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छत्तीसगढ़ में कानून का राज, जो भी उल्लंघन करेगा, इस पर कड़ी कार्यवाही होगी, बलौदाबाजार की घटना राजनीतिक षड्यंत्र, लोगों को घटना के लिए किया गया प्रेरित : उपमुख्यमंत्री साव
रायपुर / शौर्यपथ / बलौदाबाजार घटना मामले में पुलिस ने विधायक देवेंद्र यादव के खिलाफ कार्यवाही की है। इस पर कांग्रेस द्वारा सवाल उठाए जाने पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ में कानून का राज है, जो भी व्यक्ति कानून का उल्लंघन करेगा, वह कितना भी बड़ा आदमी हो, उस पर कड़ी कार्यवाही होगी। श्री साव ने कहा कि, कांग्रेस का आरोप बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित है। बलौदाबाजार मामले की जांच के बाद महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं, उसके बाद ही पुलिस ने एक्शन लिया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि, विधायक देवेंद्र यादव को बार-बार नोटिस देने के बावजूद बयान दर्ज नहीं कराया। कल उन्होंने हाथ में संविधान लेकर पुलिस की कार्यवाही का विरोध किया। ये बताता है कि, इनका कानून और संविधान पर भरोसा नहीं है। ये कांग्रेस का इतिहास है। ये लोग न्यायालय के आदेश का भी उल्लंघन करते हैं।
कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन की चेतावनी पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि, कांग्रेस कार्यवाही पर राजनीति कर रही हैं।बलौदाबाजार की घटना भी एक राजनीतिक षड्यंत्र है। लोगों को घटना के लिए प्रेरित किया गया, सतनामी समाज को बदनाम करने का काम किया गया। उन्होंने कहा कि, पुलिस साक्ष्यों के आधार पर कार्यवाही कर रही है। बलौदाबाजार की घटना सामान्य घटना नहीं है। कलेक्टोरेट और एसपी कार्यालय में आगजनी की गई। इस मामले में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच हो रही है।
कोण्डागांव / शौर्यपथ / नशे के विरुद्ध साय सरकार द्वारा लगातार कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए जा चुके है अवैध रूप से मादक पदार्थो के तस्करी पर जिला कोण्डागांव पुलिस अधीक्षक महोदय वाय. अक्षय कुमार (भा.पु.से.) के द्वारा अवैध मादक पदार्थो के तस्करो के विरूद्ध सख्त कार्यवाही के लिए अधिनस्त अधिकारियो को निर्देशित किया गया इसी तारतम्य में जिला पुलिस के द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है। ऐसे ही एक मामले में में कोतवाली पुलिस के द्वारा आबकारी अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है।
बता दे कि गत मंगलवार को मुखबीर से सूचना प्राप्त हुआ कि भोलाराम पोयाम अपने मोटर साइकिल से अवैध शराब लेकर बिक्री करने जा रहा है जिसकी सूचना पर थाना स्टाफ एवं साइबर टीम के द्वारा ग्राम चिपावंड के पास घेराबंदी कर मुखबीर के बताएं अनुसार गाड़ी को रोककर चेक किया गया जिसमे संदेही भोलाराम पोयाम के कब्जे से रॉयल स्टेज का 11 पव्वा, फ्रंट लाइन का 01 पव्वा, हंटर बीयर का 03 बॉटल,किंग फिशर केन बीयर 04 नग, हंटर केन बीयर 04 नग जुमला 8.110 लीटर अंग्रेजी शराब का प्राप्त होने से अंग्रेजी शराब और मोटर साईकिल को जप्त कर आरोपी भोलाराम पोयाम पिता घुड़ऊ राम पोयम उम्र 22 वर्ष निवासी पलाट पारा मुलमुला थाना कोंडागांव के विरुद्ध आबकारी अधिनियम की धारा 34 (2) के तहत विधिवत कार्यवाही किया गया।
