August 05, 2025
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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।

रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य में सभी वर्गो के विकास के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। मुख्यमंत्री साय की मंशा है कि केन्द्र सरकार से मिलने वाली सभी योजनाओं का लाभ राज्य के व्यक्तियों को भी समय पर मिले शासन द्वारा निर्धारित समय पर हितग्राहियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) 2.0 के तहत दंतेवाड़ा जिले के चितालंका ग्राम पंचायत के कई जरूरतमंद परिवारों को उनके पक्के मकान का सपना साकार हो रहा हैं। आवास किसी भी व्यक्ति की मूलभूत आवश्यकताओं मे से एक है। वर्षों से झोपड़ियों या अधूरे कच्चे मकानों में जीवन बिता रहे इन परिवारों के चेहरों पर अब इस सौगात की खुशी की झलक साफ देखी जा सकती है। इस परिप्रेक्ष्य में इन हितग्राहियों में से एक चितालंका की निवासी श्रीमती सुकारी ईच्छाम के अधूरे घर की दीवारें अब मजबूती से खड़ी हैं, क्योंकि उनका मकान ’’प्लिन्थ’’ स्तर पर कार्य पूरा हो चुका है और छत की तैयारी शुरू हो गई है। वहीं श्रीमती श्यामदई नाग के घर का निर्माण कार्य छज्जा स्तर तक पहुँच चुका है, जिससे यह स्पष्ट है कि कुछ ही समय में उनका मकान भी पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा।
एक अन्य हितग्राही  कलजुक नेताम के लिए सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि उनका घर पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है। अब उनके परिवार के पास एक मजबूत, सुरक्षित और सम्मानजनक आवास है, जिसकी उन्होंने वर्षों से कामना की थी। यह सिर्फ ईंट और सीमेंट का निर्माण नहीं है, बल्कि उन सपनों की नींव है जो लंबे समय से अधूरा था। अब ये परिवार न केवल बारिश, धूप और ठंड से सुरक्षित हैं, बल्कि उनमें आत्मविश्वास और गरिमा की भी अनुभूति आई है। उनके परिवार के लिए बारिश के मौसम में कच्चे घर में रहना हमेशा एक चुनौती भरा रहता था। छत से पानी टपकता, दीवारें भीगती और जहरीले जीवों का खतरा हर वक्त बना रहता था। इन समस्याओं ने उन्हें अक्सर चिंता और असुरक्षा ने घेर  रखा था। लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 उनके जीवन में एक नई रोशनी की किरण लेकर आई। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मिली यह सौगात ग्रामीणों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर तबके को एक पक्के घर के साथ-साथ उनके सपनों को भी नए पंख दे रही है।
हितग्राहियों ने समय पर उनके आशियानों के सपने पूरा करने के लिए शासन के प्रति आभार जताया है।

 रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज वाराणसी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आयोजित मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक में भाग लिया। इस बैठक में उनके साथ उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए।

