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सेहत / शौर्यपथ /आहार विशेषज्ञ दिन में कम से कम दो लीटर पानी पीने की सलाह देते हैं लेकिन रोजाना दो लीटर पानी पीना सभी लोगों के लिए मुमकिन नहीं है।इस वजह यह है कि किसी को प्यास ज्यादा लगती है तो किसी को कम।ऐसे में जाहिर सी बात है कि कम प्यास लगने वाले लोग पानी भी कम पीते होंगे।ऐसे में आपको अपनी डाइट में कुछ ऐसी चीजें जोड़नी चाहिए जिससे कि शरीर में पानी की कमी की पूर्ति हो सके।आइए, जानते हैं कुछ ऐसे ही आहार-
दही
डिहाइड्रेशन की समस्या से दूर रखने में दही सबसे अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। इसमें पानी की मात्रा 85 प्रतिशत होती है और शरीर के लिए जरूरी प्रोबायोटिक भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद होते हैं।यह गर्मी की एलर्जी से बचाव के लिए भी शरीर का खूब साथ देता है। यह प्रोटीन, विटामिन बी और कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत है।
ब्रोकली
ब्रोकली में 89 प्रतिशत तक पानी होता है और यह न्यूट्रिशन से भरपूर होती है। इसकी प्रकृति एंटी इनफ्लेमेटरी होती है, जिस कारण यह गर्मी में होने वाली एलर्जी से बचाव करती है। इसे आप सलाद में कच्चा ही खा सकते हैं और टोस्ट के साथ हल्का तल कर भी इसका भरपूर लाभ उठा सकते हैं। काफी संख्या में लोग इसकी सब्जी भी बनाते हैं।
सेब
एक कहावत है कि डॉंक्टर को खुद से दूर रखने के लिए रोजाना एक सेब खाएं। अनेक तरह से फायदेमंद सेब में 86 प्रतिशत पानी होता है। फाइबर, विटामिन सी आदि का तो यह अच्छा स्त्रोत है ही।
सलाद
सलाद के पत्ते में जल तत्व 95 प्रतिशत होता है। सैंडविच में इसका अच्छा इस्तेमाल होता है। प्रोटीन और ओमेगा 3 से भरपूर सलाद पत्ते में फैट भी नहीं होता और कैलोरी भी बहुत कम होती है।
चावल
पके हुए चावल भी गर्मी में आपके लिए काफी फायदेमंद हैं। इनमें 70 प्रतिशत जल तत्व होता है। इनमें पर्याप्त मात्रा में आयरन, कार्बोहाइड्रेट आदि भी होते हैं। आपको दिन मेें एक कटोरी चावल जरूर खानेे चाहिए।
खाना खजाना /शौर्यपथ /अगर आप मीठा खाने के शौकीन हैं और खाना खाने के बाद मीठा जरूर खाते हैं तो यह दूध पेड़ा रेसिपी खास आपके लिए ही है। दूध पेड़ा बहुत ही आसान और टेस्टी रेसिपी है जो बड़ी आसानी से घर पर बनाई जा सकती है। तो अगर आप भी बाजार जैसा दूध पेड़ा घर पर बनाना चाहते हैं तो वीकेंड पर जरूर ट्राई करें ये टेस्टी रेसिपी।
दूध पेड़ा बनाने के लिए सामग्री-
-200 ग्राम मिल्क पाउडर
-आधा कप शक्कर पाउडर
-आधा कप दूध
-1 टीस्पून देसी घी
- आधा टीस्पून इलायची पाउडर
-थोड़ा-सा पिस्ता (कटा हुआ)
दूध पेड़ा बनाने की विधि-