कोतवाली पुलिस की इस सम्पूर्ण विवेचना में निरी. सौरभ उपाध्याय, सउनि. गणपत कश्यप, सउनि दिनेश डहरिया, प्र.आर. 90 नरेंद्र देहारी, प्र. आर. अजय बघेल, आर. 596 सुखी राम राजपूत एवं थाना स्टाप का विशेष योगदान रहा।
रक्षाबंधन हो या दिवाली हर महीने मुख्यमंत्री जी महतारी वंदन से अपनी बहनों को खुशियों का नोटॉफिकेशन भेजते हैं - रंजना साहू
धमतरी / शौर्यपथ / रक्षाबंधन के अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धमतरी विधानसभा की महिलाओं की ओर से पूर्व विधायक श्रीमती रंजना डिपेंद्र साहू ने रक्षासूत्र भेजा,प्रेस नोट जारी करते हुए श्रीमती साहू ने कहा हमारे मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेश की माताओं और बहनों के दिल में अपनी जो जगह बनाई है वह अमिट है,महतारी वंदन योजना से उन्हें हर महीने आर्थिक सहयोग प्रदान कर मुख्यमंत्री जी ने माताओं बहनों का मान बढ़ाया है,हमारे मुख्यमंत्री प्रदेश की जम्मो माताओं बहनों के दुलारे भाई के रूप में उभरे हैं जिनके प्रयासों ने प्रदेश की महिलाओं को हर महीने खुशियों का नोटॉफिकेशन मिलता है जिस पिटारे में उनके लिए एक हज़ार रुपये की सहयोग राशि मिलती है जिससे महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त होने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है,आज धमतरी विधानसभा की माताओं और बहनों की ओर से माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी को धन्यवाद देते हुए उन्हें रक्षासूत्र हमने भेज है और उनके स्वस्तग समृद्ध जीवन की कामना करते हुए यह मंगलकामना भी करते हैं कि इसी तरह प्रदेश की माताओं बहनों की खुशहाली के लिए वे निरंतर कार्यरत रहें।
गुम हुऐ बच्चे को 1 घंटे के अंदर ढूंढ कर किया परिजनों के सुपुर्द!
इससे पहले भी 2 बच्चों को 1 घंटे के अंदर किया है बरामद!
दीपक वैष्णव की रिपोर्ट
कोंडागांव / शौर्यपथ / संतोष सोना पिता एवं कलाकार सोना उम्र 36 वर्षी जाति डोम निवासी- मिश्रा कैम्य, थाना किरन्दुल का बेटा दिव सोना उम्र 09 वर्ष जो सुबह 6:00 बजे बाथरूम जा रहा हूँ कह कर घर से बिना बताए कहीं चला गया है जिसे आस-पास/रिश्तेदारों में पता तलाश किये नही मिलने पर थाना उपस्थित सूचना दिए। सूचना मिलते ही मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी प्रहलाद कुमार साहू वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते स्वयं अपने दल-बल के साथ बच्चे को ढूंढने में लग गए और सूचना मिलने के एक घंटे के अंदर बच्चे को ढूंढ कर उनके परिजन के सुपुर्द किया गया।
इसी प्रकार थाना प्रभारी किरन्दुल प्रहलाद कुमार साहू द्वारा पूर्व में भी शहर में 3-4 बच्चे गुम हुए थे जिनकी सूचना प्राप्त होते ही तत्काल एक्शन लेते हुए 1 से 1.30 घंटे के अंदर ढूंढ निकाला था जिसमें थाना प्रभारी की भारी प्रशंसा हुई थी।
एक घटना मार्च माह में पुलिस होली के दिन ही हुई थी जिसमें मेन मार्केट की एक महिला जो गुपचुप व्यवसायी है जो रोते हुए आई कि उसका बच्चा गुम हो गया है थाना प्रभारी ने अपने पुलिस होली को छोड़कर तत्काल अपनी टीम के साथ रवाना हुआ और 1 घंटे के अंदर ढूंढ निकाला और उनके परिजन के सुपुर्द किये।
