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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
रायपुर /शौर्यपथ/
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शाम यहां उनके निवास प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में मंत्रीगण, संसदीय सचिवों और विधायकों के साथ पूज्य परम आलय जी के आशीष वचनों का लाभ उठाया।इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक, संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद, इंद्र शाह मंडावी, यू डी मिंज, रश्मि आशीष सिंह, रेखचन्द जैन, विधायक डॉ विनय जयसवाल, गुलाब कमरो, भुवनेश्वर बघेल, राम कुमार यादव, शैलेष पांडेय, संत कुमार नेताम, डॉ लक्ष्मी ध्रुव, के के ध्रुव, पुरुषोत्तम कंवर, प्रकाश नायक, लालजीत राठिया, मोहित केरकेट्टा सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
ढाई करोड़ से ज्यादा राशि वितरित
महासमुन्द /शौर्यपथ/
जिले में अब तक 730 कोरोना मृत्यु मुआवजे के लिए आवेदन प्राप्त हुए है। जिनमें से 511 प्रकरणों में मुआवजा राशि 50 हजार प्रति प्रकरण के मान से दो करोड़ 55 लाख 50 हजार रुपए वितरित की जा चुकी है।
कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा मृत व्यक्तियों में महासमुन्द विकासखण्ड के 156, बसना विकासखण्ड के 82, बागबाहरा विकासखण्ड के 44, पिथौरा विकासखण्ड के 95 एवं सरायपाली विकासखण्ड के 134 व्यक्ति मृत्यु के परिजनों के आवेदन प्राप्त हुए थे। जिनका नियमानुसार परीक्षण किया गया। वर्तमान में 511 प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है। शेष प्रकरण प्रक्रियाधीन है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन की मुताबिक कोरोना पॉजिटिव आने की 30 दिन के भीतर मृत्यु होने पर मुआवजा राशि देने के निर्देश है। प्राप्त आवेदनों में ज्यादातर मामले संक्रमण से हुई मृत्यु के है।
छत्तीसगढ़ की पारम्परिक धरोहरों, तीज-त्यौहारों को संजोने का कार्य कर रहे मुख्यमंत्री: महापौर
धमतरी /शौर्यपथ/
छत्तीसगढ़ शासन खेल एवं युवा कल्याण विभाग के निर्देशानुसार जिला स्तरीय युवा उत्सव का दो दिवसीय आयोजन का आज रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ आगाज हुआ। कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर नगर निगम के महापौर विजय देवांगन उपस्थित रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के तौर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष नीशु चंद्राकर एवं सदस्य कविता बाबर मौजूद थीं। जिला स्तरीय युवा उत्सव में कुल 609 प्रतिभागी शामिल होंगे, जो विभिन्न विधाओं में अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन करेंगे।
स्थानीय आमातालाब रोड स्थित पंढरीराव कृदत्त इनडोर स्टेडियम में आयोजित युवा उत्सव में मुख्य अतिथि देवांगन ने कहा कि जब प्रदेश में छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री ने बागडोर संभाली है, तब से यहां की विलुप्तप्राय सांस्कृतिक विरासतों, तीज-त्यौहारों को पुनर्जीवन मिल रहा है। उन्होंने न सिर्फ यहां की पम्पराओं को संजोने का कार्य किया, बल्कि इन सबको एक विशिष्ट पहचान दिलाने का भी काम किया। महापौर ने सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए आयोजन की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। जिला पंचायत के उपाध्यक्ष चंद्राकर ने भी अपने उद्बोधन में कहा कि आधुनिकता के दौर में समाज अपनी पुरातन, वैभवशाली धरोहरों को भूलता जा रहा है, ऐसे में प्रदेश के माटीपुत्र मुख्यमंत्री ने इन्हें जिंदा रखने का बीड़ा उठाया, जो आज फलीभूत हो रहा है। इसके पहले, जिला पंचायत की सी.ई.