दूध पेड़ा बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में घी गर्म करके उसमें शक्कर और दूध डालकर लगातार चलाते हुए शक्कर पिघला लें। शक्कर के पिघलने पर पैन में धीरे-धीरे मिल्क पाउडर डालकर लगातार चलाते हुए मिलाएं, ताकि उसमें गांठें न बनें। इसके बाद मिल्क पाउडर थोड़ा-थोड़ा करके डालते हुए चलाते रहें। जब पैन मिक्सचर छोड़ने लगे तो उसमें इलायची पाउडर मिला दें। जब एक दो मिनट बाद मिक्सचर एक साथ हो जाए, तो उसे आंच से उतारकर ठंडा होने दें। मिक्सचर के ठंडा होने पर हाथों को चिकना करके मिक्सचर को तब तक मसलें, जब तक मिक्सचर चिकना न हो जाए। हाथों को दोबारा चिकना करके उसके छोटे-छोटे पेड़े बनाएं। पेड़ों को पिस्ते से सजाकर सर्व करें।
खाना खजाना / शौर्यपथ / अक्सर ऐसा होता है कि रात में रोटियां बच जाती हैं। बची हुई इन बासी रोटियों को कोई खाना नहीं चाहता। बासी रोटियों को गर्म करने के बाद भी इसका स्वाद कुछ बदल-सा जाता है। ऐसे में हम आपके लिए लेकर आएं हैं चपाती चाट की रेसिपी-
सामग्री:
रोटियां- 4-5 (ठंडी/बासी रोटियां)
आलू- 1 (उबला और मैश किया हुआ)
टमाटर- 2
काले चने- 3/4 कप(उबले हुए)
प्याज- 2
दही- 1 कटोरी(फेंटा हुआ)
हरी मिर्च- 2 (सभी बारीक कटे)
हरा धनिया- 1 बड़ा चम्मच
हरी चटनी और इमली की चटनी
जीरा पाउडर- 1 बड़ा चम्मच(भुना हुआ)
लाल मिर्च पाउडर-1 छोटा चम्मच
अनार के दाने- 1/4 कप
काला नमक- 1 छोटा चम्मच
सादा नमक
विधि
सबसे पहले रोटियों को बीच से चौकोर काट लें। फिर कड़ाही में तेल गर्म करके इसमें रोटियों के टुकड़ों को तल लें। इन्हे सुनहरा होने पर तेल से निकाल लें। अब इन टुकड़ों को ठंडा होने के लिए रख दें। फिर एक बोल में काले चने, उबले आलू, प्याज, टमाटर डालें। इसके बाद रोटी के टुकड़े करके बोल में डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। अब इस मिश्रण को सर्विंग प्लेट में डालकर इसके ऊपर बारीक कटा प्याज, टमाटर, चटनी, दही, हरा मिर्च, जीरा पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, काला नमक, सादा नमक और आख़िर में मनपसंद नमकीन या सेव और हरा धनिया डालकर सर्व करें।
शौर्यपथ /अमरनाथ की गुफा श्रीनगर से करीब 145 किलोमीटर की दूरी हिमालय पर्वत श्रेणियों में स्थित है। समुद्र तल से 3,978 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह गुफा 150 फीट ऊंची और करीब 90 फीट लंबी है। अमरनाथ यात्रा की शुरुआत संभवत: जुलाई में शुरु होगी जो 22 अगस्त तक चल सकती है। लेकिन इस समय पर फेरबदल भी हो सकता है। यहां की यात्रा जुलाई माह में प्रारंभ होती है और यदि मौसम अच्छा हो तो अगस्त के पहले सप्ताह तक चलती है। आओ जानते हैं यात्रा संबंधी 6 हितायतें।
1. श्री अमरनाथ यात्रा 2021 का पंजीकरण करवाने के लिए भारत भर में बैंकों की नामित शाखाओं के माध्यम से पंजिकरण करवाकर ही यात्रा पर जाएं। पंजीकरण और यात्रा परमिट सबसे पहले आने वाले को सबसे पहले के आधार पर किया जाता है। 13 वर्ष उम्र से कम या 75 वर्ष से ऊपर और गर्भवती महिलाओं का पंजिकरण नहीं होता है। हर यात्री को आवेदन पत्र और अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र यात्रा परमिट प्राप्त करने के लिए प्रस्तुत करना होता है। पंजीकरण के साथ ही यात्रियों को बीमा कवर मिलता है। इसके अलावा यात्रा के जोखिम को देखते हुए श्रद्धालु यात्रा पर निकलने से पहले अलग से बीमा करवा सकते हैं।
