दुर्ग / शौर्यपथ / अतुल फाउण्डेशन के चेयरमेन व भाजयुमों नेता अतुल पर्वत ने सूरजपूर कलेक्टर रणवीर शर्मा के द्वारा इस कोरोना काल व लॉकडाउन के समय चेकिंग के दौरान इलाज कराने जा रहे यूवक पर थप्पड़ मारकर युवक का मोबाईल को तोडे जाने की घटना की कड़ी शब्दों मे ंनिदंा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार में सरकार से अधिक नौकरशाह हावी है। प्रदेश में फैली इस अराजकता और निरंकुश होते लोकसेवकों के आचरण को लेकर कांग्रेस सरकार हमेशा विवादों में रही है। छत्तीसगढ राज्य मे ंसूरजपूर की ये घटना बेलगाम होते प्रशासन और निरंकुश नौकरशाही का जीवंत उदाहरण है। भाजयुमों इस व्यवहार की कड़ी निदंा करती है। सूरजपूर कलेक्टर का ये आचरण सेवा नीति नैतिकता और सभ्यता के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। सिविल सेवकों को सहानूभूति रखना चाहिए और हर समय समाज को एक उपचारात्मक स्पर्श प्रदान करना चाहिए। जहां एक ओर राज्य की जनता करोना महामारी जैसी विभिषिका का सामना कर रही है। हर इंसान रोजी रोटी के झंझटों के बीच अपनो की जान बचानेकी जुगत मे ंलगा है। ऐसे में कानून और नीति नियमों का पालन करवाने वाले अपना संयम खोकर बेबश जनता पर थप्पड़ और डंडे बरसाते हैँ, तो ये उनका अमानवीय चेहरा उजागर करता है। एक लोकसेवक द्वारा ऐसा आचरण प्रदत्त शक्तियों का दुरूपयोग भाजयुमों कतई स्वीकार नही करेगा। पवर्त ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कलेक्टर को तुरंत हटाये जाने को लेकर उनको साधुवाद भी दिया है।