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नई दिल्ली / शौर्यपथ / भारत में इन दिनों मोबाइल फोन से चीनी ऐप हटाने का दावा करने वाला ''रिमूव चाइना ऐप'' काफी लोकप्रिय हो रहा है. कुछ ही हफ्तों में इसे 50 लाख से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है.यह ऐप, देश में भारत-चीन सीमा पर बढ़ते तनाव और चीन के वुहान से फैलनी शुरू हुई कोविड-19 महामारी चलते आम जनजीवन को हो रहे नुकसान से पनप रही चीन विरोधी भावनाओं के बीच लोकप्रिय हो रहा है. पिछले महीने की 17 तारीख को जारी किये गए ''रिमूव चाइना ऐप'' जरिये टिकटॉक, यूसी ब्राउजर जैसे कथित चीनी ऐप को डिलीट किया जा सकता है. गूगल प्ले स्टोर पर इसे 1.89 लाख रिव्यू और 4.9 स्टार मिले हैं.
ऐप को बनाने वाले ''वन टच ऐप लैब्स'' का दावा है कि इसे शैक्षिक उद्देश्यों के लिये बनाया गया है ताकि किसी ऐप को बनाने वाले देश का पता लगाया जा सके.कंपनी की वेबसाइट के अनुसार वह जयपुर में स्थित है. डेवलपर्स व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए ऐप का उपयोग करने का इरादा नहीं रखते हैं.
रांची / एजेंसी / झारखंड में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 51 नये मामले सामने आने से राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 712 पर पहुंच गयी है. स्वास्थ्य विभाग की देर रात जारी रिपोर्ट के अनुसार झारखंड में 51 नये मामले सामने आये जिन्हें मिलाकर कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 712 पर पहुंच गयी. कल देर शाम तक राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 661 बतायी गयी थी. आज 51 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या 712 हो गयी. रिपोर्ट के अनुसार राज्य में 712 संक्रमितों में से 499 प्रवासी मजदूर हैं जो देश के विभिन्न भागों से राज्य में वापस अपने घरों को लौटे हैं.
राज्य में 712 संक्रमितों में से अब तक 296 लोग ठीक होकर अपने घरों को लौट चुके हैं. इसके अलावा 411 अन्य संक्रमितों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है. जबकि पांच अन्य की मौत हो चुकी है. पिछले चैबीस घंटे में सरकारी प्रयोगशालाओं में कुल 1567 नमूनों की जांच हुई जिनमें 48 लोग संक्रमित पाये गये जबकि निजी प्रयोगशालाओं में 90 नमूनों की जांच में तीन व्यक्ति संक्रमित पाये गये.
वॉशिंगटन / शौर्यपथ / अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बुधवार को कई मुद्दों को लेकर बातचीत हुई, जिस दौरान उन्होंने बताया कि उनका देश भारत को दान में दिए 100 वेंटीलेटर्स की पहली खेप अगले हफ्ते भेजने के लिए तैयार है. व्हाइट हाउस ने बताया कि ट्रंप ने मंगलवार को मोदी से बात की और दोनों नेताओं ने G7 सम्मेलन, कोविड-19 से निपटने और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा की.
व्हाइट हाउस ने टेलीफोन पर हुई बातचीत के बारे में बयान जारी कर बताया, ‘राष्ट्रपति को घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि अमेरिका अगले हफ्ते भारत को दान में दिए 100 वेंटीलेटर्स की पहली खेप भेजने के लिए तैयार है.' इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा था कि उनकी उनके ‘मित्र' ट्रंप से गर्मजोशी के साथ और सार्थक बातचीत हुई. उन्होंने कहा, ‘हमने G-7 की अमेरिका की अध्यक्षता के लिए उनकी योजनाओं, कोविड-19 वैश्विक महामारी और कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-अमेरिका चर्चाओं की मजबूती और गहराई कोविड-19 के बाद की वैश्विक संरचना में एक महत्वपूर्ण स्तंभ होगी. ट्रंप ने G-7 समूह की अध्यक्षता के बारे में जानकारी दी और समूह का दायरा बढ़ाने की इच्छा जताई ताकि भारत सहित महत्वपूर्ण देशों को इसमें शामिल किया जा सके.
