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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
संवाददाता - हरिया सोनी
नारायणपुर / शौर्यपथ / विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर माननीय छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के आदेशानुसार एवं प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोंडागांव माननीय श्रीमती किरण चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नारायणपुर कु. प्रतिभा मरकाम के नेतृत्व में व्यवहार न्यायालय नारायणपुर में वृक्षारोपण के साथ स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कु. प्रतिभा मरकाम मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रिटेनर अधिवक्ता श्री चंद्र प्रकाश कश्यप जितेंद्र शुक्ला जे.एस राठौर क्षमा साहू अधिवक्तागण चंद्रशेखर राव ए.डी.पी.ओ सोमनाथ पोटाई मेघा नाग वीरेंद्र ध्रुव विष्णु कडियाम इनूत एम्का एवं अन्य न्यायिक कर्मचारी गण के द्वारा न्यायालय परिसर में अपने-अपने हाथों से पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण हेतु संकल्प लिया गया। कु. प्रतिमा मरकाम मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा जानकारी दिया गया 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है वृक्ष से हमें ऑक्सीजन मिलता है जिससे हम ग्रहण कर जीवन यापन करते हैं। अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर पर्यावरण की सुरक्षा की जा सकती है। रिटेनर अधिवक्ता चंद्र प्रकाश के द्वारा जानकारी दिया गया कि संविधान के अनुच्छेद 51 (क) में उल्लेखित है कि भारत के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वन एव वन्य जीव जंतु पर्यावरण की रक्षा करने का मूल कर्तव्य है। अनुच्छेद 48(A) निर्देशित करता है कि राज्य पर्यावरण की रक्षा और सुधार करने तथा देश के वनों और वन्य जीवों की रक्षा करने का प्रयास करेंगे इस अवसर पर समस्त अधिवक्तागण न्यायिक कर्मचारीगण अभियोजन के कर्मचारीगण अधिकार मित्र घसीराम नेताम उपस्थित रहे।
संवाददाता - हरिया सोनी
नियद नेल्लानार योजना अंतर्गत नेलांगुर के ग्रामीणों को शत प्रतिशत लाभान्वित करने के दिए निर्देश
कलेक्टर और सीईओ ने ग्रामीणों की चौपाल लगाकर राज्य सरकार की योजनाओं की दी जानकारी
पुलिस कैम्प नेलांगुर में पौधा रोपण कर छत्तीसगढ़ की अंतिम सीमा का किया अवलोकन
नारायणपुर / शौर्यपथ / जिले की कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाक्षा शिक्षा खलखो द्वारा जिले एवं छत्तीसगढ़ की अंतिम छोर के ग्राम नेलांगुर पहुंकर जन चौपाल में ग्रामीणों से चर्चा करते हुए उनकी मांग एवं समस्याओं को शीघ्र निराकरण कराने का भरोसा दिलाया। जन चौपाल में ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर से खेल मैदान, स्कूल में शिक्षक की मांग की गई, उनकी मांग को पूर्ण कराने की बात करते हुए कहा कि स्कूल में युक्तियुक्तकरण के माध्यम से शिक्षकों की पदस्थापना कर दिया गया है। खेल मैदान भी शीघ्र बनाए जाने का आश्वासन दिया।
उन्होंने जनचौपाल में नियद नेल्लानार योजना अंतर्गत संचालित किये जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं का ग्रामीणों को जानकारी दी। उन्होंने ग्राम वासियों का चौपाल में सभी सदस्यों की जानकारी लेकर शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से ग्रामीणों को लाभान्वित करने के निर्देश उपस्थित जिला स्तरीय अधिकारियों को दिए। उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, बैंक पासबुक, महतारी वंदन, जाति प्रमाण पत्र और जन्म प्रमाण पत्र के संबंध में जानकारी लेकर जिन हितग्राहियों का नहीं बना है उनका एक सप्ताह के भीतर बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने ग्राम नेलांगुर में सड़क, पुल पुलिया, नलजल योजना, आधार कार्ड, राशन कार्ड बनाकर सभी परिवारों को चावल उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया। कलेक्टर ममगाईं ने सभी ग्रामीणों से कहा कि अपने बच्चों को शिक्षित करें और गांव के विकास में सहभागिता निभाएं। उन्होंने गांव के नवयुवकों को रोजगार से जोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने अधिकारी को निर्देशित किया।