  रायपुर/शौर्यपथ /उत्तरप्रदेश के वाराणसी में आयोजित मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह परिषद केन्द्र और राज्यों के बीच सहयोग और समन्वय का सशक्त मंच बन चुकी है, जिसके माध्यम से छत्तीसगढ़ सहित मध्य भारत के विभिन्न क्षेत्रों के विकास को नई दिशा मिली है।
  मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में मध्य क्षेत्रीय परिषद ने ठोस योगदान दिया है। छत्तीसगढ़ राज्य की अर्थव्यवस्था, आंतरिक सुरक्षा, सांस्कृतिक पर्यटन और बुनियादी ढांचे के विकास में परिषद की भूमिका निर्णायक रही है।
नक्सलवाद के विरुद्ध निर्णायक बढ़त, बस्तर में विकास का नया युग
मुख्यमंत्री साय ने नक्सल समस्या पर बोलते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की दृढ़ इच्छाशक्ति और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय से छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के विरुद्ध बड़ी सफलता मिली है। बसवराजू और सुधाकर जैसे शीर्ष नक्सली नेताओं के न्यूट्रलाइज होने को उन्होंने नक्सलवाद की रीढ़ टूटने जैसा करार दिया। उन्होंने बताया कि बस्तर के विकास के लिए बोधघाट-महानदी इंद्रावती लिंक जैसी कई हजार करोड़ की परियोजनाओं पर भी हम काम कर रहे हैं। रावघाट-जगदलपुर रेललाइन परियोजना को मिली मंजूरी भी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
विकास और सुशासन की दिशा में ठोस कार्य
मुख्यमंत्री ने परिषद को अवगत कराया कि पिछली बैठक में दिए गए सुझावों पर तेजी से अमल हुआ है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 28 नई बैंक शाखाएं, डॉयल-112 सेवा का विस्तार, 82 हजार से अधिक बच्चों को कुपोषण से बाहर निकालना जैसी उपलब्धियाँ राज्य के विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर पंडुम और बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजनों ने स्थानीय खेल और सांस्कृतिक प्रतिभाओं को मंच दिया है। आयुष्मान भारत योजना के तहत 87.2 प्रतिशत नागरिकों को कार्ड वितरित किए जा चुके हैं, और 1075 में से 1033 शासकीय अस्पताल इससे जोड़े जा चुके हैं।
ऊर्जा, निवेश और औद्योगिक विकास में राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि नई औद्योगिक नीति लागू होने के बाद राज्य को अब तक 5.5 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनमें 3.5 लाख करोड़ पावर सेक्टर से हैं। छत्तीसगढ़ देश में विद्युत उत्पादन में दूसरे स्थान पर है और 2030 तक प्रथम स्थान का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में 23 घंटे 27 मिनट और शहरी क्षेत्रों में 23 घंटे 51 मिनट की औसत विद्युत आपूर्ति राज्य के ऊर्जा प्रबंधन की दक्षता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत 6 लाख घरों को सौर ऊर्जा से जोड़ने का कार्य प्रगति पर है।
सुगम सेवाएँ, सशक्त पंचायतें और नई श्वेत क्रांति
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में डेढ़ लाख से अधिक सोलर कृषि पंप किसानों को सिंचाई सुविधा प्रदान कर रहे हैं। एनडीडीबी के साथ हुए एमओयू से राज्य में दुग्ध उत्पादन में नया विस्तार होगा। अटल डिजिटल सुविधा केंद्र पंचायतों में डिजिटल सुशासन के सेतु बन रहे हैं और लोक सेवा गारंटी अधिनियम 2011 के प्रभावी क्रियान्वयन से सेवाओं की पारदर्शी और समयबद्ध डिलीवरी सुनिश्चित हुई है।
विकास और सुशासन में छत्तीसगढ़ बना मॉडल राज्य
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के अभियान में पूरी निष्ठा से सहभागी है। मध्य क्षेत्रीय परिषद के माध्यम से संवाद और समन्वय का यह मंच छत्तीसगढ़ को और भी आगे ले जाने में सहायक सिद्ध हो रहा है।

रायपुर /शौर्यपथ /देवों के अधिदेव भगवान शंकर की पावन नगरी काशी में स्थित ‘काशी के कोतवाल’ श्री काल भैरव जी महाराज के दिव्य मंदिर में आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और देश के कल्याण हेतु प्रार्थना की।
इस पावन अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने बाबा काल भैरव की विधिवत आराधना की और संपूर्ण राष्ट्र के लिए मंगलकामना की। उन्होंने कहा कि बाबा भैरवनाथ की कृपा समस्त देशवासियों पर निरंतर बनी रहे, यही मेरी प्रार्थना है। उन्होंने देश के नागरिकों के जीवन में सुरक्षा, समृद्धि और कल्याण के प्रकाश के निरंतर प्रवाह की कामना भी की।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विशेष रूप से छत्तीसगढ़ राज्य की शांति, विकास और जनकल्याण की दिशा में अग्रसर यात्रा के लिए बाबा काल भैरव जी से आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ईश्वर की कृपा से प्रदेश और देश में सुशासन और समृद्धि का मार्ग और अधिक सुदृढ़ होगा।

दुर्ग / शौर्यपथ न्यूज /नगर पालिक निगम दुर्ग के राजस्व विभाग में मंगलवार 24 जून को एक बेहद गंभीर और चिंताजनक घटना घटी, जब कथित तौर पर एक जनप्रतिनिधि के…

