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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू और उनकी पत्नी उषा नायडू ने अपनी नातिन निहारिका की शादी के उपलक्ष्य में अपने आवास पर रिसेप्शन पार्टी आयोजित की थी, जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमना भी पहुंचे थे.
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू के सरकारी आवास पर आयोजित एक पारिवारिक समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ एक ही सोफे पर समाजवादी पार्टी के संरक्षक और संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बैठने पर राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस ने इसे सपा का संघवाद बताया है.
यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से सोमवार की देर रात दोनों नेताओं के साथ वाली तस्वीर पोस्ट करते हुए समाजवादी पार्टी पर तंज कसा गया है. ट्वीट में यूपी कांग्रेस ने लिखा है, "नई सपा" में 'स' का मतलब 'संघवाद' है?
इसके जवाब में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस पर शिष्टाचार भूलने का आरोप लगाया. समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से मुलायम सिंह यादव और राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रमुख शरद पवार की तस्वीर साझा करते हुए लिखा है, "राजनीतिक शिष्टाचार भूल चुकी है कांग्रेस! जिस कार्यक्रम की तस्वीर लगा रही कांग्रेस, उसी कार्यक्रम में कांग्रेस की सहयोगी एनसीपी के नेताओं ने भी लिया नेताजी का आशीर्वाद। इस पर क्या कहेगी कांग्रेस ?"
उधर, यूपी बीजेपी ने भी मोहन भागवत और मुलायम सिंह की तस्वीर क्रॉप कर ट्वीट किया है और लिखा है, "तस्वीर बहुत कुछ बोलती है."
दरअसल, उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू और उनकी पत्नी उषा नायडू ने अपनी नातिन निहारिका की शादी के उपलक्ष्य में अपने आवास पर रिसेप्शन पार्टी आयोजित की थी, जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमना भी पहुंचे थे.
इसी समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव एक सोफे पर बैठे नजर आए थे. यह तस्वीर सबसे पहले केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने शेयर की थी, जिसमें वह खुद भी नजर आ रहे हैं. मेघवाल संघ प्रमुख से अपने जन्मदिन पर शुभकामनाएं ले रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं सहायता समूहों के खातों मे 1000 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित करेंगे, जिससे लगभग 16 लाख महिला सदस्यों को लाभ पहुंचेगा.
लखनऊ /शौर्यपथ/
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी में ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को महिलाओं को बड़ी सौगात देने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री मंगलवार को प्रयागराज का दौरा करेंगे और दो लाख से अधिक महिलाओं की मौजूदगी वाले एक अनोखे कार्यक्रम में भाग लेंगे. सरकार ने इस बात की जानकारी दी. पिछले एक महीने में पीएम मोदी उत्तर प्रदेश में 10वां दिन बिताएंगे. चुनाव से पहले पीएम मोदी ने बीजेपी के चुनावी अभियान की कमान अपने हाथ में ले ली है. उत्तर प्रदेश में दो महीने से कम में चुनाव होने की संभावना है.
समाचार पत्र में दिए गए विज्ञापनों में सरकार ने बताया कि यह कार्यक्रम महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप आयोजित किया जा रहा है. प्रधानमंत्री स्वयं सहायता समूहों के खातों मे 1000 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित करेंगे, जिससे लगभग 16 लाख महिला सदस्यों को लाभ पहुंचेगा.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक विज्ञप्ति में कहा,"यह ट्रांसफर दीनदयाल उपाध्याय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई) के तहत किया जाएगा, जिसमें 80,000 सेल्फ हेल्प ग्रुप को प्रति एसएचजी 1.10 लाख रुपये का सामुदायिक निवेश कोष (CIF) प्राप्त होगा और 60,000 एसएचजी को प्रति एसएचजी 15,000 रुपये की चक्रीय (रिवॉल्विंग) निधि प्राप्त होगी."
कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री व्यापार अभिकर्ता-सखियों (बीसी-सखियों) को प्रोत्साहित करने के लिए, उनमें से 20,000 के खाते में पहले महीने के वजीफे के रूप में 4,000 रुपये की राशि भी स्थानांतरित करेंगे. जब बीसी-सखियां जमीनी स्तर पर वित्तीय सेवाओं के प्रदाता के रूप में अपना काम शुरू करती हैं, तो उन्हें छह महीने के लिए 4,000 रुपये का वजीफा दिया जाता है, ताकि वे अपने काम में स्थिर हो जाएं और फिर लेन-देन पर कमीशन के माध्यम से कमाई शुरू करें.
इस कार्यक्रम में पीएम मोदी 'मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना' के तहत एक लाख से अधिक लाभार्थियों को कुल 20 करोड़ से रुपये अधिक की राशि हस्तांतरित करेंगे. यह योजना एक बालिका को उसके जीवन के विभिन्न चरणों में सशर्त नकद हस्तांतरण प्रदान करती है. कुल हस्तांतरण 15,000 रुपये प्रति लाभार्थी है.
