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भिलाई / शौर्यपथ / अमृत मिशन फेस टू के तहत नवनिर्मित हाउसिंग बोर्ड पानी टंकी और पाइप लाइन की टेस्टिंग का काम पूरा कर लिया गया है। साथ ही पानी की सप्लाई भी शुरू कर दी गई है। इस टंकी के निर्माण से हाउिसंगबोर्ड क्षेत्र के करीब 25 हजार परिवार लाभान्वित होंगे। क्षेत्र के हर परिवार को पानी मिल सके। इसके लिए तेजी से नल कनेक्शन भी दिया जा रहा है। अबतक 2600 नए उपभोक्ताओं को नल कनेक्शन दिया गया जा चुका है।
महापौर एवं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए थे। जिसके तारतम्य में अधिकारियों द्वारा शुद्ध पेयजल प्रदाय करने कार्य किया जा रहा है। वर्तमान समय में अधिकारी पहले नवनिर्मित हाउसिंग बोर्ड पानी टंकी की टेस्टिंग की। इसके बाद टंकी में पानी भरने के साथ ही अमृत मिशन योजना के तहत हाउसिंग बोर्ड एरिया में जो नई पाइप लाइन बिछाई गई हैं। उस पाइप लाइन की साफ-सफाई कार्य पूरा किया गया। नए पाइप और नई टंकी दोनों की पूरी तरह से एक टेस्टिंग करने के बाद क्षेत्र में पानी की सप्लाई शुरू कर दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि पानी सल्पाई शुरू होने से क्षेत्र की जनता में काफी हर्ष का माहौल है। लोगों के हर घर तक पानी पहुंचाई जा रही है। लाेगों के घरों में जब नल से पानी आना शुरू हुआ तो लोग बहुत खुश हुए। गौरतलब है कि महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव के पहल से अमृत मिशन फेस 2 याेजना के तहत हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में अब लोगों को पानी की समस्या नहीं होगी। नव निर्मित हाउसिंगबोर्ड पानी टंकी की क्षमता 32 लाख लीटर की है। इसके अलावा हर घर तक पानी की सप्लाई की जा सके, इसके लिए नई वितरण पाइपलाइन लगभग 35 किलोमीटर तक बिछाई गई है। इस नई पाइप लाइन से नल कनेक्शन देने का काम भी जोरो से चल रहा है।
क्षेत्र में करीब 3500 घर है। इसमें से 2600 घरों में नए पाइप से कनेक्शन दिया जा चुका है और मात्र करीब 1000 घर बचे है। जिनके घरों में नल कनेक्शन का काम चल रहा है। इसमें से आधे से ज्यादा घर ऐसे है, जिनके नलों की शिप्टिंग की जानी है। यह काम भी जल्द पूरा कर लिया है।
भिलाई / शौर्यपथ / अमृत मिशन फेस टू के तहत नवनिर्मित हाउसिंग बोर्ड पानी टंकी और पाइप लाइन की टेस्टिंग का काम पूरा होने के साथ ही पानी की सप्लाई भी शुरू कर दी गई है। इस टंकी के निर्माण से हाउिसंगबोर्ड क्षेत्र के करीब 25 हजार परिवार लाभान्वित होंगे। क्षेत्र के हर परिवार को पानी मिल सके। इसके लिए तेजी से नल कनेक्शन भी दिया जा रहा है। अबतक 2600 नए उपभोक्ताओं को नल कनेक्शन दिया गया जा चुका है।
महापौर एवं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए थे। जिसके तारतम्य में अधिकारियों द्वारा शुद्ध पेयजल प्रदाय करने कार्य किया जा रहा है। वर्तमान समय में अधिकारी पहले नवनिर्मित हाउसिंग बोर्ड पानी टंकी की टेस्टिंग की। इसके बाद टंकी में पानी भरने के साथ ही अमृत मिशन योजना के तहत हाउसिंग बोर्ड एरिया में जो नई पाइप लाइन बिछाई गई हैं। उस पाइप लाइन की साफ.सफाई कार्य पूरा किया गया।