2. यात्रा पर जाने से पहले ठंड से बचने के लिए उचित कपड़े रख लें। कई बार ऐसा होता है कि जिन्हें ठंड बर्दाश्त नहीं होती है उनके लिए समस्या खड़ी हो जाती है। यात्रा में ज्यदा सामान नहीं ले जाएं बस जरूरत का सामान ही ले जाएं। जरूरी सामान में कंबल, छाता, रेल कोट, वाटरप्रूफ बूट, छड़ी, टार्च, स्लीपिंग बैग आदि रख लें। खाने के सामान में सूखे मेवे, टोस्ट, बिस्किट और पानी की बोतल जरूर रख लें। अपने सामान से लदे घोड़ों/खच्चरों और कुलियों के साथ ही रहें। पंजीकृत लेबर, खच्चर और पालकी वालों की सेवाएं ही लें।
3. अमरनाथ की यात्रा के मार्ग में कई लोगों का ऑक्सिजन की कमी महसूस होती है ऐसे में सावधानी बरतें। जिन लोगों में आयरन और कैल्शियम की होती हैं उनके शरीर में ऑक्सिजन लेवल भी जल्द ही घट जाता है। कई लोग इसके लिए कर्पूर का उपयोग भी करता है। कर्पूर को नाक के पास लगाकर सूंघा जाता है।
4. परिवार के साथ यात्रा कर रहे हैं तो यात्रा के सभी नियमों और रुट को अच्छे से समझ लें। तय समय पर ही यात्रा कैप पर पहुंच जाएं। यदि ग्रुप में यात्रा कर रहे हैं तो अपने ग्रुप से दूर ना हों, एकत्रित होकर ही यात्रा करें। फिट रहने के लिए यात्रा से कुछ दिन पूर्व प्रतिदिन 4-5 किलोमीटर सुबह-शाम सैर करें।
पहाड़ों पर यात्रा के लिए महिलाएं साड़ी के बजाय सलवार सूट या पैंट पहनें।
5. यात्रा करने के बाद अन्य कहीं घूमने का प्लान है तो राज्य के माहौल को अच्छे से समझ लें और अनुकूल स्थिति में ही अन्य किसी की यात्रा का निर्णय लें। संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की जानकारी तुरंत सुरक्षाकर्मियों को दें। खाली पेट यात्रा ना करें।
6. अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए 2 रास्ते हैं- एक पहलगाम होकर जाता है और दूसरा सोनमर्ग बालटाल से जाता है। यानी देशभर के किसी भी क्षेत्र से पहले पहलगाम या बालटाल पहुंचना होता है। इसके बाद की यात्रा पैदल की जाती है। सरकार द्वारा निर्धारित रास्ते से ही यात्रा करें। चेतावनी वाले स्थानों पर न रुकें, आगे बढ़ते रहें।
नई दिल्ली / शौर्यपथ/ मुंबई में बढ़ते कोविड -19 मामलों के कारण, श्री बाबुलनाथ मंदिर सभी भक्तों के लिए बुधवार (10 मार्च) को सुबह 7:30 बजे से शुक्रवार (12 मार्च) सुबह 7:30 बजे तक बंद रहेगा। हालांकि, प्रबंधन ऑनलाइन दर्शन प्रदान करने की व्यवस्था करेगा।
महाराष्ट्र के अन्य शहरों में कोविड-19 की बढ़ते मामलों को देखते हुए मंदिर प्रबंधन के अधिकारियों ने सरकार के दिशा निर्देशों और सामाजिक अनुशासन का सम्मान करते हुए निर्णय लिया है कि 10 मार्च बुधवार सुबह 7:30 से शुक्रवार 12 मार्च सुबह 7:30 तक सभी भक्तों के लिए मंदिर पूर्णत: बंद रखा जाएगा। हलांकि मंदिर प्रबंधन माई भक्त चैनल, यूट्यूब और जीयो टीवी पर श्री बाबुलनाथ दादा के लाइव दर्शन की 11 मार्च तक व्यवस्था करेगा जो सुबह 7 बजे से 8 बजे तक होंगे। प्रबंधन ने सभी भक्तों से अनुरोध किया है कि वे इस व्यव्सथा में सहयोग करें।