कलेक्टर ममगाई ने जनचौपाल में अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि गांव के महिलाओं का समूह बनाकर शासन की योजनाओं से जोड़ने के लिए उपस्थित जनपद सीईओ को निर्देशित किया गया। कलेक्टर ने महिलाओं से जानकारी लेते हुए महतारी वंदन योजना और मातृत्व वंदन योजना योजना से लाभान्वित करने के निर्देश उपस्थित महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया। तहसीलदार चिराग रामटेके के द्वारा चौपाल में ग्रामीणों को अतिवृष्टि और प्राकृतिक आपदा से लाभान्वित करने की जानकारी दी गई। कलेक्टर ने उपस्थित अधिकारियों को अपने-अपने विभागीय योजनाओं को शत प्रतिशत लाभान्वित करने के लिए निर्देशित किया। चौपाल समाप्त होने के बाद कलेक्टर ने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ ग्राम नेलांगुर का भ्रमण करते हुए खेल मैदान बनाने का आश्वासन दिया। जन चौपाल में स्वास्थ्य, उद्यानिकी, समाज कल्याण, श्रम, खाद्य, कृषि, मत्स्य पालन विभाग द्वारा स्टॉल लगाया गया था। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ थीम पर स्टॉल लगाई गई थी, जिसका कलेक्टर ने अवलोकन करते हुए नेलांगुर के महिलाओं को संस्थागत प्रसव करवाने के लिए प्रेरित किया। जन चौपाल में बच्चों को जाति एवं निवास प्रमाण पत्र एवं वृद्धजनों को छड़ी प्रदान किया गया। उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर नेलांगुर पुलिस कैम्प में पौधा रोपण कर छत्तीसगढ़ एवं महाराष्ट्र सीमा का भी अवलोकन किया।
जन चौपाल में क्षेत्र के सरपंचगण, तहसीलदार चिराग रामटेके, जनपद सीईओ लोकेश चतुर्वेदी, महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी प्रतिभा शर्मा, विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी सनातन मेरसा, सहायक मत्स्य अधिकारी विवेक ठाकुर, सामाज कल्याण विभाग महेंद्र उसेंडी, स्वास्थ्य विभाग प्रदीप देवांगन सहित विभिन्न विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर ने समय-सीमा बैठक लेकर की योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा
मुंगेली /शौर्यपथ /कलेक्टर कुन्दन कुमार ने जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक ली। बैठक में उन्होंने महत्वपूर्ण एजेंडा पर विस्तृत समीक्षा की। कलेक्टर ने विभिन्न विभागों के लंबित प्रकरणों और सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों के निराकरण की प्रगति पर चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी लंबित आवेदनों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निराकरण सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा 19 मई को आयोजित बैठक के पालन प्रतिवेदन की समीक्षा की और संबंधित विभागों से प्रगति रिपोर्ट मांगी तथा सभी निर्देशों का समय पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
‘‘एक पेड़ मॉ के नाम 2.0’’ के तहत लगाए जाएंगे 04 लाख से अधिक पौधे
कलेक्टर ने बताया कि पिछले बार की तरह इस बार भी वर्षा ऋतु में वृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान ‘‘एक पेड़ मॉ के नाम 2.0’’ के तहत जिले में 04 लाख से अधिक पौधा लगाने का लक्ष्य रखा गया है। कलेक्टर ने सर्व संबंधित अधिकारियों को वृक्षारोपण महाभियान सफल आयोजन हेतु आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रम कार्ड की प्रगति की जानकारी ली और शिविर लगाकर पात्र लोगों का श्रम कार्ड बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासकीय संस्थानों, स्कूलों, महाविद्यालयों, छात्रावासों, स्वास्थ्य केन्द्रों, आंगनबाड़ी भवनों आदि में पौधारोपण किया जाए। वृक्षारोपण में गुणवत्तापूर्ण पौधों के साथ उसकी सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय किया जाए। उन्होंने अभियान चलाकर वृक्षारोपण के लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर कार्य करने कहा। कलेक्टर ने प्रत्येक अधिकारी को 20 पौधे रोपित करने तथा पौधे की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी। साथ ही जिले के राजकीय राजमार्गों व जिला स्तरीय सड़कों के किनारे वृक्षारोपण के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने जल संरक्षण के लिए बोर रिचार्ज हेतु कार्ययोजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए।
बारिश के पूर्व सीमांकन के सभी प्रकरणों का करें निराकरण
