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सेहत / शौर्यपथ / गर्मियों के मौसम में खुद को तंदुरुस्त रखने के लिए तैरना एक बेहतरीन व्यायाम है। वैसे तो पूरे साल स्विमिंग की जा सकती है लेकिन गर्मियों में इसे करने का खास ही मजा है। गर्मियों में तैरना एक ऐसा व्यायाम है जिसमें आप मोज मस्ती के साथ अपनी बॉडी को फिट रख सकते हैं। आइए, आपको बताते हैं तैरने के 10 बेहतरीन सेहत फायदे -
1 वजन कम होना -
तैरने की वजह से शरीर की कैलोरीज कम होती हैं जिसका सीधा असर वजन पर भी पड़ता है और वजन घटाने में मदद मिलती है।
2 हड्डियों की मजबूती -
उम्र बढ़ने के साथ ही हड्डियां भी कमजोर होने लगती है। ऐसे में तैरने जैसी एक्सरसाइज को दिनचर्या में शामिल करके हड्डियों को मजबूत बनाया जा सकता है।
3 हृदय की सुरक्षा -
जिन लोगों को हृदय संबंधी कोई समस्या हो तो तैरना दिल के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। लेकिन इसे शुरू करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें।
4 बच्चों को सेलेब्रल पाल्सी से रखे दूर -
सेलेब्रल पाल्सी एक ऐसा रोग जिसमें बच्चों को चलने-फिरने में काफी दिक्कत आती है। ऐसे में तैरना बच्चों के लिए भी अच्छा व्यायाम है।
5 नकारात्मक भाव होते हैं दूर -
अन्य व्यायाम कि तुलना में बच्चे और बड़े ज्यादा मौज-मस्ती के संग अपनी सेहत बना सकते हैं। इससे उनके मन की नकारात्मकता भी दूर होती हैं।
6 फ्लेक्सिबिल शरीर -
तैरने के शरीर का लचिलापन कायम रहता है व बेहतर होता है।
7 अंगों का बेहतर कोओर्डिनेशन -
तैरने के दोरान हाथ, पैर और सिर के बीच एक अच्छे कोओर्डिनेशन की जरूरत होती है। इसलिए तैरने से शरीर अपने अंगों को नियंत्रत और कुओर्डिनेट बेहतर तरीके से करने लगता है।
8 अस्थमा का इलाज
कई रिसर्च में पाया गया है कि अस्थमा के मरीजों के लिए भी तैरना एक अच्छा विकल्प है, हांलाकि एक इसे अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें।
9 बेहतरीन नींद
तैरने से शरीत में थकावट होती है जिसके बाद बेहतरीन नींद आने में मदद मिलती है।
टिप्स /शौर्यपथ / तपती गर्मी के मौसम में त्वचा की देखभाल करना उतना आसान नहीं होता। इस मौसम में त्वचा बहुत जल्दी झुलसती व मुरझाती है। हम आपको ऐसे 10 घरेलू नुस्खे बता रहे हैं जो गर्मियों में आपकी त्वचा की देखभाल करेंगे -
1 जायफल को पानी या दूध में घिसकर झाइयों पर लगाएं।
2 हल्दी चूर्ण, बेसन तथा मुलतानी मिट्टी समान मात्रा में मिलाकर जल में घोलकर पेस्ट बना लें तथा इस पेस्ट का झाइयों पर लेप करें। आधे घंटे बाद कुनकुने पानी से धो डालें।
3 ऐलोवेरा यानी ग्वारपाठा गाय के दूध में मिलाकर झाइयों पर लेप करें। लेप लगाने के बाद आधा घंटे लगा रहने दें। इसके बाद कुनकुने पानी से साफ कर दें। इसी तरह चंदनादि लेप का प्रयोग भी किया जा सकता है।
4 त्वचा को खूबसूरत और तरोताजा बनाए रखने का सबसे खास माध्यम हमारा खानपान भी है। इसलिए खट्टे, नमकीन, तीखे, गर्म, भारी, देर से हजम होने वाले तथा पित्त को कुपित करने वाले, मिर्च-मसालेदार पदार्थों का सेवन बंद कर दें।
5 पानी भरपूर पिएं और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करते रहें। इससे आपका खून साफ रहेगा और शरीर से हानिकारक तत्व बाहर निकल जाएंगे, जिससे त्वचा की अंदर से सफाई होगी।
6 खीरा ककड़ी को पीसकर चेहरे पर लगाएं और कुछ समय तक रहने के बाद इसकी मसाज करें। कुछ ही दिनों में झाइयां गायब हो जाएंगी और त्वचा खिली-खिली नजर आएगी।
7 सुबह खाली पेट एक ताजी मूली और उसके कोमल पत्ते चबाएं। थोड़ी सी मूली पीसकर चेहरे पर मलें। यह दोनों प्रयोग साथ-साथ एक माह तक करें व फर्क देखें।