राहुल गांधी ने ‘थैंक्यू मोदी जी’ हैशटैग के साथ ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा.
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पंजाब और कुछ अन्य जगहों पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर कथित तौर पर मार डालने (लिंचिंग) की हालिया घटनाओं की पृष्ठभूमि में मंगलवार को आरोप लगाया कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार बनने से पहले ‘लिंचिंग' शब्द सुनने में नहीं आता था.
उन्होंने ‘थैंक्यू मोदी जी' हैशटैग के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘2014 से पहले ‘लिंचिंग' शब्द सुनने में भी नहीं आता था.'
गौरतलब है कि गत रविवार को पंजाब के कपूरथला के निजामपुर गांव में एक गुरुद्वारा में सिख धर्म के ‘निशान साहिब' (ध्वज) का अनादर करने के आरोप में एक अज्ञात व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर कथित तौर पर मार डाला.
इससे पहले अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में शनिवार को कथित बेअदबी को लेकर भीड़ ने एक अन्य व्यक्ति की पीट-पीट कर कथित तौर पर जान ले ली थी.
“समस्या के समाधान के लिए साथ बैठकर चर्चा करना जरूरी”
“हमने उद्योगपतियों से चर्चा के बाद औद्योगिक नीति 2019-24 बनाई”
“किसानों की बात, उद्यमियों के साथ” कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल
किसान नेता श्री शिवकुमार शर्मा और श्री राकेश टिकैत ने किसान हितैषी फैसलों के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सराहना की
रायपुर /शौर्यपथ/
“कृषि उत्पादन का बढ़ना देश की ताकत होनी चाहिए, समस्या नहीं”“समस्या के समाधान के लिए साथ बैठकर चर्चा करना जरूरी”“हमने उद्योगपतियों से चर्चा के बाद औद्योगिक नीति 2019-24 बनाई”
हमारा देश और प्रदेश कृषि प्रधान है। ऐसे में देश की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा कृषि पर निर्भर है। व्यापार और उद्योग की अर्थव्यवस्था भी कहीं-न-कहीं किसानों से जुड़ी होती है। उद्योग का पहिया तब घूमेगा जब व्यापारी उनसे सामान खरीदेंगे और व्यापारी का सामान तब बिकेगा जब जनता की जेब में पैसा होगा। अर्थव्यवस्था बचाने के लिए जनता की जेब में पैसा डालना होगा। यह बातें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ‘हरिभूमि’ मीडिया समूह के आयोजन “किसानों की बात, उद्यमियों के साथ” के मंच से कहीं। किसानों और उद्योगपतियों की ओर से कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बघेल के साथ कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, किसान नेता शिवकुमार शर्मा ‘कक्का जी’ व राकेश टिकैत एवं ‘हरिभूमि’ मीडिया समूह के प्रधान संपादक हिमांशु द्विवेदी ने मंच साझा किया। कार्यक्रम में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत भी मौजूद थे।
कार्यक्रम में उद्बोधन के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सबसे पहले किसान आंदोलन के दरम्यान शहीद हुए 703 किसानों की आत्मा की शांति के लिए मौन धारण कराया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश में अनाज की कमी को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी जी ने चुनौती के तौर पर लिया और देश के किसानों से आह्वान किया कि हमें अनाज उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बनना होगा। इसके बाद ही देश में हरित क्रांति आयी। ये वही दौर था जब 1967 में एमएसपी घोषित हुआ। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमने सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में धान, कोदो, कुटकी, गन्ना, मक्का सबके लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी के साथ उचित कीमत देना शुरू किया। छत्तीसगढ़ कोदो, कुटकी को समर्थन मूल्य में खरीदने वाला देश का पहला राज्य है। यहां तीन हजार रुपए प्रति क्विंटल की दर से इसकी खरीदी की जा रही है। वहीं हमने छत्तीसगढ़ में धान, कोदो, कुटकी, गन्ना, मक्का के साथ ही वनोपजों की खरीदी भी शुरू की, जिसमें 7 से बढ़ाकर 52 प्रकार के लघु वनोपजों को शामिल किया। इसके अलावा हमने वनोपजों का वैल्यू एडिशन भी किया। आज महुआ लड्डू, एनर्जी बार, बस्तर काजू पूरे देश में लोकप्रिय हो रहा है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि केन्द्र सरकार से एक फरमान जारी हुआ, जिसमें कहा गया कि कोई भी राज्य सरकार फसल की खरीदी पर किसानों को बोनस देगी तो उसे केन्द्रीय पुल में नहीं लिया जाएगा, लेकिन फिर दो साल की छूट मिली। उसी छूट में हमने किसानों को बोनस मिलाकर धान खरीदी में प्रति क्विंटल 2500 रुपए दे दिया। केन्द्र सरकार ने बोनस देने पर आपत्ति की और राज्य का चावल लेने से मना कर दिया। केंद्र सरकार की आपत्ति के बाद अब हम किसानों को 10 हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से इनपुट सब्सिडी दे रहे हैं। मुख्यमंत्री केन्द्र द्वारा उसना क्वॉलिटी का धान लेने से इंकार करने पर राज्य के किसानों से अरवा क्वॉलिटी के धान उत्पादन की अपील की।