कलेक्टर ने आयुष्मान महाअभियान के तहत बनाए गए आयुष्मान कार्ड व वय वंदना कार्ड की संख्या तथा शेष बचे लोगों की जानकारी ली और लक्ष्य के अनुरूप प्रगति लाने निर्देशित किया। उन्होंने विकसित कृषि संकल्प अभियान अंतर्गत जिले में चल रहे शिविरों के संबंध में जानकारी ली और किसानों को आधुनिक व वैज्ञानिक कृषि तकनीकों से जोड़ने व कृषि तकनीकों का डेमो बनाकर लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने राजस्व के लंबित प्रकरणों के त्वरित निराकरण पर जोर देते हुए शीघ्र समाधान हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही बारिश के पूर्व सीमांकन के सभी प्रकरणों का निराकरण करने कहा। उन्होंने संग्रहण केंद्रों में भंडारित अतिशेष धान के निराकरण की समीक्षा की और शेष धान का सप्ताह भर में शतप्रतिशत उठाव के साथ ही सोसाइटी से ही खाद-बीज का उठाव सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने किसान पंजीयन के सम्बन्ध में जानकारी लेते हुए समय-सीमा में पूर्ण करने निर्देश दिए।
योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे यह सभी की जिम्मेदारी
कलेक्टर ने जनदर्शन एवं अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायतों, फ्लैगशिप योजनाएं और लोक सेवा गारंटी अधिनियम, प्रधानमंत्री आवास योजना, पीएम जनमन, मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, ई-कोर्ट के लंबित प्रकरणों, उज्ज्वला योजना जैसे फ्लैगशिप कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि इन योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे यह सुनिश्चित करना सभी की जिम्मेदारी है। कलेक्टर ने ट्रांसफार्मर, बिजली आपूर्ति और सौर सुजला योजना सहित क्रेड़ा विभाग की योजनाओं की भी समीक्षा और पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कार्यों के संबंध में जानकारी ली और संवेदनशीलता से कार्य करते हुए हाईरिस्क प्रेग्नेंसी की 100 प्रतिशत मॉनिटरिंग करने निर्देशित किया। बैठक में पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय, अपर कलेक्टर श्रीमती मेनका प्रधान एवं जी.एल. यादव, तीनों अनुविभागों के एसडीएम सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
निगम द्वारा साइकिल रैली कर सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं हेतु जागृत किया जाएगा एवं पर्यावरण को संरक्षित करने हेतु प्रेरित किया जाएगा
7.00बजे सुबह महाराजा चौक से निकलने वाली पर्यावरण जगरूकता साइकिल रैली में आम जनता को अपने साइकिल के साथ सहभागिता हेतु अपील किया गया है।
दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राज्य शासन के निर्देशानुसार एक पेड़ मां के नाम से पर्यावरण एवं पृथ्वी के प्रति जागरूकता एवं संरक्षण हेतु 5 जून को प्रातः 7 बजे मुख्य-अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुश्री सरोज पांडेय,अध्यक्षता विधायक गजेंद्र यादव,विशिष्ट अतिथि महापौर श्रीमती अलका बाघमार द्वारा भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक,सभापति श्याम शर्मा व प्रभारी काशीराम कोसरे,समस्त एमआईसी सदस्य/पार्षदो की उपस्थिति में महाराजा चौक से साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
बता दे कि ये रैली महाराजा चौक से लेकर प्रगति मैदान बोरसी तक सायकल के माध्यम से पर्यावरण और धरती मां को संरक्षित करने रैली निकालीजाएगी। सायकिल रैली के बाद प्रगति मैदान में बड़े तादात पर कार्यक्रम में शामिल अतिथियों जिला प्रशासन,निगम अधिकारियों एवं आम जन द्वारा वृक्षारोपण का कार्यक्रम का आयोजित किया गया है।
वृक्षारोपण कार्यक्रम स्थलः- प्रगति मैदान वार्ड न. 50, बोरसी समयः प्रातः 07:00 बजे साईकल रैली एवं वृक्षारोपण करने के बाद हरियाली युक्त शहर के उद्देश्य सेबच्चों ने पेंटिंग के माध्यम से रचनात्मकता भाग लिया। इसमें विजेता बच्चो को पर्यावरण दिवस के दिन प्रगति मैदान पर अतिथियों द्वारा पुरस्कार दिया जाएगा। एक पेड़ मां के नाम अभियान से जीवन में हर किसी को एक पेड़ लगाकर बड़े होने तक देखभाल के लिए प्रेरित किया जाएगा।
पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने निकाली गई रैली महाराजा चौक से शुरू होकर कार्यक्रम स्थल प्रगति मैदान में पहुंचेगी। आम जनता,जनप्रतिनिधियों व अधिकारी-कर्मचारियों के साथ ही बच्चों भी रैली में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा 7 बजे प्रातः महाराजा चौक साइकिल रैली में आम जनता अपने साइकिल के साथ भाग ले सकते है!