इस मंदिर में भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित है। यह मुंबई के मालाबार क्षेत्र में स्थित है। बाबुलनाथ मंदिर में मारवाड़ी और गुजराती समुदाय के लोग की अगाध श्रद्धा है। यह मंदिर बिल्कुल कैलाश पर्वत की तरह है।
धर्म संसार /शौर्यपथ / आपने अष्ट या चौंसठ योगिनियों के बारे में सुना होगा। कुछ लोग तो इनके बारे में जानते भी होंगे। दरअसल ये सभी आदिशक्ति मां काली का अवतार है। घोर नामक दैत्य के साथ युद्ध करते हुए माता ने ये अवतार लिए थे। यह भी माना जाता है कि ये सभी माता पर्वती की सखियां हैं। इन चौंसठ देवियों में से दस महाविद्याएं और सिद्ध विद्याओं
की भी गणना की जाती है। ये सभी आद्या शक्ति काली के ही भिन्न-भिन्न अवतारी अंश हैं। कुछ लोग कहते हैं कि समस्त योगिनियों का संबंध मुख्यतः काली कुल से हैं और ये सभी तंत्र तथा योग विद्या से घनिष्ठ सम्बन्ध रखती हैं।
समस्त योगिनियां अलौकिक शक्तिओं से सम्पन्न हैं तथा इंद्रजाल, जादू, वशीकरण, मारण, स्तंभन इत्यादि कर्म इन्हीं की कृपा द्वारा ही सफल हो पाते हैं। प्रमुख रूप से आठ योगिनियां हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं:- 1.सुर-सुंदरी योगिनी, 2.मनोहरा योगिनी, 3. कनकवती योगिनी, 4.कामेश्वरी योगिनी, 5. रति सुंदरी योगिनी, 6. पद्मिनी योगिनी, 7. नतिनी योगिनी और 8. मधुमती योगिनी।
चौंसठ योगिनियों के नाम :- 1.बहुरूप, 3.तारा, 3.नर्मदा, 4.यमुना, 5.शांति, 6.वारुणी 7.क्षेमंकरी, 8.ऐन्द्री, 9.वाराही, 10.रणवीरा, 11.वानर-मुखी, 12.वैष्णवी, 13.कालरात्रि, 14.वैद्यरूपा, 15.चर्चिका, 16.बेतली, 17.छिन्नमस्तिका, 18.वृषवाहन, 19.ज्वाला कामिनी, 20.घटवार, 21.कराकाली, 22.सरस्वती, 23.बिरूपा, 24.कौवेरी, 25.भलुका, 26.नारसिंही, 27.बिरजा, 28.विकतांना, 29.महालक्ष्मी, 30.कौमारी, 31.महामाया, 32.रति, 33.करकरी, 34.सर्पश्या, 35.यक्षिणी, 36.विनायकी, 37.विंध्यवासिनी, 38. वीर कुमारी, 39. माहेश्वरी, 40.अम्बिका, 41.कामिनी, 42.घटाबरी, 43.स्तुती, 44.काली, 45.उमा, 46.नारायणी, 47.समुद्र, 48.ब्रह्मिनी, 49.ज्वाला मुखी, 50.आग्नेयी, 51.अदिति, 51.चन्द्रकान्ति, 53.वायुवेगा, 54.चामुण्डा, 55.मूरति, 56.गंगा, 57.धूमावती, 58.गांधार, 59.सर्व मंगला, 60.अजिता, 61.सूर्यपुत्री 62.वायु वीणा, 63.अघोर और 64. भद्रकाली।
1. सुर-सुंदरी योगिनी : अष्ट योगिनियों में प्रमुख सुर सुंदरी नाम की योगिनी को अत्यंत ही सुंदर माना जाता है। इसका शरीर अत्यंत ही कोमल और शरीर सौष्ठव अत्यंत दर्शनीय होती है। इनकी एक माह तक साधना की जाती है। साधना के बाद यदि प्रसन्न हो जाती है तो इनकी सिद्धि से राज्य, स्वर्ण, दिव्यालंकार तथा दिव्य कन्याएं तक की प्राप्ति होती हैं।