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि कृषि उत्पादन का बढ़ना किसी देश और प्रदेश के लिए ताकत होनी चाहिए, समस्या नहीं। हम प्रदेश के अतिरिक्त धान से एथेनॉल ईंधन बनाना चाहते हैं, लेकिन केन्द्र से इसकी अनुमति ही नहीं मिल रही है। गन्ना और मक्का से एथेनॉल बनाने के लिए 12 औद्योगिक घरानों से एमओयू भी हो चुका है और उन्हें जमीन भी दे दी गई है। राज्य में कृषि के साथ उद्योग को भी बढ़ावा देने पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमने उद्योगपतियों से चर्चा के बाद 2019-24 की औद्योगिक नीति बनाई। अब तक 150 एमओयू हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के बाद सबसे पहले उद्योगों का पहिया घूमा है तो वो छत्तीसगढ़ में घूमा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान व्यापारिक गतिविधियों के संचालन के लिए समय-समय पर व्यापारियों से भी चर्चा की गई और उन्हें आवश्यक राहत पहुंचाई गई।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हम किसानों का हित करना चाहते हैं लेकिन किसानों के नाम से किसी को बेजा फायदा उठाने नहीं दिया जाएगा। साथ ही डीएपी की कमी पर मुख्यमंत्री ने किसानों, पशुपालकों व ग्रामीणों से गोबर से वर्मी कम्पोस्ट अधिक-से-अधिक बनाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए सभी प्रकार की चर्चा में शामिल होना चाहिए। लोगों को सुनना चाहिए। असहमति के बावजूद भी उनका सम्मान करना चाहिए। जब सब साथ बैठेंगे तभी किसी समस्या का समाधान निकलेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर आज यहां शुरू हुई चर्चा सही दिशा में आगे बढ़ेगी और निष्कर्ष तक पहुंचेगी।
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा कीमत पर धान खरीदी हम कर रहे हैं। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों और गोधन न्याय योजना के माध्यम से पशुपालकों को आर्थिक लाभ पहुंचाया जा रहा है। भूमिहीन कृषि मजदूरों को भी राहत देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार नई योजना लेकर आ रही है। कृषि मंत्री चौबे ने कहा कि कोरोना काल में जहां देश और दुनियाभर में मंदी की स्थिति थी, हमारी सरकार ने राज्य में राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ किसानों को दिया। किसानों को हमने समृद्ध किया तो व्यापारी वर्ग पर भी मंदी का असर नहीं हुआ। चौबे ने कहा कि कृषि मंत्री होने के नाते मैं आज अपना सौभाग्य समझता हूं कि आज पूरे देश में छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा हो रही है।
कार्यक्रम को पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, किसान नेता शिवकुमार शर्मा ‘कक्का जी’, राकेश टिकैत और उद्योगपति कमल सारडा ने भी संबोधित किया। शिवकुमार शर्मा ‘कक्का जी’ एवं राकेश टिकैत ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सराहना करते हुए कहा कि किसानों से जुड़े इस तरह के आयोजन में मुख्यमंत्री का आना यह बताता है कि उनके मन में किसानों के लिए कितनी पीड़ा और आत्मीय भाव है। शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसानों के उपज की पूरे देश में सर्वाधिक कीमत पर खरीदी की जा रही है। एमएसपी पर चर्चा करने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य है। टिकैत ने कहा कि भूपेश बघेल पहले मुख्यमंत्री हैं जो किसानों की समस्या पर उनके साथ बैठकर बात कर रहे हैं। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में ख़रीफ़ फसलों पर इनपुट सब्सिडी देकर किसानों को समृद्ध करने का काम किया जा रहा है।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी, पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, नगर निगम रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, कृषि विभाग के विशेष सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, आयुक्त जनसंपर्क दीपांशु काबरा समेत अनेक किसान, उद्योगपति, व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सांसद सुनील सोनी को आधार मामले में पुत्तूस्वामी बनाम भारत सरकार के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पढऩा चाहिये