छत्तीसगढ़ में रूफटॉप सोलर सिस्टम से उपभोक्ता हो रहे आत्मनिर्भर, बिजली बिल से मिल रही बड़ी राहत
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ राज्य में प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस योजना ने प्रदेश के आम नागरिकों को अपनी छतों पर सोलर पैनल लगाकर खुद बिजली पैदा करने की सुविधा दी है, जिससे न केवल पर्यावरण को फायदा हो रहा है, बल्कि उपभोक्ताओं को आर्थिक रूप से लाभ पहुंच रहा है। घरों में रूफटॉप सोलन सिस्टम लगाए जाने से बिजली बिल शुन्य हो रहा है, इससे उपभोक्ता बिजली के लिए आत्मनिर्भर भी बन रहे हैं।
सरकार से मिल रही है सब्सिडी
इसी योजना से लाभान्वित हुए हैं जांजगीर-चांपा जिले के चांपा नगर निवासी श्री रजनीकांत राठौर। उन्होंने अपने मकान की छत पर 3 किलोवाट क्षमता का रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाया है, जिसकी कुल लागत 1.80 लाख रुपए रही। इसमें उन्हें सरकार की ओर से 78 हजार रुपए की सब्सिडी प्राप्त हुई। श्री राठौर ने बताया कि पहले उनका बिजली बिल काफी ज्यादा आता था, लेकिन अब बिल पूरी तरह शून्य हो गया है। उन्होंने इस योजना को आमजन के लिए आर्थिक रूप से राहत देने वाली और पर्यावरण हितैषी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के अंतर्गत राज्य के पात्र उपभोक्ताओं को 78 हजार रूपए तक की सब्सिडी सीधे उनके बैंक खाते में प्रदान की जा रही है। योजनांतर्गत 0 से 105 यूनिट मासिक खपत के लिए 1 से 2 किलोवाट सोलर प्लांट पर 30 हजार से 60 हजार रुपए तक अनुदान, 150 से 300 यूनिट मासिक खपत के लिए 2 से 3 किलोवाट सोलर प्लांट पर 60 हजार से 78 हजार रुपए तक अनुदान, औसत मासिक विद्युत खपत 300 से अधिक यूनिट के लिए 3 किलो वॉट से अधिक रूफटॉप सोलर प्लांट क्षमता हेतु 78 हजार रूपए तक का अनुदान का प्रावधान है।
इस योजना ने छत्तीसगढ़ में न केवल ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया है, बल्कि लाखों घरों को आर्थिक रूप से सशक्त करने का मार्ग भी प्रशस्त किया है। श्री रजनीकांत की तरह प्रदेश के अनेक परिवार अब अपने बिजली बिल से पूरी तरह मुक्ति पा चुके हैं।
सेंटरिंग सामग्री किराए पर देकर शुरू किया स्वरोजगार
रायपुर/शौर्यपथ /प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अब सिर्फ आवास प्रदान करने तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि यह ग्रामीण महिलाओं के लिए आर्थिक सशक्तिकरण का सशक्त माध्यम बन रही है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के पुसौर विकासखंड अंतर्गत बड़े हल्दी और मिड़मिड़ा की महिलाओं ने इस योजना को स्वरोजगार का जरिया बना लिया है।
यहां की सुधा महिला ग्राम संगठन और चंद्रहासिनी महिला संकुल ने महिला स्व-सहायता समूहों के सहयोग से निर्माण कार्यों में उपयोग होने वाले सेंटरिंग सामान की खरीदी कर, उसे प्रधानमंत्री आवास निर्माण स्थलों में किराए पर उपलब्ध कराना शुरू किया है। इससे उन्हें नियमित आय प्राप्त हो रही है और उनके जीवनस्तर में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है।
संगठन की शुरुआत वर्ष 2019 में केवल 10 समूहों के साथ हुई थी, जो अब बढ़कर 18 समूहों तक पहुंच गई है। इनसे लगभग 200 महिलाएं प्रत्यक्ष रूप से जुड़ चुकी हैं। संगठन ने 4 लाख 20 हजार रुपये का लोन लेकर सेंटरिंग सामग्री की खरीदी की है, जिसे पीएम आवास निर्माण में उपयोग किया जा रहा है।
महिलाओं का कहना है कि बिहान योजना के अंतर्गत मिली सहायता और पीएम आवास की बढ़ती संख्या के कारण उन्हें रोजगार के स्थायी अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार प्रकट करते हुए कहा कि शासन की योजनाओं ने उन्हें आत्मनिर्भर बनने की राह दिखाई है।
राजधानी रायपुर में हो रही सप्लाई
अन्य लोगों को अपने अभिनव प्रयोग का दे रहीं प्रशिक्षण
रायपुर/शौर्यपथ /औषधीय गुणों से भरपूर सुपर फुड मुनगा की फसल लेकर धमतरी जिले के ग्राम कोकड़ी की महिलाएं अपनी आमदनी दुगुना कर रहीं हैं। मुनगा को सब्जी के तौर पर तो उपयोग किया ही जाता है। इसके साथ ही मुनगे की पत्तियों का पावडर मल्टीविटामिन सप्लीमेंट के साथ ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और बीपी को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। यही वजह है कि महिलाएं मुनगा की बिक्री ना केवल आसपास के बाजारों में कर रहीं हैं, बल्कि राजधानी रायपुर में भी इसकी सप्लाई कर रहीं हैं। इससे उन्हें दुगुनी आमदनी मिल रही है।
सरकार में मिल रही है मदद
