October 04, 2025
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दुर्ग

दुर्ग (4807)

धनाढ्य से मिलीभगत कर राजस्व के अधिकारियों ने तुड़वा दिया था जनवरी 2020 में बना बनाया प्रधानमंत्री आवास??
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के जिलाध्यक्ष सतीश पारख ने फिर उठाया मुद्दा

दुर्ग /शौर्यपथ / दुर्ग ग्रामीण विधानसभा का उतई थाना क्षेत्र जो गृह व लोक निर्माण मंत्री का निर्वाचन क्षेत्र है वही मुख्यमंत्री बघेल का निर्वाचन जिला होने के बावजूद, एक नेत्रहीन महिला का बना प्रधान मंत्री आवास गलत तरीके से तुड़वाने वालों पर कार्यवाही हेतु प्रेषित आवेदन पर डेढ़ साल में कार्यवाही नहीं हुई है । नगर पंचायत उतई वार्ड 03 अंतर्गत नेत्रहीन महिला श्रीमती दुर्गी बाई पति श्री रामेश्वर साहू के नाम विगत 40/50 वर्षों से निवासरत वर्तमान प्रचलित आबादी भूमि 970/1 पर प्रधान मंत्री आवास स्वीकृत हो निर्मित किया गया था, जो कि कब्जा नुसार पटवारी द्वारा कब्जा के आधार पर मौका देखकर ही आबादी नक्सा खसरा दिया गया होगा, तदुपरांत ही वहां प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत व निर्मित किया गया ।
चुकी उक्त भूमि से लगा पुराना खसरा नम्बर 356/5 जवरीलाल पारख के नाम की भूमि उनके ही कब्जे में थी जिस पर लंबे न्यायालयीन कार्यवाही के बाद जवरीलाल पारख के वारिसान की ओर से प्राप्त अधिकार के तहत उनके पुत्र प्रफुल्ल पारख के नाम हक में न्यायालय द्वारा 21 बाई 64 की भूमि खाली करवा कर कब्जा देने का आदेश मा. नायब तहसीलदार दुर्ग को हुवा था जिसका परिपालन मौके पर किया जाना था, किंतु उक्त आदेशीत भूमि के बाहर बने एक नेत्रहीन महिला के प्रधानमंत्री आवास को भी शायद न्यायालय आदेशित हक भूमि स्वामी के साथ मिलकर तुड़वा दिया गया ।
एक गरीब नेत्रहीन महिला जो हर दृष्टिकोण से कमजोर है उसे डेढ़ वर्षों में न्याय नही मिला । उक्त जानकारी जिलाध्यक्ष जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे)दुर्ग (ग्रामीण) सतीश पारख ने दी। उन्होंने बताया कि मौका निरीक्षण कर नापी करने से मामला पूर्णतया दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा..चूंकि लाभार्थी एक गरीब नेत्रहीन महिला व केंद्रीय योजना जिसका इतना बड़ा मजाक बनाया गया जिसमें जांच व दोषियों पर कार्यवाही हेतु मुख्यमंत्री गृह मंत्री सहिंत कलेक्टर दुर्ग व अन्य को पत्र प्रेषित कर आग्रह किया गया था कि जिसके द्वारा भी यह अन्यायपूर्ण कार्यवाही की गई है उनसे निर्मित आवास की राशि की वसूली के साथ साथ दोषी व्यक्ति के खिलाफ न्यायलयीन मुकदमा दर्ज करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। जिसकी प्रतिलिपि, माननीय.पीएमओ नई दिल्ली, माननीय मुख्यमंत्री छ ग, माननीय केबिनेट मंत्री व स्थानीय विधायक को प्रेषित किया गया था, किंतु उन्होंने कलेक्टर दुर्ग को आवेदन रिफर कर शायद अपनी मूल जिम्मेदारी से मुह मोड़ लिया ।
जबकि केंद्रीय योजना प्रधानमंत्री आवास अन्याय पूर्वक तोड़ा गया, नेत्रहीन महिला हुई घर से बेघर हुई जिसे संज्ञान में लिए बिना जांच की बात कहकर टाल दिया गया । सुरजपुर मामले में माननीय मुख्यमंत्री जी ने तत्काल कार्यवाही की वो तारीफे काबिल है किंतु क्या मुख्यमंत्री जी इतनी ही ततपरता अपने ही जिले में एक गरीब महिला को न्याय दिलाने में दिखाएंगे । सुरजपुर मामले में माननीय मुख्यमंत्री जी ने तत्काल कार्यवाही को देखते हुए सतीश पारख ने उम्मीद जताई है कि अब बड़े अधिकारियों के पूरे लाव लश्कर के साथ मौका मुवावना कर अब नेत्रहीन गरीब मा को न्याय मिलेगा ।

