August 06, 2025
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    टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ / बालों से जुड़ी सबसे आम दिक्कत है बालों का झड़ना. ऐसे अनेक लोग हैं जो बालों के झड़ने से परेशान रहते हैं. बालों का लगातार झड़ते रहना मुसीबत का सबब बन जाता है. पहले एक से दो बाल झड़ना शुरू होते हैं और फिर बालों के गुच्छे टूटकर हाथों में आने लगते हैं. अगर आप भी इसी दिक्कत से दोचार हो रहे हैं तो यहां बताए दही के नुस्खे आपके काम आ सकते हैं. दही  को बालों की अलग-अलग समस्याओं को दूर करने के लिए लगाया जा सकता है, बस इसे लगाने का सही तरीका आना चाहिए. यहां जानिए दही में क्या मिलाकर लगाएं कि बालों के टूटकर गिरने और झड़ने  की दिक्कत से छुटकारा पाया जा सके.
बालों का झड़ना रोकने के लिए दही  
    दही प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन ए, बी5 और डी के साथ-साथ पौटेशियम का भी अच्छा स्त्रोत होता है. बालों पर चमक देने में तो दही कंडीशनर की तरह असर दिखाता ही है, साथ ही यह बालों का झड़ना रोकने में भी असरदार है. दही के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण बालों के लिए बेहद अच्छे साबित होते हैं और बालों से डैंड्रफ और खुजली वाले फ्लेक्स का भी सफाया कर देते हैं. दही में कई फैटी एसिड्स भी होते हैं जो बालों को हेल्दी, मुलायम और फ्रिज फ्री बनाने में असरदार हैं.
दही और मेथी
     बालों पर दही और मेथी का हेयर मास्क  बनाकर लगाने पर बालों का झड़ना रुक सकता है. मेथी को बाल बढ़ाने के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है. मेथी के दानों में आयरन और प्रोटीन की अत्यधिक मात्रा होती है जो हेयर ग्रोथ में असरदार होती है और बालों का झड़ना रोकती है. इसके अलावा, मेथी ड्राई बालों और डैंड्रफ से भी निजात दिलाती है.
    मेथी और दही का हेयर मास्क बनाना बेहद आसान है. एक कटोरी में 2 चम्मच मेथी के दाने  लें और इसमें पानी डालकर रातभर भिगोकर रखें. अगली सुबह इन दानों को पीसें और इस पेस्ट में 2 चम्मच दही मिला लें. बस, आपका हेयर मास्क तैयार है. इस हेयर मास्क को बालों पर 15 मिनट लगाए रखने के बाद धो लें. आप हफ्ते में एक बार इस हेयर मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं.
दही और नारियल का तेल
   नारियल का तेल प्राकृतिक तेल है जो बालों के लिए कई तरह फायदेमंद साबित होता है. नारियल के तेल में नैचुरल लिपिड्स होते हैं जिस चलते बालों की जड़ें इसे बेहतर तरह से सोख पाती हैं. नारियल के तेल  से बालों को नमी और पोषण दोनों ही मिलते हैं. दही के साथ नारियल के तेल का हेयर मास्क बालों का झड़ना रोकने के साथ ही बाल बढ़ाने, मजबूत बनाने और लंबे करने में असरदार है.
     इस हेयर मास्क को बनाने के लिए एक कप दही में 3 चम्मच के बराबर नारियल का तेल लें. नारियल के तेल को हल्का गर्म करने के बाद ही दही में डालें. इस हेयर मास्क को कुछ देर ठंडा होने के लिए छोड़ दें और उसके बाद बालों पर आधा घंटा लगाए रखने के बाद हेयर वॉश करें.

   सेहत टिप्स /शौर्यपथ / बढ़ते वजन से अनेक लोग परेशान रहते हैं. शुरूआत में तो फैट हल्का-फुल्का ही बढ़ता है लेकिन जब वजन जरूरत से ज्यादा बढ़ जाता है तो लगता है जैसे शरीर का फैट जिद्दी हो गया है और कम होने का नाम ही नहीं ले रहा. ऐसे में मोटापा कम करने के लिए खानपान में कुछ परिवर्तन किए जा सकते हैं. आपको बहुत ज्यादा जद्दोजहद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी और ना ही डाइट में जरूरत से ज्यादा बदलाव करना होगा, बस खाने की उन चीजों को डाइट का हिस्सा बनाना होगा जो फैट बर्न  करने में सहायक होती हैं. यहां कुछ ऐसे ही फूड्स दिए जा रहे हैं जो फैट बर्न करने में अच्छा असर दिखाते हैं.
फैट बर्न करने वाले फूड्स |
नाशपाती
    बरसात के मौसम में नाशपाती खूब मिलता है. इस मौसमी फल को खाने पर शरीर का फैट पिघलना शुरू हो जाता है. आपको नाशपाती खाने के कई घंटों तक पेट भरा हुआ लगेगा और वजन घटेगा सो अलग.