नए पाइप और नई टंकी दोनों की पूरी तरह से एक टेस्टिंग करने के बाद क्षेत्र में पानी की सप्लाई शुरू कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि पानी सल्पाई शुरू होने से क्षेत्र की जनता में काफी हर्ष का माहौल है। लोगों के हर घर तक पानी पहुंचाई जा रही है। लोगों के घरों में जब नल से पानी आना शुरू हुआ तो लोग बहुत खुश हुए। गौरतलब है कि महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव के पहल से अमृत मिशन फेस 2 योजना के तहत हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में अब लोगों को पानी की समस्या नहीं होगी। नव निर्मित हाउसिंगबोर्ड पानी टंकी की क्षमता 32 लाख लीटर की है। इसके अलावा हर घर तक पानी की सप्लाई की जा सकेए इसके लिए नई वितरण पाइपलाइन लगभग 35 किलोमीटर तक बिछाई गई है। इस नई पाइप लाइन से नल कनेक्शन देने का काम भी जोरो से चल रहा है। क्षेत्र में करीब 3500 घर है। इसमें से 2600 घरों में नए पाइप से कनेक्शन दिया जा चुका है और मात्र करीब 1000 घर बचे है। जिनके घरों में नल कनेक्शन का काम चल रहा है। इसमें से आधे से ज्यादा घर ऐसे हैए जिनके नलों की शिप्टिंग की जानी है। यह काम भी जल्द पूरा कर लिया है।
35 सौ परिवारों को मिलेगा पानी: यादव
विधायक व महापौर देवेन्द्र यादव ने बताया कि अमृत मिशन फेस-2 के तहत निर्मित हाउसिंग बोर्ड कालोनी के पानी टंकी से इलाके के 35 सौ परिवार को लाभ मिलेगा। पानी टंकी और फिल्डर प्लांट निर्माण के साथ जलवाहिनी बिछाने का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा भिलाई के घर घर तक साफ पानी पहुंचाने के प्रति वे संकल्पित है। हाउसिंग बोर्ड में फेस-2 का काम पूरा होना इसी संकल्प का सार्थक नतीजा है।
दुर्ग / शौर्यपथ / मई के महीने में शनिवार और रविवार को घोषित फुल लॉकडाउन के चलते आज भिलाई-दुर्ग सहित आसपास के इलाके में सन्नाटा पसरा रहा। सुबह से दोपहर के बीच चुनिंदा लोगों ने घर से निकलकर प्रतिबंध से परे सामानों की खरीददारी की। वहीं नगर निगम का अमला घूम घूमकर लोगों को लॉकडाउन का पालन करने आगाह करता रहा।
कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने प्रशासन ने शनिवार और रविवार को दो दिन तक पुरी तरह से लॉकडाउन घोषित किया है। इसका असर आज भिलाई-दुर्ग में सड़क से लेकर बाजारों तक देखने को मिला। हाालांकि इस बार के फुल लॉकडाउन में मेडिकल स्टोर्स, डेयरी के अलावा फल, सब्जियों की दुकानों को छूट दी गई है।
लेकिन ज्यादातर लोगों के द्वारा एक दिन पहले ही जरुरत की सामानों के खरीदी को पूरा कर लिए जाने से आज अन्य दिनों का अपेक्षा घर से बाहर निकलने वालों की संख्या नगण्य रही। सब्जी बाजारों में सुबह के वक्त चुनिंदा ग्राहक देखे गए। अनेक लोगों ने घर के नजदीक छोटे वाहन तथा ठेलों में बिकने आई सब्जियां और फल खरीदने को प्राथमिकता देते हुए फुल लॉकडाउन का पालन किया।