 दुर्ग / शौर्यपथ / ज्ञात हो कि सूरजपुर में दवाई के लिए निकले एक नवयुवक को वहां के कलेक्टर रणवीर शर्मा ने मारपीट करते हुए,उसका मोबाइल भी तोड़ दिया साथ ही उस वक्त तैनात पुलिस बल से नवयुवक को पिटवाया भी,जिसे लेकर पूरे प्रदेश के लोगों में कलेक्टर के प्रति नाराजगी और आक्रोश है,जिसे अमानवीय कृत्य मानते हुए मोदी आर्मी संगठन ने आज सिटी कोतवाली थाने पहुंच कर लिखित शिकायत दर्ज कराई और अपराध दर्ज करने की मांग की,मोदी आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष वरुण जोशी ने कहा सूरजपुर में कलेक्टर द्वारा अपने पद का दुरुपयोग किया गया यह पूरी घटना अमानवीय है इसमें अधिकारी को सजा होनी ही चाहिए,सरकार द्वारा मामले को तूल पकड़ता देख तथा लोगों में युवक के प्रति बढ़ती सहानुभूति को देखते हुए सिर्फ मामले में लीपापोती करते हुए महज दिखावे भर के लिए ही उनका तबादला कर दिया गया है जिससे सरकार की छवि छिछा लेदर होने से बच पाए,हकीकत में देखा जाए तो भूपेश सरकार के अधिकांश कलेक्टरों की कार्यशैली सवालों के घेरे में ही है,हाल ही में जांजगीर में पदस्थ कलेक्टर प्रधानमंत्री को अपने जिले के गांव नहीं बता पाए,वहीं मरवाही कलेक्टर शिलापट्टी में हिंदी के आसान शब्दों को भी नहीं पहचान पाए और अब सूरजपुर कलेक्टर द्वारा ऐसा कृत्य कहीं न कहीं भूपेश सरकार का नियंत्रण प्रशासन पर नहीं है,आज थाने में शिकायत के दौरान वरुण जोशी,यश कशेर,दुर्गेश रामटेके,शुभम यादव,टिंकल ताम्रकार,धीरज यादव,घनश्याम,बाबा यादव आदि उपस्थित थे!

दुर्ग / शौर्यपथ /  निगम महापौर धीरज बाकलीवाल सहित छै: एमआईसी मेम्बरों ने अपने एक माह का मानदेय मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराये । महापौर बाकलीवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेत्रित्व  और मार्गदर्शन में प्रदेश और जिला में कोरोना संक्रमण की रिकवरी कम हुई है । उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में प्रदेश व जिले की जनता को स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त हुई है । भविष्य में भी आम जनता को बेहत स्वास्थ्य सुविधाएॅ उपलब्ध कराने के लिए महापौर सहित छै: एमआईसी मेम्बरों ने अपनी एक माह का मानदेय कुल राशि 66200/- रु. मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया हैं । रिलिफ फण्ड में मानदेय जमा कराने वाले एमआईसी प्रभारी श्रीमती जयश्री जोशी, ऋषभ जैन, श्रीमती सत्यवती वर्मा, हमीद खोखर ,  अब्दुल गनी शामिल है ।  