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जब मार्च, 2026 में देश नक्सलवाद से मुक्त होगा, वो क्षण आजादी के बाद के सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में से एक होगा
नक्सल प्रभावित क्षेत्र का बच्चा जब हाथ में बंदूक की जगह पेंसिल पकड़ता है, तो न सिर्फ एक क्षेत्र बल्कि पूरे देश का भविष्य संवरता है
नक्सली हिंसा गरीबों और आदिवासियों के लिए बहुत बड़ी विभीषिका रही
जब नक्सलवाद से मुक्ति की विजय गाथा लिखी जाएगी, उसमें सुरक्षा बलों के परिश्रम, त्याग व बलिदान को स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जायेगा
जिस क्षेत्र से नक्सलवाद ख़त्म हो रहा है, वहाँ हमारी सरकार अनाज, स्वास्थ्य सुविधा, शिक्षा, घर, और पीने का शुद्ध पानी पहुंचाकर लाल आतंक का समूल नाश कर रही है
रायपुर /शौर्यपथ / केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में सुरक्षा बलों के जवानों के साथ संवाद किया। बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्य मंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री  विजय शर्मा, केन्द्रीय गृह सचिव, आसूचना ब्यूरो के निदेशक, बीएसएफ के महानिदेशक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि आज यहाँ उपस्थित केंद्रीय सुरक्षा बलों, कोबरा टीम, छत्तीसगढ़ पुलिस बल और डीआरजी के साहस, शौर्य, बलिदान और समर्पण को नमन करता हूँ। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि सुरक्षा बल के जवान अपने शौर्य और परिश्रम से ही नक्सलियों के साथ मुठभेड़ को सफल बनाते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों ने जिस शौर्य, धैर्य और समर्पण के साथ  माओवादियों के बनाये अड्डों को तहस-नहस किया है, उसने विश्व के सभी सुरक्षा बलों को आश्चर्यचकित कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे मालूम है कि सेना के जवान जो तय करते हैं, वो हासिल करते हैं। सुरक्षा बलों के इसी भरोसे से मैं देश में 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे का ऐलान करता हूं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नक्सलवाद गरीब आदिवासी क्षेत्र के लिए बड़ी विभीषिका रही है, जिससे पिछले 35 साल में लगभग 40 हजार लोगों की मौत हुई है या फिर वो अपाहिज होकर जीवन व्यतीत कर रहे हैं ।नक्सलवादी हिंसा ने गरीब आदिवासी तक खाना, बिजली, शिक्षा, घर, शौचालय और पीने का शुद्ध पानी जैसे मूलभूत सुविधाओं को नहीं पहुंचने दिया और उद्योग को तो भूल ही जाइए। इतने लंबे वर्षों तक इतना बड़ा क्षेत्र गुलामी के कालखंड में जीने को मजबूर रहा। इसका मूल कारण नक्सलवाद है।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मुझे आज आनंद है कि आज जिस क्षेत्र से नक्सलवाद खत्म होता है, वहां हमारी सरकार अनाज, स्वास्थ्य सुविधा, शिक्षा, बिजली, घर, शौचालय और पीने का शुद्ध पानी पहुंचाकर लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ रही है। उन्होंने कहा कि जब बच्चा हाथ में बंदूक की जगह पेंसिल पकड़कर क, ख, ग लिखता है, तो न सिर्फ एक क्षेत्र का बल्कि पूरे देश का भविष्य संवरता है। यह क्षण जल्द ही आने वाला है।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में जब 31 मार्च, 2026 को देश नक्सलवाद से मुक्त होगा, वो क्षण आजादी के बाद का सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में से एक होगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जब नक्सलवाद के खात्मे का इतिहास लिखा जायेगा, उसमे सुरक्षा बलों के जवानों का त्याग, बलिदान और परिश्रम स्वर्णिम अक्षरों से अंकित होगा।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में ‘लियोर ओयना’ - नक्सलियों द्वारा आदिवासियों के भीषण संहार और बस्तर को बचाने के  प्रयासों पर लिखित पुस्तक का लोकार्पण भी किया। नक्सलियों ने जिन मासूम, निहत्थे लोगों को अपनी हिंसा का शिकार बनाया है, उनकी पीड़ा समझने में यह पुस्तक सहायक होनेवाली है। यह पुस्तक ह्यूमन राईट के नाम पर नक्सलियों से संवेदना दिखाने वालों के आँखों के आगे से पर्दा हटाने और उन्हें एक्सपोज करने में भी उपयोगी सिद्ध होगी।

