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धमतरी /शौर्यपथ
कुरूद विकासखंड के ग्राम उड़ेना निवासी सब्जी विक्रेता श्री अशोक पटेल की मृत्यु आज सुबह स्थानीय एकलव्य खेल परिसर में सब्जी बेचते समय हो गई। इस संबंध में एसडीएम धमतरी ने बताया कि किसान बाजार के पंजीकृत सब्जी विक्रेता श्री पटेल आज सुबह सात स्थानीय एकलव्य खेल परिसर में अस्थायी रूप से लगाए जा रहे किसान बाजार में पसरे पर बैठे हुए अचानक आगे की ओर झुके और एक बार हिचकी आई। वहां मौजूद अन्य सब्जी विक्रेताओं व प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हिचकी आने के बाद उनकी मृत्यु मौके पर ही हो गई थी, जिसकी पुष्टि जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने की। एसडीएम ने बताया कि मृतक के स्वास्थ्य संबंधी पूछताछ के लिए उनके गृहग्राम उडेना में जाकर परिजनों से चर्चा की गई तो यह ज्ञात हुआ कि उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। उनके परिजन श्री लेखराम पटेल, हितेश पटेल तथा भूपेंद्र पटेल ने बताया कि मृतक श्री पटेल न तो किसी रोग से ग्रस्त थे, ना ही किसी प्रकार की दवाई का सेवन करते थे। साथ ही प्रकार का नशापान नहीं किए जाने की बात परिजनों ने अपने बयान में कही। सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक ने बताया की सब्जी विक्रेता श्री पटेल की मृत्यु प्रथम दृष्ट्या हृदयाघात से होना प्रतीत हो रहा है। विस्तृत परीक्षण उपरांत ही वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा
धमतरी/नगरी/शौर्यपथ
नगरी लाँक के एकल शिक्षकीय तथा दर्ज संख्या के मान से शिक्षक आवश्यकता वाले प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओ में अतिथि शिक्षकों को नियुक्त की गई थी।प्राथमिक शिक्षको को छह हजार रुपये तथा माध्यमिक शिक्षको को आठ हजार रुपये के मासिक मानदेय के आधार पर माह अक्टूबर 2019 से अप्रैल 2020 तक किया गया था ।अतिथि शिक्षको ने पूरी निष्ठा पूर्वक कार्यसंपादन करते हुए शिक्षा गुणवत्ता में महत्वपूर्ण योगदान दिया हैइस दौरान वैश्विक महामारी कोविड 19 के संक्रमण बचाव के तहत लॉकडाउन में मार्च से स्कूलों को बंद कर दिया गया।सात माह के उनके नियुक्ति में मानदेय राशि मे आधी कटौती कर दी गई है।मानदेय राशि कटौती संबंध में संघ के प्रतिनिधियो ने जब छःग अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक संघ अध्यक्ष डोमार सिंह ध्रुव को अपनी समस्याएं बताए तब उन्होंने विधायक डॉ लक्ष्मी ध्रुव से भेंट कराकर उनके मानदेयराशि कटौती की पीड़ा बताते हुए कहा कि अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति आदेश के आधार पर सात माह के मानदेय राशि 56 हजार के बजाय 28 हजाररुपये तथा 42 हजार के बजाय 21 हजार रुपये ही का हीभुगतान किया गया है।मानदेय के आधी राशि की कटौती कर दी गई जो बहुत ही अन्याय है।अतिथि शिक्षकों ने अपनी सात माह के मानदेय राशि की भुगतान करने के साथ ही आगामी सत्र में पुनः नियुक्ति की मांग की गई है।अतिथि शिक्षकों की पीड़ा को समझते हुए विधायक डॉ लक्ष्मी ध्रुव ने मानदेय के कटौती राशि की भुगतान कराने सहित अन्य मांगों पर उचित कार्रवाई करने आश्वासन दिया गया है ।इस दौरान विधायक से भेंट कर चर्चा करने वालो में अतिथि शिक्षक संघ के सलाहकार विष्णु कुमार ध्रुव,अध्यक्ष महेश कुंजाम,सचिव डिकेश कुमार यादव शामिल थे।