इसी प्रकार मेन मार्केट किरन्दुल के ही टेंट व्यवसायी विनोद सोनी का 05 वर्षीय सुपुत्र जो नर्सरी में पढ़ता है और आज स्कूल वापस नही आया है और वहां भी नही कहीं गुम हो गई है की सूचना विनोद के मोबाईल फोन से बताते ही तत्काल थाना प्रभारी ने अपने टीम के साथ सक्रिय होकर ग्राम समलवार से 1 घंटे के अंदर बरामद कर परिजन के सुपुर्द किया था।
प्रधानमंत्री जनमन : पीवीटीजी परिवारों को योजनाओं का लाभ दिलाने मेगा ईवेंट और आईईसी कैंपेन
आगामी सितम्बर माह में राज्य के 18 जिलों में होगा वृहद आयोजन
प्रधानमंत्री विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों से करेंगे संवाद
रायपुर/ शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पहल पर छत्तीसगढ़ में विशेष पिछड़ी जनजाति बहुल बसाहटों में राज्य और केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए विशेष अभियान चलेगा। आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा द्वारा राज्य के 18 जिलों में आगामी सितम्बर माह में इसके लिए मेगा ईवेंट और आईईसी कैंपेन चलाने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सितंबर 2024 के प्रथम सप्ताह में ऐसे आयोजनों में वर्चुअल रूप से शामिल होकर विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के साथ संवाद करेंगे।
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने बताया कि द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पीएम जनमन योजना के तहत झारखंड में आयोजित किए जा रहे हैं राष्ट्रीय मेगा ईवेंट शामिल होंगे तथा देश के सभी पीवीटीजी बसाहट वाले जिलों को संबोधित करते हुए टू वे कनेक्टिविटी के माध्यम से संवाद स्थापित करेंगे। उन्हांेने बताया कि छत्तीसगढ़ में विशेष पिछड़ी जनजाति वाले किसी एक जिले में राज्य स्तरीय मेगा ईवेंट के लिए चिन्हित किया जाएगा।
श्री बोरा ने बताया कि मेगा ईवेंट के अतिरिक्त बाकी सभी पीएम-जनमन के जिलों में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित होंगे। इन सभी आयोजनों में झारखण्ड राज्य से प्रधानमंत्री का संबोधन और संवाद सुचारु रुप से देखने और सुनने के लिए टू-वे-कनेक्टिविटी की आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही है। इन आयोजनों में स्थानीय विधायकगण और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। कार्यक्रम में केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत विशेष पिछड़ी जनजाति को लाभान्वित किया जाएगा। इस दौरान सास्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
श्री बोरा ने बताया कि लाभार्थी सतृप्ति शिविरों का आयोजन 23 अगस्त 2024 से 10 सितंबर 2024 तक किया जाना है। इन शिविरों के माध्यम से आधार कार्ड, जनधन खाता, आयुष्मान कार्ड, वन अधिकार पत्र राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम मातृत्व वंदना योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, सिकल सेल की जांच एव मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं आदि में संतृप्ति की जानी है। इसका उद्देश्य सभी पीवीटीजी बसाहटों में तात्कालिक गतिविधियों की शत-प्रतिशत संतृप्ति की जानी है।