8 अदरक को पीसकर झाइयों पर लेप करें व एक-दो घंटे रहने दें। स्नान करते समय इसे हल्के हाथ से निकालते जाएं, पश्चात नारियल का तेल लगा लें। कुछ दिन ऐसा करने से झाइयां दूर हो जाती हैं।
9 प्याज के बीज पीसकर शहद के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाकर धीरे-धीरे मलें। 2-3 दिन यह क्रिया दोहराते रहें, इससे झाइयां दूर हो जाएंगी और त्वचा की कांति लौट आएगी।
10 15 ग्राम हल्दी चूर्ण को बरगद या आक (आंकड़ा) या पीपल के दूध में मिलाकर गूंथ लें। रात को सोते समय चेहरे पर इसका लेप करें तथा सुबह चेहरा धो लें। कुछ दिनों तक ऐसा करने से झाइयां दूर हो जाती हैं।
वास्तु टिप्स / शौर्यपथ / घर में दरवाजे और खिड़खियों में पर्दे लगाते हैं। कई बार हम वास्तु के अनुसार नहीं बल्कि सुंदर पर्दे देखकर ही पर्दे लगा लेते हैं फिर भले ही वह ब्लैक एंड वाइट में डिजाइन वाले पर्दे ही क्यों ना हो। पर्दों का भी वास्तु शास्त्र में बहुत महत्व बताया गया है। दरवाजे और खिड़की किस दिशा में है उस दिशा को ध्यान रखकर भी कलर का चयन किया जाता है। आओ जानते हैं कि वास्तु अनुसार कैसे पर्दे होना चाहिए।
1. गाढ़े रंग में मोटे कपड़े के पर्दे तब लगाना चाहिए जबकि दक्षिण दिशा में खिड़की या दरवाजा हो। यहां लाल, गहरा हरे रंग का उपयोग कर सकते हैं।
2. नैऋत्य कोण में हल्का गुलाबी या नींबू जैसा पीले रंग के पर्दे लगा सकते हैं। यदि दक्षिण का प्रभाव ज्यादा है तो लाल और गहरे हरे रंग का प्रयोग कर सकते है।
3. ईशान दिशा के खिड़की दरवाजे में मोटे पर्दे नहीं होना चाहिए यहां हल्के या पतले कपड़े के पर्दे होना चाहिए। रंगों में हल्का पीला, नारंगी, सफेद, क्रीम, गुलाबी जैसे साफ्ट रंग होना चाहिए। हरा, नीला और बैंगनी रंगे के पर्दे भी लगा सकते हैं।
4. उत्तर दिशा में स्काई ब्लू या सफेद रंग के पतले पर्दे लगा सकते हैं।
5. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की पूर्व दिशा में या बच्चों के अध्ययन कक्ष में हरे रंग या मिंट ग्रीन के पर्दे लगाना अच्छा माना जाता है।
6. पश्चिम दिशा में सफेद और नीले रंग के पर्दे लगा सकते हैं।
7. आग्नेय कोण में खिड़की या दरवाजा है तो पीले या नारंगी रंग के पर्दे लगा सकते हैं। कुछ परिस्थिति में लाल रंग, मेहरून, कैमल ब्राउन व सिंदूरी रंग का परदा भी लगा सकते हैं।
8. वायव्य कोण में हल्का नीला, स्लेटी व बैंगनी रंग का परदा लगा सकते हैं।
9. सुंदरता के लिए आप डबल परदे भी लगा सकते हैं। यानी नेट के झीने सफेद रंग के परदे और उसके साथ जॉर्जेट के परदे। इससे जहां लुक में भी बदलाव आएगा, वहीं कमरा हवादार भी बना रहेगा।
10. पर्दों के लिए बाजार में खूबसूरत क्लिप्स भी मिलते हैं। दीवारों से मिलते-जुलते कलर में या फिर पर्दे से एक शेड हल्का या एक शेड डार्क के क्लिप्स सजाएं। पर्दों पर अलग से कांच की पतली रंगबिरंगी नलियां पिरो कर लगाने से घर खूबसूरत लगेगा।
11. राजस्थानी या गुजराती हैंडवर्क से सजे हाथी, घोड़े, चिड़िया, कांच, गुड़िया, कोड़िया, कठपुतली आदि से भी पर्दे पर साजसज्जा की जा सकती है। आर्टिफिशियल फूलों की सुंदर और सजीव बेलें भी पर्दे के साथ लटकाई जा सकती है।
12. बेडरूम में गुलाबी, क्रीम, सफेद, नारंगी या पीले रंग के परर्दे ही उपयोग करना चाहिए।
