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आस्था /शौर्यपथ /ज्योतिष शास्त्र में राहु-केतु को छाया ग्रह माना गया है. कहा जाता है जिस जातक की कुंडली में राहु और केतु का दोष होता है, उसका जीवन नर्क के समान हो जाता है. यानी ऐसे लोगों पर हमेशा राहु-केतु की छाया रहती है. ऐसे में व्यक्ति जो की कार्य करता है, उसमें सफलता की संभावना बहुत कम होती है. यही वजह है कि लोग राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से भय खाते हैं. हालांकि कई बार कुंडली का राहु-केतु शुभ प्रभाव भी देते हैं, लेकिन अधिकांश धारणा यही है कि राहु-केतु की दशा बहुत अधिक कष्टदायी होती है. ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर राहु-केतु की दशा और महादशा के निवारण के लिए कौन सा ज्योतिषीय उपाय करना सही होगा. आइए जानते हैं राहु-केतु की शांति के लिए ज्योतिष शास्त्र में बताए गए कुछ प्रभावी उपाय.
राहु-केतु दोष के उपाय |
ज्योतिष शास्त्र और धर्म-कर्म के जानकार पंडितों के मुताबिक मां भगवती (देवी दुर्गा) की पूजा करने से राहु-केतु के दोष दूर होते हैं. दरअसल दुर्गा सप्तशती में मां दुर्गा को छायारूपेण संस्थिता कहा गया है और राहु-केतु भी छाया ग्रह ही हैं. ऐसे में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से राहु-केतु ग्रह के अशुभ प्रभाव शांत होते हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर में शेषनाग के ऊपर नाचते हुए श्रीकृष्ण की तस्वीर रखें और नियमित पूजा करें. पूजन के दौरान 'ओम् नमो भगवते वासुदेवाय नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें. माना जाता है कि राहु-केतु की शांति के लिए यह उपाय भी प्रभावी साबित होता है.
ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के मुताबिक राहु-केतु से संबंधित बीज मंत्रों का जाप करने से भी दोष दूर होते हैं. ऐसे में जिन लोगों की कुंडली में राहु-केतु का दोष है, उन्हें इनके बीज मंत्रों का जाप करना चाहिए.
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक किसी गरीब कन्या का विवाह कराने या विवाह में सहयोग करने से भी राहु-केतु के अशुभ प्रभाव कम होते हैं. माना जाता है कि ऐसा करने से धीरे-धीरे राहु-केतु के अशुभ प्रभाव खत्म होने लगते हैं.
ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, रविवार के दिन कन्याओं को दही और हलवा खिलाने से केतु के दोष दूर होते हैं. जिससे जीवन में परेशानियां खत्म होने लगती हैं और बुरे दिन खत्म हो जाते हैं.
मान्यता के मुताबिक अगर किसी जातक की कुंडली में केतु का दोष है तो ऐसे में संबंधित जातकों को हमेशा अपने पास हरे रंग का रुमाल रखना चाहिए. कहा जाता है कि हरे रंग का रुमाल रखने से केतु का दोष शांत होता है.
रत्न शास्त्र में राहु दोष की शांति के लिए गोमेद रत्न धारण करने की सलाह दी गई है. इसे ज्योतिष शास्त्र के जानकार भी सही मानते हैं. ऐसे में राहु की शांति के लिए शनिवार के दिन किसी अच्छे ज्योतिषी से सलाह लेकर इस रत्न को धारण करना चाहिए. माना जाता है कि इस उपाय को करने से राहु दोष दूर होता है.
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