बयान में कहा गया है, ‘इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका में आयोजित होने वाले अगले G-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए निमंत्रण दिया.'
मोदी ने ट्रंप के ‘रचनात्मक और दूरदर्शी रूख' की सराहना की और कहा कि कोविड-19 के बाद दुनिया की बदली हकीकत को ध्यान में रखते हुए इस तरह का बड़ा मंच जरूरी होगा. मोदी ने कहा कि भारत, अमेरिका और अन्य देशों के साथ मिलकर प्रस्तावित शिखर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए काम करके खुश होगा. बयान में कहा गया कि पीएम मोदी ने ‘अमेरिका में चल रही आंतरिक अशांति' पर चिंता जाहिर की और स्थिति के जल्द सामान्य होने की उम्मीद जताई.
PMO ने कहा, ‘दोनों नेताओं ने दोनों देशों में कोविड-19 की स्थिति, भारत-चीन सीमा पर स्थिति और विश्व स्वास्थ्य संगठन में सुधार की जरूरत जैसे मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया.'
ट्रंप ने इस साल फरवरी में भारत की यात्रा को याद किया तो पीएम मोदी ने कहा कि यह यात्रा कई मायने में ऐतिहासिक और यादगार रही और इससे द्विपक्षीय संबंधों में नए आयाम जुड़े.
नई दिल्ली /शौर्यपथ / कांग्रेस नेता अलका लांबा ने मध्य प्रदेश के रीवा जिले से बीजेपी विधायक राजेंद्र शुक्ला द्वारा बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद से श्रमिकों को लाने के लिए मदद मांगने पर जोरदार हमला बोला. विधायक ने मुंबई में फंसे मध्य प्रदेश के रीवा और सतना जिले के निवासियों की सूची बनाकर ट्वीट करते हुए सोनू सूद से मदद मांगी. इसी को लेकर कांग्रेस नेता अलका लांबा का कहना है कि देश और राज्य में इनकी ही पार्टी की सरकार होते हुए भी सोनू सूद से मदद मांग रहे हैं. इतना ही नहीं, अलका लांबा ने इस्तीफा देने तक की बात कह डाली.
अलका लांबा ने बीजेपी विधायक के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, ''आंखों पर यकीन नहीं होता कि जो खुद विधायक और पूर्व में मंत्री भी रहा, मध्यप्रदेश और देश में इन्हीं की सरकार है, मुख्यमंत्री/प्रधानमंत्री इन्हीं की पार्टी के हैं, महाराष्ट्र में भी इनके सांसद और विधायक हैं, फिर भी मदद सोनू सूद से मांग रहे हैं, थोड़ी भी शर्म हो तो इस्तीफ़ा देकर घर बैठ जाओ, बेहतर होगा.''
बताते चले कि बीजेपी विधायक राजेंद्र शुक्ला ने अपने ट्वीट में लिखा था कि सोनू सूद जी ये रीवा/सतना मप्र निवासी काफी दिनों से मुंबई में फंसे हुए हैं और अभी तक वापस नहीं पहुंच पाए हैं. कृपया इनको लाने में हमारी मदद करें. इसी ट्वीट में उन्होंने न सिर्फ विधायक बल्कि राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र किया. फिलहाल, इससे पहले भी अलका लांबा बीजेपी की कमियों पर सवाल उठाती रही हैं.