ओ. श्रीमती प्रियंका महोबिया ने जिला स्तरीय युवा उत्सव को लेकर प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों की जानकारी देते हुए बताया कि 38 प्रकार की विभिन्न विधाओं में प्रतिस्पर्धा आयोजित कराई जा रही है, जिसमें चारों विकाखण्ड के प्रतिभागी शामिल हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को खेल-भावना से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने का आव्हान किया। इस अवसर पर खेल अधिकारी श्रीमती उमा राज, डिप्टी कलेक्टर दिव्या पोटाई सहित खेल प्रशिक्षक एवं प्रतिभागी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा 13 एवं 14 दिसम्बर को विकासखण्ड स्तरीय युवा उत्सव आयोजित किया गया, जिसमें दो आयु वर्गों में कुल 38 प्रकार के खेल एवं अन्य विधाओं में प्रतियोगिता कराई गई। इसमें सफल रहे प्रतिभागियों को जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन का अवसर मिला। तदुपरांत विजेता प्रतिभागी संभाग स्तरीय और अंत में राज्य स्तरीय प्रतिस्पर्धाओं में शामिल होकर अपना प्रदर्शन करेंगे। इस संबंध में बताया गया कि आज से दो दिवसीय जिला स्तरीय आयोजन में कुल 609 प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं जिसमें धमतरी विकासखण्ड के 192, कुरूद के 112, मगरलोड के 130 और नगरी विकासखण्ड के 165 प्रतिभागी और 54 ऑफिशियल्स भी हिस्सा ले रहे हैं। इसके अंतर्गत लोकनृत्य, लोकगीत, एकांकी, शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय गायन, शास्त्रीय वादन सहित वक्तृत्व कला विधाओं में प्रतिस्पर्धा आयोजित की जा रही है। इसके अलावा सुआ, पंथी, करमा नाचा, सरहुल, बस्तरिहा लोकनृत्य, राउत नाचा, फुगड़ी, भौंरा, गेड़ी, दौड़/चाल, चित्रकला, वाद-विवाद (तात्कालिक/समसामयिक विषयों पर), क्विज, निबंध आधारित प्रतिस्पर्धाएं कराई गईं। कार्यक्रम में स्थल में आकर्षक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों पर आधारित फूड स्टाल लगाया गया, जहां उपस्थित लोगों ने पारंपरिक व्यंजनों के स्वाद का लुत्फ उठाया।
ऑनलाइन सत्र में ज़िले के 18 शिक्षकों ने किया अपने नवाचार साझा
महासमुंद /शौर्यपथ/
अरविंद सोसाइटी और एच.डी.एफ.सी. बैंक के देशव्यापी कार्यक्रम ‘शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार’ के अंतर्गत चयनित शिक्षकों के नवाचारों को व्यापक रूप से विकसित करने और देश के अन्य विद्यालयों तक पहुंचाने के उद्देश्य से ई-प्रदर्शनी की श्रृंखला की शुरुआत की गई। अरविंद सोसाइटी और समग्र शिक्षा महासमुंद, छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित ई-प्रदर्शनी में ज़िला महासमुंद के 18 शिक्षकों ने शून्य निवेश पर आधारित अपने नवाचारों को देश भर के शिक्षकों के साथ साझा किया। ऑनलाइन सम्मेलन में जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय, जिला मिशन समन्वयक नेहा भेड़िया उपस्थित थे।
इस दौरान शिक्षकों को संबोधित करते हुए अधिकारियों ने कहा कि शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार चयनित शिक्षकों को यह अवसर प्राप्त हुआ है कि वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन बेहतर तरीके से कर रहे है। शिक्षकगण अपनी कक्षाओं में निरंतर प्रयासरत रहते हैं कि कैसे विद्यार्थियों का शिक्षण अधिगम बेहतर किया जा सके और इसलिए वे नित नए नवाचारों को करते हैं। शिक्षा का ज्ञान बांटने से बढ़ता है और इसलिए शिक्षकों को अपना ज्ञान अन्य शिक्षकों और विद्यालयों तक पहुँचाना चाहिए। टी.एल.एम. या नवाचार कठिन विषयों को सरल और रोचक बना देते हैं। इन नवाचारों का कक्षाओं में उपयोग लाभदायक और उपयोगी है। नवाचारों का प्रभाव कभी भी एक विद्यालय तक सीमित नहीं रहता है बल्कि आस-पास के विभिन्न ज़िलों तक पहुँचता है। ज़िले के शिक्षकों का नवाचार पूरे देश तक पहुंचेगा।