आस्था / शौर्यपथ / इस वर्ष रंगभरी एकादशी 25 मार्च 2021, गुरुवार को है। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी रंगभरी एकादशी के नाम से भी जानी जाती है, हालांकि इसे आमलकी एकादशी भी कहते हैं। रंगभरी एकादशी का दिन भगवान शिव की नगरी काशी के लिए विशेष होता है। इस दिन भगवान शिव माता गौरा और अपने गणों के साथ रंग-गुलाल से होली खेलते हैं। इस हर्षोल्लास के पीछे एक विशेष बात भी है। आज का दिन भगवान शिव और माता गौरी के वैवाहिक जीवन में बड़ा महत्व रखता है।
पूजन विधि- रंगभरी एकादशी के दिन स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद पूजा स्थान पर भगवान शिव और माता गौरी की मूर्ति स्थापित करें। इसके बाद माता गौरी और भगवान शिव की अक्षत, धूप, पुष्प, गंध आदि से पूजा-अर्चना करें। इसके बाद माता गौरी और भगवान शिव को रंग तथा गुलाल अर्पित करें। फिर घी के दीपक या कपूर से दोनों की आरती करें। पूजा के समय माता गौरी को श्रृंगार का सामान अर्पित करें, तो यह खुशहाल जीवन के लिए शुभ होगा।
रंगभरी एकादशी का महत्व- रंगभरी एकादशी के दिन काशी में बाबा विश्वनाथ का विशेष श्रृंगार होता है और उनको दूल्हे के रूप में सजाते हैं। इसके बाद बाबा विश्वनाथ जी के साथ माता गौरा का गौना कराया जाता है। रंगभरी एकादशी के दिन ही भगवान शिव माता गौरा को विवाह के बाद पहली बार काशी लाए थे।
इस उपलक्ष्य में भोलेनाथ के गणों ने रंग-गुलाल उड़ाते हुए खुशियां मनाई थी। तब से हर वर्ष रंगभरी एकादशी को काशी में बाबा विश्वनाथ रंग-गुलाल से होली खेलते हैं और माता गौरा का गौना कराया जाता है।
कोरोना टीकाकरण, जांच एवं इलाज की व्यवस्था की समीक्षा की : आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने कहा
रायपुर / शौर्यपथ / स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज राज्य स्तरीय कोविड-19 कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में कोरोना टीकाकरण और इसके नियंत्रण के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने गंभीर मरीजों के इलाज के लिए माना कोविड अस्पताल को जल्द दोबारा शुरू करने कहा। श्री सिंहदेव ने कोरोना टीकाकरण में भी तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रतिदिन औसतन एक लाख लोगों को टीके लगाने का लक्ष्य पूरा करने कहा।
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव विगत 7 मार्च को कोरोना संक्रमित होने के बाद 23 मार्च तक 17 दिनों के होम आइसोलेशन में थे। होम आइसोलेशन की अवधि के खत्म होने के बाद आज पहले ही दिन उन्होंने कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण की व्यवस्थाओं और स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की मैराथन समीक्षा की। उन्होंने बैठक में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए कोविड अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर्स में उपलब्ध सुविधाओं, होम आइसोलेशन व्यवस्था, विभागीय भर्ती, पदोन्नति, प्रशिक्षण, परिवार कल्याण से संबंधित कार्यक्रमों और सीजीएमएससी (Chhattisgarh Medical Service Corporation) के कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्लै, आयुक्त डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक नीरज बंसोड़ और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला भी बैठक में मौजूद थीं।
