दुर्ग / शौर्यपथ / भिलाई इस्पात संयंत्र के सबसे बड़े ब्लास्ट फर्नेस-8 महामाया ने 26 अप्रेल, 2021 के द्वितीय पाली में 7 मिलियन टन संचयी उत्पादन के मील का पत्थर को पार कर एक नई उपलब्धि हासिल की। कोविड संकट के चलते आने वाली बाधाओं के बावजूद बीएसपी का ब्लास्ट फर्नेस-8 इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को तेजी से हासिल करने वाला सेल का ब्लास्ट फर्नेस बन गया। उल्लेखनीय है कि 141 दिनों में ही ब्लास्ट फर्नेस-8 ने 6 मिलियन टन से 7 मिलियन टन की उत्पादन यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। इस प्रकार ब्लास्ट फर्नेस-8 महामाया ने प्रतिदिन 7093 टन हॉट मेटल का औसत उत्पादन किया है।
विदित हो कि भिलाई इस्पात संयंत्र ने 7 मिलियन टन की यात्रा को पूरा करने में तेजी दिखाई है। बीएसपी ने 7 मिलियन टन उत्पादन सेल के इस्को, बर्नपुर से 9 महीने 15 दिन पहले हासिल किया और राउरकेला स्टील प्लांट से 5 महीने 13 दिन पहले ही यह कीर्तिमान स्थापित किया है। इस प्रकार सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने सबसे कम दिनों के उत्पादन में ही यह रिकॉर्ड कायम कर भिलाई का परचम लहराया। इस उपलब्धि पर भिलाई की सम्पूर्ण इस्पात बिरादरी गौरवान्वित महसूस कर रही है।
भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने इस महती उपलब्धि के लिए महामाया के प्रतिबद्ध सदस्यों और सभी सहयोगी विभागों के कर्मचारियों को बधाई सम्प्रेषित की जिनके सहयोग के फलस्वरूप ब्लास्ट फर्नेस-8 ने उत्पादन के अधिकतम स्तर को बनाए रखने में कामयाबी हासिल की। साथ ही उन्होंने आशा व्यक्त की कि, ब्लास्ट फर्नेस-8 बिरादरी आगे भी इसी प्रकार नये कीर्तिमान रचते रहेंगे।
विदित हो कि इससे पूर्व भिलाई इस्पात संयंत्र के सबसे बड़े ब्लास्ट फर्नेस-8 महामाया ने 06 दिसम्बर, 2020 के द्वितीय पाली में 6 मिलियन टन संचयी उत्पादन के मील का पत्थर को पार कर एक नई उपलब्धि हासिल की। 09 जुलाई, 2020 को सबसे तेज 5 मिलियन टन संचयी उत्पादन कर एक नया रिकॉर्ड कायम किया था।
उस वक्त बीएसपी का ब्लास्ट फर्नेस-8 इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को तेजी से हासिल करने वाला सेल का प्रथम ब्लास्ट फर्नेस बन गया। उल्लेखनीय है कि 149 दिनों में ब्लास्ट फर्नेस-8 ने 4 मिलियन टन से 5 मिलियन टन की उत्पादन यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया।
उन्नत स्वचालन और नियंत्रण प्रणालियों के साथ अत्याधुनिक फर्नेस से दैनिक उत्पादन का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। 2 फरवरी, 2018 को इसके ब्लोइंग-इन के 258 दिनों बाद 18 अक्टूबर, 2018 को बीएफ-8 से 1 मिलियन टन संचयी उत्पादन के आँकड़े को पार कर लिया गया। इसी प्रकार 1 अपै्रल, 2019 को बिना आक्सीजन संवर्धन के सहयोग से ब्लोइंग-इन के 424 दिनों बाद 2 मिलियन टन के मील के पत्थर को प्राप्त कर लिया गया। 9 सितम्बर, 2019 को 585 दिनों में 3 मिलियन टन संचयी उत्पादन करने में सफल हुआ। ब्लोइंग-इन के 740 दिनों में 4 मिलियन टन के नये संचयी कीर्तिमान को हासिल किया और इस कड़ी में 889 दिनों में 5 मिलियन टन के नये संचयी रिकॉर्ड को प्राप्त करने में सफल हुए।
इस उपलब्धि पर ब्लास्ट फर्नेस-8 बिरादरी को संयंत्र के कार्यपालक निदेशक वक्र्स राजीव सहगल सहित कार्यपालक निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ एस के इस्सर, कार्यपालक निदेशक सामग्री प्रबंधन राकेश, कार्यपालक निदेशक परियोजनाएँ ए के भट्टा, कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन एस के दुबे, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी वित्त एवं लेखा एस रंगानी, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सेवाएँ) एस एन आबिदी, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी आयरन एस आर सूर्यवंशी, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी एम एंड यू अरविन्द कुमार तथा मुख्य महाप्रबंधक ब्लास्ट फर्नेसेस तापस दासगुप्ता ने विशेष रूप से बधाई दी।