धमतरी जिले के कुरूद विकासखण्ड स्थित ग्राम पंचायत कोकड़ी की जय मां लक्ष्मी स्व सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती रामेश्वरी साहू बतातीं हैं कि उनके समूह में 12 सदस्य हैं, जो मिल-जुलकर मुनगे की खेती कर रहीं हैं। उन्होंने बताया कि गांव के खाली पड़े लगभग साढ़े तीन एकड़ से अधिक की भाठा जमीन पर मिश्रित खेती करने के लिए उन्हें महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत वर्ष 2022-23 में 11 लाख 44 हजार रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति मिली। इसके बाद महिलाओं ने इस भाठा जमीन पर साल भर मेहनत किया और उनके द्वारा लगाए गए पौधे लहलहाने लगे। इन पौधों में मुनगा के अलावा करौंदा, आंवला और नींबू के पौधे शामिल हैं। मुनगे के पेड़ों में फल जल्दी लगने लगे और साल में दो फसल मिलने लगी। इससे महिलाओं को दुगुनी आय मिल रही है। श्रीमती साहू बताती हैं कि उनके इस अभिनव प्रयोग को देखने के लिए जिले के अन्य गांव के लोग भी आते हैं और उनसे इसका प्रशिक्षण भी लेकर जाते हैं।
आजकल खेती के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ रहा है और आधुनिक तरीके से भी लोग खेती कर रहे हैं। धान, गेहूं, दलहन-तिलहन के अलावा अब लोग सब्जियों की फसल लेने में आगे आ रहे हैं और मुनाफा भी कमा रहे हैं। मुनगा का पौधा किसी भी जमीन पर आसानी से उगने और कम पानी में भी जल्द फल देने वाला पौधा है। इसमें प्रोटिन, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन बी, सी और ए की मात्रा भरपूर होती है। मुनगा के जड़, छाल, फूल, पत्तियां और फल सभी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। यह सिर्फ स्वाद ही नहीं, बल्कि सेहत से भी सीधा रिश्ता रखता है। मुनगे के इसी गुण के कारण इसकी अच्छी खासी मांग रहती है।
नियद नेल्ला नार योजना से बदल रही गांवों की तस्वीर
ग्रामीणों में दिखा उत्साह, मुख्यमंत्री का जताया आभार
रायपुर/शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित अबूझमाड़ क्षेत्र में विकास की नई रफ्तार देखने को मिल रही है। नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत नारायणपुर जिले के अंदरूनी इलाकों में 14 नवीन पुलिस कैंपों की स्थापना के बाद वहां सड़क, पुल-पुलियों एवं मोबाइल कनेक्टिविटी का तेज़ी से विस्तार हो रहा है।
इसी कड़ी में जिला प्रशासन द्वारा 13 मई 2025 को पहली बार ग्राम कुतुल तक नारायणपुर से सीधी बस सेवा प्रारंभ की गई। यह बस सेवा जिला मुख्यालय से लगभग 49 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम कुतुल के साथ-साथ कुरूषनार, बासिंग, कुंदला, कोहकामेटा, ईरकभट्टी, कच्चापाल और कोडलियर जैसे दूरस्थ गांवों को भी जोड़ रही है। बस सेवा शुरू होने से ग्रामीणों में विशेष उत्साह का माहौल है।
पहले इन गांवों के लोग पगडंडियों के सहारे आवागमन करते थे। बारिश के मौसम में नदियों और नालों के उफान पर होने से मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाना अत्यंत कठिन होता था। कई बार ग्रामीणों को बीमार व्यक्ति को कंधे पर उठाकर अस्पताल तक लाना पड़ता था। अब बस सेवा शुरू होने से न केवल आवागमन सुगम हुआ है, बल्कि ग्रामीणों को दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति और प्रशासनिक कार्यों के लिए नारायणपुर तक समय पर पहुंचने की सुविधा भी मिल रही है।
इसी तरह नारायणपुर से मसपुर तक भी 14 गांवों के लिए बस सेवा शुरू की गई है, जिससे इन इलाकों के लोगों को जिला मुख्यालय से बेहतर संपर्क मिला है। योजना के तहत 4जी मोबाइल टॉवर भी लगाए गए हैं, जिनसे ग्राम कस्तुरमेटा, मसपुर, ईरकभट्टी, मोहन्दी, होरादी, गारपा और कच्चापाल के लोग अब मोबाइल नेटवर्क से जुड़ पा रहे हैं। इससे न केवल संचार व्यवस्था में सुधार हुआ है, बल्कि शैक्षणिक, स्वास्थ्य और प्रशासनिक सेवाओं की पहुँच भी बेहतर हुई है।
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्षों के बाद अब उन्हें विकास की मुख्यधारा में शामिल होने का अवसर मिल रहा है। नियद नेल्लानार योजना ने उनके जीवन में नया प्रकाश फैलाया है।
रायपुर/शौर्यपथ / नारायणपुर जिले में बीएसपी सीएसआर योजना अंतर्गत 12 स्मार्ट आंगनबाड़ी केन्द्रों के निर्माण कार्य में निर्धारित मानकों का पालन नहीं करने तथा शासकीय धन राशि के दुरूपयोग के मामले में जिला प्रशासन ने जैनम कंस्ट्रक्शन, बाजारपारा गीदम, जिला दंतेवाड़ा के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है। स्मार्ट आंगनबाड़ी केन्द्रों के निर्माण के लिए जैनम कंस्ट्रक्शन, बाजारपारा गीदम, जिला दंतेवाड़ा को प्रत्येक केन्द्र के लिए 15 लाख रुपये की दर से कुल एक करोड़ 80 लाख रुपये की मंजूरी दी गई थी।