दुर्ग / शौर्यपथ / शिवनाथ इंटकवेल में लगे हुये मोटरपंप एवं पैनल्स का संधारण तथा सर्विसिंग 24 मई दिन सोमवार को किया जाएगा, इसके लिए सोमवार को शटडाउन लिया जाएगा। जिससे निगम भिलाई के कुछ क्षेत्रों में शाम के समय पानी की सप्लाई प्रभावित हो सकती है। सोमवार को प्रात: 11 बजे से शाम 6 बजे तक संधारण का काम चलेगा। इसके उपरान्त टंकियों को पानी देना रात्रि में ही प्रारंभ कर दिया जाएगा जिससे दूसरे दिन यानि की मंगलवार को सुबह पानी सप्लाई होने लगेगी। 4 सदस्यीय ईलेक्ट्रिकल की टीम मोटर पंप एवं पैनल्स के संधारण व सर्विसिंग का कार्य करेगी। संधारण एवं सविर्सिंग का कार्य इसलिये आवश्यक है क्योंकि ऐसा नहीं करने से मोटर जाम हो सकता है, अत्यधिक गर्म हो सकता है और तकनीकी खराबी आने की संभावना बढ़ सकती है। इसलिए मोटर पंप की आईलिंग, ग्रीसिंग एवं एलाइनमेंट का कार्य तथा ट्रांसफार्मर से करेंट को मोटर को सप्लाई देकर स्टार्ट करने वाले प्रमुख उपकरण पैनल स्टार्टर की टेस्टिंग मशीन के माध्यम से करना आवश्यक है। संधारण एवं सविर्सिंग कार्य प्रतिवर्ष करना जरूरी है, जिससे मोटरपंप एवं पैनल में तकनीकी खराबी न हो। वर्ष 2020 जून के महीने में मोटर पंप पैनल नया लगाया गया है, तब से अभी तक इसमें कोई भी खराबी नहीं आई है। संधारण एवं सर्विर्सिंग का कार्य गोडवाना इंजीनियरिंग के द्वारा किया जायेगा। इन्हें 5 वर्ष तक का संधारण एवं रखरखाव की जिम्मेदारी दी गई है। वर्तमान में शिवनाथ इंटकवेल में एक पैनल है जिसके दो सेक्शन है, जिसे बारी-बारी से उपयोग में लाया जाता है। निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी के सतत मॉनिटरिंग के चलते गर्मी के दिनों में भिलाई निगम द्वारा निर्वाध रूप में अभी तक शुद्ध पेयजल लोगों को प्रदाय किया जा रहा है। मुख्य अभियंता सत्येंद्र सिंह ने बताया कि आगे भी इसे लगातार जारी रखने संधारण एवं सर्विर्सिंग की आवश्यकता है जिसे सोमवार से किया जायेगा।
यह क्षेत्र शाम के समय पानी सप्लाई के लिये हो सकता है प्रभावित - जलकार्य विभाग के कार्यपालन अभियंता संजय शर्मा एवं प्रभारी उप अभियंता बसंत साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान स्थिति में निगम भिलाई के चार उच्च स्तरीय जलागार से शाम के समय पानी सप्लाई की जाती है। जिसमें खुर्सीपार, चंद्रा मौर्या, मदर टेरेसा एवं फरीद नगर की पानी टंकी शामिल है। इन टंकियों से जिन क्षेत्रों में पानी सप्लाई शाम के समय किया जाता है वह क्षेत्र प्रभावित होंगी, यानी कि इन क्षेत्रों में शाम के समय पानी की सप्लाई नहीं होगी। इसलिए इन क्षेत्र के नागरिकों से अपील है कि विभिन्न पात्रों में दैनिक उपयोगिता हेतु पानी एकत्र कर लेवे साथ ही आवश्यकता के मुताबिक पानी टैंकर से भी जल आपूर्ति की जायेगी। पानी के लिये इन क्षेत्रों के रहवासी हैंड पंप, पावर पंप एवं अन्य स्रोतो का भी उपयोग कर सकते है।
शटडाउन के दौरान यह भी होंगे जरूरी कार्य -
सोमवार को प्रात: 11 बजे से शाम 6 बजे तक शटडाउन किया जाएगा। समय की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुये 77 एवं 66 एमएलडी जलशोधन संयंत्र के सभी मोटर पंप की आईलिंग, ग्रीसिंग की जायेगी। फाकूलेटर, वाशवाटर, क्लोरीन रूम, एरियेशन चेम्बर, चैनल एवं फील्टर बेड की सफाई की जायेगी। छावनी में स्थित 2.72 एमएलडी के मोटर पंप की आईलिंग, ग्रीसिंग तथा परिसर के पाईप लाइन का संधारण किया जाएगा।