नई दिल्ली / शौर्यपथ / चक्रवाती तूफान निसर्ग आज दोपहर 1 बजे से 3 बजे के बीच अलीबाग के दक्षिण किनारे पहुँचेगा. अभी यह मुम्बई से 190किलोमीटर और अलीबाग से 140 किलोमीटर दूर है. एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने बताया कि यह एक विकराल तूफान है जिसमें हवा की रफ्तार 90 से 100 किलोमीटर तक जा सकती है. फिलहाल इस बात से राहत है कि इसकी रफ्तार अम्फान से कम होगी. वहीं मौसम विभाग जो इस तूफान पर लगातार नजर बनाए हुए, उसकी ओर कहा गया है कि 12 घंटे में यह एक विकराल चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा. यह तूफान आज दोपहर के बाद महाराष्ट्र. गुजरात और दमन के तट से टकाएगा. महाराष्ट्र में इसका असर रायगढ़ में ज्यादा देखने को मिल सकता है.
उधर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिमी समुद्री तट की ओर बढ़ रहे चक्रवाती तूफान निसर्ग के मद्देनजर गुजरात और महाराष्ट्र में की जा रही तैयारियों का सोमवार को जायजा लिया. इसके साथ ही उन्होंने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए हर संभव केंद्रीय मदद का भरोसा दिया.
चक्रवाती तूफान के उत्तर कोंकण के किनारे आने के अनुमान के चलते NDRF की टीमें संभावित इलाकों में तैनात कर दी गई हैं. मुम्बई, ठाणे के साथ पालघर में भी रेड अलर्ट जारी किया गया है. पालघर में NDRF की दो टीमें तैनात की गई हैं. साथ ही मछुआरों को भी अपनी नाव वापस लाने को कहा गया है. बीएसमी ने ट्विटर के माध्यम से जानकारी दी है कि सभी लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया.
हालांकि तूफान का असर बाकी राज्यों जैसे दिल्ली, हरियाणा, पंजाब राजस्थान, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में नहीं पड़ेगा. मौसम विभाग का कहना है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि मौजूदा पश्चिमी विक्षोभ और तेज हवाओं का असर काफी कम हो जाएगा. उन्होंने कहा कि एक जून से तीन जून तक दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है.
लाइफस्टाइल / शौर्यपथ / आयुर्वेद में नीम का प्रयोग प्राचीन काल से ही औषधि के रूप में किया जा रहा है। नीम कई गुणों से भरपूर है। इससे कई तरह के रोग साधे जा सकते हैं। इतना ही नहीं नीम की पत्तियां मौसमी संक्रमण से भी बचाती है। नीम त्वचा संबंधित सभी बीमारियों को भी दूर करता है। नीम से 40 प्रकार की गंभीर बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। नीम खाने से शरीर का खून भी साफ होता है, लेकिन क्या आज दुनियाभर में फैल रही संक्रामक महामारी कोविड-19 के इलाज में नीम एक असरदार औषधि मानी जा सकती है, आइए इस बारे में जानते हैं -
कोरोना वायरस के लिए आयुर्वेदिक औषधि नीम पर शोध
नीम का पावडर, नीम का तेल या नीम का पेस्ट बनाकर किसी भी तरह के संक्रमण पर लगा सकते हैं। इसी तर्ज पर कोरोना महामारी के संक्रमण से बचने के लिए आयुर्वेदिक औषधियों पर भी कई तरह के शोध किए जा रहे हैं। इन्हीं में से एक शोध किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी द्वारा नीम पर किया जा रहा है, जिसमें यह जानने की कोशिश की जा रही है कि नीम में मौजूद तत्व कोरोना वायरस पर क्या प्रभाव डालते हैं? आयुर्वेदिक डॉक्टरों के अनुसार, नीम में कई ऐसे गुण मौजूद हैं, जो कोरोना महामारी से बचाव कर सकते हैं।