रायपुर/शौर्यपथ / रायपुर सांसद सुनील सोनी के बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि सांसद सुनील सोनी को पुत्तूस्वामी बनाम भारत सरकार के मामले में माननीय न्यायालय द्वारा दी गई आदेशों को पढऩा चाहिए। जब प्रधानमंत्री जी का ट्वीटर हैण्डल सुरक्षित नहीं है। आनलाइन ठगी करने वालो से बैंक खाता में रखी गयी राशि सुरक्षित नहीं हे। ऐसे में वोटर कार्ड और आधार कार्ड लिंक होने से आम लोगो के निजता का हनन नहीं होगा, डाटा सुरक्षित रहेगी इसकी गांरटी कौन देगा? डाटा चोरी होगी तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? देश में अब तक डाटा चोरी रोकने कानून नहीं बना है।
मोदी भाजपा की सरकार में विपक्षी दलों के सुझाव और आपत्ति खारीज करना एवं माननीय न्यायलय के आदेशों की अवहेलना करना नियति बन गई है। तीन काले कृषि कानून की तरह ही एक बार और मोदी सरकार ने संसद में आंकड़ों के दादागिरी दिखाकर वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने वाला चुनाव संशोधन विधेयक 2021 को जोर जबरदस्ती पास कराने का काम किया है।
जबकि विपक्षी दल चुनाव संशोधन विधायक को संसद की स्थाई समिति के पास भेजने और आधार मामले में पुत्तूस्वामी बनाम भारत सरकार के मामले में माननीय उच्चतम न्यायलय के आदेश का पालन करने की मांग कर रहे थे। सुप्रीम कोर्ट ने आम लोगों से जुड़ी कई चीजों के लिए आधार की अनिवार्यता को खत्म कर दी है किसी शख्स की पहचान को सत्यापित करने के लिए आधार की अनिवार्यता जरूरी नहीं है। आधार कानून बना तब स्पस्ट कहा गया था कि इस प्रकार से आधार कार्ड को वोटर कार्ड के साथ जोड़ा नहीं जा सकता।आधार कार्ड से वोटर कार्ड को जोडऩा मौलिक अधिकारों का हनन है। आधार आवास का प्रमाण पत्र है यह नागरिकता का प्रमाण नहीं है इससे आम लोगों की डाटा चोरी होने की संभावनाएं अपार है।
-पैरादान के पुण्य कार्य में भी भागीदारी करने की अपील की
-कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने किसान भाइयों के नाम जारी किया वीडियो संदेश
दुर्ग / शौर्यपथ / किसानों ने खरीफ में वर्मी कंपोस्ट खेतों में डाला है। उनकी फसल बहुत अच्छी हुई है। उत्पादन भी अधिक हुआ है। फसल में चमक भी अच्छी है। सबसे अच्छी बात यह है कि भूमि की ऊर्वरा शक्ति को सहेजने के लिए यह बहुत अच्छा कार्य है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने रबी फसल के पूर्व यह संदेश किसानों के लिए दिया है। कलेक्टर ने किसान भाइयों के लिए जारी संदेश में कहा है कि गौठानों के अच्छे से संचालन के लिए पिछले साल की तरह इस बार भी बड़े पैमाने पर पैरादान की जरूरत है। किसान भाइयों ने पिछली बार गौठानों के लिए बड़ी मात्रा में पैरादान किया था, जिससे गौठानों का पोषण अच्छी तरह से हो पाया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गौठानों के माध्यम से ग्रामीण विकास की संकल्पना प्रस्तुत की है। इसे पूरा करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। गौठान ग्रामीण आजीविका केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है। गौठानों में गोधन न्याय योजना का क्रियान्वयन हो रहा है और इसके माध्यम से किसानों का गोबर क्रय किया जा रहा है। इसके द्वारा बनाये गये कंपोस्ट खाद को इस बार किसानों ने उपयोग किया है और इसका अच्छा लाभ हुआ है।
उल्लेखनीय है कि जिन किसानों ने वर्मी कंपोस्ट अपने खेतों में डाला, उनकी धान की चमक भी बरकरार रही और ऊंचाई भी पर्याप्त रही। कुल मिलाकर संतुलित रूप से आगे बढ़ने के लिए जैविक खाद की भूमिका स्पष्ट हो गई है। कलेक्टर ने किसानों से कहा कि इस बार रबी के सीजन में वर्मी कंपोस्ट जरूर लें। रासायनिक खादों से भूमि की ऊर्वरा शक्ति तेजी से क्षीण होती है। कलेक्टर ने अपनी अपील में किसानों से कहा है कि पैरादान के माध्यम से गौठानों में गायों का ध्यान रखा जाता है। यह बहुत नेक काम है। इस कार्य में जितनी भागीदारी होगी, उतना अच्छा है। उन्होंने कहा कि पैरादान को गौठान तक पहुंचाने के लिए पंचायतों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। किसान यथासंभव इसके लिए आगे आएं ताकि गौठानों के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा उपलब्ध हो सके।