दुर्ग / शौर्यपथ / वार्ड 35 में सटोरियों के गुर्गों द्वारा दो सगे भाईयों पर प्राणलेवा हमला कर घायल करने का मामला सामने आया है। सट्टा खाईवाल के चरम आतंक का भुगतना अब आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। विदित हो कि 21 मई की रात 11 बजे केम्प दो गांधी चौक वार्ड 35 सोनकर मोहल्ला के दो सगे भाई जय सिंह सोनकर और रिंकू सोनकर पर केम्प दो शीतला मंदिर प्रकाश आटा चक्की के आगे महावीर शासकीय उचित मूल्य की दुकान के पास सट्टा संचालन केंद्र के पास खंजर, तलवार व चाकू से ताबड़तोड़ प्राणघातक घातक हमला कर दिया गया। पीडि़त दोनों सगे भाईयों ने बताया के वे दोना ऑटो पर घूम-घूमकर फल बेचते हैं। रात 11 बजे वे दोनों थोक फल मंडी से ऑटो से आम लेकर आ रहे थे तभी सट्टा खेलाने वाले नियाज के गुर्गों हिमांशु, शुभम, सीरिया व अन्य 4-5 लोगों द्वारा सिर पर कई वार किया गया।
साथ ही इन आरोपियों द्वारा उनके पास रखे 5 हजार रूपए भी लूट लिए गए और ऑटो को भी तोड़ दिया गया। शिकायत पर छावनी पुलिस आरोपियों का मेहमानबाजी करते हुए इज्जत के साथ अपने साथ ले गई और छोड़ दिया। रात में रिपोर्ट नहीं लिखी गई। वहीं रात में आकर उल्टे पुलिस के कुछ लोगों द्वारा पीडि़तों व उनके परिजनों में महिलाओं को धमकाया गया। दरमियानी रात 1.30 बजे पीडि़त पक्ष के महिला रिश्तेदारों को नशे में धुत पुलिस अजीत नारायण यादव द्वारा अभद्र व्यवहार करते हुए मां-बहन की गालीगलौज की गई। पुलिस इन चंद सट्टा खाईवालों की कठपुतली बनकर काम कर रही है। बड़ी मुश्किल से शनिवार की दोपहर को रिपोर्ट लिखी गई। आरोपियों के खिलाफ धारा 323, 506, 294 व 234 का अपराध कायम किया गया है।

-अगले दो दिनों में ब्लाक लेवल में बैठक के बाद बनेगी कार्ययोजना, किसानों से मिलकर वैकल्पिक फसलों का सुझाव देंगे अधिकारी
-भूमि के अनुकूल फसल की जानकारी भी देंगे, साथ ही प्रोत्साहन राशि के प्रावधानों की जानकारी भी देंगे
-खेतों में बांस-सागौन के प्लांटेशन को भी मिलेगा बढ़ावा

