दुर्ग । शौर्यपथ । दुर्ग जिले के प्रभारी मंत्री द्वारा आज छत्तीसगढ़ सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धि बताते हुए कहा कि 27 लाख परिवारों को मनरेगा के तहत कार्य दिया गया एवम मनरेगा के तहत धान खरीदी केंद्र में मंच बनाया गया । स्वक्षता अभियान में छत्तीसगढ़ का स्तर बढ़ा । यूनिवर्सल सिस्टम के तहत सभी नागरिकों को राशनकार्ड उपलब्ध कराने का कार्य किया । 56 लाख परिवारों को 5 लाख व 9 लाख परिवारों को 50 रुपये की खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना के तहत इलाज की सुविधा दी गई । 541 नए चिकित्सको की भर्ती कर स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने में सार्थक पहल की गई । कोरोना काल मे छत्तीसगढ़ के हर ब्लॉक स्तर पर क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया । गोधन योजना के तहत एक असंभव कार्य को जमीनी स्तर पर सफल करने में छत्तीसगढ़ शासन सफल रहा व इन योजना से अनेकों परिवारों की आय में वृद्धि हुई ।
शिक्षा के क्षेत्र में भी सरकार ने नए शिक्षकों की भर्ती के साथ हज़ारों शिक्षकों के संविलयन का कार्य किया गया। आदिवासियों की भूमि को अधिग्रहण मुक्त करते हुए बस्तर के किसानों की 1764.61 हेक्टयर भूमि को किसानों को वापस की गई । राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत 19 लाख से अधिक किसानों को 4500 करोड़ का भुगतान तीन क़िस्त में किया गया शेष चौथे क़िस्त 1250 करोड़ का भुगतान शीघ्र किया जाएगा । चिटफंड कंपनी में डूबे पैसे को वापस दिलाने का कार्य छत्तीसगढ़ सरकार ने किया ।
सिंचाई के क्षेत्र में सरकार ने सभी छोटे बड़े नालों को पुनर्जीवित करने एवम जल संरक्षण व भूजल संवर्धन के लिए विकास कार्यक्रम चलाया । किसानों के लिए 6000 यूनिट से 7500 यूनिट तक बिजली की छूट दी गई । वही अनुसूचित जाति जनजाति को पूरी बिजली निशुल्क दी गई । जिन ग्रामो में बिजली नही पहुंचा वह सोलर पम्पो की स्थापना की गई जिनकी संख्या 25000 से अधिक है ।
57 नए पशु औषधालय की स्थापना की गई व मछली पसलन को खेती का दर्जा दिया गया ।