उल्लेखनीय है कि इस बार कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने सबसे ज्यादा पैरादान करने वाली पंचायतों को पुरस्कृत करने का निर्णय भी किया है।
मुंगेली / गुरू घांसीदास जयंती धर्म नगरी खैरा-सेतगंगा में अत्यंत धूमधाम आखाड़े, गाजे,बाजे,धुमाल के साथ हर्षोल्लाससे सतनामी समाज के अनुयायियों के द्वारा भव्य जोड़ा जैतखाम का आरती उतार कर श्वेत पालो को चढ़ाकर मनाई गई। प्रात काल 10 बजे से गुरु पूजा की हुई।गुरु पूजन के पश्चात दोपहर 3 बजे से कलश यात्रा एवं शोभायात्रा निकली।शोभायात्रा खैरा-सेतगंगा स्थित जैतखाम से निकाली गई खैरा-सेतगंगा,तालम,फॉस्टरपुर मुख्य मार्ग होते हुए बाबा गुरू घांसी दास मंदिर में पहुँची।शोभायात्रा में ध्वज व कलश को लेकर समाज के प्रतिष्ठित लोग आगे बढते रहे। सामाजिक कन्याओं और महिलाओंकी कलश यात्रा आकर्षकव श्रद्धा का केंद्र रहा।वही युवा वर्ग सामाजिक गीतों पर पंथी नृत्य करते हुए शौर्य प्रदर्शन भी किये।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले रहे।अध्यक्षता पूर्व विधायक मुंगेली चंद्रभान बारमते ने की।विशिष्ट अतिथि अनुसूचित जाति प्राधिकरण सदस्य रत्नावली कौशल, जिला पंचायत सदस्य रजनी सोनवानी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य मानिक सोनवानी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य जैत राम खांडे,जनपद पंचायत सदस्य जितेंद्र भास्कर,भुवन ओगरे, राजेंद्र भास्कर, फागुराम धृतलहरे,भगत राम दिवाकर, विष्णु जायसवाल, जय देवांगन, केशव सिंह परिहार, नरेंद्र जायसवाल, उत्तरा अंचल, भरत नवरंग, श्याम लाल मोहले, कुंजन सतनामी, भागवत कुर्रे, परमेश्वर कुर्रे, कलीम कंवर,जलेश्वर यादव, निरंजन तोडर रहे।समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री मोहले ने कहा कि बाबा गुरु घांसी दास सत्य और अहिंसा के पुजारी थे।बाबा के विचारों को आत्म सात कर हम अपना जीवन धन्य कर सकते हैं उन्होंने सत्य की आराधना कर लोगों को सात्विक जीवन जीने का संदेश दिया।अध्यक्षता के आसंदी पर बैठे श्री बारमते नेकहा कि बाबा गुरु घांसी दास कुरूतियों के विरोधी थे और सत्य के पुजारी थे उन्होंने मनखे मनखे एक समान का सूत्र देकर सामाजिक समरसता को बढ़ावा दिया।विशिष्ट अतिथि श्री मति कौशल ने कहा कि बाबा का संदेश आज भी प्रासंगिक है।जब जब समाज में विकृति फैली है तब तब समाज को शिक्षा देने संत अवतरित हुए हैं जिन्होंने समाज को सनदेश देकर विकृतियों और कुरीतियों का नाश किया है।श्री मानिक सोनवानी ने कहा कि बाबा गुरु घांसी दास जी का जन्म ऐसे समय में हुआ जब समाज में छुआछूत, ऊंचनीच, झूठ कपट का बोलबाला था।बाबा ने ऐसे समय में समाज को एकता, भाईचारा, दया, करुणा, परोपकारव समरसता का संदेश दिया बाबा जी सत्य के प्रति अटूट आस्था की वजह से ही इन्होंने बचपन में कई चमत्कार किये जिसका लोगों में गहरा प्रभाव पड़ा बाबा जी ने लोगों को सात्विक जीवन जीने की प्रेरणा दी । और रात मे सतनाम भजन,सतनाम लीला, पंथी नृत्य का आयोजन हुआ जिसमे पंथी नृत्य मे प्रथम स्थान विचारपुर पंथी पाट्री रहा जिसे 11000 रुपये नगद मोहले के द्वारा दिया गया दिवतीय पंथी पाट्री मुडिया रहा जिसे 7000 नगद इनाम सोनवानी के द्वारा दिया तृतीय इनाम लालपुर पंथी पाट्री जिसे 5000 भास्कर के द्वारा दिया गया बाकी सभी पाट्री को संतवना इनाम दिया गया । कार्यक्रम को सफल आयोजन बनाने के लिये अखिलटोन्डर,शत्रुहन,पुनाराम,जितेंद्र भास्कर,सीताराम, निरजंन टोन्डर, हीरादास, बाबूदास, बालक,ओमप्रकाश, पुष्पाराज,अनंत, धमैन्द्र जांगड़े, सुखचंद, रहे
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यसभा में कहा कि, स्वास्थ्य सचिव तीन बार राज्य सरकारों के साथ सलाह मशवरा कर चुके हैं
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
अभी तक भारत में ओमिक्रॉन के 161 मामले पाए गए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न डिक्लेयर किया है. ओमिक्रॉन डेल्टा वेरिएंट का ही म्यूटेंट वैरिएंट है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यसभा में आज कहा कि ''ओमिक्रॉन से लड़ने के लिए हमने पूरी तैयारी की है.'' मंडाविया ने कहा कि रिस्क कैटेगरी में उन देशों को रखा गया है जहां पर ओमिक्रॉन ज्यादा फैला है. सरकार की ओर से की गई तैयारियों को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ''मैंने सभी राज्य सरकारों से खुद बातचीत की है. स्वास्थ्य सचिव तीन बार राज्य सरकारों के साथ सलाह मशवरा कर चुके हैं. हम देख रहे हैं कि इसका वैक्सीनेटेड लोगों पर क्या असर हो रहा है.''