दुर्ग / शौर्यपथ / कैबिनेट की बैठक में धान के अलावा दूसरी फसलें लेने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने का फैसला लिया गया था। आज इसके अनुपालन की कार्रवाई जिले में आरंभ हो गई है। आज हुई बैठक में अधिकारियों को इसके क्रियान्वयन के लिए प्लान तैयार करने के निर्देश दिये गए। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी करने और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए वर्ष 2020-21 में धान का विक्रय करने वाले किसानों को धान के बदले अन्य चिन्हांकित खरीफ फसलें लेने पर प्रति एकड़ 10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है। दुर्ग जिले में राज्य सरकार के इस फैसले को अमलीजामा पहनाने और अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ दिलाने के लिए कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने अधिकारियों की बैठक लेकर अतिशीघ्र प्लान तैयार करने कहा है। उन्होंने वन, कृषि, उद्यानिकी सहित पंचायत विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर योजना के उद्देश्य की जानकारी देते हुए इसके प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिये हैं।
कृषि अधिकारी फील्ड सर्वे कर जमीन की प्रकृति के अनुरूप वैकल्पिक फसल का सुझाव दें- कलेक्टर ने बैठक में कहा कि कृषि अधिकारी व्यापक फील्ड सर्वे करें। जमीन की प्रकृति के मुताबिक किसान को सुझाव दें कि किस तरह की वैकल्पिक फसल उपयोगी हो सकती है। उन्होंने कहा कि चूँकि अधिकतर जमीनों में साइल टेस्टिंग हो चुकी है इसके नतीजों के मुताबिक किसानों को मार्गदर्शन दें कि किस प्रकार की फसल लें तो उन्हें लाभ होगा। उन्होंने कहा कि किसान वैकल्पिक फसल लेने का मन बनाते हैं कभी ये आगे बढ़ते हैं और कभी नवाचार की हिचक की वजह से पीछे हट जाते हैं। प्रोत्साहन राशि मिलने से वे इस दिशा में आगे बढ़ेंगे। किसानों को बताएं कि प्रोत्साहन राशि के अलावा उन्हें वैकल्पिक फसल के लिए तकनीकी मार्गदर्शन विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा वैकल्पिक फसलों के प्रोत्साहन के लिए सरकार पहले भी अनेक विभागीय योजनाएं कार्यान्वित कर रही हैं।
उद्यानिकी को भी करें प्रेरित- कलेक्टर ने कहा कि दुर्ग जिले में उद्यानिकी का रकबा अच्छा है। उद्यानिकी फसलों में होने वाले लाभ के चलते कई किसान उद्यानिकी फसल ले रहे हैं। प्रोत्साहन राशि मिलने से इस ओर किसान और भी आगे आएंगे। फूड पार्क आदि की उपलब्धता के चलते किसानों के लिए मार्केटिंग लिंकेज भी दुर्ग जिले में अच्छा होगा। चूँकि उद्यानिकी फसलों के प्रमोशन के लिए जिले में आधारिक संरचना पहले से मजबूत है अतएव इस दिशा में किसानों को प्रेरित करने से अच्छे नतीजे मिलेंगे।
बांस-सागौन जैसे पौधों का करें रोपण- कलेक्टर ने खेतों में धान की फसल के बदले वृक्षारोपण करने पर सरकार द्वारा मिलने वाली दस हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि के बारे में भी अधिकाधिक किसानों को जानकारी देने की बात कही। यह प्रोत्साहन राशि प्रति एकड़ तीन वर्ष तक दी जाएगी। कलेक्टर ने बांस-सागौन जैसे पौधों के रोपण के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने की बात कही।
अपर कलेक्टर होंगी नोडल अधिकारी, तीनों ब्लाक में दो दिनों के भीतर बैठक लेकर बनाई जाएगी कार्ययोजना- कलेक्टर ने अधिक से अधिक किसानों को लाभ देने के लिए अपर कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी को योजना के क्रियान्वयन के लिए नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी दी है। ब्लाक स्तर पर एक दो दिन में तीनों ब्लॉक में इन विभागों के मैदानी अधिकारियों की बैठक आयोजित की जायेगी। ब्लाक लेवल के अधिकारी मीटिंग के बाद योजना के क्रियान्वयन को लेकर अपना प्लान प्रस्तुत करेंगे।