इस दौरान भिलाई नगर निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के नेतृत्व में गठित टीम ने शहर में भ्रमण करते हुए लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों पर नजर रखी। प्रतिबंध से छूट वाले मेडिकल स्टोर्स डेयरी शॉप और सब्जियों की दुकानों में आने वाले खरीददारों को मास्क पहनने तथा फिजीकली डिस्टेसिंग बनाये रखने के प्रति निगम के अधिकारी कर्मचारी लगातार आगाह करते रहे। भिलाई निगम क्षेत्र के जवार मार्केट, सर्कुलर मार्केट, चौहान इस्टेट, सुपेला के लक्ष्मी मार्केट, दक्षिण व उत्तर गंगोत्री, वैशाली नगर, नेहरू नगर, आकाशगंगा मार्केट सहित टाउनशिप के सेक्टर में स्थित सभी बाजारों मे मेडिकल स्टोर्स और दूध डेयरी को छोड़ शेष सभी व्यवस्था बंद रखे गए।
भिलाई-चरोदा नगर निगम क्षेत्र में भी फुल लॉकडाउन का व्यापक असर देखा गया। भिलाई-3 के मंगल भवन के पास वैकल्पिक व्यवस्था के तहत संचालित सब्जी की बाजार खुली रही।
इसके अलावा मेडिकल व डेयरी के साथ फल की दुकानें भी प्रतिबंध से परे रहे। अन्य दकानों में फुल लकडाउन का पालन सुनिश्चित कराने नगर निगम की टीमें सक्रिय रही। फोरलेन सड़क के सभी चौक-चौराहों पर ट्रेफिक पुलिस के अधिकारी और जवान मुस्तैदी क साथ फुल लॉकडाउन का पालन कराने जुटे रहे। थानों की पेट्रोलिंग टीम भी अपने-अपने इलाके में नजर रखे हुए रहे।
कल बंद रहेगा सब्जी और फल की दुकानें
दो दिनी फुल लॉकडाउन के दूसरे दिन रविवार को सब्जी व फल की दुकानें भी बंद रहेगी। पहले दिन शनिवार को इन चीजों की बिक्री में छूट दी गई। इस वजह से लोगों को बाहर निकलने में छूट मिली। रविवार को सब्जी व फल की दुकानें बंद रहेगी। जबकि मेडिकल व डेयरी शॉप पर छूट बरकरार रखी गई है। रविवार को सब्जियों और फल की दुकाने अथवा ठेला लेकर निकलने वालों के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही किए जाने की चेतावनी निगम द्वारा दी गई है।
दुर्ग / शौर्यपथ / अमृत मिशन के कर्मचारियों का कोरोना वायरस संक्रमण की निगेटिव रिर्पोट आने से नगर पालिक निगम दुर्ग को बेहद राहत मिली है। निगम क्षेत्र में अमृत मिशन योजना के तहत् पाइप लाईन विस्तार एवं अन्य कार्य में कार्यरत 11 कर्मचारियों द्वारा एक पॉजेटिव मिल कर्मचारी के संपर्क में रहने के कारण सभी 11 कर्मचारियों का संक्रमण की जांच कराया गया था। निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन ने बताया अमृत मिशन योजना में कार्यरत दो कर्मचारियों को कोरोना वायरस संक्रमण पॉजेटिव मिलने से योजना के कार्य बंद कर दिया गया था। परन्तु अब जॉच रिर्पोट निगेटिव आ जाने के बाद अमृत मिशन योजना के कार्यो को कराया जा सकेगा।
उल्लेखनीय है कि नगर पालिक निगम दुर्ग में अमृत मिशन योजना के कार्य प्रगति पर था । इस दौरान मिशन के कार्य में संलग्न कर्मचारी आनंद बिहार फेस 3 में निवास करता था । इस संबंध में आयुक्त इंद्रजीत बर्मन ने बताया कि अमृत मिशन योजना में कार्य करने वाले कर्मचारी 24 एमएलडी फिल्टर प्लांट के आफिस में कार्यरत थे । सभी कर्मचारी आनंद बिहार फेस 3 में किराये पर रहते थे । एक कर्मचारी कोरोना वायरस संक्रमण पॉजेटिव मिलने के बाद हमने आनंद बिहार फेस 3 को सील बंद कर दिये। इसके अलावा उक्त कर्मचारी के संपर्क में रहने वाले सभी 11 कर्मचारियों की जॉच करायी गयी । उन सभी की जॉच रिर्पोट आ गई है । जिन कर्मचारियों का संक्रमण जॉच किया गया था उनमें ललीत पटले, पारस लिल्हारे, आदेश नारंग, विकास तिवारी, सम्भा जी पाटिल, सुभम गवई, विनायक महेकर, पिंटू, आदि कुमार, निलकंठ निषाद, राजेश कुमार शामिल है । उन्होनें बताया अमृत मिशन योजना के कार्य में लगे अन्य 16 कर्मचारियों को होम क्वांरेटाईन में रख दिया गया है।