रायपुर शौर्यपथ
• स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइन्स
• कांटेन्मेंट एवं बफर जोन को छोड़कर बाकी क्षेत्रों में सुलभ होंगी सेवाएं
• कैंपेन मोड की सेवाएं दी जाएगी डोर टू डोर
• प्रसव संबंधी सेवाएं सभी क्षेत्रों में समान रूप से की जाएगी प्रदान
कोरोना के कारण हुए देशव्यापी लॉकडाउन ने कई जरुरी स्वास्थ्य सेवाओं को बाधित किया है. भारत जैसे देश में जहाँ प्रतिवर्ष लगभग 2.5 करोड़ से अधिक प्रसव होते हैं, वहाँ कोरोना के बढ़ते प्रसार ने प्रसव संबंधी सुविधा प्रदायगी में सरकार के सामने चुनौतियाँ खड़ी किया है. लेकिन अब सरकार ने प्रजनन, मातृ, नवजात, शिशु, किशोरी स्वास्थ्य एवं पोषण (आरएमएनसीएचप्लसएन) सेवाओं को फिर से बहाल करने का फैसला लिया है. इसको लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गाइडलाइन्स जारी कर इस संबंध में विस्तार से दिशानिर्देश दिया है. पत्र के अनुसार आरएमएनसीएचप्लसएन की सेवाएं बफर जोन को छोड़कर एवं ग्रीन जोन में सुलभ होंगी जबकि प्रसव संबंधी सेवाएं अन्य क्षेत्रों की तुलना में कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में भी सामान रूप से उपलब्ध रहेगी. साथ ही महिलाएं, बच्चे एवं किशोरों के लिए महत्वपूर्ण सेवाओं को उनकी कोविड-19 स्थिति का बिना ख्याल किए प्रदान की जाएगी.
कैंपेन मोड की सेवाएं दी जाएगी डोर टू डोर:
पत्र में बताया गया है कि कैंपेन मोड की सेवाओं को वैकल्पिक माध्यम से उपलब्ध करायी जाएगी. स्थानीय परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए इन सेवाओं की डोर टू डोर प्रदायगी पर बल दिया जाएगाजिसमें विटामिन ए, सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा, राष्ट्रीय डीवर्मिंग डे एवं टेस्ट ट्रीट एवं टॉक कैंप फॉर एनीमिया जैसे कैंपेन मोड की सेवाएं शामिल होंगी.
प्रसव संबंधी सेवाएं कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में भी होगी उपलब्ध:
कांटेन्मेंट एवं बफर जोन के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रसव संबंधी सेवाएं पूर्वत जारी रहेगी. प्रसव पूर्व सेवाओं के तहत प्रसव पूर्व जांच, सशर्त वीएचएसएनडी(ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस) एवं पीएमएसएमए(प्रधान मंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान) की सुविधा बफर जोन को छोड़कर एवं ग्रीन जोन में उपलब्ध रहेगीजबकि कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में वीएचएसएनडी एवं पीएमएसएमए का आयोजन नहीं होगा एवं प्रसव पूर्व जांच के लिए गर्भवती महिलाओं को अस्पताल जाना होगा. प्रसव उपरांत देखभाल की सेवाएं बिना किसी अवरोध की बफर जोन को छोड़कर एवं ग्रीन जोन में उपलब्ध रहेगी. जबकि कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में प्रसव उपरांत देखभाल सेवाएं टेलीकंसल्टेशन के जरिए दी जाएगी.