मनसुख मंडाविया ने कहा कि ''सभी राज्यों के पास दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक है. अगर जरूरत पड़ी तो हम बफर स्टॉक का इस्तेमाल करेंगे. देश में ऑक्सीजन की कैपेसिटी बढ़ाई गई है. राज्यों के पास 48000 वेंटिलेटर पहुंचा दिए गए हैं.''
गौरतलब है कि देश में ओमिक्रॉन के अब तक 161 मरीज सामने आए हैं, यह मामले 12 राज्यों से मिले हैं जबकि ओमिक्रॉन के 42 मरीज़ ठीक हो चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि ठीक होने वाले ओमिक्रॉन के ज़्यादातर मरीजों में महाराष्ट्र, दिल्ली और कर्नाटक के हैं. अब ओमिक्रॉन से संक्रमित कोई भी मरीज़ गंभीर नहीं है. महाराष्ट्र से अब तक सबसे ज्यादा 54 केस आए हैं. इसके बाद दूसरे स्थान पर दिल्ली (32) है जबकि तेलंगाना से ओमिक्रॉन वेरिएंट के 20 केस आए हैं.
देश में अब तक आए ओमिक्रॉन के केस
महाराष्ट्र : 54
दिल्ली : 32
तेलंगाना : 20
राजस्थान : 17
गुजरात : 13
केरल : 11
कर्नाटक : 8
यूपी : 2
तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, पश्चिम बंगाल और चंडीगढ़ : 1
हालांकि ओमिक्रॉन को लेकर चिंता के बीच भारत में कोरोना के नए मामलों की संख्या में लगातार कमी आ रही है. देश में सोमवार को समाप्त 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 6,563 नए मामले दर्ज किए गए हैं. यह आंकड़ा रविवार की तुलना में 7.3 फीसदी कम है. वहीं, इस दौरान 132 लोगों की संक्रमण की वजह से मौत हुई है. पिछले 24 घंटे में 8,077 लोगों ने कोरोना को मात दी है, इसके साथ ही कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 3,41,87,017 हो गई है.
भाभा एटामिक रिसर्च सेंटर से गोबर से बिजली एवं फूड इररेडियेशन प्लांट के लिए टेक्नॉलाजी हस्तांतरण को लेकर पहल शुरू
आश्रित ग्रामों के गौपालक ग्रामीण भी गौठानों में बेच सकेंगे गोबर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
पशुपालकों, गौठान समितियों और स्व-सहायता समूहों को जारी किए 3.93 करोड़ रूपए
रायपुर /शौर्यपथ/
भाभा एटामिक रिसर्च सेंटर से गोबर से बिजली एवं फूड इररेडियेशन प्लांट के लिए टेक्नॉलाजी हस्तांतरण को लेकर पहल शुरू
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में शासकीय क्षेत्र में फूड इररेडियेशन पार्क (खाद्य पदार्थाे का किरणन) की स्थापना के लिए सैद्धांतिक सहमति दी है। उन्होंने शासन स्तर भाभा एटामिक रिसर्च सेंटर से छत्तीसगढ़ में गोबर से विद्युत उत्पादन तथा फूड इररेडियेशन प्लांट की टेक्नालॉजी हस्तांतरण के लिए से जा रही पहल पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि इससे राज्य के किसानों को उनके उत्पाद का और अधिक लाभ दिलाने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के तहत गोबर विक्रेता पशुपालकों, गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 3 करोड़ 93 लाख रूपए की राशि ऑनलाईन अंतरित करते हुए पशुपालकों, गौठान समितियों एवं समूह की महिलाओं को बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर गौठानों में आश्रित ग्रामों के पशुपालक ग्रामीणों से भी गोबर की खरीदी किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर गौठानों में संचालित गतिविधियों की मॉनिटरिंग के लिए एनआईसी द्वारा विकसित गौठान मैप एप का भी शुभारंभ किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, पूर्व केन्द्रीय मंत्री भक्त चरणदास, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, विशेष रूप से उपस्थित थे।
गौठानों की स्थापना और गोधन न्याय योजना के माध्यम से राज्य में गौमाता की सेवा एवं संरक्षण का काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गांवों में गौठानों की स्थापना और गोधन न्याय योजना के माध्यम से राज्य में गौमाता की सेवा एवं संरक्षण का काम किया जा रहा है। गौमाता की सेवा पशुपालक, ग्रामीण किसान, चरवाहा, गौठान समिति से जुड़े सभी लोग कर रहे हैं। गौठानों में पशुओं के चारे एवं पानी का प्रबंध किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर बेचने का लाभ सभी गांव के पशुपालकों को मिले, इसके लिए गौठानों में आश्रित ग्रामों के लोगों से भी गोबर खरीदी की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए। गौठानों में पशुओं के चारे के लिए पैरादान की अपील उन्होंने किसानों से की। मुख्यमंत्री नेे