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एक ही बिल्टी पर कई कई ट्रीप मारने के चक्कर में ले रहे है लोगों की जान
आरटीओ और ट्राफिक कैसे लगाये इनके गति पर लगाम, हर महिना आने वाली लक्ष्मी ने बांध रखे हैं इनके हाथ
दोपहिया वाहनों पर घौंस जमा चालान काटने वाली पुलिस क्यों नही करती बड़े वाहनों पर कार्यवाही
भिलाई / शौर्याथ / तीन दिन के ही अंतरात में आज एक फिर हाईवा ने एक को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया। अभी पिछले तीन दिन पहले ही अहिवारा रोड पर बागडूमर के पास एक हाईवा ने एक दम्मति को ठोकर मातरे हुए एक महिला को कुचल दिया था और आज दोपरह साढे 12 बजे बोरसी रोड में बोरसी तालाब के पास एक हाईवा ने अपने दो पहिया वाहन से जा रहे एक 16 वर्षीय किशोर को कुचल कर यमलोक पहुंचा दिया। हुडको निवासी मृतक अर्पित चांदू अपनी मां को बोरसी स्थित स्कूल छोड़कर घर लौट रहा था इसी दौरान सामने से अत्यधिक तेज गति में आ रहे हाईवा वाहन क्रमंाक सीजी 07 डी 7269 के चालक ने लापरवाही पूर्वक चलाते हुए कुचल दिया और उसके बाद गाड़ी को छोड़कर फरार हो गया। गंभीर घायल अवस्था में किशोर को जिला अस्पताल ले जाया गया। परीक्षण के पश्चात डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया । पुलिस द्वारा आरोपी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर वाहन जप्त कर लिया है।
हाईवा द्वारा लोगों को कुलचने का प्रमुख जिम्मेदारी आरटीओ विभाग और पुलिस विभाग
पिछले कई सालों का रिकार्ड देखा जाये तो सबसे अधिक लोगों की हाईवा से कुचलने पर मौत हो गई है। दुर्ग-भिलाई के शहरी एवं इससे लगे ग्रामीण क्षेत्रों में हाईवा कुछ सालों से यमराज बन कर घूम रहे है और कुसमय लोगों को कुचल कर मौत के घाट उतार रहे हैं। इनके तेज गति पर आरटीओं और ट्राफिक पुलिस लगाम लगाने में असफल इसलिए है कि इन दोनों विभाग को इन हाईवा के संचालकों द्वारा हर माह लक्ष्मी प्राप्त हो जाती है, जिसके कारण इन दोनो विभागके हाथ बंधे हुए है,इसलिए आरटीओं और पुलिस वालें इन वाहनों पर लगाम नही लगा रहे है। लोग मरे तो मरे, इन दोनो विभाग को लोगों की जान की परवाह नही है बल्कि केवल इनको अपने मंथली से मतलब है। इसलिए सडक पर यमदूत बनकर दौड़ रही इन हाईवा में जीपीएस सिस्टम लगा है कि नही, और फिटनेस से लेकर बाकी किसी भी चीज पर आरटीओ द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है। जिले के जितने भी हाईवा है, उसमें से 95 प्रतिशत हाईवा केवल अवैध कारोंबार में लिप्त है, और ये एक बिल्टी पर दिन रात मुरम, रेती, गिट्टी से लेकर अन्य खनिजों को ढुलाई करते है इनके बिल्टी कोरा रहता है, इसमें न तो समय रहता है और ना तो तारीख। जब कोई घटना दुर्घटना हो जाता है तो उसमें समय व दिनांक डालकर थाने में उसको दिखा देते है। ये सभी कार्य हाईवा वालों द्वारा अधिकंातर अवैध खनिजों को जिस रास्ते से ढुलाई करते है, उन रास्ते में पढने वाले खनिज चौकी, पुलिस थाना और आरटीओं से पूरी सेटिंग के साथ धड़ल्ले से आपा धापी में ज्यादा ट्रीप लगाने और माल पहुंचाने के लिए अत्यंत ही तेज गति से हाईवा के ड्रायवर चलाते है, और रास्ते में कोई भी आये सीधे कुचलते हुए निकल लेते है।
देर रात तक ट्राफिक पुलिस बंद करे हाईवा और भारी वाहनों का परिचालन नही तो जाती रहेग ऐसे ही जान
जिले के पुलिस कप्तान बदलने के बाद लोगों की उम्मीद जागी थी कि इस व्यवस्था में कुछ सुधार होगा लेकिन इस मामले में कोई सुधार नही बल्कि और इनकी गतिविधियां और तेज हो गई है। पहले दिन में एक निश्चित समय तक हाईवा सहित भारी वाहनों के परिचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था लेकिन तत्कालीन एएसपी एस बी सिंह ने लोगों की जान की परवाह किये बिना फिर इन हाईवा और भारी वाहनों के किसी भी समय परिचालन की अनुमति दे दी थी, जिसका खामियाजा आज आम जनता भुगत रही है, और इनके कारण आज लोग इनकी चपेट में आकर मौत के मुंह में समा रहे है, किसी का जवान बेटा बेटी को किसी का माता पिता खो रहे है। हमारी सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग बनाया गया था लेकिन ये कुछ सालों से देखने में मिल रहा है कि ये आम लोगों की सुरक्षा छोडकर केवल अमीरों की जी हुजूरी करते है और कानूनी कार्यवाही भी उन्ही के हिसाब से करते है।
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