Print this page

37 सीजी बटालियन एनसीसी दुर्ग का संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर लखोली में प्रारंभ – 401 कैडेट्स हुए शामिल

  • Ad Content 1

  दुर्ग/लखोली / शौर्यपथ /
37 सीजी बटालियन एनसीसी दुर्ग द्वारा लखोली में 10 दिवसीय संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (CATC-150) का आयोजन 26 सितम्बर से 05 अक्टूबर तक किया जा रहा है। इस शिविर में विभिन्न कॉलेजों एवं स्कूलों से कुल 401 कैडेट्स भाग ले रहे हैं।
  शिविर का शुभारंभ कैंप कमांडेंट कर्नल निलेश चतुर्वेदी के उद्घाटन भाषण से हुआ। उन्होंने एनसीसी के आदर्श वाक्य “एकता और अनुशासन” पर प्रकाश डालते हुए कैडेट्स को देशप्रेम, सेवा-भाव और सशस्त्र सेनाओं में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया। साथ ही जल संरक्षण, जल की बर्बादी रोकने तथा अनुशासन में रहकर लक्ष्यों को हासिल करने का आह्वान किया।
  कर्नल चतुर्वेदी ने शिविर की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि इसमें गणतंत्र दिवस परेड दिल्ली की तैयारी, थल सेना कैंप, एसएसबी चयन हेतु विशेष कक्षाएं, व्यक्तित्व विकास, नेतृत्व क्षमता, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर व्याख्यान, ड्रिल, खेलकूद और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल हैं। शिविर की रूपरेखा सैन्य वातावरण पर आधारित है, ताकि कैडेट्स सेना जैसी दिनचर्या से परिचित हो सकें।
  शिविर के दूसरे दिन विशेष सत्र में रायपुर ट्रैफिक पुलिस के डीएसपी गुरजीत सिंह एवं उनकी टीम ने सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यातायात नियमों का पालन केवल जुर्माने से बचने के लिए नहीं, बल्कि जीवन सुरक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी के लिए आवश्यक है। कैडेट्स को हेलमेट और सीटबेल्ट के अनिवार्य उपयोग, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करने, ओवरस्पीडिंग से बचने, पैदल यात्रियों को प्राथमिकता देने और ट्रैफिक सिग्नलों का पालन करने जैसे बिंदुओं पर जागरूक किया गया। उन्होंने कैडेट्स को समाज में “रोल मॉडल” बनकर नागरिकों को प्रेरित करने का संदेश दिया।
  इस शिविर में उप शिविर सेनानी कर्नल प्रेमजीत, सूबेदार मेजर थानेश्वर गुरुंग, तथा विभिन्न संस्थानों से आए एनसीसी अधिकारी — कैंप एजुटेंट ऑफिसर लेफ्टिनेंट संतोष यादव, लेफ्टिनेंट प्रशांत दुबे, फर्स्ट ऑफिसर पूनम सोंधी, फर्स्ट ऑफिसर सचिन शर्मा, फर्स्ट ऑफिसर के.के. कोशिमा, थर्ड ऑफिसर पूनम बघेल एवं पीआई स्टाफ उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने कैडेट्स को अनुशासन, नेतृत्व एवं कौशल विकास की दिशा में सक्रिय रूप से प्रेरित किया।
  यह शिविर न केवल कैडेट्स को सैन्य जीवन का अनुभव करा रहा है, बल्कि उनमें सामाजिक दायित्व, राष्ट्रप्रेम और जिम्मेदार नागरिक बनने की भावना भी प्रबल कर रहा है।

Rate this item
(0 votes)
शौर्यपथ

Latest from शौर्यपथ