शिक्षकों के योगदान और उनके द्वारा विद्यालय में किए जा रहे नवाचारों पर राष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रमुख, अरविंद सोसाइटी अशोक शर्मा, ने कहा, “शिक्षकों के योगदान के बिना देश उन्नति नहीं कर सकता। शिक्षक जब परिवर्तन स्वीकार करते हैं तब वे विद्यार्थियों और समाज को परिवर्तन स्वीकार करने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। नवाचार वह परिवर्तन है जो पूर्व स्थित विधियों और पदार्थ आदि में नवीनता का संचार करता है भारत के शिक्षक शून्य निवेश नवाचारों द्वारा रचनात्मक और रोचक तरीकों से बच्चों को पढ़ा कर शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन ला रहे हैं। ई-प्रदर्शनी में ज़िले के 18 नवाचारी शिक्षकों ने अपने नवाचार ऑनलाइन माध्यम से प्रस्तुत किए।
महासमुंद /शौर्यपथ/
महासमुंद जिले के सरायपाली विकासखण्ड के प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति रिसिकेला के धान उपार्जन केन्द्र केदुवा में समिति के अध्यक्ष श्री तेजराम पटेल द्वारा धान उपार्जन केन्द्र में धान विक्रय के लिए आने वाले कृषकों को स्वयं के व्यय से प्रतिदिन भोजन कराने की शुरुआत 14 दिसम्बर से की गई है।
समिति के अध्यक्ष तेजराम पटेल ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा धान खरीदी में कृषकों को समर्थन मूल्य पर 2500 रुपए प्रति क्विंटल देकर एवं विभिन्न शासकीय योजनाओं के माध्यम से कृषकों का हित संरक्षण एवं संवर्धन किया जा रहा है। जिसे देखकर समिति के अध्यक्ष पटेल ने कृषक भाइयों के हित में स्वयं के व्यय पर धान खरीदी केंद्र में धान बेचने के लिए आने वाले कृषक भाइयों की सहूलियत के लिए केदुवा धान खरीदी केन्द्र में प्रतिदिन उनके भोजन की व्यवस्था करने का निश्चय किया। इससे यहां आने वाले कृषक सदस्य लाभान्वित होंगे और अन्य समितियों, व्यक्तियों को भी कृषक हित के कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी।
इस अवसर पर सहकारी संस्थाएं के उप पंजीयक एस.के. तिग्गा ने धान खरीदी केन्द्र केदुवा में उपस्थित कृषक सदस्यों को भोजन परोसा तथा कृषकों के साथ ही बैठकर भोजन किया। इस दौरान तिग्गा ने धान खरीदी केन्द्र केदुवा का निरीक्षण किया। इस दौरान अंकेक्षण अधिकारी डी.डी. जोगांश सहकारिता विस्तार अधिकारी एम. एल. कोटक, समिति के पूर्व अध्यक्ष तेजराम पटेल, कोमल नायक, समिति के संचालक सदस्य विजय शंकर पटेल, हेमसागर पटेल, नेपाल सिदार, भगत साहू उपस्थित थे। साथ ही सम्मानित कृषक गण ईश्वर नायक ,शिवचरण निषाद, भूषण नायक, नागेश्वर पटेल, रवि प्रसाद पटेल, हरिश्चंद्र पटेल, देव कुमार पटेल, टिकेश्वर पटेल उपस्थित थे।
पुस्तक में गोंड राजाओं के द्वारा धमधा में खुदवाए गए ऐतिहासिक 126 तालाबों की दी गयी है जानकारी
रायपुर /शौर्यपथ/
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज विधानसभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में गोविन्द पटेल के द्वारा लिखित किताब “ छै कोरी, छै आगर तरिया अऊ बूढ़ा नरवा ” का विमोचन किया। इस अवसर पर नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, छत्तीसगढ़ राज्य गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा और संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा भी उपस्थित थे ।
पटेल ने मुख्यमंत्री बघेल को बताया कि इसमें दुर्ग जिले के धमधा विकासखण्ड में गोंड राजाओं के शासनकाल में खुदवाए गए 126 तालाबों की जानकारी प्रकाशित की गई है । जिसमें उन तालाबों के नाम, निर्माण वर्ष, खसरा नंबर, क्षेत्रफल व जलभराव का उल्लेख किया गया है। इस किताब के जरिए प्राचीन काल से चली आ रही जल संरक्षण की परंपरा को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया गया है।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामलों में तेजी देखी जा रही है. मंगलवार को राज्य में 8 नए ओमिक्रॉन संक्रमित मिले. इनमें से अकेले मुंबई में ही 7 मामले सामने आए हैं.