मेयर श्रीमती बाघमार कहा सीसी सड़क निर्माण कार्य में गुणवत्ता एक महत्वपूर्ण कारक है,गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण से सड़क की उम्र बढ़ेगी और यातायात के लिए सुरक्षित होगी:
दुर्ग/शौर्यपथ  /नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत आज सुबह मेयर श्रीमती अलका बाघमार ने लोक कर्म प्रभारी देवनारायण चन्द्राकर व निगम अधिकारी और ठेकेदार के साथ कैलाश नगर पहुँची।उन्होंने सीसी सड़क निर्माण कार्य का निरीक्षण किया।इस दौरान उपअभियंता पंकज साहू,पटरीपार मंडल अध्यक्ष मनमोहन शर्मा,जिंतेंद्र सिंह राजपूत सहित आदि मौजूद रहें।
महापौर ने बताया कि कैलाश नगर में सीसी सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निरीक्षण किया जा रहा है।उन्होंने सीसी सड़क निर्माण स्थल पर गुणवत्तापूर्ण सामग्री के उपयोग और सड़क की उचित तराई पर जोर दिया है। निरीक्षण के दौरान,मेयर ने ठेकेदार को सड़क निर्माण के नियमों का पालन करने और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि सड़क निर्माण के बाद उचित तराई की जाए और सड़क को मजबूती देने के लिए की दिशा में कार्य करें।
उन्होंने यह भी कहा कि सड़क निर्माण के दौरान सुरक्षा के सभी उपाय किए जाए,
निरीक्षण के दौरान सीसी सड़क निर्माण में गुणवत्ता की कमी न रहें। उन्होंने ठेकेदारों को इन कमियों को दूर करने और सड़क निर्माण के नियमों का पालन करने के निर्देश दिए।
बता दे कि सीसी सड़क निर्माण कार्य, जो कि अधोसंरचना विकास योजना के तहत किया जा रहा है, एक महत्वपूर्ण परियोजना है। इस परियोजना का उद्देश्य शहर में बेहतर सड़क प्रदान करना है।
महापौर श्रीमती अलका बाघमार ने यह भी कहा कि सीसी सड़क निर्माण कार्य में गुणवत्ता एक महत्वपूर्ण कारक है।गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण से सड़क की उम्र बढ़ेगी और यह यातायात के लिए सुरक्षित होगी!

मेयर ने कहा साझा किए 'क्लीन-ग्रीन-सोलर-डिजिटल इंदौर के माडल,प्लान कर शहर में किया जाएगा जल्द योजना की तैयारी:
मेयर ने जागरूकता जैसे विषयों पर केंद्रित अपने अनुभवों को किया सांझा:
दुर्ग/शौर्यपथ / नगर पालिक निगम/ इंदौर के स्वच्छता और नवाचार माडल को देखने समझने के लिए शहर के प्रथम नागरिक महापौर श्रीमती अलका बाघमार, आयुक्त सुमित अग्रवाल, कार्यपालन अभियंता दिनेश नेताम, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा सहित अधिकारी का दल दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को इंदौर पहुंचा।
मेयर श्रीमती बाघमार ने इंदौर की स्वच्छता, जनभागीदारी और स्मार्ट सिटी योजनाओं की सराहना की। महापौर श्रीमती अलका बाघमार ने आयुक्त श्री अग्रवाल व अधिकारियों के साथ स्मार्ट सिटी कार्यालय, विभिन्न कचरा प्रबंधन स्थलों, नो-कार डे गतिविधियों और इंदौर के नवाचार की जानकारी प्राप्त की।इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने मेयर,कमिश्नर सहित अधिकारियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया।
मेयर ने बताया कि इंदौर की सफलता का मूल मंत्र जनभागीदारी, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच समन्वय, निरंतर नवाचार और नागरिक चेतना है।उन्होंने बताया कि इंदौर में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था के साथ-साथ प्रदूषण नियंत्रण के लिए भी काम किया जा रहा है।मेयर ने बताया कि स्मार्ट सिटी की जानकारी के अनुसार नो कार डे, भट्टी फ्री मार्केट, वेस्ट मैनेजमेंट डिजिटल ट्रैकिंग,ग्रीन इंदौर, सोलर, मशीनरी आधारित कचरा संग्रहण जैसे माडल के बारे में जानकारी दी। महापौर श्रीमती अलका बाघमार ने बताया कि स्वच्छता के इस अभियान में एनजीओ और जनप्रतिनिधियों की भूमिका सेतु के जैसी है।
मेयर व कमिश्नर ने जागरूकता जैसे विषयों पर केंद्रित अपने अनुभवों को सांझा किया।
मेयर श्रीमती बाघमार ने बताया कि शहर को स्वच्छ रखने और कचरा प्रबंधन में सुधार करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य नागरिकों को कचरा प्रबंधन के महत्व के बारे में शिक्षित करना और उन्हें कचरा अलग करने, पुन उपयोग करने और वैज्ञानिक तरीके से निपटान करने के लिए प्रेरित करना है।
प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु, कचरा पृथक्करण, नागरिकों को गीला और सूखा कचरा अलग-अलग करने के लिए प्रशिक्षित किया जाना है, जिससे कि कचरे का पुन उपयोग और पुनर्चक्रण आसान हो सके।शहर में घर-घर जाकर कचरा संग्रहण की व्यवस्था को मजबूत किया जाता है,ताकि सड़कों पर कचरा न फैला रहे।