दुर्ग / शौर्यपथ / नगर निगम दुर्ग नेताप्रतिपक्ष द्वारा श्रमिक बाहुल्य वार्डो में अब तक राशन का पैकेट नहीं पहुॅचाये जाने का आरोप तथ्यों एवं वास्तविकता के विपरित है। जबकि निगम प्रशासन द्वारा जरुरतमंद गरीब परिवारों को राहत प्रदान करने प्रदेश में सर्वप्रथम दुर्ग महापौर परिषद ने प्रस्ताव पारित कर शासन से स्वीकृति ली, एवं पार्षद निधी अंतर्गत 59 वार्डो के पार्षदों द्वारा 42900 राशन पैकेट की अनुशंसा व मांग के विरुद्ध आज दिनांक तक 35735 परिवारों को राशन का पैकेट वितरण किया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि शहर के गरीब और जरुरतमंद परिवारों को शासन की स्वीकृति अनुसार माननीय विधायक अरुण वोरा के मार्गदर्शन में महापौर एवं पार्षद निधि से समस्त वार्डो व बस्तियों में राशन पैकेट का वितरण कार्य प्राथमिकता से किया गया, जो पूर्णता पर है। महापौर निधि के अंतर्गत पार्षदों की मांग पर श्रमिक बाहुल्य बस्ती में पूर्ति हेतु 2271 राशन पैकेट का वितरण किया गया। तथा शेष बस्तियों में राशन का पैकेट वितरण निरंतर किया जा रहा है। करहीडीह वार्ड में राशन पैकेट पहुॅचाया जा चुका है एवं औद्योगिक नगर वार्ड 18, बोरसी वार्ड 50, और पोटियाकला वार्ड 54 में आज वितरण कार्य पूरा किया गया। शेष बचे बस्तियों में आगामी 2 से 3 दिनों में वितरण कार्य पूर्ण कर लिया जावेगा। उपरोक्त वार्डो के पार्षदों द्वारा उनके वार्डो में राशन वितरण करने की अनुशंसा 28 अप्रैल से 1 मई के बीच दिया गया है जिसके कारण उनके वार्डो में देरी से राशन पैकेट पहुॅच पाया है। इस प्रकार नेताप्रतिपक्ष का कथन तथ्यों एवं वास्तिविकता के विपरित है।
विदित हो कि शहर के श्रमिक बाहुल्य बस्तियों नयापारा, पंचशील नगर, राजीव नगर, गयानगर, उरला बघेरा, गिरधारी नगर, शंकर नगर, सिकोला भाठा, सिकोला बस्ति, तितुरडीह उड़िया बस्ति, शक्ति नगर, शांति नगर, आईएचएसडीपी आवास कालोनी, पोलसायपारा, पचरीपारा, स्टेशनपारा, पाटणकर कालोनी, बांस पारा, केलाबाड़ी फोकट पारा, रायपुर नाका उड़िया बस्ति, कंडरापारा, सरस्वती नगर, बांधापार, बोरसी, पुलगांव इत्यादि श्रमिक बाहुल्य बस्तियों में राशन पैकेट का वितरण किया जा चुका है। शेष बचे 2/3 बस्ती मेें राशन वितरण का कार्य प्राथमिकता के साथ किया जाएगा। इसके अतिरिक्त निगम प्रशासन द्वारा निगम के अधिकारीयों कर्मचारियों एवं समाज सेवी संस्थाओं व्यक्तियों के सहयोग से प्राप्त सामग्री एवं धनराशि से बिना राशनकार्ड वाले परिवार और लाॅकडाउन के कारण यहाॅ फंसे अन्य प्रदेशों के परिवार कुल 3721 परिवारों को राशन पैकेट वितरण किया गया है। इस तरह से राशन पैकेट वितरण के कारण शहर में राशन के अभाव में कोई विपरित स्थिति निर्मित नहीं हुई है।
दुर्ग । शौर्यपथ । कहते है घर का मुखिया चाहे तो घर मे कलह की कोई जगह नही होती और किसी को भी ग्लानि महसूस नही करना पड़ता । बात बहुत ही छोटी है किंतु देखी जाए तो बड़ी गहरी भी ।