निर्माण कार्य के लिए संबंधित फर्म को एक करोड़ 39 लाख रुपये की राशि अग्रिम रूप से प्रदाय की गई थी। परंतु, कार्य की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें प्राप्त होने पर कलेक्टर नारायणपुर प्रतिष्ठा ममगाईं के निर्देशानुसार जांच समिति गठित की गई। समिति द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितताएं तथा शासकीय धनराशि के दुरुपयोग की पुष्टि हुई। जैनम कंस्ट्रक्शन द्वारा निर्माण कार्य में निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया गया तथा शासकीय राशि का दुरुपयोग किया गया है। उक्त तथ्यों के आधार पर जैनम कंस्ट्रक्शन, बाजारपारा गीदम, जिला दंतेवाड़ा के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली गई है। कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं ने कहा है कि शासकीय योजनाओं में लापरवाही और भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि स्मार्ट आंगनबाड़ी के निर्माण के लिए कुल एक करोड़ 80 लाख रूपए की प्रशासकय स्वीकृति प्राप्त हुई थी। उक्त कार्य हेतु निविदा आमंत्रित की गई थी, जिसमें सबसे कम दर प्रस्तुत करने पर जैनम कंस्ट्रक्शन, बाजारपारा गीदम, जिला दंतेवाड़ा को क्रियान्वयन एजेंसी नियुक्त किया गया।
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से आज नवा रायपुर के मंत्रालय महानदी भवन में भारतीय प्रशासनिक सेवा 2024 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय को अपर मुख्य सचिव तथा छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी निमोरा के महानिदेशक सुब्रत साहू ने बताया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा 2024 के पाँच अधिकारियों—श्री फड़तरे अनिकेत अशोक, अरविंद कुमारन टी., अक्षय डोसी, क्षितिज गुरभेले और विपिन दुबे को छत्तीसगढ़ कैडर मिला है। छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी निमोरा में इन अधिकारियों को 28 अप्रैल से 20 जून तक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके पश्चात इनकी पदस्थापना सहायक कलेक्टर के पद पर जशपुर, बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा और बस्तर जिलों में की जाएगी।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रशिक्षु अधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं और उनसे प्रशिक्षण तथा छत्तीसगढ़ के अनुभवों के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि आप ऐसे समय में छत्तीसगढ़ में अपने करियर की शुरुआत कर रहे हैं, जब यहाँ बहुत सकारात्मक परिवर्तन हो रहे हैं। पिछले डेढ़ साल में छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य हुआ है। खासकर, छत्तीसगढ़ की नक्सल-प्रभावित राज्य की छवि अब बदल रही है। जल्द ही छत्तीसगढ़ नक्सलमुक्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में सुशासन तिहार सम्पन्न हुआ है। इसके तीसरे चरण में हमने पूरे प्रदेश का दौरा करके जनता से फीडबैक लिया और उनकी समस्याओं का निराकरण किया। मुख्यमंत्री को प्रशिक्षु अधिकारियों ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान उन्हें भी समाधान शिविर में जाने का अवसर मिला। प्रशिक्षण संचालक श्रीमती सीमा सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों को छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक संरचना, नियम-कायदे और प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई। उन्हें अलग-अलग विभागों के कार्यों, शासन की नीतियों और विभिन्न योजनाओं तथा जिलों की प्रशासनिक कार्यप्रणाली के बारे में बताया गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत और छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी के संचालक टी.सी. महावर उपस्थित थे।
जगदलपुर,शौर्यपथ। जिले के माध्यमिक शालाओं सहित हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में शिक्षकों के अतिशेष होने के फलस्वरूप 04 जून 2025 को प्रातः 10 बजे से कलेक्टोरेट के प्रेरणा सभागार तथा आस्था हॉल में शाला युक्तियुक्तकरण के तहत अतिशेष शिक्षकों के नवीन पदस्थापना हेतु काउंसलिंग प्रक्रिया होगी। जिला शिक्षा अधिकारी बीआर बघेल ने इस बारे में बताया कि कई शिक्षक एवं व्याख्याता अवकाश के कारण जिले से बाहर होने की स्थित्ति में उनके परिजन प्राधिकार पत्र एवं पहचान पत्र के साथ निर्धारित स्थान पर नियत समय में काउंसलिंग में उपस्थित हो सकते हैं। ऐसे शिक्षकों को अवगत करवाने के निर्देश सम्बन्धित प्राचार्यों एवं खण्ड शिक्षा अधिकारियों को दिए गए हैं।