नवजात एवं बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं को भी किया जाएगा नियमित:
नवजात एवं बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रदान की जाने सेवाएं जैसे स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट(एसएनसीयू), गृह आधारित नवजात देखभाल(एचबीएनसी), गृह आधारित बड़े बच्चों की देखभाल(एचबीवाईसी), राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम(आरबीएसके) एवं पोषण पुनर्वास केंद्र(एनआरसी)बफर जोन से परे एवं ग्रीन जोन में पहले की तरह शुरू की जाएगीजबकि कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में ये सेवाएं कुछ विशेष शर्तों के साथ प्रदान की जाएगी. जिसमें कोविड-19 स्थिति का बिना ख्याल किये बीमार बच्चों को नजदीकी एसएनसीयू में सुविधा मिलेगी एवं एचबीएनसी/एचबीवाईसी सेवाओं को टेलीकंसल्टेशन के जरिए उपलब्ध करायी जाएगी. साथ ही राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों की जांच केवल अस्पताल में होगी, जहाँ प्रसव संबधी सेवाएं दी जा रही है. वहीं कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में उचित रेफरल प्रबंधन सुनिश्चित करते हुए अति-कुपोषित बच्चों को नजदीकी पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती किया जाएगा.
कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में मिलेगी सशर्त प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं:
प्रजनन स्वास्थ्य सेवा के तहत फिक्स्ड डे सेवा, प्रसव या गर्भपात उपरांत नसबंदी, कॉपर-टी एवं प्रसव उपरांत कॉपर-टी सुविधा बफर जोन के बाहर एवं ग्रीन ज़ोन में पहले की तरह प्रदान की जाएगीलेकिन कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में सशर्त सेवाएं प्रदान की जाएगी. फिक्स्ड डे सेवा के तहत नसबंदी की सुविधा अस्पताल में दी जाएगी जहाँ प्रति दिन 10 लाभार्थियों को ही सेवा मिल सकेगी. प्रसव उपरांत या गर्भपात उपरांत नसबंदी सेवा उन्हीं महिलाओं को मिल सकेगी जो अस्पताल में पहले से होंगी एवं कॉपर टी एवं प्रसव उपरांत कॉपर टी की सुविधा की मांग करने पर यह सेवा अस्पताल में उपलब्ध होगी.
किशोरी स्वास्थ्य का भी रखा जाएगा ख्याल:
किशोरी के लिए वितरित की जाने वाली आयरन फोलिक एसिड की टेबलेट एवं सेनेटरी पैड का वितरण बफर जोन के आलवा एवं ग्रीन जोन में पहले की तरह प्रदान करायी जाएगी एवं यहाँ एडोलसेंट फ्रेंडली हेल्थ क्लीनिक(एएफएचसी) खुली रहेंगीलेकिनकांटेन्मेंट एवं बफर जोन में एएफएचसी का संचालन टेलीकंसल्टेशन के जरिए होगा.
पियें छाछ और लस्सी आम,बेल का पना है लू से बचाव का रामबाण
शौर्यपथ हेल्थ
गर्मी और धूप की वजह से लोगों लू का शिकार हो जाते है। लू लगने से हर वर्ष कई लोगों अपनी जान भी गवां देते हैं।
धूप से बचाव करना जरूरी है। धूप में देर तक रहने से शरीर में पानी की कमी भी होने लगती है। गर्मियों में शरीर से ज्यादा पसीना निकलने के कारण पानी और नमक की कमी हो जाती है। इस वजह से रक्त संचार भी बिगड़ने लगता है। शरीर का तापमान सामान्य से ज्यादा होता है जिससे कई बीमारियों के होने का खतरा मंडराने लगता है। लू के आयुर्वेदिक उपाय अपनाकर इस समस्या से राहत पा सकते हैं।
शासकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय रायपुर के पंचकर्म विभाग के एचओडी डॉ. रंजीप दास कहते है गर्मी के दिनों में लू लगना सामान्य है ।तापमान बढ़ने से शरीर का तापमान असंतुलित होने लगता है । बच्चे और बूढ़े लोग लू (sunstroke) की चपेट में जल्दी आ जाते हैं। अगर मरीज लू लगने से बेहोश हो गया है तो तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं। ``गर्मी के मौसम में आप ठीक ढंग से अपना ख्याल रखें और कुछ ज़रुरी सावधानियां बरतें तो लू के प्रकोप से बच सकते हैं। खाली पेट घर से बाहर ना निकलें, हल्का भोजन करें, पूरी बांह के कपड़े पहनें और नंगे पैर बाहर ना जाएं । ज्यादा देर तक धूप में ना रहें ।ज़्यादा मात्रा में पानी पिएं। बाहर जाते समय पानी साथ लेकर जाएं। बेल का शरबत, सेब का सिरका, चंदनासव, कच्चे आम उबाल कर उसका पना पीने से लू और गर्मी से बचा जा सकता है । बज़ारी जूस, शीतल पेय पदार्थ और सीलंबद जूस का सेवन नहीं कर रहे हैं। इनको आप घरों पर ही तैयार बेहतर होगा ।‘’
डॉ दास का कहना है मौसमी फल आम, संतरा, मौसमी, खरबूज, तरबूज, ककड़ी, बेल, अंगूर, आंवला, ठंडाई, नींबू शिकंजी का प्रयोग करें। जौ, चना और गेहूं के मिश्रण का सत्तू बना कर सेवन करें । खरबूजा के बीज, सौंफ, काली मिर्च, बादाम, किशमिश, खशखश और गुलाब के सूखे पत्तों को मिलकर ठंडाई बना कर प्रयोग करें । अधचल (बगैर घी निकाली छाछ ) भी खाने में लें। पुदीना और जलजीरा भी घर बना कर ही पियें ।
लू लगने पर छाछ दही और लस्सी का प्रयोग करना चाहिए| यह डिहाइड्रेशन को दूर करती है । इसमें कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन B2, B5, B12 मैग्नीशियम और फैटी एसिड रहता है जो डिहाइड्रेशन को दूर करता है ।
लू लगने के लक्षण
सिर में तेज दर्द होना, चक्कर आना और सांस लेने में तकलीफ । शुरुआत में इन लक्षणों में काफी कमी होती है समय के साथ साथ ये लक्षण बढ़ते जाते हैं। लू लगने पर अचानक से तेज बुखार होने लगता है शरीर में गर्मी बढ़ती जाती है। शरीर में गर्मी बढ़ने के बावजूद भी लू लगने के दौरान शरीर से पसीना नहीं निकलता है। उल्टी आना,शरीर में तेज दर्द होना आम बात है। उल्टी होने पर शरीर में सोडियम और पोटैशियम का संतुलन बिगड़ जाता है। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले या शारीरिक रुप से कमजोर लोग लू लगने से बेहोश भी हो जाते हैं।
लू लगने पर क्या करें
लू लगने पर मरीज को तुरंत छायादार जगह पर या ठंडी जगह पर लिटायें। शरीर को ठंडा रखने के लिए शरीर पर ठंडे पानी की पट्टियां लगाएं। घर के खिड़की दरवाजे खोल दें और कूलर या एसी चालू कर दें। अगर मरीज लू लगने से बेहोश हो गया है तो तुरंत नज़दीकी डॉक्टर के पास लेकर जाएं।
शौर्यपथ/ ज्योतिष
ज्योतिष अनुसार 21 जून को मिथुन राशि में सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है जो शुभ संकेत नहीं है। क्योंकि इस समय कई ग्रह अपनी उल्टी चाल चल रहे होंगे। मंगल का मीन में होना शुभ नहीं माना जाता है।
जून में दो ग्रहण लगने जा रहे हैं एक है चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) तो दूसरा सूर्य ग्रहण। 05 जून को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगेगा तो 21 जून को इस साल का पहला सूर्य ग्रहण। लेकिन ज्योतिष अनुसार 21 जून में लगने जा रहा ग्रहण ज्यादा संवेदनशील होगा। क्योंकि इस दौरान 6 ग्रह एक साथ वक्री अवस्था में होंगे। वक्री का मतलब होता है ग्रहों की उल्टी चाल जिसका सीधा असर मानव समाज पर पड़ेगा। ग्रहों की इस स्थिति को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना महामारी और भी अधिक बढ़ सकती है।
शौर्यपथ/ बिजनेस डेस्क