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने रोजाना ज्यादा आवाजाही वाले शहरों एवं जिलों में कोरोना नियंत्रण पर विशेष जोर देने कहा। राजनांदगांव, दुर्ग और रायपुर जिले में महाराष्ट्र से या वहां से होकर बड़ी संख्या में लोग प्रतिदिन आना-जाना करते हैं। इन तीनों ही जिलों में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कोविड-19 के गंभीर संक्रमितों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने पर्याप्त संख्या में आक्सीजन सुविधा, आईसीयू और एचडीयू बिस्तरों का इंतजाम करने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 87 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना से बचाव के लिए पहला टीका और 55 प्रतिशत को दूसरा टीका लगाया जा चुका है। वहीं 82 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहला और 39 प्रतिशत को इसकी दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। प्रदेश के 60 वर्ष से अधिक के पांच लाख 54 हजार 934 नागरिकों को तथा 45 वर्ष से 59 वर्ष तक के एक लाख 40 हजार 524 कोमोरबिडिटी पीड़ितों को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगाया जा चुका है। अभी प्रदेश भर में 1200 से अधिक जगहों पर कोरोना के टीके लगाए जा रहे हैं। इनमें 1069 शासकीय और 132 निजी क्षेत्र के अस्पताल हैं।
प्रदेश में अभी सरकारी और निजी क्षेत्र को मिलाकर रोजाना कोविड जांच की क्षमता 40 हजार है। इनमें तीनों तरह की जांच आरटीपीसीआर, ट्रूनाट और रैपिड एंटीजन टेस्ट शामिल हैं। विगत सप्ताह 15 मार्च से 21 मार्च के दौरान प्रतिदिन औसत 35 हजार 984 सैंपलों की जांच की गई है। ज्यादा से ज्यादा कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए जांच की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। 23 मार्च को कुल 39 हजार 619 सैंपलों की जांच की गई है। कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए अभी प्रदेश के सरकारी और निजी अस्पतालों तथा कोविड केयर सेंटरों में 16 हजार 383 बिस्तर उपलब्ध हैं। इनमें 2621 आक्सीजन सुविधा वाले, 746 एचडीयू और 965 आईसीयू बिस्तर शामिल हैं।
रायपुर / शौर्यपथ / स्वास्थ्य और वाणिज्यिक कर मंत्री टी.एस. सिंहदेव से आज छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने सौजन्य मुलाकात की। श्री सिंहदेव ने सभी पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। स्वास्थ्य मंत्री को छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स के नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने आश्वस्त किया कि चेम्बर कोरोना काल में उद्योग, व्यवसाय और व्यापार के संचालन में सभी जरूरी सावधानियां बरतते हुए शासन को हर तरह से सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने व्यवसायिक गतिविधियों के संचालन के दौरान बाजारों और दुकानों में मास्क के उपयोग और शारीरिक दूरी के नियमों का पूर्णतः पालन करने की बात कही।
श्री पारवानी ने कोरोना संक्रमण और टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करने और इससे बचाव के उपाय अपनाने प्रेरित करने स्वास्थ्य विभाग की आईईसी गतिविधियों में सहयोग की भी बात कही। उन्होंने छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स से जुड़े प्रदेश भर की व्यापारिक-व्यावसायिक संस्थाओं और सदस्यों द्वारा भी इसमें पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। सिविल लाइन स्थित नवीन विश्रामगृह में श्री सिंहदेव के साथ चेम्बर के पदाधिकारियों की चर्चा के दौरान स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्लै, आयुक्त डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक श्री नीरज बंसोड़ और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला भी मौजूद थीं।
