दुर्ग / शौर्यपथ / जिले के सभी शासकीय अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड उपलब्ध है। हॉस्पिटल स्टाफ द्वारा किए जा रहे लगातार प्रयासों के चलते जिले में रिकवरी रेट तेजी से बढ़ा है। इसके चलते मरीज तेजी से डिस्चार्ज हो रहे हैं और ऑक्सीजन बेड उपलब्ध हो रहे हैं। होम आइसोलेशन कंट्रोल सेंटर में अधिकारी लगातार लोगों की ऑक्सीजन लेवल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। परिजनों और मरीजों को कहा गया है कि 94 से नीचे ऑक्सीजन का स्तर आते ही तुरंत हॉस्पिटल में एडमिशन एडमिट होने की कार्रवाई करें। सभी हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन बेड उपलब्ध है ल। इसके साथ ही कोविड सस्पेक्टेड मरीजों के लिए भी आइसोलेशन बेड उपलब्ध हैं। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता की दिशा में लगातार कार्य किया गया है जिसके बूते जिले के मरीजों के लिए ऑक्सीजन बेड के किसी तरह की दिक्कत नहीं है।
डीसीएच शंकरा-55 बेड ,एचडीयू-05 बेड ,जंबो सिलिंडर ऑक्सीजन बेड-08
जिला अस्पताल दुर्ग - आईसोलेशन वार्ड - 38 बेड ,कोविड विंग ऑक्सीजन बेड -23
झीठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र- 04 बेड ,ऑक्सीजन बेड- 05 ,आइसोलेशन बेड-06
धमधा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र- ऑक्सीजन बेड- 12 ,निकुम स्वास्थ्य केंद्र-14 ,कुम्हारी स्वास्थ्य केंद्र-ऑक्सीजन बेड्स-09 , अहिवारा स्वास्थ्य केंद्र-ऑक्सीजन बेड्स-13,उतई स्वास्थ्य केंद्र- 19 पाटन स्वास्थ्य केंद्र-.04 , इन अस्पतालों में मरीजों के लिए इतने बेड है रिक्त।
सोमवार की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग दुर्ग द्वारा प्राप्त
सोमवार ०३ मई को कुल 5085 टेस्ट, 931 पॉजिटिव, 17 डेथ . 2750 सैम्पलों की एंटीजन जांच, इसमें 333 पॉजिटिव, इसका मतलब एंटीजन पद्धति से 12 प्रतिशत संक्रमण के आंकड़े दिख रहे।