डॉक्टरों ने उम्मीद जताई है कि कोरोना से बचने के लिए बहुत जल्द ही नीम का इस्तेमाल अधिक मात्रा में लोगों के द्वारा किया जाने लगेगा। नीम की पत्ती, छाल, नीम की गोलियां, नीम का तेल और नीम के दातुन का उपयोग संक्रमण रोकने के लिए किया जा सकता है, जिस पर फिलहाल कई प्रयोग चल रहे हैं। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने नीम पर शोध के लिए खास प्रोजेक्ट तैयार किया है।
ये है नीम की खासियत
नीम में तीन कम्पोनेंट्स - हाइप्रोसाइड, मिम्बाफ्लेवोन और रूटीन होते हैं, जिसमें से हाइप्रोसाइड कम्पोनेंट कोरोना वायरस से लड़ने में सबसे अधिक सक्षम माना जा रहा है। जो लोग नीम का अब तक अधिक उपयोग नहीं करते आए हैं, उन्हें नीम का सेवन शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि नीम मे एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। नीम से इम्यूनिटी भी बढ़ती है।
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए रोज पिएं नीम का काढ़ा
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए नीम का काढ़ा पिया जा सकता है। यह हर प्रकार से शरीर के लिए स्वास्थ्यवर्धक होगा। नीम की पत्ती के सेवन से कैंसर जैसी बीमारियां भी ठीक की जा सकती हैं। कोरोना एक आरएनए वायरस है, जो रिसेप्टर के जरिए इंसानों में प्रवेश करता है। नीम में मौजूद मुख्य तत्व हाइप्रोसाइड शरीर की कोशिकाओं में मौजूद रिसेप्टर को खत्म करने का काम करता है। इससे कोरोना वायरस के फैलने की आशंका कम हो जाएगी। नीम के काढ़े के सेवन से कोरोना वायरस संक्रमण शरीर में फैलने में सक्षम नहीं हो पाएगा, साथ ही स्वस्थ कोशिकाओं पर इसका कोई असर नहीं हो पाएगा।
घर पर ऐसे बनाएं नीम की पत्तियों का काढ़ा
नीम का काढ़ा बनाने के लिए एक कटोरे में दो कप पानी डालकर 15 से 20 नीम की पत्तियां डालकर उबालें, जब तक यह पानी आधा नहीं हो जाता। यह ज्यादा कड़वा होता है इसलिए बेहतर स्वाद के लिए उबालते समय इसमें थोड़ा नमक भी डाल सकते हैं। इस काढ़े को यदि कोरोना संक्रमित व्यक्ति को पिलाया जाए तो उसके जल्दी ही ठीक होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं, इसके अलावा डायबिटिक मरीज के लिए भी यह एक असरदार औषधि है। आयुर्वेदिक डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को यदि शुरुआत से ही नीम की पत्तियों का काढ़ा पिलाते हैं, तो बीमारी गंभीर रूप नहीं लेगी।
खाना खजाना / शौर्यपथ / भिंडी बनाने के कई तरीके हैं लेकिन आज हम आपको ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं, जो आपको जरूर पसंद आएगा। आइए, जानते हैं शाही भिंडी की रेसिपी-
सामग्री :
भिंडी- 300 ग्राम, लाल मिर्च पाउडर- 1/2 चम्मच, हल्दी पाउडर- 1/4 चम्मच, गरम मसाला पाउडर- 1/2 चम्मच, फ्रेश क्रीम- 2 चम्मच, कसूरी मेथी- 1/2 चम्मच, तेल- 2 चम्मच, घी- 1 चम्मच