बात बीते दिन की है दुर्ग शहर में लॉक डाउन के नियमो का पालन कड़ाई से हो रहा है कि नही इसका निरीक्षण करने दुर्ग जिला के कलेक्टर अंकित आनंद स्वयम बाजार क्षेत्र में निकले वह उनकी नजर शनिचरी बाज़ार में एक महिला के ऊपर पड़ी जो सब्जी भेज रही थी । महिला बुजुर्ग थी तो कलेक्टर आनंद स्वयं उत्तर कर महिला को समझाईश दी कि लॉक डाउन के नियमो के तहत दुकान / पसरा बन्द करने का समय हो गया साथ ही महिला की समस्त सब्जी (भाजी) को तय कीमत देकर खरीद लिए ।
अंकित आनन्द दुर्ग के प्रशासनिक मुखिया है सिर्फ दो शब्द के आदेश से ही बुज़ुर्ग महिला को दुकान बंद करनी पड़ती । सब्जी चाहे खराब हो जाये दूसरे दिन या महिला का आर्थिक नुकसान हो जाये आदेश का पालन करवाने वाले कर्मचारी को कोई मतलब नही रहता । किन्तु ज़िले के मुखिया ने ना ही बुजुर्ग महिला को अहसान तले दबाया और ना ही आदेश का कड़ाई से पालन करवाने के लिए सख्त कदम उठाए । बस एक मुखिया होने का फर्ज अदा करते हुए बुजुर्ग महिला से समस्त सब्जी खरीदी और आइंदा समय से व्यापार बन्द करने की बात कहते हुए मास्क देकर सोशल डिस्टेंस की जानकारी देते हुए आगे बढ़ गए ।
किसी भी कलेक्टर के सम्पूर्ण कार्यकाल में ऐसे कई वाकये आते है जिन्हें वह याद भी नही रख पाते होंगे किन्तु उनके इस तरह के व्यवहार को बुजुर्ग महिला ताउम्र याद रखेंगी ।
दुर्ग / शौर्यपथ / राज्य शासन द्वारा लाकडाउन के कारण अन्य राज्य में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को वापस लाने की तैयारी श्रम विभाग ने प्रारंभ कर दी है। शासन के गाइड लाइन के अनुसार श्रम विभाग में 2593 श्रमिक अन्य राज्यों में जाने के लिए पंजीकृत हुए है। जिसमें झारखंड से 896, उडि़सा से 529, बिहार से 555, पश्चिम बंगाल से 562 श्रमिकों की संख्या दर्ज की गई है। जो कि दुर्ग जिले में निवासरत् है एवं अन्य राज्यों के नागरिक है। ये अपने घर वापसी के लिए तैयार है। साथ ही अब तक 1374 श्रमिकों ने दूसरे राज्यों से श्रम विभाग को दुर्ग वापस आने के लिए संपर्क किया है। जिसमें पुणे से 412, हैदराबाद से 164, नागपुर से 135, सूरत से 103 सहित अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिक शामिल है।
वर्तमान में दुर्ग जिले में जिसमें पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, उडि़सा, राजस्थान एवं पंजाब राज्य के लोगों को राहत शिविर केन्द्र अग्रसेन भवन, सांस्कृतिक भवन कुम्हारी, आकाशगंगा आश्रय स्थल, रैन बसेरा बस स्टैण्ड, कुशाभाऊ ठाकरे भवन, सांस्कृतिक भवन वैशालीनगर, कुगदा, रैन बसेरा जिला अस्पताल, चंद्रखुरी, मंगल भवन खुर्सीपार में कुल 165 श्रमिक को ठहराया गया है।
श्रम विभाग के अधिकारी आरके प्रधान ने विधायक अरुण वोरा को जानकारी देते हुआ कहा कि देश के किसी भी स्थान व राज्य से संपर्क करने वाले श्रमिकों की आने-जाने की व्यवस्था का संचालन सुगमंता से किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। विधायक वोरा ने कहा है कि जिला प्रशासन और श्रम विभाग के अधिकारी संयुक्त रुप से सर्वेक्षण कर ले ताकि श्रमिको के आने, उनके स्वास्थ्य परीक्षण और उन्हे गंतव्य तक भेजने तथा क्वारेंटाइन में रखने की उचित व्यवस्था करें।
शौर्यपथ की खास खबर ..