काली मिर्च
    फैट बर्न करने में काली मिर्च  भी असरदार साबित होती है. इस मसाले का सेवन मेटाबॉलिज्म को बेहतर करने में असरदार है. काली मिर्च शरीर को अन्य पोषक तत्व बेहतर तरह से सोखने में मदद करती है.
दालचीनी
  स्वादिष्ट मसालों में से एक है दालचीनी. इसे चटपटे ही नहीं बल्कि मीठे पकवान बनाने में भी उपयोग किया जाता है. दालचीनी  के सेवन से फैट बर्न होने में भी मदद मिलती है. इसे दही, कॉफी और चाय में डाला जा सकता है. यह कैलोरी नहीं बढ़ाती.
ग्रीन टी
    आपने विज्ञापनों में अक्सर ही देखा-सुना होगा कि ग्रीन टी का सेवन वजन घटाने में कारगर है. असल में यह सच है. ग्रीन टी मेाबॉलिज्म बेहतर करने से लेकर वजन घटाने तक में असरदार साबित होती है. इसका रोजाना सेवन करने पर वजन कम हो सकता है.
जामुन
      जामुन  लो-कैलोरी और हाई फाइबर वाले फल होते हैं. जामुन खाने पर पेट भरा-भरा रहता है और बार-बार भूख नहीं लगती जिससे फूड इंटेक कम होता है और वजन कम होने में असर दिखने लगता है. इसके अलावा, जामुन के सेवन से व्यक्ति ओवरईटिंग से भी बचता है. 

      सेहत टिप्स /शौर्यपथ / अलसी के बीजों में सेहत का खजाना होता है. इन बीजों को सुपरफूड भी कहा जाता है क्योंकि इनसे शरीर को एक नहीं बल्कि कई फायदे मिलते हैं. अलसी के बीजों के गुणों की बात करें तो इन बीजों में फाइबर की अत्यधिक मात्रा होती है. अलसी के बीज एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भी भरपूर होते हैं. अलसी के बीज देखने में भूरे रंग के छोटे से होते हैं और इन्हें भूनकर या भिगोकर खाया जा सकता है. भूनकर खाने पर ये बीज खासतौर से क्रंची और टेस्टी लगते हैं और सलाद, स्मूदी या शेक्स में डाले जा सकते हैं. जानिए सेहत को अलसी के बीजों के सेवन से कौन-कौनसे फायदे मिलते हैं.
सेहत पर अलसी के बीजों के फायदे |
कॉलेस्ट्रोल होता है कम
अलसी के बीजों के सेवन से बैड कॉलेस्ट्रोल
घट सकता है वजन
  अलसी के बीजों के सेवन से वजन घटाने में भी मदद मिलती है. अलसी के बीज प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम के अच्छे स्त्रोत होते हैं. ये बीज शरीर का हार्मोनल बैलेंस बनाए रखते हैं. इसके अलावा, एनर्जी से भरपूर होने के चलते इन बीजों के सेवन से लंबे समय तक पेट भरा हुआ रहता है और बार-बार भूख नहीं लगती जिससे फूड इंटेक कम होता है और वजन घटने लगता है.
 कब्ज से मिलती है निजात
    कब्ज की दिक्कत से परेशान लोग अलसी के बीजों का सेवन कर सकते हैं. अलसी के बीज फाइबर से भरपूर होते हैं और कब्ज की दिक्कत में फाइबर के सेवन की सलाह दी जाती है. कब्ज  होने पर मलत्याग करने में दिक्कत होने लगती है. अलसी के बीजों को खाने पर शरीर को भरपूर फाइबर मिलता है और मल में भारीपन आता है जिससे मलत्याग करना आसान हो जाता है और पेट आसानी से साफ हो जाता है.
पाचन में सहायक
      हाई फाइबर की मात्रा अलसी के बीजों को पाचन के लिए बेहतर बनाती है. इन बीजों के सेवन से बाउल मूवमेंट भी अच्छी रहती है और पाचन भी दुरुस्त रहता है. अलसी के बीजों को भूनकर सलाद में खा सकते हैं, आटे की तरह पीसकर इन्हें रोटी या परांठे बनाने में इस्तेमाल कर सकते हैं, दही के साथ खा सकते हैं या फिर बेक करने वाले पकवानों की गार्निश अलसी के बीजों से की जा सकती है.  कम हो सकता है और ये बीज ब्लड शुगर लेवल्स को सामान्य रखने में भी मददगार हैं. अलसी के बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स की अत्यधिक मात्रा होती है जो खून से एक्सेस फैट को निकालने में असरदार है. इन बीजों के सेवन से दिल की सेहत भी अच्छी रहती है जिससे कॉलेस्ट्रोल के कारण आने वाले हार्ट अटैक की संभावना कम हो जाती है.

     टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ /महिलाओं को अक्सर ही चेहरे पर होठों के ऊपर  उभर आए बालों को हटाने के लिए वैक्सिंग कराने पार्लर जाना पड़ता है. बहुत सी महिलाएं और लड़कियां चेहरे से अनचाहे बाल हटाने के लिए रेजर का सहारा भी लेती हैं. ये दोनों ही तरीके अक्सर दर्दनाक भी साबित हो जाते हैं क्योंकि वैक्सिंग में तेज से बाल खिंचते हैं और रेजर से रेजर बर्न्स और त्वचा के कटने-फटने का खतरा रहता है. इसके अलावा बाजार में पेनलेस हेयर रिमूवल के लिए बहुत सी क्रीम और स्प्रे वगैरह भी आते हैं जो या तो बहुत ज्यादा कैमिकल से भरे होते हैं या फिर इतने महंगे होते हैं कि उन्हें खरीदने से पहले पचास बार सोचना पड़ता है. थ्रेडिंग भी तेज दर्द देने वाली होती है और बालों से ज्यादा त्वचा को खींचती है. ऐसे में आपकी फेशियल हेयर रिमूवल  की दिक्कत को हम यहां दूर कर रहे हैं.
    चेहरे के अनचाहे बालों को हटाने के लिए यहां दिया जा रहा है ऐसा घरेलू नुस्खा जिसे घर पर कुछ ही मिनटों में बनाकर लगाया जा सकता है. इस नुस्खे को इंस्टाग्राम पर मेकअपलाइफ317 अकाउंट से शेयर किया गया है. इस नुस्खे को लेकर कहा गया है कि यह चेहरे के अनचाहे बालों को हटाने में बेहद कारगर होता है.
    इस हेयर रिमूवल नुस्खे को बनाने के लिए आपको एक कलछी में 2 चम्मच दूध लेना है. इस दूध को हल्की आंच पर पकाते हुए इसमें चुटकीभर हल्दी, एक चम्मच नारियल का तेल और एक चम्मच चीनी  डालकर पका लें. 2 मिनट बाद कलछी का मिश्रण किसी साफ बर्तन में निकालकर ठंडा करने के लिए अलग रख दें. जब यह पूरी तरह ठंडा हो जाए तो इसमें एक चम्मच कॉफी पाउडर और एक चम्मच आटा डालें. अच्छे से मिलाने के बाद यह पेस्ट गाढ़ा भूरे रंग का दिखने लगेगा.
   अब इसे चेहरे पर लगाएं और सूख जाने के बाद हल्के हाथों से रगड़ते हुए धो लें. अगर आप अपरलिप्स के साथ-साथ गालों, ठुड्डी और माथे से भी अनचाहे बाल हटाना चाहती हैं तो इस नुस्खे को आजमाकर देख सकती हैं.

     सेहत टिप्स /शौर्यपथ / वजन कम करने के लिए लोग जिम और योगा करना शुरू तो कर देते हैं, लेकिन कौन सा योगासन आपके फैट को कम करने में ज्यादा मदद करेगा, ये कम लोगों को ही पता होता है, जो लोग किसी फिटनेस ट्रेनर या योग गुरु की निगरानी में अपनी वेटलॉस जर्नी शुरू करते हैं, उनको परेशानी नहीं होती है लेकिन जो लोग बिना किसी गाइडेंस में वजन कम करने की सोच रहे हैं, उनको तो ये आर्टिकल जरूर पढ़ना चाहिए.
योगसन वजन कम करने के लिए
प्लैंक एक्सरसाइज |
आपके कोर को मजबूत करने के लिए प्लैंक एक बेहतरीन मुद्रा है. यह करने में बेहद ही आसान है, लेकिन इसके फायदे बहुत अधिक हैं. प्लैंक करने से आपके कंधे, पीठ, नितंब, जांघें, पेट और कोर मजबूत होते हैं.
कैसे करें
प्लैंक करने के लिए पुश-अप वाली पोजिशन में आ जाएं और अपने हाथ, कलाई और कोहनी के दबाव से अपने शरीर को मैट से ऊपर उठाएं. नीचे की ओर देखें और अपनी गर्दन को आराम दीजिए, जब तक आप रह सकते हैं तब तक इस स्थिति में बने रहें.
सावधानी- यदि आपके कंधे या कूल्हे में दर्द है तो यह आसन न करें.
धनुरासन |
आप अपने पेट और पीठ को टोन करने धनुष मुद्रा आपकी मदद कर सकती है. यह आसन आपके कोर और पेट को मजबूत करता है.  यह पीठ, छाती, पेट, पैर, कूल्हों और हाथ में जमे फैट को गलाने मदद करता है.
