दुर्ग / शौर्यपथ / कोरोना से संक्रमित होने के बाद मौत के शिकार हुए लोगों के परिवार वालों को 5 लाख रुपए की सहायता राशि जल्द से जल्द उपलब्ध कराने की मांग सामाजिक कार्यकर्ता सुमन शील ने पत्र भेजकर केंद्र एवं राज्य सरकार से की है । पत्र में सुमन शील ने कहा है कि जिन व्यक्तियों की मौत कोरोना के कारण हुई है उनको सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता के एक किस्त की राशि अभी तक मुहैया कराई जानी चाहिए था क्योंकि जाएनेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की धारा-12 में आपदा से मरने वाले लोगों के लिए सरकारी मुआवजे का प्रावधान है उसके बावजूद अभी तक कोरोना संक्रमण को महामारी घोषित करने के बावजूद किसी भी सरकार की ओर से जान गवाने वाले परिवारों को सहायता देना तो दूर उन परिवारों के हालचाल तक नहीं पूछा गया है । वही मरने वालों को अस्पताल से सीधे अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा है. उनका न पोस्टमॉर्टम होता और न डेथ सर्टिफिकेट में किया लिखा जाता है उसकी जानकारी परिवार वालों को नहीं रहता जिससे मुआवजा देते समय में भी कई लोग उसका लाभ नहीं ले पाएंगे उस पर भी ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। केंद्र एवं राज्य सरकार आपसी सामंजस्य बनाकर अधिकारियों को दिशा निर्देश दे कि वह मरने वाले लोगों के डेथ सर्टिफिकेट पर मौत की सही वजह दर्ज करें, जिससे की उनके परिवार को मुआवजा मिल सके और कोई परिवार मुआवजा राशि को पाने से वंचित ना रहे।