लाभार्थी संतृप्ति शिविर गहन रूप से सभी पीवीटीजी बसाहटों, जिलों में चलाए जाएंगे। इस लाभार्थी संतृप्ति शिविर का मुख्य फोकस यूआईडीएआई के तहत नामांकन एवं आधार कार्ड जारी करना पीएम जनधन के तहत बैंक खाता खोलना, सभी पात्र लाभार्थिया का आयुष्मान भारत कार्ड बनाना, सभी पीवीटीजी को सामुदायिक प्रमाण पत्र जारी करना वन अधिकार पत्र जारी करना तथा पीवीटीजी बसाहटों में सिकल सेल बिमारी की जांच (ैबतममदपदह) आदि कार्य किए जाएंगे। पीएम-जनमन के अंतर्गत स्वीकृत गतिविधियों जैसे प्रधानमंत्री आवास (ग्रामीण), संपर्क सड़क, मोबाईल मेडिकल यूनिट, नल से जल, विद्युतिकरण आदि की जानकारी दी जाएगी।
दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग विधायक गजेन्द्र यादव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कांग्रेस पर गौवंश को लेकर राजनीती करने का बड़ा आरोप लगाया . कई उधाहरण दिए जिनमे गौवंशो के अहित की बात कही गौवंश को राजनितिक मुद्दा बना कर कांग्रेस की पाखण्ड राजनीती के विषय में आरोप लगाये किन्तु अगर दूसरी तरफ देखा जाए तो दुर्ग विधायक गजेन्द्र यादव दुर्ग के पुलगाँव स्थित गौठान में जन्मदिन में गौठान जाकर फोटो खिचवा विज्ञप्ति जारी करने के अलावा कोई ऐसा कार्य नहीं किया जिससे गौवंश का भला हो . आज शहर में चौक चौराहों पर गायो का झुण्ड दुर्घटना का कारण बन रहा है . गौठान में 500 के लगभग गाये है जिनके भोजन की व्यवस्था के लिए पुर्वर्र्ती सरकार द्वारा 3-4 एकड़ की चारागाह भूमि सही प्रशासन की कई योजनाओं के अर्जित आय से हो जाती थी किन्तु वर्तमान समय में ऐसी कई योजनाये बंद हो गई वही निगम द्वारा सडको से गायो को उठा गौठान में छोड़ना ज़ारी है वही गौठान की चारागाह भूमि पर अस्थाई कचरा यार्ड तो हटा लिया गया जिसके लिए मिली जानकारी अनुसार दुर्ग विधायक कई बार चक्कर लगा आये परन्तु इस शासकीय चारागाह की भूमि पर महावीर ग्रुप द्वारा अवैधानिक तरीके से पेड़ लगा कर कब्ज़ा कर लिया गया जिससे उनका व्यापार (कालोनी से ) बढे .
कचरा हटाने की बात को लेकर विधायक गजेन्द्र यादव कई बार पहुंचे किन्तु चारागाह की जमीन पर अवैध कब्ज़ा ज़माने वाले महावीर ग्रुप के विषय में आखिर दुर्ग विधायक गजेन्द्र यादव क्यो मौन है . वही विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार कचरा हटाने में निगम प्रशासन ने इतनी जल्दबाजी दिखाई कि आचार संहिता में भावपत्र से एक ऐसे संस्था को ठेका दिया गया जो विधायक के करीबी बताये जाते है ऐसे में शहर में चर्चा का विषय है कि विधायक महोदय जिस तरह कचरा हटवाने में सक्रीय थे ऐसी सक्रियता गौवंश के चारागाह की भूमि पर क्यो नहीं दिखा रहे .
गौवंश के नाम पर भ्रष्टाचार की बात का पूर्वर्ती सरकार पर आरोप लगाने वाले विधायक यादव आज गौवंश के भोजन पर ( चारागाह की भूमि ) पर हुए अवैध कब्ज़े को कब हटवायेंगे क्या विधायक के लिए गौवंश से ज्यादा जरुरी महावीर ग्रुप की कब्ज़े की निति महत्तवपूर्ण है . विगत कई माह से गौठान में रह रही गौवंश के भोजन की व्यव्स्व्था के लिए आखिर क्या कदम उठ रहे है दुर्ग विधायक गजेन्द्र यादव आज शहर की जनता आवारा मवेशी से परेशां है इस दिशा में किस तरह के सार्थक प्रयास विधायक द्वारा किया जा रहा है यह आम जनता जानना चाह रही है . निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर शहर के कचरे को इधर से उधर कर निगम मद से एक ही संस्था को लाखो रूपये का भुगतान कर रहे चारागाह की भूमि पर अवैध कब्ज़ा पर आयुक्त क्यो मौन है .