मुंबई /शौरपथ/
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामलों में तेजी देखी जा रही है. मंगलवार को राज्य में 8 नए ओमिक्रॉन संक्रमित मिले. इनमें से अकेले मुंबई में ही 7 मामले सामने आए हैं. इन 8 मरीजों में 3 महिलाएं और 5 पुरुष शामिल हैं जिनकी उम्र 24 से लेकर 41 वर्ष के बीच है. इनमें से 3 मरीजों में कोई लक्षण नहीं हैं जबकि अन्य 5 में भी मामूली लक्षण हैं. शुरुआती जानकारी के अनुसार इनमें से किसी ने भी कभी विदेश यात्रा नहीं की है. एक शख्स बेंगलुरू गया था जबकि दूसरा दिल्ली से लौटा है. मुंबई में मिला एक मरीज राजस्थान का रहने वाला है. इन 8 मरीजों में से दो को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि बाकी के 6 होम आइसोलेशन में हैं. इनके संपर्क में आने वालों को भी ट्रैक कर लिया गया है. इन आठों में 7 ने वैक्सीन लगवाई हुई है जबकि एक का टीकाकरण नहीं हुआ है.
इसके साथ ही राज्य में ओमिक्रॉन संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 28 हो गया है.
मुंबई : 12
पिंपरी चिंचवाड़ - 10
पुणे - 2
कल्याण डोम्बिवली - 1
नागपुर - 1
लातूर - 1
वसई विरार - 1
राज्य में अब तक 9 ओमिक्रॉन संक्रमितों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है जबकि 19 का इलाज चल रहा है.
ओमिक्रॉन वैरिएंट को अधिक संक्रामक माना जाता है. अब तक देशभर के छह राज्यों- महाराष्ट्र (28), राजस्थान (9), कर्नाटक (3), गुजरात (4), केरल (1) और आंध्र प्रदेश (1) और दो केंद्र शासित प्रदेश- दिल्ली (2) और चंडीगढ़ (1) में इसके मामले रिपोर्ट किए गए हैं. इस बीच, सरकार ने कोविड से संबंधित प्रोटोकॉल का पालन करने में ढिलाई के खिलाफ चेतावनी दी है, लोगों से टीकाकरण में देरी नहीं करने का आग्रह किया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि सोमवार (13 दिसंबर) को भारत का कोविड टैली बढ़कर 3,46,97,860 हो गया, जिसमें 7,350 लोग एक दिन में संक्रमित हुए हैं. हालांकि, सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 91,456 रह गई, जो 561 दिनों में सबसे कम है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि वर्तमान के हालात को देखते हुए ऐसे किसी उपाय की आवश्यकता नहीं है
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो उनकी सरकार क्रिसमस और नववर्ष से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन पर रोक लगा सकती है. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान के हालात को देखते हुए ऐसे किसी उपाय की आवश्यकता नहीं है.