रायपुर/ शौर्यपथ / युक्तियुक्तकरण के अव्यवहारिक निर्णय को रद्द करके तत्काल प्रक्रिया को रोकने की मांग करते हुये प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि यह सरकार प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने जिद पर अड़ी हुई है। तानाशाही सरकार के द्वारा शिक्षकों पर अनुचित दबाव बनाया जा रहा है, आधी रात को पुलिस लगाकर शिक्षकों को डरा धमका कर मजबूर करना अन्याय है, गुरुजनों के प्रति अत्याचार है। पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता का अभाव है, दुर्भावना पूर्वक अपने चाहतों को उपकृत करने के लिए ही अतिशेष शिक्षकों की सूची प्रकाशित नहीं किया जा रहा है। न अतिशेष शिक्षकों को आधार बताया जा रहा है, न ही प्रभावित शिक्षकों को दावा आपत्ति का अवसर दिया गया। ठेके पर सरकार चल रही है, भ्रष्ट मंत्री और वसूलीबाज़ अधिकारियों के संरक्षण में पूरे प्रदेश में शिक्षा माफिया के एजेंट सक्रिय हैं और शिक्षकों का जमकर भयादोहन किया जा रहा है। दुर्भावनापूर्वक शिक्षकों को डराना बंद कर युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को तत्काल रोके सरकार।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि युक्तियुक्तकरण का नया फारमेट किसी भी रूप में उचित नहीं है, इसे तत्काल रद्द किया जना चाहिये। हजारों स्कूलों में बड़ी संख्या में ऐसे मामले उजागर हो रहे हैं जहां तय मापदंडों और युक्तियुक्तकरण के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। दर्ज संख्या और विषय के आधार पर शिक्षकों के नियमानुसार पदस्थ रहने के अधिकार को बेरहमी से कुचला जा रहा है। कई चहेते जूनियर शिक्षकों को संरक्षण देने, उनसे वरिष्ठ शिक्षकों को अतिशेष बताकर जबरिया दूसरे स्कूलों में भेजा जा रहा है। अनेकों स्कूलों में विषय शिक्षक के अनुपात का भी नियमानुसार पालन नहीं किया जा रहा है। पूरी प्रक्रिया दुर्भावनापूर्ण और त्रुटिपूर्ण है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी का वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में कोई भी वर्ग संतुष्ट नहीं है। जवाबदेही और पारदर्शिता से इस सरकार का कोई सरोकार नहीं है। शिक्षकों का भयादोहन करके अपनी जेब भरने और अपने चाहतों को उपकृत करने के लिए ही यह सरकार इतनी परदेदारी कर रही है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार शिक्षा विरोधी है, कर्मचारी विरोधी है, शिक्षक विरोधी है। प्रमोशन के लंबित मांग पर अब तक आंखें मूंदे बैठी है। भाजपा सरकार पहले ही 10463 स्कूलों को बंद करके, स्कूलों में शिक्षको के न्यूनतम पदों में कटौती करके पूरी शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करने पर तुली हुई है, अब तथाकथित युक्तियुक्तकरण में भेदभावपूर्ण प्रक्रिया अपनाकर दुर्भावना पूर्वक शिक्षकों को केवल प्रताड़ित कर रही है। सरकार पहले जिलावार अतिशेष शिक्षकों की सूची जारी करें, अतिशेष होने का आधार बताए, उन्हें दावा आपत्ति करने का अवसर दे, उसके बाद प्रक्रिया पूरी करें।
सेवानिवृत्त कर्मचारी आप अपना शेष सुखमय जीवन पारिवार के साथ व्यतीत करे और अपने पारिवारिक दायित्वों का निर्वाहन करे, इसके लिए आप लोगो को शुभकामनाए:
दुर्ग /शौर्यपथ /नगर पालिक निगम में 62 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके पांच कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद स-सम्मान पूर्वक बिदाई दी गई।
मुख्य कार्यालय सभागार में आज निगम प्रशासन की ओर से कर्मचारियों को स्मृति चिन्ह, शॉल और श्रीफल भेंट करते हुए सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना किये। इसके पूर्व सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों ने दुर्ग निगम में सेवाकाल के दौरान कार्य एवं अनुभव को साझा किए।
उन्होंने कहा हम विभिन्न विभागो में कार्य करते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन किए। हम सबको गर्व है अपनी क्षमता के अनुसार कार्य किए।
महापौर श्रीमती अलका बाघमार,आयुक्त सुमित अग्रवाल व सभापति श्याम शर्मा ने जयप्रकाश राजपूत ,सहायक राजस्व निरीक्षक, द्वारिका साहू, भृत्य उद्यान विभाग,रघुवीर यादव,कर्मशाला वाहन चालक,चंदूलाल यादव भृत्य जलग्रह विभाग, श्रीमती आसामी बाई सफाई कामगार को निगम प्रशासन की ओर से प्रशस्ति पत्र प्रदान किये।
महापौर श्रीमती बाघमार व आयुक्त श्री अग्रवाल ने उपस्थित कर्मचारियों से कहा कि कभी भी कोई जरूरत हो आप बे झिझक आईयेगा। आपके जो भी देय राशि है उसका भुगतान अभी किया जा रहा है। पेंशन का प्रकरण शीघ्र निराकरण करके आपको पेंशन भी मिलने लगेगा।
उन्होंने कहा सेवानिवृत्त कर्मचारियों के योगदान को सराहा.सेवा में रहे कर्मचारियों ने निगम के लिए हर कठिन परिस्थिति में काम करते हुए कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
बिदाई समारोह में महापौर श्रीमती अलका बाघमार ने कहा कि आज हमारे निगम परिवार के 5 सदस्य अपना सेवाकाल पूर्ण कर शासन नियमो के तहत सेवानिवृत्त हो रहे है। जीवन का बहुमूल्य समय हम सेवा मे देते है, जिसके कारण पारिवारिक कार्य और दायित्वो से भी दूर होना पडता है, आप लोगो ने कुशलता व ईमानदारी से अपने कार्यो को निभाया है।
आयुक्त सुमित अग्रवाल कहा कि आज के समय में सबको संतुष्ट करना कठिन है, फिर भी जनता से सीधे जुडे विभाग मे आपने बेदाग काम किया, जो अनुकरणीय है।