नई दिल्ली/शौर्यपथ /सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के महिला डॉक्टर रेप और मर्डर मामले में महिला डॉक्टर की पहचान को हर जगह से हटाने का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को आदेश दिया है कि मेडिकल कॉलेज में रेप और हत्या की शिकार महिला डॉक्टर का नाम, फोटो और उसके वीडियो को सभी सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्लेटफार्म से हटाया जाए. इस मामले में पश्चिम बंगाल के दो वकीलों की ओर से अदालत में याचिका दायर की गई थी.
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ ने कहा कि बलात्कार पीड़िता की पहचान उजागर करना उसकी गरिमा का उल्लंघन है और यह सुप्रीम कोर्ट के 2019 के फैसले का भी उल्लंघन है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 73 इस तरह की पहचान के खुलासे पर रोक लगाती है.
रेप पीड़ित की पहचान का खुलासा नहीं हो सकता : SC
सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि जिस तरह से मीडिया संस्थानों में रेप पीड़ित के नाम की पहचान का खुलासा हो रहा है, वो सुप्रीम कोर्ट के फैसले में दी गई व्यवस्था के खिलाफ है. किसी भी तरह से रेप पीड़ित की पहचान का खुलासा नहीं हो सकता है.
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई ममता सरकार को फटकार
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता डॉक्टर रेप और मर्डर में स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई की. अदालत ने डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा और सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए नेशनल प्रोटोकॉल डेवलेप करने के लिए आज 14 सदस्यीय टास्कफोर्स का गठन किया. यह टास्कफोर्स तीन सप्ताह में अंतरिम रिपोर्ट और दो महीने में अंतिम रिपोर्ट सौंपेगा.
साथ ही सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने सुनवाई के दौरान पश्चिम बंगाल सरकार को फटकार लगाई और कहा कि देश एक और बलात्कार की घटना का इंतजार नहीं कर सकता है.
अस्पताल के सेमिनार हॉल से बरामद हुआ था शव
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को एक महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की वारदात को अंजाम दिया गया था. ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव असपताल के सेमिनार हॉल में मिला था. इस घटना को लेकर देशभर में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. कलकत्ता हाई कोर्ट के पिछले सप्ताह निर्देश के बाद सीबीआई ने इस घटना की जांच अपने हाथों में ले ली है.
सेहत टिप्स /शौर्यपथ / आंखें नियामत कही जाती हैं क्योंकि इनके बिना जीवन जीना मुश्किल हो जाता है. मोबाइल युग में लोगों की आंखें जल्द कमजोर हो रही हैं और भारत में करीब 80 फीसदी आबादी को आंखों से जुड़ी परेशानियों की वजह से चश्मा चढ़ जाता है. आंखों की रोशनी के लिए कुछ लोग दवा खाते हैं तो कुछ लोग ऑपरेशन का सहारा लेते हैं लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि कुछ खास व्यायाम आंखों का चश्मा उतार सकते हैं. योग गुरु सतीश कुमार सिन्हा ने आंखों से पावर का चश्मा उतारने के लिए त्राटक और सूक्ष्म व्यायाम को काफी कारगर बताया है.
क्या है त्राटक योग |
दरअसल इन योगासनों की मदद से आंखों की रोशनी बढ़ जाती है और आंखों से जुड़ी परेशानियां दूर हो जाती हैं. इनको रोज लगभग तीन महीने करने से आंखों की रोशनी पर असर दिखना शुरू हो जाता है. सबसे पहले बात करते हैं त्राटक व्यायाम की. इस व्यायाम के तहत व्यक्ति को अंधेरे कमरे में दीपक की रोशनी को एकटक देखना है. सिर को हिलाए डुलाए बिना एकाग्रता से दीपक की रोशनी को लगातार देखने से आंखों की रोशनी तेज हो जाती है. अगर इसे नियमित तौर पर करीब दस मिनट तक किया जाए तो चश्मा तक हट सकता है.