दुर्ग / शौर्यपथ / कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने पुख्ता तैयारियाँ आरंभ कर दी हैं। इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि हो सकता है कि थर्ड वेव में बच्चे भी गंभीर संक्रमण का शिकार हों, यदि ऐसा हुआ तो उनके इलाज के लिए पुख्ता व्यवस्था हो, इस पर कार्य आरंभ हो गया है। आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में इस संबंध में सरकारी हास्पिटल तथा प्राइवेट हास्पिटल के मैनेजमेंट से चर्चा की गई। बैठक में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने कहा कि बच्चों में इम्यूनिटी अच्छी होती है अतएव इस बात की आशंका कम है कि थर्ड वेव आने पर वे बड़ी संख्या में प्रभावित हों।
सहायक कलेक्टर हेमंत नंदनवार ने कहा कि हमें सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि इस तरह की कोई परिस्थिति आती है तो उससे निपटने सरकारी एवं प्राइवेट हास्पिटल में पूरी व्यवस्था होनी चाहिए, इसे निर्धारित करने और मिलकर ऐसी किसी परिस्थिति से निपटने यह बैठक बुलाई गई है। बैठक में अपर कलेक्टर बीबी पंचभाई ने कहा कि जिला प्रशासन ने इसकी तैयारियाँ आरंभ कर दी हैं। चंदूलाल चंद्राकर हास्पिटल में 25 बेड चाइल्ड आईसीयू बनाया जा रहा है। 35 स्टाफ नर्स को पीडियाट्रिक आईसीयू स्टाफ नर्स की ट्रेनिंग दी जा रही है। चाइल्ड ट्रीटमेंट से संबंधित गाइडलाइन के मुताबिक यहाँ इंफ्रास्ट्रक्चर अपडेट किया जा रहा है। प्राइवेट हास्पिटल को भी गाइडलाइन से अवगत करा दिया जाएगा।
आक्सीजन हुड की व्यवस्था रखें- बैठक में सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने कहा कि बच्चे भी तीन आयु वर्ग के होंगे। नवजात से लेकर 6 वर्ष, 6 से 10 और इसके बाद किशोर बच्चे। छोटे बच्चों के लिए आक्सीजन हुड की जरूरत होगी ताकि उन्हें आक्सीजन सपोर्ट देने में किसी तरह की असुविधा न हो। वेंटीलेटर बेड्स को बच्चों के मुताबिक एडजस्ट करना होगा। नवजात शिशुओं के लिए एचएफएनसी( हाई फ्लो नैसल कैन्युला) की जरूरत होगी। सभी हास्पिटल इसके लिए तैयारियाँ कर लें। सबसे बड़ी जरूरत आईसीयू स्टाफ पीडियाट्रिक नर्स की होगी। आईसीयू स्टाफ नर्स को इसके मुताबिक प्रशिक्षित कर लें तथा ट्रेनिंग भी दे दें।
हर अस्पताल में चस्पा होगा प्रोटोकाल- बच्चों के मेडिसीन प्लान के संबंध में गाइडलाइन हर अस्पताल में चस्पा किये जाने के सुझाव भी दिये गये। वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञों ने बताया कि बच्चों के लिए रेमडेसिविर आदि डोज का प्लान और सभी दवाओं की खुराक के प्लान हर अस्पताल में चस्पा होने चाहिए। इसके लिए प्रशिक्षण बेहद जरूरी है। जितनी ज्यादा संख्या में वेबिनार हों, इसका लाभ उतना ही होगा। मेडिकल आफिसर डॉ. सुगम सावंत ने बताया कि इसके लिए तैयारियाँ प्रशासन द्वारा की जा रही है। सिविल सर्जन डॉ. बाल किशोर ने जिला अस्पताल में चाइल्ड केयर के लिए की गई तैयारियों के बारे में जानकारी दी।

दुर्ग / शौर्यपथ / भिलाई में सिटी डायग्नोस्टिक सेंटर प्रारंभ किया जायेगा। उच्च गुणवत्ता की सस्ती पैथालाॅजी एवं डायग्नोस्टिक जांच सेवाओं की सुविधा इसमें मिलेगी। डायग्नोस्टिक सेंटर का संचालन करने के स्थल का चयन किया जा रहा है। आज कलेक्टर सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे एवं निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी ने इसके लिये पाॅवर हाउस बस स्टैण्ड एवं प्रगति मार्केट का निरीक्षण किया। डायग्नोस्टिक सेंटर प्रारंभ करने के लिये जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के मुताबिक स्थल के बारे में जानकारी ली। न्यूनतम क्षेत्र 3000 स्क्वेयर फीट एवं प्राइम लोकेशन वाले स्थल का चयन करने के निर्देश दिये।
राज्य प्रवर्तित सिटी डायग्नोस्टिक सेंटर राज्य शासन की महत्वकांक्षी योजना है तथा इस योजना का उददेश्य किफायती दरों में आम नागरिकों को उच्च गुणवत्ता की अत्याधुनिक स्वास्थ्य परीक्षण सुविधाएं उपलब्ध कराना है। जिससे शहर में निवासरत् नागरिकों के स्वास्थ्य सेवाओं में लगने वाले खर्च में कमी आयेगी और सेवाओं को प्राप्त करने नागरिकों को अन्य बढ़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। नागरिक अपनी नियमित जांच जैसे-रक्त जांच, स्पूटम जांच, लिपिड प्रोफाईल, सिटी स्कैन, एमआरआई आदि की सुविधा गुणवत्तायुक्त अत्याधुनिक प्रयोगशाला से प्राप्त कर सकेंगे। प्रयोगशाला में जांच हेतु आवश्यक उपकरण, मशीन, पैथोलाजिस्ट, टेक्निशियन मौजूद रहेंगे। डायग्नोस्टिक सेन्टर प्रारंभ करने के लिए विभागीय प्रक्रिया जारी है। सारी प्रक्रियाएं पूर्ण करने के उपरान्त जल्द ही भिलाई वासियों को अत्याधुनिक प्रयोगशाला से जांच सुविधा का लाभ मिलने लगेगा।