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और वह इस मुद्दे पर लगातार विशेषज्ञों से संपर्क बनाए हुए हैं. दिल्ली में अब तक ओमीक्रोन स्वरूप के दो मरीज सामने आए हैं. ''दिल्ली की योगशाला'' पहल के उद्घाटन कार्यक्रम से इतर मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, '' अगर जरूरत पड़ेगी तो हम प्रतिबंध लगाएंगे. वर्तमान में, प्रतिबंधों की कोई आवश्यकता नहीं है. हम लगातार विशेषज्ञों के संपर्क में हैं और अगर दिल्लीवासियों की सुरक्षा के लिए कोई प्रतिबंध लगाने की जरूरत पड़ी, तो हम ऐसा करेंगे.''
उन्होंने कहा, '' सरकार पूरी तरह तैयार है. मैंने ऑक्सीजन आपूर्ति, बिस्तर और दवाओं के संबंध में कई समीक्षा बैठक की है. हम दिल्ली में ओमीक्रोन संकट नहीं चाहते, लेकिन अगर ऐसा कुछ होता है तो हम तैयार हैं.''
स्पोर्ट्स /शौर्यपथ/
विराट कोहली, ने आखिकार कंफर्म किया है कि वो साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए हमेशा से उपलब्ध थे.
विराट कोहली, ने आखिकार कंफर्म किया है कि वो साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए हमेशा से उपलब्ध थे. मीडिया से बात करते हुए कोहली ने उन लोगों को फटकार लगाई है जिन्होंने ऐसी खबरें बनाई है. कोहली ने कहा, मैं पहले भी था और मैं इस समय चयन के लिए उपलब्ध हूं, आपको मुझसे ये सवाल नहीं पूछने चाहिए, आपको उन लोगों से पूछना चाहिए जो ये कहानियां लिख रहे हैंह वे विश्वसनीय नहीं हैं - मैं हमेशा वनडे मैच खेलने के लिए उत्सुक था."
कोहली ने वनडे की कप्तानी को लेकर भी बात की औऱ कहा कि, टेस्ट टीम के चयन से 1.5 घंटे पहले मुझले संपर्क किया गया था और मुझे 5 चयनकर्ताओं ने कहा था कि मैं वनडे टीम टीम की कप्तानी नहीं करूंगा.
कोहली ने बताया कि वो अपने दायित्वों के प्रति ईमानदार रहे हैं, मैंने अपनी क्षमता के अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. बल्लेबाजी के बारे में मुझे लगता है कि जब आपने लंबे समय तक कुछ अच्छा किया है, तो आप जानते हैं कि आपको क्या करने की जरूरत है.'
कोहली ने रोहित शर्मा के साथ अनबन वाली खबरों को बकवास बताया है. अपने बयान में कोहली ने कहा कि हमारे बीच ऐसा कभी नही था. कोेहली ने कहा कि मैं इसपर सफाई देने से थक गया हूं. हमारे बीच ऐसा कभी कभी नहीं रहा है. कोहली ने कहा कि मेरा हमेशा से टीम को लेकर आगे बढ़ा हूं और हमेशा ऐसा करता रहूंगा. मेरा कोई भी एक्शन टीम को नीचे गिराने के लिए नहीं होगा.
अन्य खबर /शौर्यपथ /
शैलेंद्र प्रताप सिंह के पिता ने कहा, "मेरा बेटा अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन अब सीआरपीएफ जवानों के रूप में हमारे कई बेटे हैं जो सुख-दुख में हमेशा हमारे साथ खड़े रहते हैं."
सीआरपीएफ जवानों का एक समूह सोमवार को कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन की शादी में शामिल हुआ, जो पिछले साल पुलवामा में एक आतंकवादी हमले में शहीद हो गए थे. जब वह ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे तब वह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 110वीं बटालियन में तैनात थे. , कॉन्स्टेबल सिंह के सहयोगी उत्तर प्रदेश में उनकी बहन ज्योति की शादी में पहुंचे और उन फर्ज़ को पूरा किया जो आमतौर पर दुल्हन के भाई निभाते हैं.