सूक्ष्म प्राणायाम |
त्राटक योग के साथ साथ आंखों के सूक्ष्म प्राणायाम को भी काफी मददगार कहा गया है. इस योग में अपने हाथ के अंगूठे को देखते रहना है. फिर हाथ को दाईं से बाईं तरफ और बाईं से दाईं तरफ घुमाना है और आंखों को भी अंगूठे पर केंद्रित रखना है. यानी जहां जहां अंगूठा जाएगा, आंखों को वहीं ध्यान केंद्रित करना है. इस व्यायाम को रोज करीब 15 मिनट तक करने पर आंखों की रोशनी तेज होती है और साथ साथ आंखों से जुड़ी कई परेशानियां दूर होती हैं. कहा गया है कि इन दोनों योग को लगातार कुछ माह तक किया जाए तो बिना दवाई और ऑपरेशन के आपकी आंखों से पावर का चश्मा उतर सकता है. इन दोनों व्यायाम को सुबह के समय करना चाहिए. इसके साथ साथ आंखों को आराम देना, मोबाइल कम देखना और आई एक्सपोजर कम करने से भी मदद मिलती है.
सेहत टिप्स /शौर्यपथ / बदलते समय में नींद न आना बड़ी समस्या बन गई है. बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्हें रात को नींद नहीं आती. कुछ लोगों को टेंशन की वजह से नींद नहीं आती, कुछ लोगों को नींद न आने के अन्य कई कारण हैं. नींद न आने की वजह से कई लोग दवाई का सेवन करते हैं और दवा खाकर सोते हैं, फिर उन्हें नींद आती है. दिनचर्या में बदलाव या फिर बहुत ज्यादा थक जाना भी कई बार नींद ना आने का एक कारण हो सकता है. अनिद्रा का एक कारण देर रात तक फोन चलाना, लैपटॉप चलाना, टीवी देखना या फिर सोते-सोते बिस्तर पर कुछ सोचते रहना भी है. डॉक्टर कहते हैं कि हमें रात को 9:00 से लेकर 10:00 तक सो जाना चाहिए, ताकि हमारी बॉडी को कंप्लीट रेस्ट मिल सके और हमारी नींद पूरी हो सके. अगर हम रात में अपनी नींद पूरी कर लेंगे तो दिन भर फिट, तरोताजा और एनर्जेटिक रहेंगे.
लेकिन मौजूदा समय में रात को सोने का समय बिल्कुल बदल गया है. लोग आजकल रात को 2:00 बजे 3:00 बजे तक जागते हैं. ऐसे में अनिद्रा की समस्या आ सकती है. अगर आपने एक प्रॉपर रूटीन बना लिया कि आपको कितने बजे सोना है कितने बजे उठना है तो कुछ दिन बाद ठीक उसी समय आपको नींद आने लगेगी. अगर आप अनिद्रा की समस्या झेल रहे हैं, आपको भी रात को नींद नहीं आती है तो आप कुछ योगासन की मदद ले सकते हैं. इससे आपको रात को सुकून भरी नींद आएगी.
अच्छी नींद के लिए करें ये योगासन
सबसे पहले आपको सूर्य नमस्कार करना है. सुबह के वक्त आप सूर्य नमस्कार करेंगे तो इसे पूरी बॉडी एक्टिव रहेगी. अगर आपको हाई बीपी की समस्या नहीं है तो आप इसे कर सकते हैं.
दूसरा आसन नाड़ी शोधन प्राणायाम है, जिसे अनुलोम-विलोम भी कहते हैं. इसे भी किया जा सकता है. ये भी अनिद्रा भगाने में कारगर है. इसमें बायीं नाक से सांस लेनी होती है और दाएं से छोड़नी होती है. इसी तरीके से दाएं से बाएं करना होता है. इस योगासन को आप 10 से 15 बार कर सकते हैं.