जगदलपुर। शौर्यपथ ।। मामले में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के बस्तर जिलाध्यक्ष नरेंद्र भवानी के निर्देश पे सरगीपाल पंचायत के पंच श्री मनीराम नाग एवं पंच सोमधर नाग ने सयुंक्त प्रेस विज्ञपति जारी कर सरगीपाल पंचायत के पूर्व सरपंच समूह जो भाजपा पार्टी समर्पित है व तात्कालीन जिम्मेदार अधिकारी समेत पंचायत सचिव के ऊपर तथ्यों के साथ लगभग 25 - 30 लाख रूपए फर्जी विकास कार्य योजना बना जनता के पैसो को डकार गए थे, किन्तु भ्रष्टाचार का पोल जनता के सामने जिला प्रशासन के सामने सबूतों के साथ बल पूर्वक खोल कर मामले में शक्त से शक्त कार्यवाही कि निवेदन किया गया था ! और तो और बस्तर पुलिस द्वारा मामले में पुलिस हस्तेक्षप का भी मांग किया गया था जिसके बाद बस्तर पुलिस अधीक्षक द्वारा आवेदकों का बयान दर्ज किया गावों गवाही के तहत ग्रामीणों का बयान दर्ज किया गया था जिसके तहत बस्तर जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी द्वारा 02/03/2021 को सरकारी पत्र जारी कर मांगो पे कार्यवाही शुरु हुई का जानकारी दिए, विभाग जल्द से जल्द कार्यवाही कर सम्बंधित अधिकारियों से एवं तात्कालीन पंचायत सचिव से रिकवरी कि कार्यवाही पंचायत अधिनियम का पालन करते हुए किया जाए। * *सरगीपाल पंचायत में हुए लाखो के भ्रष्टाचार पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के पहल से जिला प्रशासन द्वारा हुवा जांच का आदेश जारी -- पंचायत पंच मनीराम नाग* * *जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी ने सरगीपाल में हुए लाखो का भ्रष्टाचार पे किये थे कार्यवाही का मांग जिसके बाद जांच के आदेश हुवे जारी -- पंचायत पंच सोमधर नाग*
दुर्ग / शौर्यपथ / कोरोना महामारी कोविड-19 के चलते अन्य राज्यों से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना महामारी पुन: वापस आ रही इस सक्रंमण को देखते हुए ऑफलाइन एग्जाम को लेकर दुर्ग जिले के अलग-अलग विद्यालय के परिजन और छात्र छात्राएँ पढ़ाई को लेकर के बहुत परेशान हो रहे। छात्र-छात्राओ और उनके परिजन ऑनलाइन परीक्षा की मांग को लेकर उनके द्वारा लगातर कॉल और मैसेज हमे प्राप्त हो रहा है।छात्रो की इस परेशानी को देखते हुये दुर्ग हृस्ढ्ढ जिला कार्यकारिणी अध्यक्ष सोनू साहू के निर्देशानुसार दुर्ग शहर अध्यक्ष हितेश सिन्हा के नेतृत्व में दुर्ग शहर के डी. ए.वी पब्लिक स्कूल और सनसाईन हायर सेकंडरी स्कूल पहुंच कर स्कूल प्रबंधक से मुलाकात कर ऑनलाइन परीक्षा आयोजन करने की मांग किये।