सीआरपीएफ द्वारा ट्विटर पर शेयर की गई तस्वीरों से पता चलता है कि 'वर्दी में पुरुष' दुल्हन को मंडप तक ले गए - एक ऐसा कार्य जो आमतौर पर भाइयों द्वारा किया जाता है. ट्वीट में कहा गया, "बड़े भाइयों के रूप में, सीआरपीएफ के जवान कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन के विवाह समारोह में शामिल हुए." इसमें कहा गया, "110 बटालियन सीआरपीएफ के कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह ने पुलवामा में आतंकवादी हमले का बहादुरी से जवाब देते हुए 05/10/20 को सर्वोच्च बलिदान दिया."
सीआरपीएफ जवानों ने दुल्हन को आशीर्वाद दिया और शादी में उपहार दिए. शैलेंद्र प्रताप सिंह के पिता ने कहा, "मेरा बेटा अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन अब सीआरपीएफ जवानों के रूप में हमारे कई बेटे हैं जो सुख-दुख में हमेशा हमारे साथ खड़े रहते हैं."
पिछले साल अक्टूबर में, आतंकवादियों ने श्रीनगर के बाहरी इलाके में एक राजमार्ग पर ड्यूटी पर तैनात सीआरपीएफ कर्मियों पर गोलियां चलाईं. हमले में सीआरपीएफ के कम से कम दो जवान शहीद हो गए और पांच घायल हो गए. आतंकवादियों ने उस समय हमला किया जब सीआरपीएफ के जवान, जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ, 5 अक्टूबर को पंपोर बाईपास पर सड़क खोलने का अभियान चला रहे थे.
सीआरपीएफ के बयान में कहा गया, "जेकेपी के साथ सीआरपीएफ की 110 बटालियन के जवान आरओपी कर रहे थे, जिस दौरान अज्ञात आतंकवादियों (12:50 घंटे) ने जवानों पर गोलियां चलाईं. इस घटना में सीआरपीएफ के कुल 05 जवान घायल हो गए थे और उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया गया."
रायपुर /शौर्यपथ/
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर किया नमन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहाँ अपने निवास कार्यालय में देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री भारतरत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया।
बघेल ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सरदार पटेल ने अग्रणी भूमिका निभाई। स्वतंत्रता के लिए किये संघर्ष के दौरान उन्होंने कई आंदोलनों को कुशल नेतृत्व प्रदान किया। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद उन्होंने देशी रियासतों का भारतीय संघ में विलय कर देश के एकीकरण में अविस्मरणीय योगदान दिया। अपने फ़ौलादी इरादों के कारण वे लौह पुरुष के नाम से जाने जाते हैं।
वायुसेना के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसकी जानकारी दी गई. ट्वीट के मुताबिक, कैप्टन वरुण सिंह ने आज सुबह आखिरी सांस ली. वो 8 दिसंबर को हुए IAF Mi-17V5 हेलीकॉप्टर क्रैश में बुरी तरह जख्मी हो गए थे.
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
भारतीय वायुसेना ने बुधवार को जानकारी दी है कि वायुसेना के चॉपर क्रैश में ज़ख्मी हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बेंगलुरु के एक सैन्य अस्पताल में निधन हो गया है. इस दुर्घटना में वो आखिरी सर्वाइवर थे. वायुसेना के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसकी जानकारी दी गई. ट्वीट के मुताबिक, कैप्टन वरुण सिंह ने आज सुबह आखिरी सांस ली. वो 8 दिसंबर को हुए IAF Mi-17V5 हेलीकॉप्टर क्रैश में बुरी तरह जख्मी हो गए थे. कैप्टन वरुण सिंह को इसी साल अगस्त में शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था.