दुर्ग / शौर्यपथ / जिला प्रशासन द्वारा लाॅकडाउन के दौरान बहुत से व्यवसायियों को निर्धारित समय देते हुए व्यवसाय करने की छूट दी गई है बावजूद इसके कुछ लोग हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। जिन दुकान को आज नही खोलना था वहां दुकान गाइडलाइन के विरुद्ध खुला पाया गया।ऐसे लोगों पर निगम प्रशासन द्वारा सख्ती से कार्यवाही की जा रही है। लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने दुर्ग निगम अतिक्रमण /उड़नदस्ता टीम निरंतर निरीक्षण कर रही है और नियमों की अवहेलना करने वालों से अर्थदण्ड वसूल रहे है।देर शाम तक कई दुकान आधा शटर खुला रखने पर दुकान बंद करवाया गया।
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु लगाए गए लाॅकडाउन का सख्ती से पालन कराने निगम कमिश्नर हरेश मंडावी ने निगम के अधिकारी को निर्देश दिए है। दुकानों पर भीड़ न लगे और सोशल डिस्टेंस का पालन हो इसके लिए व्यवसासियों को समझाइश भी दिया जा रहा है। जहां कहीं भी नियमों की अवहेलना की शिकायत मिल रही है निगम की अतिक्रमण/बाजार विभाग टीम मौके पर पहुंचकर कार्यवाही कर रहे है। गली मोहल्लों में घूम घूम कर फल, सब्जी बेचने वालों पर नजर रखते हुए निर्धारित समय तक ही सामान बेचने नियमों का पालन कराया जा रहा है। हरिओम ब्यूटी वर्ल्ड को आज दुकान नही खोलना था नियम के उल्लंघन करने पर 3000 रूपये तथा अर्थदण्ड लेते हुए अंतिम समझाईश दी दोबारा ऐसा करते हुए पाये जाने पर दुकान सील बंद कार्यवाही की जाएगी।
दुर्ग निगम क्षेत्र में निरीक्षण के लिए निकली अतिक्रमण / बाजार टीम ने विभिन्न स्थानों पर लोगों से नियमों के उल्लंघन पर आज जुर्माना वसूला इसमें स्टेशन रोड हरिओम ब्यूटी वर्ल्ड से 3000 रूपए का जुर्माना किया ये दुकान का आधा शटर खोलकर गाइडलाइन का उल्लंघन करते पाया गया जो ग्राहकों को अंदर बुलाकर सामान दे रहा था। राजेश जरनल स्टोर्स से 200 रुपए, अशोक ट्रेंडिंग से 200 रुपए, गोदावरी ग्रीन से 100 संतोषी कंटलरी से 100 रुपए, हरिओम ट्रेडर्स से 100 रुपए अरिहंत ट्रेडर्स से 100 रुपए भगवती ट्रेडर्स से 100 रुपए इन दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही करने पर इन दुकानदारो से इस प्रकार कुल 8 लोगों से 3900 रूपए अर्थदंड वसूलने की कार्यवाही की गई।
इस मौके पर अतिक्रमण एव बाजार अधिकारी शिव शर्मा,जसवीर सिंग भुवाल,ईश्वर वर्मा,भुवनलाल साहू,शशिकांत यादव,शौयब अहमद,लवकुश शर्मा,विनीत वर्मा के अलावा संकेत धर्मकार एवं टीम अमला मौजूद थे।

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