कटा प्याज- 1, काजू- 1/4 कप, टमाटर- 1, लहसुन- 4 कलियां, कद्दूकस किया अदरक- 1 चम्मच, इलायची- 2, लौंग- 2, दालचीनी- 1 टुकड़ा, हरी मिर्च- 1, शाही जीरा- 1 चम्मच
विधि :
भिंडी को धोकर काट लें। एक पैन में एक चम्मच तेल गर्म करें और उसमें शाही जीरा डालें। जब जीरा पकने लगे तो उसमें इलायची, दालचीनी और लौंग डालकर कुछ सेकेंड भूनें। प्याज, अदरक और लहसुन डालें। प्याज के मुलायम होने तक पकाएं। अब पैन में काजू और हरी मिर्च डालें। अब पैन में टमाटर डालें और मध्यम आंच पर भूनें। जब सभी सामग्री अच्छी तरह से पक जाए तो गैस ऑफ कर दें और मिश्रण को ठंडा होने के लिए छोड़ दें। जब मिश्रण ठंडा हो जाए तो उसे ग्राइंडर में डालकर पीस लें। अब उसी पैन में घी गर्म करें और उसमें भिंडी को डालकर पकाएं। जब भिंडी आधी पक जाए तो उसमें आवश्यकतानुसार नमक छिड़क दें। ध्यान रखें कि भिंडी जले नहीं। भिंडी को बाउल में निकाल लें। अब उसी पैन में एक चम्मच तेल और गर्म करें और उसमें मसालों का तैयार पेस्ट, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर और गरम मसाला पाउडर डालें। अच्छी तरह से मिलाकर मसालों को पकाएं। भिंडी को अब ग्रेवी में डालकर मिलाएं। ग्रेवी अगर गाढ़ी हो तो उसमें आवश्यकतानुसार गर्म पानी डालें। एक उबाल लाने के बाद आंच धीमी करके दो से तीन मिनट तक पकाएं। सबसे अंत में क्रीम और कसूरी मेथी डालकर मिलाएं। गर्मागर्म सर्व करें।
धर्म संसार /शौर्यपथ / ज्योतिषीय गणना के अनुसार, अगले एक महीने तक ग्रह-नक्षत्रों में भारी उलटफेर देखने को मिल रहा है। 5 जून से 5 जुलाई 2020 तक एक महीने में तीन ग्रहण पड़ रहे हैं जो भीषण विपदा का संकेत दे रहे हैं। ज्योतिषीय गणना में ग्रणह के प्रभावों को बताती एक पुरानी कहावत "एक पाख दो गहना, राजा मरे या सेना" गांवों में प्रचलित है। इस कहावत का अर्थ है एक पखवाड़े यानी 15 दिन में दो ग्रहण होना से या तो राजा की हत्या होती है या सेना मारी जाती है। यानी भीषण विपदा का संकेत है।
इस बार 21 जून 2020 को सूर्य ग्रहण और 5 जुलाई को चंद्रग्रहण हैं जो करीब 15 दिन में ही पड़ रहे हैं। इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि एक पखवाड़े में दो ग्रहण ही नहीं एक महीने ( 5 जून से 5 जुलाई 2020 तक ) में तीन ग्रहण होने जा रहे हैं जो कि ज्योतिष के जानकारों को डराने वाले संकेत दे रहे हैं।
दैवीय आपदा या युद्ध का खतरा-
पंडित राजीश शास्त्री के अनुसार, एक मास में तीन ग्रहण के साथ ही सूर्य, मंगल व गुरु ग्रहों का परिवर्तन व वक्री होने की वजह से भयंकर आपदा के संकेत मिल रहे हैं। इन ग्रहण की वजह से कहा जा रहा हैं कि प्राकृतिक आपदा, जल प्रलय, विश्व स्तर पर युद्ध किसी राजनेता की हत्या जैसी घटनाएं घट सकती हैं। प्राकृतिक आपदाओं जैसे अत्याधिक वर्षा, समुद्री चक्रवात, तूफान, भूकंप और महामारी आदि से जन-धन की हानि का खतरा है। भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश को जून के अंतिम माह और जुलाई में भयंकर वर्षा की आशंका है। इस साल मंगल जल तत्व की मीन राशि में पांच माह तक बैठेंगे। ऐसे में वर्षा असामान्य रूप से अत्यधिक होगी और महामारी का भय रहेगा।