अनिद्रा को दूर करने के लिए तीसरा योगासन चंद्रभेदी है. इसमें आप बाएं नाक से सांस लेकर दाएं से छोड़ सकते हैं. इसका अभ्यास भी कम से कम 10 से 15 बार आपको करना चाहिए. चौथा उज्जायी प्राणायाम है, इससे आपको अपने गले को संकुचित करते हुए सांस भरनी है और छोड़ते वक्त गले को संकुचित ही रखना है.
अच्छी तरह से और सुकून भरी नींद आए इसके लिए एक आसन शवासन है. इसमें आपको पीठ के बल लेटना होता है और अपनी बॉडी को रिलैक्स करते हुए आंखें बंद करके धीरे-धीरे सांस लेकर धीरे-धीरे छोड़ना होता है.
आप सुबह में सूर्य नमस्कार भी कर सकते हैं. जबकि अन्य आसनों को सोने से 15 से 20 मिनट पहले कर सकते हैं, जिससे आपको अनिद्रा से छुटकारा मिल सकता है.
सेहत टिप्स /शौर्यपथ / अक्सर ये कहा जाता है कि चिकन और मटन सेहत के लिए काफी पौष्टिक होते हैं. जिन लोगों के शरीर में प्रोटीन और विटामिन्स की कमी होती है, उन्हें अक्सर नॉनवेज फूड खाने का सलाह दी जाती है. लेकिन उन लोगों का क्या जो नॉनवेज नहीं खाते हैं. यूं तो शाकाहियों के पास चिकन मटन के काफी विकल्प हैं. लेकिन एक सब्जी ऐसी है जो पोषण के नाम पर चिकन मटन को भी फेल कर देती है. जी हां इस सब्जी में इतना सारा प्रोटीनहोता है कि किसी और चीज की जरूरत ही नहीं पड़ती है. इस सब्जी को कटरुआ और धरती का फूल कहते हैं. चलिए आज आपको इस सब्जी के फायदे बताते हैं.
प्रोटीन की खान है कटरुआ की सब्जी
कटरुआ की सब्जी बारिश के मौसम में उगती है और ये सेहत के लिए काफी अच्छी मानी जाती है। कई जगहों पर इसे धरती के फूल और जंगली मशरूम भी कहा जाता है. इस सब्जी में ढेर सारे फायदे हैं और इसलिए ये बाजार में काफी महंगी मिलती है और इसकी कीमत मटन से भी ज्यादा होती है. कहा जाता है कि इस सब्जी के सेवन से शरीर फौलाद जैसा मजबूत बन जाता है. सब्जी साल के कुछ ही हफ्तों के लिए जंगल में उगती है और खासकर उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में इसे उगाया जाता है. जिन लोगों को प्रोटीन की जरूरत है, बढ़ते हुए बच्चे और जिम जाने वाले या कमजोर लोगों के लिए ये सब्जी बड़े काम की है. इसे दिल के मरीज और डायबिटीज के मरीज भी आराम से खा सकते हैं. ये सब्जी दिल के लिए भी अच्छी होती है और शुगर में भी फायदा करती है.
किस तरह पकाई जाती है कटरुआ की सब्जी
अपनी खासियत और पोषण के चलते इसे वेजिटेरियन मटन भी कहा जाता है. ये दिखने में लंबी पीली डंडियों की तरह दिखती है. इसे बाजार से लाने के बाद काफी धोना पड़ता है. दरअसल ये सब्जी धरती के अंदर उगती है इसलिए इसमें काफी मिट्टी होती है. इसलिए अच्छी तरह धोने के बाद इसे काट कर आप किसी भी तरह पका सकते हैं. आप इसे प्याज लहसुन का तड़का लगाकर भी पका सकते हैं.