रायपुर / शौर्यपथ / राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से आज यहां राजभवन में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस. के. पाटिल ने मुलाकात कर दंतेवाड़ा कृषि विज्ञान केन्द्र में निर्मित हर्बल गुलाल भेंट स्वरूप प्रदान किया। राज्यपाल ने उन्हें शुभकामनाएं दी और कहा कि कृषि विश्वविद्यालय द्वारा किया जा रहा कार्य एक अच्छा प्रयास है। इससे होली में रासायनिक रंगों से होने वाले नुकसान से बचाव होगा। कुलपति डॉ. पाटिल ने बताया कि यह हर्बल गुलाल महिला स्वसहायता समूह द्वारा बनाया गया है, जिन्हें दंतेवाड़ा कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है और केन्द्र में ही समूहों द्वारा निर्मित किया गया है। इससे महिला स्वसहायता समूहों को रोजगार मिलता है और अच्छी-खासी आय होती है। यह पूर्णतः इको फ्रेंडली है और इसका उपयोग स्वास्थ्य की दृष्टि से सुरक्षित है। गुलाल में केमिकल की वजह से आंखों में जलन एवं सिरदर्द होता है लेकिन हर्बल गुलाल से यह समस्या नहीं आती। यह हर्बल गुलाल इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में भी विक्रय के लिए उपलब्ध है।
जल्द शुरू होंगे विकास कार्य, जनता की मांग पर मेयर ने प्रस्ताव बनाकर शासन से मांगा था राशि
महिला सुलभ शौचालय से लेकर सरकारी स्कूल का होगा जीर्णोंद्धार
दुर्ग / शौर्यपथ / नगर निगम भिलाई के विकास के लिए महापौर देवेंद्र यादव लगातार प्रयास कर रहे हैं। शासन को स्टीमेंट बनाकर भेज रहे हैं साथ ही शासन से विकास कार्यों के लिए लोगों की सुविधाओं के लिए राशि भी पास करा रहे हैं।
महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने एक बार फिर भिलाई की जनता को बड़ी सौगात देने वाले है। इसी तैयारी कर ली गई है। इस बार महापौर ने शासन से 5 करोड़ की राशि विभिन्न विकास कार्यो के लिए स्वीकृत कराए हैं। विधायक देवेंद्र यादव की मांग पर शासन ने करीब 5 करोड़ स्वीकृत दे दी है और अब स्वीकृति मिलने के साथ ही जल्द ही विकास कार्यों को शुरू करने के लिए निगम के अधिकारियों को निर्देशित कर दिए है। ताकि जनता की मांग जल्द से जल्द पूरा हो सकते और और समस्याएं दूर हो। साथ ही विधायक व भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने सीएम भूपेश बघेल सहित नगरीय निकाय मंत्री शिवकुमार डहरिया का दिल से आभार जताया है। विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि कांग्रेस की भूपेश सरकार हमेशा जनता के हित और विकास के लिए काम करते आई है और आगे भी करती रहेगी। सीएम भूपेश बघेल और मंत्री मंडल विकास कार्यों के स्वीकृति दे दिए हैं। इसके लिए उनका दिल से आभार है।
महिलाओं के लिए शौचालय
वार्ड 37 सोनिया गांधी नगर नहर किनारे में महिलाओं के लिए अलग से सुलभ शौचालय का निर्माण किया जाएगा। 16 लाख की लागत से शौचालय बनाया जाएगा। जहां अच्छी सुविधा होगी। वार्ड की महिलाओं सुविधाओं के लिए यह पहल की गई है। इसके अलावा 15 लाख की लागत सेे वार्ड 28 शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला का जीर्णोद्धार किया जाएगा। वर्षों पूरानी यह शिक्षा का मंदिर अब जर्जर होने लगा है। इसलिए बच्चों को बेहतर शिक्षा और बेस्ट सुविधा देने मेयर देवेंद्र यादव ने पहल की है।
1 करोड़ 29 लाख 14 हजार की लागत से स्कूलों का होगा जीर्णोंद्धार
