ट्रेफिक पुलिस के द्वारा दुर्ग से रायपुर की दिशा में जा रहे वाहनों को कृष्णा हास्पिटल से पहले आधे-आधे घंटे के अंतराल में रोककर रायपुर से दुर्ग की ओर गुजरने वाले वाहनों को दोनों दिशा की सड़क से गुजारते हैं। इससे स्थानीय वाहन चालकों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना हुआ है।