11 बसों में अनियमितता पाए जाने पर
 4900 रुपये शमन शुल्क वसूली की गई
बालोद/शौर्यपथ /जिला परिवहन कार्यालय द्वारा जिले में संचालित स्कूल बस, वाहनों की जाँच एवं वाहन चालकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसके अंतर्गत 11 बसों पर अनियमितता पाए जाने पर नियमानुसार 4900 रूपये शमन शुल्क वसूल की गई है। जिला परिवहन अधिकारी श्री प्रकाश कुमार रावटे ने बताया कि उक्त शिविर का आयोजन 22 जून 2025 को जिले के यातायात पुलिस एवं जिला चिकित्सा अधिकारी के द्वारा संयुक्त जाँच की कार्यवाही की गई। शिविर में स्कूल, महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा 39 बसों का जाँच किया गया। जाँच के दौरान बसों के लिए निर्धारित मापदंड की जाँच के साथ-साथ वाहन का वैध परमिट, फिटनेस, वैध बीमा, प्रदुषण प्रमाण पत्र, टैक्स भुगतान, स्पीडगर्वनर, सीसीटीव्ही कैम्परा से लेस, जीपीएस  एवं सुरक्षा मापदण्ड के अनुसार सभी स्कूल बसों, वाहनो में खिड़कियों में अनिवार्य रूप जाल, बकाया टैक्स इत्यादि की भी जाँच की गई। जिसके अंतर्गत 11 बसों पर अनियमितता जाए जाने पर नियमानुसार 4900 रूपये शमन शुल्क वसूल की गई है। उन्होंने बताया कि जिले के कुछ स्कूल, महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा उक्त शिविर में स्कूल बसों को चेकिंग हेतु उपस्थित नही कराया गया है। ऐसे स्कूल बसों के संचालक को नोटिस जारी कर संबंधित वाहनों को जिला परिवहन कार्यालय बालोद द्वारा ब्लैक लिस्टेड की कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के टीम द्वारा 34 वाहन चालक एवं परिचालक के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया है।

कार्यक्रम के सुचारू संचालन हेतु अधिकारियों को सौंपा गया दायित्व
   बालोद/शौर्यपथ /छत्तीसगढ़ शासन संस्कृति विभाग के निर्देशानुसार भारत में आपातकाल लगाए जाने के पश्चात् 50 वर्ष पूर्ण होने पर आपातकाल के दौरान ’लोकतंत्र की हत्या’ के संबंध में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन 25 जून को बालोद नगर पालिका परिषद के टाउन हॉल में किया जाएगा। कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा के निर्देशानुसार उक्त कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को विभिन्न जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अंतर्गत अपर कलेक्टर श्री अजय किशोर लकरा को संपूर्ण कार्यक्रम के सूचारू संचालन हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसी तरह अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं तहसीलदार बालोद को मंच में बैठक व्यवस्था, मुख्य नगर पालिका अधिकारी बालोद को टाउन हाॅल बालोद में आवश्यक बैठक व्यवस्था, ध्वनि विस्तारक यंत्र, पेयजल एवं स्वअल्पाहार की व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह जिला जनसंपर्क अधिकारी एवं ई-जिला प्रबंधक को आपातकाल पर आधारित फोटोग्राफ, प्रदर्शनी एवं कार्यक्रम स्थल पर आपातकाल पर आधारित फिल्म दिखाए जाने आवश्यक व्यवस्था करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं जनपद पंचायत बालोद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को मीसा बंदियो, परिजनों को कार्यक्रम स्थल पर ले जाने तथा पंचायत विभाग के उपसंचालक को बैंक ड्रॉप एवं फ्लेक्स लगाने की जिम्मेदारी दी गई है। जिला शिक्षा अधिकारी को कार्यक्रम स्थल पर संगोष्ठी, परिचर्चा हेतु आवश्यक व्यवस्था, वक्ता लोगों को आमंत्रित करना एवं जिले के समस्त स्कूल, काॅलेजों में आपातकाल पर आधारित चर्चा, परिचर्चा, संवाद, वाद-विवाद, निबंध लेखन इत्यादि की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बालोद, जिला शिक्षा अधिकारी एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी बालोद को शाम 06 बजे तिरंगा यात्रा एवं विशाल मशाल रैली टाउन हॉल से शहर के प्रमुख चैक चैराहा तक की व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है।

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