सरकारी स्कूल जो लंबे समय से संचालित है। जिनके भवन जर्जर हो गए है। उन सभी स्कूलों के भवनों के संधारण जीर्णोद्धार के लिए महापौर ने बेहतर कदम उठाया है। 1 करोड़ 29 लाख 14 हजार की लागत से विभिन्न स्कूलों का जीर्णोद्धार और नए कमरे का निर्माण किया जाएगा। इसमें वार्ड 28 शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला शंकर नगर छावनी का जीर्णोंद्धार 13.70 लाख की लागत से किया जाएगा। इसी प्रकार वार्ड 29 बापू नगर शासकीय प्राथमिक एवं पूर्ण माध्यमिक शाला का जीर्णोद्धार 13.70 लाख की लागत से होगा। वार्ड 31 शासकीय पूर्ण माध्यम शाला में अतिरिक्त कमरा निर्माण 13.70 लाख की लागत से किया जाएगा। वार्ड 32 शासकीय प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक शाला में 5 अतिरिक्त कमरे 13.70 लाख की लागत से बनाएं जाएंगे। इसके अलावा वार्ड 35 शासकीय प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक शाला का जीर्णोद्धार 13.70 लाख की लागत से किया जाएगा। वार्ड 37 सुभाष नगर शासकीय प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक शाला जीर्णोद्धार कार्य 13.70 लाख की लागत से किया जाएगा।
वार्ड 4 प्रियदर्शनी परिसर पूर्व ब्लाक नंबर 5 एवं 7 के बीच उद्यान 19.54 लाख की लागत से बनाई जाएगी।
इन वार्ड के लाेगों को मिलेगा 3 करोड़ की सौगात
भिलाई निगम क्षेत्र के 8 वार्डों में रहने वाले लोगों को भिलाई नगर विधायक व महापौर 3 करोड़ के विकास कार्य की सौगात देने वाले है। वार्ड 28 मुक्तिधाम एवं दर्री तालाब के पास गार्डन विकास कार्य 50 लाख की लागत से किया जाएगा। वार्ड 30 कृष्णा नगर पार्क का विकास कार्य 25 लाख की लागत से किया जाएगा। वार्ड 32 दीनदयाल पुरम गाड्रन का विकास कार्य 25 लाख की लागत से होगा। वार्ड 35 तल्हानाला के पास गार्डन निर्माण कार्य 40 लाख की लागत से किया जाएगा। 50 लाख की लागत से वार्ड 36 गौतम नगर में उद्यान विकास कार्य किया जाएगा। वार्ड 37 में सीएसईबी पावर स्टेशन के पास गार्डन निर्माण कार्य 30लाख की लागत से होगा। वार्ड 38 पं. दीनदयाल स्टेडियम के बाजू रिक्त भूमि का सौंदर्यीकरण कार्य 45 लाख की लागत से होगा और जोन 4 वार्ड 35 में स्थित बाबा बालकनाथ तालाब का सौंदर्यीकरण कार्य किया जाएगा।
जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) से जुड़ी स्व सहायता समूह की महिलाओं ने हर्बल गुलाल तैयार किया है। हर्बल गुलाल बनाने में गुलाब, गंेदा, चांदनी, रात रानी के फूल, टेशू के फूलों सहित पत्ती, एवं पालक भाजी, लाल भाजी का उपयोग किया गया है, जो त्वचा को किसी तरह से नुकसान नहीं पहंुचाता। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह ठाकुर ने समूह की महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए जिला पंचायत परिसर में स्टॉल तैयार करवाया है। जिपं सीईओ ने नागरिकों से अपील भी की है कि वे हर्बल गुलाल को जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत में लगाए स्टाल के साथ ही ग्राम पंचायतों में समूह के द्वारा बनाई जा रही गुलाल खरीदकर महिला समूह का मनोबल बढ़ाएं।
जिपं सीईओ ने कहा कि रसायनिक एवं अन्य पदार्थों से निर्मित रंग, गुलाल से त्वचा संबंधी खतरा होने की संभावना रहती है, लेकिन हर्बल गुलाल से त्वचा एवं अन्य शारीरिक नुकसान होने का खतरा नहीं रहता। उन्होंने बताया कि बिहान के माध्यम से समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें हर्बल गुलाल तैयार करने कहा गया। जिसके बाद विभिन्न समूहों ने मिलकर हर्बल गुलाल तैयार की है। सहायक परियोजना अधिकारी श्री आकाश सिंह ने बताया कि जिले में बिहान योजना से जुड़े समूहों के द्वारा हर्बल गुलाल बनाकर महिलाओं द्वारा विक्रय किया जा रहा है।
पालक से हरा, तो चुकंदर से लाल गुलाल