कहा कि अभी गौठानों में एकत्र किया गया पैरा पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कृषि उत्पादन आयुक्त को सभी कलेक्टरों के माध्यम से पैरादान का अभियान वृहद पैमाने पर संचालित करने और किसानों के खेत से पैरा एकत्र कराए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने गौठानों में हरे चारे की व्यवस्था को लेकर भी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा हरे चारे की कटाई की गई है। पशुपालकों हरा चारा क्रय करने के लिए प्रेरित किए जाए। वन विभाग से समन्वय कर गौठानों में भी हरा चारा लाने की व्यवस्था और उसे स्लाईज के रूप में एकत्र किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सभी गौठानों में कम से कम पांच प्रकार की आयमूलक गतिविधियां अनिवार्य रूप से शुरू कराए जाने के निर्देश दिए, ताकि गौठानों से जुड़ी महिला समूह की आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने वनांचल इलाके के गौठानों में लघुवनोपजों के प्रसंस्करण एवं वैल्यु एडीशन के काम को प्राथमिकता से शुरू कराए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के गौठानों में उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट का उपयोग राज्य के किसानों ने अपने खेतों में किया है। इसके बड़े उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं। किसानों का कहना है कि वर्मी कम्पोस्ट से भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ी है और खेतों की मिट्टी की स्थिति सुधरी है। मुख्यमंत्री ने वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए इसका व्यापक प्रचार-प्रसार एवं किसानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री भूूपेश बघेल के निर्देशानुसार कृषि विभाग द्वारा गांवों में तेजी से गौठानों की स्वीकृति एवं निर्माण का काम किया जा रहा है। राज्य के सभी ग्राम पंचायतों में गौठानों की स्थापना की जाएगी। गौठानों में गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी को भी अब विभाग विस्तार देगा। अब तक गोबर से लगभग 14 लाख क्विंटल वर्मी एवं सुपर कम्पोस्ट का उत्पादन किया गया है। गौठानों में गोबर से बिजली उत्पादन के बाद अब गोबर से प्राकृतिक पेंट निर्माण की शुरूआत करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना पूरे देश के लिए अनुकरणीय है, इस योजना की प्रशंसा पूरे देश में हो रही है। कार्यक्रम के प्रारंभ में कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत ने गोधन न्याय योजना की प्रगति के संबंध में पॉवर प्वाईंट प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने भाभा एटामिक रिसर्च सेंटर से छत्तीसगढ़ में गोबर से विद्युत उत्पादन एवं फूड इररेडियेशन प्लांट की तकनीकी हस्तांतरण की प्रगति के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में पहला फूड इररेडियेशन प्लांट शासन द्वारा स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फूड इररेडियेशन प्लांट की टेक्नालॉजी को अमेरिका, यूरोप के कई देशों में मान्यता दी है। छत्तीसगढ़ में स्थापित होने वाले फूड इररेडियेशन प्लांट की खाद्य सामग्री सीधे विदेशों को सप्लाई की जाएगी। कृषि विभाग के विशेष सचिव एवं गोधन न्याय मिशन के प्रबंध संचालक डॉ. एस. भारतीदासन ने गौठान मैप एप के बारे में पॉवर प्वाईंट प्रेजेंटेशन देते हुए बताया कि इसके माध्यम से गौठानों की गतिविधियों की मॉनिटरिंग एवं वहां उत्पादित सामग्री की मार्केटिंग में मदद मिलेगी। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, संचालक कृषि यशवंत कुमार, संचालक उद्यानिकी माथेश्वरन व्ही., संचालक पशु चिकित्सा चंदन त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
प्रेमनगर नगर पंचायत चुनाव पर मतदान केन्द्रों का जिले के आला अधिकारियों ने लिया जायजा
सूरजपुर /शौर्यपथ/
