दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पडऩे लगी है। रविवार को जारी प्रशासनिक आंकड़े से इस बात का संकेत मिला है। इस दिन 2528 सेंपल में से 795 नए संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है। लंबे अंतराल के बाद प्रतिदिन के आंकड़े में नए संक्रमित मरीजों का ग्राफ एक हजार से नीचे आना राहत भरा रहा है। प्रशासन की ओर से रविवार को कोरोना से जिले में तीन मौत होने के किए गए खुलासे से लोगों में दहशत कम हुआ है।
मई के महीने की शुरुआत के साथ दुर्ग जिले में कोरोना का प्रकोप कम होता नजर आ रहा है। 2 मई को जारी प्रशासनिक आंकड़े के अनुसार 2528 लोगों ने इस दिन कोरोना जांच हेतु सेंपल दिया। जिसमें से 795 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। 1003 संक्रमित मरीजों ने अस्पताल और होम आइसोलेशन में उपचार लाभ लेकर कोरोना को मात दिया है। जबकि इस एक दिन में मात्र तीन लोगों की कोरोना से मौत होने का खुलासा प्रशासन ने किया है। हांलाकि नए संक्रमित मरीजों का औसत रविवार को 33 फीसदी रहा. जो एक दिन पहले 1 मई के 23 फीसदी से 10 अधिक है। बावजूद इसके नए संक्रमित मरीजों के प्रतिदिन मिलने वाला आंकड़ा रविवार को हजार से कम होकर 795 रहने से लोगों को राहत महसूस होने लगा है।
गौरतलब रहे कि लगभग महीने भर के पहले से दुर्ग जिले में कोरोना के प्रतिदिन मिलने वाले मरीजों का आंकड़ा एक हजार से ज्यादा आ रहा था। मिलने और मौत का आंकड़ा 20 से 30 के बीच बने रहने से लोगों में दहशत बना हुआ था। लेकिन पिछले सप्ताह भर से नए संक्रमित मरीजों के औसत में गिरावट आने से आने वाले दिनों के लिहाज से सुखद संकेत मिल रहा है। कोविड अस्पताल और केयर सेंटर में खाली बेड की उपलब्धता से भी इस बात का संकेत मिल रहा है कि जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीरे -धीरे कम हो रही है।
यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि रविवार को महज 2528 लोग अलग-अलग सेंटर में कोरोना जांच के लिए सेंपल देने पहुंचे। इसका मतलब है कि अब कोरोना जांच कराने वालों की भीड़ कम हो रही है। जबकि दो दिन पहले 30 अप्रैल तक 5 हजार से भी ज्यादा सेंपल की जांच हो रही थी। 1 मई को ही 4306 लोग सेंपल देने पहुंचे थे। लेकिन एक दिन बाद 2 मई को सेंपल देने वालों की संख्या 2528 तक सिमटने से कोरोना के संदिग्ध मरीजों के कम हो जाने की संभावना राहत देने वाली है