अकलतरा सीईओ सत्यव्रत तिवारी के मार्गनिर्देशन में कापन कलस्टर के उज्जवला महिला संकुल संगठन की महिलाओं के द्वारा पिछले दो माह से गुलाल तैयारी की जा रही है। जनपद पंचायत अकलतरा के सहायक विकास विस्तार अधिकारी श्री बैजनाथ राठौर, समूह कलस्टर प्रभारी श्रीमती ओमेश्वरी साहू, अध्यक्ष श्रीमती पूनम केवट, श्रीमती सुशीला बरेठ, गायत्री पैगवार, अनिता कौशिक, सविता, सावित्री रात्रे एवं अन्य सदस्यों ने बताया कि फूलों, पत्तियों एवं भाजियों के माध्यम से विभिन्न रंगों की गुलाल तैयार की गई है। जहां हरा गुलाल बनाने के लिए पालक भाजी, तुलसी, हरी पत्तियों का उपयोग किया गया है, तो वहीं लाल गुलाल बनाने के लिए चुकन्दर का रस, मदार के फूल को उपयोग में लाया गया है। इसी तरह से पीला गुलाल के लिए हल्दी, चंदन, गेंदा फूल से बनाया है। इन फूलों का सुखाकर उसके बाद पीसकर फिर छानकर गुलाल को कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया गया हैं।
गांव से लेकर जनपद, जिला तक
जिला पंचायत में बनाए गए स्टाल में अकलतरा कापन कलस्टर की महिलाओं द्वारा तैयार किया गया गुलाल विक्रय किया जा रहा है। इसके अलावा सुगंधित अगरबत्ती, पैरदान, फिनाइल एवं मसाले भी एक भी छत के नीचे वाजिब दाम में मिल रहे हैं। वहीं दूसरी ओर बलौदा में रानी लक्ष्मीबाई स्व सहायता समूह के द्वारा एवं बम्हनीडीह में एकता महिला स्व सहायता समूह के द्वारा गुलाल तैयार की गई है। जिसे बलौदा, बम्हनीडीह जनपद पंचायत परिसर में स्टाल लगाकर विक्रय किया जा रहा है। समूह की महिलाओं ने बताया कि पहले दिन ही बड़ी संख्या में लोगों द्वारा हर्बल गुलाल एवं अन्य सामग्री को खरीदा गया।
दुर्ग / शौर्यपथ / नगर पालिक निगम दुर्ग में कोरोना संक्रमण के मरीज मिलने पर निगम आयुक्त ने न्यू आदर्श नगर, बोरसी स्थित अपार्टमेंट में जाकर जानकारी लिये। उन्होनें इस क्षेत्र को कन्टेनमेंट घोषित कर यहाॅ आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने अधिकारियों को निर्देश दिये । वे रात्रि 8.00 बजे बाजार क्षेत्र में व्यवसायियों को सोशल डिस्टेंस का पालन कराने सख्त निर्देश दिये । इस दौरान कार्यपालन अभियंता मोहनपुरी गोस्वामी, स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे ।
अपार्टमेंट सहित आवासीय काम्पलक्सों की भी करें जाॅच-
आयुक्त मंडावी ने निगम अधिकारियों को निर्देशित कर कहा कि शहर में स्थित अपार्टमेंट और आवासीय काम्पलेक्सों को भी सर्च करें। वहाॅ आने-जाने वाले लोगों की जानकारी लें। बाहर से आने वाले लोगों की कान्टेक्ट ट्रेसिंग की जानकारी लेकर रिपोर्ट देवें । उन्होनें कहा किसी भी व्यक्ति द्वारा कांटेक्ट ट्रेसिंग और कोरोना टेस्ट की जांच छुपाने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करें ।
रात के समय बाजार क्षेत्र में 25 लोगों पर हुई कार्यवाही-
आयुक्त मंडावी के द्वारा रात्रि के समय बाजार क्षेत्र में पहुॅचकर दुकानदारों से अपील कर कहा कि वे सोशल डिस्टेंस का पालन करें, कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन नही ंकर रहे व्यवसायियों पर जुर्माना की कार्यवाही की जाएगी। आयुक्त के निर्देश पर बाजार विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इंदिरा मार्केट क्षेत्र में रात के समय घूम-घूमकर मास्क नहीं पहनने वाले दुकानदारों और ग्राहकों पर कार्यवाही कर 2950 रुपये जुर्माना वसूल किये। बाजार क्षेत्र के सभी दुकानदारों को हिदायत दी गई है कि वे अपने दुकान के सामने सोशल डिस्टेंस के लिए गोला बनाकर रखें। दोबारा भीड़-भाड़ मिलने एवं सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कराये जाने पर दुकानदार पर 500 से 1000 रु0 जुर्माना लगाया जाएगा ।