IAF ने एक ट्वीट में कहा, 'भारतीय वायुसेना गहरे दुख के साथ सूचित कर रहा है कि 8 दिसंबर, 2021 को हेलीकॉप्टर हादसे में घायल हुए साहसी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का आज निधन हो गया. भारतीय वायुसेना शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देती है और उनके साथ दृढ़ता से खड़ी है.'
कैप्टन वरुण सिंह के निधन की खबर आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उनके दुख पर शोक जताया. उन्होंने कहा कि 'ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने देश की सेवा पूरे गर्व, साहस और प्रोफेशनलिज्म के साथ की. उनके गुजरने पर मुझे गहरा क्षोभ है. देश के लिए उनकी अदम्य सेवा को कभी भुलाया नहीं जाएगा. उनके परिवार और मित्रगणों को सांत्वनाएं. ओम् शांति.'
बता दें कि 8 दिसंबर को वायुसेना का एक चॉपर 14 लोगों को लेकर जा रहा था. इस चॉपर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी सवार थे. तमिलनाडु के कुन्नूर में नीलगिरि की पहाड़ियों में अचानक ये चॉपर क्रैश हो गया, इसमें उसी दिन 13 लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन कैप्टन वरुण काफी हद तक जलने के बावजूद जिंदगी के लिए लड़ते रहे. उनका उस दिन से इलाज चल रहा था, लेकिन आज उनका निधन हो गया.
भारत की आज़ादी की लड़ाई और स्वतंत्रता के बाद समूचे देश को एकजुट करने में सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान अविस्मरणीय है.
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारतरत्न' से नवाज़े गए 'लौहपुरुष' सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि के अवसर पर कई नेताओं ने उन्हें याद किया और श्रद्धांजलि अर्पित की. भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात के नाडियाद में हुआ था. वह पेशे से वकील थे, लेकिन मंझे हुए राजनीतिज्ञ और स्वतंत्रता सेनानी के तौर पर ज़्यादा जाने गए.
भारत की आज़ादी की लड़ाई और स्वतंत्रता के बाद समूचे देश को एकजुट करने में उनका योगदान अविस्मरणीय है. वर्ष 1991 में भारत सरकार ने उन्हें मरणोपरांत 'भारतरत्न' से सम्मानित किया था. सरदार वल्लभभाई पटेल ने पूरा जीवन देश की सेवा में समर्पित कर दिया था. उनका देहावसान 15 दिसंबर, 1950 को हुआ था, जब वह 75 वर्ष के थे.
सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि “सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी पुण्य तिथि पर नमन. उनकी महान सेवा, उनके प्रशासनिक कौशल और हमारे राष्ट्र को एकजुट करने के अथक प्रयासों के लिए भारत हमेशा उनका आभारी रहेगा.”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने KOO पर पोस्ट करते हुए लिखा कि माँ भारती के अनन्य उपासक, भारतीय गणराज्य के शिल्पकार, 'भारत रत्न' लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि. 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत-अखण्ड भारत' के निर्माण हेतु समर्पित आपका सम्पूर्ण जीवन सभी भारतवासियों के लिए एक महान प्रेरणा है.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पोस्ट करते हुए लिखा कि महान देशभक्त ”भारत रत्न” लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन. भारत की एकता, अखंडता एवं राष्ट्रीय स्वाभिमान के लिए सरदार पटेल का योगदान, हम सभी के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा. कृतज्ञ राष्ट्र उनका वंदन करता है.
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने KOO में पोस्ट करते हुए श्रद्धांजलि की ओर लिखा कि राष्ट्रीय नवभारत के विमान 'लौह पुरुष' भारत रत्न वल्लभ भाई पटेल जी को स्थिति पर खराब.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने पोस्ट करते हुए लिखा कि सरदार वल्लभभाई झावेरभाई पटेल जी को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि, जिन्होंने साल 1947 से 1950 तक भारत के पहले उप प्रधान मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दी. भारत के राजनीतिक एकीकरण और साल 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान गृह मंत्री के रूप में भी काम किया.