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भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई इस्पात संयंत्र ने मंगलवार 14 सितम्बर को मानव संसाधन विकास केन्द्र के सभागार में हिन्दी दिवस का आयोजन किया। इस आयोजन में मुख्य अतिथि संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता थे। इस अवसर पर विषिष्ट अतिथि के रूप में संयंत्र के कार्यपालक निदेशक माइन्स एवं रावघाट, मानस बिस्वास, कार्यपालक निदेषक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ एस के इस्सर, कार्यपालक निदेशक सामग्री प्रबंधन राकेश, कार्यपालक निदेशक परियोजनाएँ ए के भट्टा, कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन एस के दुबे, कार्यपालक निदेशक वक्र्स अंजनी कुमार मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि अनिर्बान दासगुप्ता तथा उपस्थित कार्यपालक निदेषकों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। उपस्थिति अतिथियों का महाप्रबंधक संपर्क एवं प्रशासन तथा जनसंपर्क जेकब कुरियन द्वारा पुस्तक भेंट कर किया गया। उप महाप्रबंधक संपर्क एवं प्रशासन एवं राजभाषा प्रभारी सौमिक डे द्वारा स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया गया। इस दौरान केन्द्रीय गृहमंत्री व सहकारिता मंत्री अमित शाह तथा केन्द्रीय इस्पात मंत्री आर सी पी सिंह, केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते तथा सेल चेयरमेन श्रीमति सोमा मण्डल के संदेशों का भी वाचन किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि देश की प्रगति को आम जनता तक पहुंचाने के लिये हमें आमजनों के भाषा का प्रयोग करना होगा और वह भाषा है हिंदी। हिंदी भारत की सर्वाधिक बोली व समझी जाने वाली भाषा है। हमें सरल हिंदी का प्रयोग करना चाहिए साथ ही हमें क्लिष्ट हिंदी के प्रयोग से बचना चाहिए। हिंदी हमारे राष्ट्रीय एकता को सशक्त करती है। हिंदी की विशेषता यह है कि जैसे इसका उच्चारण किया जाता है वैसे ही इसे लिखा जाता है। आज यूनिकोड के माध्यम से कम्प्यूटर में भी हिंदी में काम करना आसान हो गया है। उन्होंने अपने उदबोधन में आगे कहा कि हमें त्रिभाषा फॉमूला का प्रयोग करना चाहिए हिंदी के साथ-साथ हमें अपने मातृभाषा को भी सीखना चाहिए। हिंदी के साथ-साथ हमें क्षेत्रीय भाषाओं का भी सम्मान करना चाहिए।
अपने उद्बोधन में बीएसपी के योगदान को रेखांकित करते हुए अनिर्बान दासगुप्ता ने आगे कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र हिन्दी के प्रयोग में सदैव ही अग्रणी रहा है। हिंदी के प्रचार-प्रसार में बीएसपी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। आज सैप जैसे सॉफ्टवेयर में भी हिन्दी में नोटशीट लिखने की सुविधा का लाभ उठाया जा रहा है। हिंदी के प्रचार-प्रसार में अपनी ऊर्जा लगाये, अपना पुरा काम हिंदी में करें।
इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन, एस के दुबे ने अपने उद्बोधन में कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र विगत कई दशकों से राजभाषा हिंदी के प्रयोग में अग्रणी रहा है। भिलाई के राजभाषा प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर अनेक बार सम्मानित किया गया है।
कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रबंधक राजभाषा जितेन्द्र मानिकपुरी और धन्यवाद ज्ञापन एजीएम पर्यावरण श्रीमति बी अनुराधा ने किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में राजभाषा विभाग के श्री रामविषाल, धनंजय मेश्राम, मनोज सोनी, श्रीमति नितिशा साहू, रामखिलावन ने विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।
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