सभापति श्याम शर्मा ने कहा सेवानिवृत्त कर्मचारी आप अपना शेष सुखमय जीवन पारिवार के साथ व्यतीत करे और अपने पारिवारिक दायित्वों का निर्वाहन करे, इसके लिए मैं आप लोगो को शुभकामनाए देता हूॅ। स्वास्थ्य अधिकारी मिश्रा ने सेवानिवृत्त कर्मचारियो के परिवार के सदस्यो का भी बडी संख्या में उपस्थिति पर आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर एमआइसी सदस्य देव नारायण चन्द्राकर, शेखर चन्द्राकर, लीना दिनेश देवांगन, ज्ञानेश्वर ताम्रकर,मनीष साहू,नीलेश अग्रवाल,शिव नायक,हर्षिका संभव जैन,पार्षद गोविंद देवांगन, सविता साहू के अलावा कार्यपालन अभियंता दिनेश नेताम,आरके जैन,स्वास्थ अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा,संजय मिश्रा,अनिल सिंह सहित अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहें।
मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड की नवनियुक्त अध्यक्ष श्रीमती शालिनी राजपूत के पदभार ग्रहण समारोह में हुए शामिल
मुख्यमंत्री ने हस्तशिल्पियों को औजार उपकरण योजना अंतर्गत अनुदान राशि का किया वितरण
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड की नवनियुक्त अध्यक्ष श्रीमती शालिनी राजपूत के पदभार ग्रहण समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हस्तशिल्प विकास की अपार संभावनाएं हैं। यहां की कलाकृतियों की मांग विदेशों तक है। छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्प उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने और हस्तशिल्पियों को उनके हुनर की उचित कीमत दिलाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने हस्तशिल्पियों को औजार उपकरण योजना अंतर्गत पाँच पांच हजार रुपये की अनुदान राशि का वितरण किया।
मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ शिल्प विकास बोर्ड की नवनियुक्त अध्यक्ष श्रीमती शालिनी राजपूत को पदभार ग्रहण करने पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड शिल्पकारों की बेहतरी के लिए कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रत्येक इलाके में हस्तशिल्पी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। सुशासन तिहार के दौरान मुझे कोंडागांव के शिल्पग्राम जाने का मौका मिला। वहाँ मैंने शिल्पकारों से मुलाकात की और उनकी कला को करीब से देखा। इसी प्रकार रायगढ़ के एकताल में भी शिल्पकार धातु से कलाकृतियाँ बनाते हैं। बस्तर में काष्ठशिल्प से लकड़ी की सुंदर आकृतियाँ बनाई जाती हैं। पूरे प्रदेश में हस्तशिल्पियों का हुनर अद्भुत है। आज इस कार्यक्रम में मुझे जो सुंदर टोपी भेंट की गई, वह छिंद और कांसा से बनाई गई थी। जशपुर में हमारे गाँव के नजदीक कोटामपानी में भी छिंद और कांसा से बहुत सुंदर-सुंदर कलाकृतियाँ बनाई जाती हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि शिल्पकारों को अधिक से अधिक प्रशिक्षण देने की जरूरत है। यह बहुत महत्वपूर्ण बात है कि हस्तशिल्प का कार्य ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में होता है। इसलिए हस्तशिल्प विकास के द्वारा हम बहुत बड़े पैमाने पर ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध करा सकते हैं। मुझे आशा है कि हस्तशिल्प विकास बोर्ड इस ओर कार्य करेगा और शिल्पकारों को प्रशिक्षण के साथ ही उन्हें लोन-सब्सिडी भी अधिक से अधिक दिलाकर रोजगार से जोड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोंडागांव के डोकरा आर्ट की विदेशों में माँग है। यह जरूरी है कि शिल्पकारों को बाजार के साथ उत्पाद की उचित कीमत मिले। बिना बिचौलियों के हस्तशिल्पियों की पहुँच सीधे बाजार तक हो, ताकि उन्हें अधिक से अधिक लाभ मिले।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ के गढ़बेंगाल के पंडी राम मांझी को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। छत्तीसगढ़ की कला हमारे देश की शान है, इसे पूरी दुनिया में पहचान मिलनी चाहिए।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कलाकारों के हाथ में चमत्कार है। चाहे वह मिट्टी के खिलौनों की बात हो या बेल मेटल, कसीदाकारी, गोदना और टेराकोटा की, प्रदेश के हस्तशिल्पी अपनी कला के बहुत सुंदर उत्पाद बना रहे हैं। छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्प की राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनियों में भागीदारी होनी चाहिए। हमारे शिल्पकारों के पास कुदरती हुनर है। बड़े पैमाने पर हस्तशिल्प उत्पादन के लिए डिज़ाइनरों को भी जोड़ने की जरूरत है।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े, विधायक धरमलाल कौशिक, सुनील सोनी, आशाराम नेताम, गजेंद्र यादव, विभिन्न निगम-मंडल-आयोग के अध्यक्षगण, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के प्रबंध संचालक जेपी मौर्य सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।