05 जून से 05 जुलाई 2020 तक पड़ेंगे ये तीन ग्रहण-
5 जून 2020 को चंद्र ग्रहण
5 जून को लगने वाला चंद्रग्रहण भारत समेत यूरोप, एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप में दिखाई देगा। यह चंद्र ग्रहण 5 जून की रात 11:15 बजे से शुरू होकर और 6 जून 2:34 बजे तक रहेगा। यह चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठ नक्षत्र में लग रहा है। पांच जून रात 12:54 बजे पूर्ण चंद्रग्रहण होगा। इसकी कुल अवधि 3 घंटे 15 मिनट की होगी।
21 जून 2020 को सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण 21 जून की सुबह 9:15 बजे से दोपहर 15:03 बजे तक भारत, दक्षिण पूर्व यूरोप और एशिया। 21 जून को खंडग्रास सूर्य ग्रहण होगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा। भारत के अलावा यह सूर्यग्रहण एशिया, अफ्रिका और यूरोप में दिखाई देगा। यह सूर्य ग्रहण मृगशिरा नक्षत्र और मिथुन राशि में लगेगा।
5 जुलाई 2020 को चंद्र ग्रहण :
5 जुलाई को भी चंद्रग्रहण लगेगा, लेकिन ये दोनों ग्रहण मांद्य ग्रहण है, जिस कारण से इनका किसी भी राशि पर कोई असर नहीं होगा। चंद्र ग्रहण सुबह 8: 37 बजे से 11:22 बजे तक अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका में दिखाई देगा।
राशियों में ग्रहण का असर :
मेष, सिंह, कन्या और मकर राशि वालों को लिए यह ग्रहण काल शुभ रहने वाला है।
वृषभ, तुला, धनु, और कुंभ राशि वालों को मध्यम लाभ देगा।
तीन राशियों के लिए अशुभ फल ला रहा ग्रहण-
कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों को अशुभ फल देगा। इसमें वृश्चिक राशि वालों को विशेष ध्यान रखना होगा। कंकण आकृति ग्रहण होने के साथ ही यह ग्रहण रविवार को होने से चूड़ामणि योग भी बना रहा है। इसमें स्नान, दान, जप और हवन करना कोटि गुना महत्व देगा।
ग्रहण का सूतक:
सूर्य ग्रहण का सूतक 20 जून को रात्रि 10:20 से आरंभ हो जाएगा। सूतक काल में बालक, वृद्ध एवं रोगी को छोड़कर अन्य किसी को भोजन नहीं करना चाहिए। इस अवधि में खाद्य पदार्थो में तुलसी दल या कुशा रखनी चाहिए।गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। ग्रहण काल में सोना और देर तक नहीं बैठना चाहिए। चाकू, छुरी से सब्जी,फल आदि काटना भी निषिद्ध माना गया है।
लाइफस्टाइल /शौर्यपथ / अगर मेहनत के साथ भाग्य का साथ मिल जाए तो सफलता मिलने से कोई रोक नहीं सकता। हमारी रोजमर्रा के जीवन में हमें कई ऐसे संकेत मिलते हैं जो कुछ न कुछ शुभ होने का संदेश देते हैं। यह संकेत हमें उस वक्त के सदुपयोग करने का अवसर देते हैं। वास्तु में कुछ ऐसे ही शुभ संकेतों के बारे में बताया गया है, आइए जानते हैं इनके बारे में।