स्कूल प्रबंधक से बातचीत की दौरान छात्रो के भविष्य, स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुये छात्रहित मे निर्णय लेने की बात कही। छात्रो के परिस्थिति के अनुसार परीक्षा का आयोजन ऑनलाइन और ऑफलाइन करने की बात कही। शहर अध्यक्ष हितेश सिन्हा ने कहा कि दुर्ग हृस्ढ्ढ छात्रो के साथ खड़ी है और जो भी निर्णय होगा छात्र हित मे होगा ।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में किए गए शुभारंभ के साथ ही रोड सेफ्टी क्रिकेट टी-20 वल्र्ड सीरीज की शुरुआत हो गई। सीरीज का शुभारंभ शानदार आतिशबाजी के साथ हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रोड सेफ्टी संकल्प पर हस्ताक्षर किए और रोड सेफ्टी वल्र्ड क्रिकेट सीरीज के शुभारंभ की घोषणा की। पहला मैच इंडिया लीजेंड्स और बांग्लादेश लीजेंड्स के बीच हुआ। क्रिकेट मैच का शुभारंभ बांग्लादेश और भारत के राष्ट्र-गान के साथ हुआ। इस क्रिकेट-श्रृंखला के उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल ने छत्तीसगढ़ की 02 करोड़ 80 लाख जनता की ओर से इस वल्र्ड सीरीज में शामिल हो रहे सभी खिलाडिय़ों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर यहां पहुंचे हैं। साथ ही युवराज सिंह, मोहम्मद कैफ, मुनाफ पटेल, वीरेंद्र सहवाग समेत भारतीय और बांग्लादेश के सभी क्रिकेट सितारे यहां पहुंचे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से मैदानों से खिलाड़ी और स्टेडियम से दर्शक गायब हो गए थे। यह आयोजन कोरोना से संबंधित सभी प्रोटोकाल का पालन करते हुए किया जा रहा है। इससे पहले उन्होंने मैदान पर पहुंचकर भारत और बांग्लादेश के खिलाडिय़ों से मुलाकात कर परिचय प्राप्त किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा भारत और बांग्लादेश टीम के कप्तानों ने क्रिकेट बाल पर सिग्नेचर भी किए। आज का टास बांग्लादेश लीजेंड्स ने जीता और पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया।
इस वल्र्ड सीरीज में भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, इंग्लैण्ड, साउथ अफ्रीका और वेस्ट इंडीज कुल छ: देशों की टीम भाग ले रही है। 05 मार्च से 21 मार्च तक आयोजित इस वल्र्ड सीरीज में 17 मार्च को पहला और 19 मार्च को दूसरा सेमीफाइनल तथा 21 मार्च को फाइनल मैच होगा। इस सीरीज में छत्तीसगढ़ के मैदान पर पहली बार मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी का दर्शक लुत्फ उठा पाएंगे।
शुभारंभ कार्यक्रम में परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंडिय़ा, राजसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, छत्तीसगढ़ खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, विधायक मोहन मरकाम, विधायक अमितेष शुक्ल, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, खाद्य सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह सहित बड़ी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के लोक कलाकार और नार्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन के सदस्य श्री विजय डड़सेना के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है। श्री विजय डड़सेना का 1 मार्च को अमेरिका के शिकागो में निधन हो गया। मुख्यमंत्री ने उनके शोकसंतप्त परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।