पीएम किसान स्कीम में किसानों को खास तौर पर फायदा देने के लिए केंद्र सरकार ने एक फैसला लिया है। इसके तहत अब पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम से किसान क्रेडिट कार्ड को जोड़ा जाएगा और उन्हें सस्ता लोन दिया जाएगा। केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, 45 लाख किसानों को क्रेडिट कार्ड दिए जाने की सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है, जबकि 25 लाख किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी कर दिया गया है।
24 साल पहले कूड़े के ढेर में मिली थी मिथुन की बेटी, बच्ची के रोने की आवाज सुन घर ले आया था
धमतरी /नगरी/ शौर्य पथ
अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के निर्देशानुसार सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव एवं सिहावा विधानसभा के कांग्रेसियों ने कोरोना महामारी की इस आपातकाल मे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, ट्वीटर, यूट्यूब, इंस्टाग्राम के माध्यम से आज दोपहर 11 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक स्पीक अप इंडिया सोशल मीडिया अभियान के तहत केंद्र सरकार से माँग कि वे सभी आर्थिक रूप से कमज़ोर व जरूरतमंदों के खातों में तुरंत ही *दस हज़ार* रुपय कि राशी डाले जिससे वे आर्थिक रूप से संभल सकें साथ ही केंद्र सरकार पूरे देश में *न्याय योजना* को लागू करे , जिसके तहत आर्थिक रूप से कमज़ोर हर व्यक्ति के खाते में अगले *6 महीनों* तक *7500 रुपये* डाले जावें इस दौरान सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव जी ने इस सोशल मीडिया अभियान को एक डिजिटल रैली की तरह बताया जिसके द्वारा कांग्रेसियों ने किसानों एवं मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए केन्द्र सरकार से विभिन्न मांगों को पूरा करने के लिए अपील किया अंत मे छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रदेश के किसानों को किसान न्याय योजना से 5700 करोड़ों रुपये की राशि किसानों को दिए जाने को लेकर सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव, एल एल ध्रुव ,विधायक प्रतिनिधि रुद्रप्रताप नाग, भूषण साहू, माखन भरेवा, चंद्रेश ठाकुर, सचिन भंसाली एवं अन्य उपस्थित कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।
धमतरी/ नगरी /शौर्यपथ
आज सुबहा नगरी के बोराई थाना के अंतर्गत रतावा के पास जंगल मे एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिलने से क्षेत्र मैं सनसनी फैल गई
लाश को देखने से कोई बाहरी व्यक्ति नजर आ रहा है जिसकी उम्र लगभग 45 से 50 वर्ष के बीच की हो सकती है।
फिलहाल बोराई पुलिस को खबर कर दी गई है। लाश रतावा के फारेस्ट नाका से लगभग 100 मीटर दूरी पर है।
ज्ञात हो कि इस मार्ग पर उड़ीसा,आंध्रप्रदेश के लिए माल गाड़िया व अन्य गाड़ियों की आवाजाही लगी रहती है कहीं इन्ही गाड़ियों के सम्बंधित कोई तो नही है इस बात की चर्चा चल रही है।
फिलहाल जांच के बाद ही मामला स्पष्ट हो पायेगा।
अज्ञात शव के शिनाख्त नही हो पाने व परिजनों के अभाव में सर्वधर्म सेवा समिति नगरी के युवाओं ने अंतिम क्रिया कर्म कर सद्गति प्रदान की।
सर्व धर्म सेवा समिति नगरी के सन्नी छाजेड़ , रोशन साहू एवं बिनासिल्ली केम्प के जवान के साथ रतावा के सरपंच, सचिव एवं ग्रामीणों द्वारा अज्ञात शव का दाह संस्कार किया ।
सर्व धर्म समिति के सदस्यों द्वारा पूर्व में भी इसी तरह लावारिश लाशों के अंतिम संस्कार किया जाता रहा है।