सुबह उठते ही दही और दूध का दिख जाना संकेत देता है कि आज आपका दिन बहुत शुभ होने वाला है। पूजा करते समय दीपक की ज्योति का ज्यादा बढ़ जाना भी संदेश देता है कि आपके ऊपर भगवान की कृपा है। पूजाघर में अगरबत्ती से निकला धुआं यदि भगवान की मूर्तियों की तरफ जाता है तो यह भी शुभ संकेत देता है। अगरबत्ती को जलाने से पहले ही घर में खुशबू फैल जाए तो समझ लें कि भगवान आपसे प्रसन्न हैं। अगर आपके दरवाजे पर कोई कुछ मांगने आए तो कोशिश करें कि उसे खाली हाथ न जाने दें। भूखंड की खुदाई करते समय यदि कंकड़-पत्थर मिले तो यह शुभ संकेत हैं। पकी हुई साबुत ईंट मिलें तो यह भी शुभ है। घर के दरवाजे पर गाय आ जाए तो यह भी शुभ संकेत है। चमगादड़ अगर घर में अपना घर बना ले तो इसे शुभ संकेत माना जाता है। अगर कोई कुत्ता आपके घर पर आ जाए तो यह भी शुभ संकेत माना जाता है।
खेल /शौर्यपथ /टीम इंडिया के बल्लेबाज सुरेश रैना ने कहा है कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी उन्हें खुलकर बल्लेबाजी करने की इजाजत देते थे। रैना धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया तथा चेन्नई सुपर किंग्स के साथ काफी समय तक खेले हैं। स्टार स्पोटर्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में उन्होंने धोनी के साथ बल्लेबाजी करने के अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, “हम जब भी साथ में खेलने उतरे तो धोनी ने मुझे खुलकर बल्लेबाजी करने की इजाजत दी। उन्हें पता था कि मेरी क्षमता क्या है।”
बाएं हाथ के बल्लेबाज रैना ने कहा, “मेरे खेल में जो मजबूती थी या मुझे जब संभलने की जरुरत होती थी तो धोनी मुझे चेतावनी देते थे और कहते थे कि रणनीति बदलने पर नतीजे क्या हो सकते हैं और ऐसे वक्त वह आखिरी फैसला मेरे ऊपर छोड़ देंगे।”
धोनी आपको खेल में बदलाव लाने के लिए नहीं कहते
उन्होंने कहा, “वह आपको खेल में बदलाव लाने नहीं कहते थे, लेकिन वह बल्लेबाज को इस बात से अवगत कराते थे कि टीम की स्थिति के हिसाब से नतीजे कैसे हो सकते हैं। वह मेरी बल्लेबाजी को कवर कर देते थे और बताते थे कि टीम कहां जा सकती है। इससे मुझे फैसले लेने में आसानी होती थी।”
धोनी की फिटनेस लाजवाब, वह जल्दी नहीं थकते
शिविर के दौरान आईपीएल की तैयारियों पर रैना ने कहा, “पहले कुछ दिनों तक उन्होंने इसे हल्के में लिया और अपने जिम पर ध्यान केंद्रित करते रहे। लेकिन इस दौरान वह शानदार शॉट खेलते थे। उनकी फिटनेस लाजवाब है और वह जल्दी थकते नहीं है।”
उन्होंने कहा, “लेकिन इस बार वह बल्लेबाजी करते वक्त थक नहीं रहे थे। वह सुबह जिम में समय बिताते थे और शाम को तीन घंटे तक बल्लेबाजी अभ्यास करते थे। जब आप जिम के बाद नेट्स पर वर्कआउट करते हैं और फील्डिंग के बाद अगले दिन सुबह बल्लेबाजी अभ्यास करते हैं तो आपके शरीर में थोड़ी थकान महसूस होती है।”
कुछ ऐसी चल रही थी आईपीएल की तैयारी
रैना ने कहा, “हम सुबह नौ बजे जिम जाते थे और दोपहर बाद स्विमिंग करते थे और शाम को वापस लौटते थे। इस बार उनकी तैयारी कुछ अलग थी। मैं उनके साथ कई सालों से राष्ट्रीय टीम और चेन्नई के लिए खेला हूं लेकिन इस बार उनकी तैयारी कुछ अलग थी।
भारतीय बल्लेबाज ने कहा, “मैं उम्मीद कर रहा हूं कि जल्द ही मैच शुरु हो, जिससे लोग यह देख पाएं कि वह कितने तैयार हैं। दो महीने शिविर में बिताने के बाद मैं अपने प्रदर्शन को देखना चाहता हूं। जब कोई काफी मेहनत करता है तो खिलाड़ी के लिए दुआएं खुद रास्ते तय कर देती हैं।”