प्रेमनगर नगर पंचायत चुनाव निविग्न, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने सभी 15 मतदान केन्द्रों पर पुलिस की पर्याप्त संख्या में तैनाती की गई है। जिले के प्रेमनगर नगर पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने, मतदाताओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो, मतदान केन्द्रों पर चल रहे मतदान का जायजा लेने सोमवार को कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता व सीईओ जिला पंचायत राहुल देव ने मतदान केन्द्रों पर पहुंचे। उन्होंने मतदान केंद्रों पर जाकर लोगों से बात कर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान करने को कहा। उन्होंने लोगों से मतदान अवश्य करने की अपील की। मतदान केन्द्रों में सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को सर्तकतापूर्वक ड्यूटी करने के निर्देश दिए। जिले के आला अधिकारियों ने प्रेमनगर में चल रहे नगर पंचायत चुनाव के दौरान प्रत्येक मतदान केन्द्रों में पहुंचकर चल रहे चुनाव कार्याे का जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणों से बात करते हुए चुनाव के दौरान आपसी शांति व सौहार्द बनाए रखने, कोरोना गाईडलाइन का पालन करते हुए मतदान करने, कोई व्यक्ति शांति व सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करता है तो उसकी सूचना तुरंत प्रशासन व पुलिस को देने निर्देशित किया ताकि ऐसे लोगों से प्रशासन सख्ती से निपट सके।
मतदान केंद्रों के आस-पास जमा न होने दे भीड़।
कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने मतदान केंद्रों पर नियुक्त पुलिस कर्मियों को भी ड्यूटी से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि चुनाव में गंभीरता के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें। मत डाल कर निकलने वाले मतदाताओं को मतदान केंद्र के आस-पास जमा न होने दें। उन्होंने कहा कि भय रहित चुनाव की जिम्मेवारी आप पर है और इस कर्तव्य पर खरा उतरने का प्रयास करें।
युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक ने दिखाया उत्साह।
प्रेमनगर नगर पंचायत चुनाव के मतदान को लेकर युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक में उत्साह देखा गया। युवाओं ने मतदान कर अंगुली पर स्याही के फोटो खिंचे और मोबाइल से इंटरनेट मीडिया पर डाले। वहीं बुजुर्गों ने भी लाठी व स्वजनों के सहारे मतदान केंद्रों पर पहुंचकर मतदान किया।
रायपुर /शौर्यपथ/
छत्तीसगढ़ सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं में से महत्वपूर्ण सुराजी गांव योजना के गरूवा घटक के तहत अब तक राज्य में निर्मित एवं सक्रिय रूप से संचालित 7836 गौठानों में से 2029 गौठान स्वावलंबी हो गए हैं। स्वावलंबी गौठान गोबर खरीदी से लेकर वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण के लिए स्वयं के पास उपलब्ध राशि का उपयोग करने लगे हैं। रायगढ़ जिले में सर्वाधिक 249 गौठान स्वावलंबी हुए है। दूसरे नंबर कबीरधाम जिले में 141 गौठान तथा तीसरे क्रम पर महासमुन्द जिले में 131 गौठान स्वावलंबी हुए है।
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गरियाबंद जिले में 25, धमतरी में 66, बलौबाजार में 84 तथा रायपुर जिले में 75, दुर्ग में 86, बालोद में 67, बेमेतरा में 58, राजनांदगांव जिले में 101, कोरबा में 103, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 25, जांजगीर-चांपा में 90, बिलासपुर में 76, मुंगेली में 60, कोरिया में 73, जशपुर में 70, बलरामपुर में 55, सरगुजा में 65, सूरजपुर में 53, कांकेर में 105, कोण्डगांव में 21, दंतेवाड़ा में 35, नारायणपुर में 6, बस्तर में 35, बीजापुर में 22 तथा सुकमा जिले में 52 गौठान स्वावलंबी बन चुके हैं।
गौरतलब है कि राज्य में पशुधन के संरक्षण एवं संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा अब तक 10558 गांवों में गौठान के निर्माण की स्वीकृति दी जा चुकी है। जिसमें से 7836 गौठानों का निर्माण पूरा हो चुका है और वहां पर गोबर खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण सहित अन्य आयमूलक गतिविधियां संचालित हो रही है। वर्ममान में 2392 गौठानो का तेजी से निर्माण कराया जा रहा है शेष 356 गौठानो के निर्माण का कार्य अभी शुरू कराया जाना है। गौठानों में पशुधन के देखरेख, चारे-पानी एवं उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अपील पर पशुधन के चारे के लिए किसानों द्वारा पैरा दान किया जा रहा है। अब तक 4 लाख 79 हजार 224 क्विंटल से अधिक पैरा गौठानों में दान के माध्यम से संग्रहित किया है। जिसका मूल्य 200 रूपए प्रति क्विंटल के मान से 9 करोड़ 58 लाख के लगभग है। इसके अलावा गौठानों में पशुओं के लिए हरे चारे के इंतजाम के लिए हाईब्रिड नेपियर ग्रास का रोपण एवं अन्य चारे की बुआई भी की गई है।