दुर्ग / शौर्यपथ / शहर के सबसे बड़े सुपेला स्थित आकाशगंगा थोक सब्जी मंडी में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। यहां के कुछ व्यापारी आपदा की इस घड़ी को कमाई के अवसर में तब्दील करने से चूक नहीं रहे हैं। मंडी परिसर में सुबह के वक्त जुट रही भीड़ से कोरोना संक्रमण के मामलों को नियंत्रित करने के प्रयास को झटका लग रहा है।
दुर्ग जिले में कोरोना के बेकाबू रफ्तार को नियंत्रित करने 6 से 26 अप्रैल तक लॉकडाउन प्रभावी है। हालांकि 20 अप्रैल से ठेले पर फेरी लगाकर सब्जीए फल और किराना सामान बेचने निश्चित समयावधि तक छूट दी गई है। लेकिन सब्जी व्यवसाय के लिए शर्त रखी गई है कि किसान अपनी ऊपजाई सब्जी और भाजियों को फेरी लगाकर बेचेंगे। बावजूद इसके आकाशगंगा थोक सब्जी मंडी में कुछ व्यापारी नियम और शर्तों का बेखौफ अंदाज में उलंघन कर रहे हैं।
बताते हैं आकाशगंगा थोक सब्जी मंडी में 120 के करीब व्यापारी अपना कारोबार करते हैं। लॉकडाउन लगने के बाद सौ के करीब व्यापारी कारोबार को विराम देकर घर में बैठे हैं। लेकिन लगभग 20 व्यापारी आपदा के इस दौर में कमाई को प्राथमिकता देकर लॉकडाउन का उलंघन कर रहे हैं। इससे सब्जी मंडी में लग रही भीड़ कोरोना संक्रमण के रोकथाम में जुटी प्रशासन के प्रयास को विफल कर सकती है।
ऐसा नहीं कि लॉकडाउन का उलंघन कर व्यवसाय करने वाले कुछ थोक सब्जी व्यापारी आकाशगंगा मंडी तक ही सीमित हैं। बल्कि वे चिल्हर विक्रेताओं को बेचने के बाद बची सब्जियों को अपने घर ले जाकर भी कारोबार कर रहे हैं। ऐसे व्यापारियों में रामनगर मुक्तिधाम के पास पिंटू, कोकला, आकाशगंगा थोक सब्जी मंडी के रामकेवल कंपनी व मेनी मोर पीपुल, मिलन चौक केम्प -2 के मनोज गुप्ता, राजा गुप्ता व सुरेश सिंह, फरीद नगर मैदान के पास मुरारी साव, हाउसिंग बोर्ड कालोनी में तीरथ भिवगड़े, अजय वर्मा और शांति नगर में भरत गौर शामिल हैं।
गौरतलब रहे कि कोरोना संक्रमण को लेकर दुर्ग जिला और खासकर भिलाई शहर अभी भी काफी अधिक संवेदनशील बना हुआ है। कोरोना संक्रमण रोकने के सारे उपाय असफल रहने से जिला प्रशासन को लॉकडाउन का अंतिम विकल्प अपनाना पड़ा है। शुरू में 6 से 14 अप्रैल तक घोषित लॉकडाउन को क्रमश: पहले 19 और फिर 26 अप्रैल तक बढ़ाया गया है। शासन प्रशासन किसी तरह कोरोना संक्रमण की रफ्तार को नियंत्रण में लाने की कोशिश में जुटा हुआ है। ऐसे में आकाशगंगा थोक सब्जी मंडी के कुछ व्यापारियों के द्वारा जनहित के बजाय स्वयं के आर्थिक हित को महत्व दिए जाने से कोरोना नियंत्रण के प्रशासनिक प्रयास को झटका लग रहा है।
पावरहाउस फल मंडी में भी बुरा हाल
पावरहाउस फल मंडी में भी आकाशगंगा थोक सब्जी मंडी जैसी स्थिति के चलते कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने की संभावनाओं को झटका लग सकता है। फल मंडी में सुबह काफी अधिक भीड़ लग रही है। इसमें पुराने फल व्यापारी तो रहते ही हैं। साथ में लॉकडाउन में अपने परम्परागत काम धंधे से वंचित लोग भी फेरी लगाकर कमाई करने के इरादे से खरीददारी करने पहुंच रहे हैं। इसके चलते लॉकडाउन की धज्जियां तो उड़ रही है। साथ ही साथ कोरोना संक्रमण का खतरा भी बना हुआ है।
प्रशासन को कराया गया अवगत: रवि
आकाशगंगा थोक सब्जी मंडी के अध्यक्ष रवि जॉन सिंह ने अग्रदूत के पूछने पर बताया कि लॉकडाउन में मंडी में कारोबार नहीं किया जाना चाहिए। कुछ चुनिंदा व्यापारी कारोबार कर रहे हैं। इस बात से जिला प्रशासन के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि भिलाई शहर अभी भी कोरोना संक्रमण के लिहाज से संवेदनशील बना हुआ है। ऐसे में आकाशगंगा थोक सब्जी मंडी में लोगों का आना जाना कोरोना संक्रमण को देखते हुए खतरे से खाली नहीं है।