दुर्ग / शौर्यपथ / कोटा में पढ़ रहे दुर्ग जिले के बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए आज सुखद दिन रहा। लंबे अरसे बाद वे एक-दूसरे से मिले, यह बहुत भावुक क्षण दोनों के लिए रहा। लाकडाउन पीरिएड में लगातार अपने बच्चों की चिंता वे करते रहे और आज उन्हें सकुशल अपने साथ देखकर वो बहुत भावुक हो गए। आज सभी छात्र-छात्राएं बिलासपुर से बीआईटी परिसर पहुंच गए। इन छात्र-छात्राओं को लेने उनके अभिभावक बीआईटी पहुंचे। बातचीत में छात्र-छात्राओं ने बताया कि हमारे लिए यह बहुत खुशी की बात है कि हम अपने घर वापस आ गए। इसके लिए हम लोग छत्तीसगढ़ शासन को बहुत धन्यवाद देते हैं। इन छात्र-छात्राओं ने कहा कि उन्हें बिलासपुर में क्वारंटीन कर रखा गया था। यहाँ रहने एवं खाने-पीने का अच्छा प्रबंधन जिला प्रशासन ने किया था।
छात्र-छात्राओं को लेने आए अभिभावकों ने कहा कि कोटा में जब हमारे बच्चे फंसे थे तो हर पल बहुत मुश्किल से गुजरा। फिर जब छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया तो बहुत अच्छा लगा। लाकडाउन के दौरान इतनी लंबी यात्रा से बच्चों को लाना आसान नहीं रहा होगा क्योंकि रास्ते में सब कुछ बंद रहा होगा। इसमें मध्यप्रदेश की सीमा पार कर राजस्थान जाना और आना। हम प्रशासनिक अमले को भी बहुत धन्यवाद देते हैं जो हमारे बच्चों को इतनी दूर से लेकर आए। अभिभावकों ने बताया कि कोविड के खतरे को देखते हुए उनके बच्चे घर में पूरा समय क्वारंटीन में रहेंगे।
हमें इस बात की खुशी है कि हमारे बच्चे स्वस्थ हैं, घर वापस आकर खुश हैं। कोटा में मेडिकल की तैयारी के लिए गई भारती ध्रुव के भाई हितेंद्र ध्रुव ने बताया कि मुझे बहन के स्वास्थ्य को लेकर बहुत चिंता थी। अब वो वापस आ गई है तो बहुत अच्छा लगा। प्रशासन ने भारती का पूरा ध्यान रखा, हम सब बहुत खुश हैं। इसी तरह मेडिकल की तैयारी के लिए गए आदित्य चंद्राकर ने बताया कि कोटा में फंसे होने की वजह से चिंता के कारण भी पढ़ाई नहीं हो पा रही थी। छत्तीसगढ़ शासन ने हमें लाकडाउन के चलते वहां हो रही परेशानी से भी बचाया और उस चिंता से भी बचाया जो हमें कोटा में रहकर महसूस हो रही थी। जिला शिक्षा अधिकारी एवं इस कार्य के नोडल अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल ने बताया कि सभी अभिभावकों को सूचित कर दिया गया था एवं जिला प्रशासन के निर्देशों से भी अवगत करा दिया गया था।
पूरी व्यवस्था की मानिटरिंग के लिए टीम का गठन किया गया था। उल्लेखनीय है कि आज ही सूरजपुर जिले के बच्चे भी अपने गृह जिले के लिए रवाना हुए। लड़कियों को विज्ञान विकास केंद्र एवं लड़कों को रूंगटा कालेज में रखा गया था। आज इन बच्चों को भी रवाना किया गया। उल्लेखनीय है कि कोटा से पहुंचते ही सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था एवं इन्हें क्वारंटीन किया गया था। बच्चों को लेने जाने वाले स्टाफ को भी क्वारंटीन किया गया था।