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शहर के मध्य में नहीं होगा जलभराव की स्थिति-महापौर 30 प्रतिशत कार्य पूर्ण, चौड़ाई के साथ शंकर नाला का हो रहा निर्माण

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दुर्ग / शौर्यपथ / महापौर धीरज बाकलीवाल ने बरसात के पूर्व शंकर नगर के मध्य भाग का नाला निर्माण पूर्ण करने निर्माण एजेंसी और अधिकारियों को निर्देश दिये । महापौर धीरज बाकलीवाल ने कार्यपालन अभियंता राजेश पाण्डेय, ए.आर. राहंगडाले और निर्माण एजेंसी के साथ शंकर नाला निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया ।
शहर के मध्य में रहती है जलभराव की स्थिति-
महापौर बाकलीवाल द्वारा आज निगम अधिकारियों और निर्माण एजेंसी के साथ संतराबाड़ी, शंकर नगर, और उरला तक विभिन्न जगहों पर जाकर नाला निर्माण की चैड़ाई और गहराई का अवलोकन किया गया । उन्होनें बताया बरसात के समय शंकर नाला की भयावह स्थिति से निपटने 16.50 करोड़ की लागत से शंकर नाला का निर्माण कराया जा रहा है। 25 से 30 तथा कहीं कहीं पर 40 फीट चैड़ाई और 8 फीट गहराई के साथ नाला का निर्माण हो रहा है। उन्होनें कहा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि बरसात के पूर्व शहर के मध्य क्षेत्र का नाला निर्माण को बरसात के पूर्व पूरा करें । हमारा पूरा प्रयास है कि इस बरसात के समय शहर के मध्य बारिश से जलभराव की स्थिति निर्मित न हो ।
कोरोना संक्रमण के कारण निर्माण कार्य में अवरोध उत्पन्न हुआ है-
शंकर नगर, संतराबाड़ी, गुरुद्वारा के पास शंकर नाला निर्माण की प्रगति का अवलोकन करते हुये महापौर ने बताया कोरोना काल के कारण कई कर्मचारियों को पाॅजिटीव होने के कारण निर्माण कार्य में देरी हुई है फिर भी हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि तीव्र गति से कार्य को पूरा करने अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उन्होनें कहा पूरी चैड़ाई और गहराई के साथ शंकर नाला का निर्माण पूरा होने से जलभराव की समस्या नहीं होगी ।
बता दे कि वर्तमान में निगम क्षेत्र में लॉक डाउन में भी शासकीय निर्माण के कार्यो को गति देने , अमृत मिशन व निगम कार्यो की अनुमति जिला कलेक्टर द्वारा दी गयी है . लॉक डाउन में यातयात ना होने के कारण अमृत मिशन के कार्यो में तेजी लाने व शहर में अमृत मिशन के कारण हुए गड्ढे को जल्द से जल्द फिलिंग करने के निर्देश दुर्ग निगम महापौर बाकलीवाल द्वारा दिए गए है . ताकि आम जनता को लॉक डाउन के बाद ज्तादा परेशानियों का सामना न करना पड़े .

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