कैसे करें
इस आसन को करने के लिए, चेहरा नीचे की ओर रखें, अपने घुटनों को मोड़ें और अपने घुटनों को कूल्हे की चौड़ाई से अलग रखते हुए अपने हाथों से अपने टखने को पकड़ें. अपने टखने को पकड़ते हुए अपनी छाती और जांघों को फर्श से ऊपर उठाएं. सांस लेना जारी रखें और 20 सेकंड तक इसी मुद्रा में रहने की कोशिश करें.
सावधानी - यदि आप रक्तचाप, अनिद्रा और माइग्रेन से पीड़ित हैं, तो आपको यह आसन नहीं करना चाहिए.
त्रिकोणासन |
त्रिकोण मुद्रा जांघों को मजबूत करती है, पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण में सुधार करती है और पीठ दर्द से राहत देती है. यह आपके पेट और कमर के आसपास की चर्बी को जलाने में मदद करती है.
कैसे करें
अपने पैरों को लगभग तीन फीट अलग करके खड़े हो जाएं, नीचे झुकें, अपने बाएं पैर को थोड़ा दाईं ओर मोड़ें और अपने दाहिने पैर को आगे की ओर रखें. अब अपने बाएं हाथ को फैलाकर पैरों या फर्श को छुएं और अपने दाहिने हाथ को छत की ओर फैलाएं. इस मुद्रा को 20-30 सेकंड तक बनाए रखें.
सावधानी- त्रिकोण मुद्रा की स्थिति में आपको नीचे या सीधा देखना होगा और अगर आपकी गर्दन पर कोई चोट है तो इसे न करें.

    सेहत टिप्स /शौर्यपथ / अगर दिनोंदिन आपके बच्चे का वजन कम होता जा रहा है, सोते वक्त मुंह से लार निकलती है, पेट में दर्द रहता है  या फिर वो अक्सर दांत किटकिटाता है, तो हो सकता है कि बच्चे के पेट में कीड़े  हो गए हैं. वैसे तो छोटे बच्चों के पेट में अक्सर कीड़े पड़ जाते हैं और ये बच्चों की सेहत से जुड़ी आम समस्या भी है, लेकिन अगर समय रहते इलाज न किया गया तो बच्चा जरूरत से ज्यादा बीमार हो सकता है. दरअसल छोटे बच्चे अक्सर मुंह में उंगलियां डालते हैं. कभी-कभी खिलौने भी मुंह में डालते रहते हैं. इससे पेट में कीड़े हो सकते हैं. संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने और मिट्टी खाने की आदत भी पेट में कीड़े होने का कारण बनती है. बच्चों के पेट में कीड़ों की समस्या के लिए इंस्टाग्राम पर डॉ. निताशा गुप्ता ने घरेलू उपाय . आइए जानते हैं इस रेमेडी को कैसे तैयार करना है और बच्चों को कब देना है.
पेट में कीड़ा होने के लक्षण
    मुंह से लार बहना
    सोते समय दांत किटकिटाना
    भूख ना लगना
    वजन तेजी से कम होना
    हमेशा पेट में दर्द रहना
   थकान और कमजोरी लगना
लहसुन और गुड़ से बनाएं दवा
   बच्चों के पेट में हुए कीड़ों को जड़ से खत्म करने के लिए घरेलू उपाय की मदद ली जा सकती है. इसके लिए लहसुन  की तीन कलियों को अच्छी तरह छील लें और उससे दोगुनी मात्रा मे गुड़ लें. अब दोनों चीजों को एक-साथ कूटकर बारीक पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को बच्चों को एक दिन में दो बार दें. इस नुस्खे का उपयोग तीन दिन लगातार करें. एक साल से 15 साल तक के बच्चों को यह दवा दी जा सकती है.

     ब्यूटी /शौर्यपथ / हॉलीवुड एक्ट्रेस सलमा हायेक 56 साल की उम्र में भी बेहद खूबसूरत लगती हैं. सलमा हायेक ने कभी अपनी उम्र छुपाने की कोशिश नहीं की. दिलचस्प बात यह है कि उम्र भी कभी उन पर हावी नजर नहीं आती. उनकी इस खूबसूरती के पीछे भी एक राज है. जाहिर है वो राज हर उम्र की महिला जानना चाहेगी. कुछ ही समय पहले यह अफवाह उड़ी थी कि सलमा हायेक  बोटोक्स कराती हैं. लेकिन, एक चैट शो में सलमा ने यह साफ कर दिया कि वे बोटोक्स नहीं करातीं बल्कि उनका ब्यूटी सीक्रेट तो बहुत ही सिंपल है.
सलमा हायेक के ब्यूटी टिप्स  
    सलमा हायेक कुछ दिन पहले केली रिपा   के पॉडकास्ट शो Lets Talk Off Camera With Kelly Ripa में शामिल हुई थीं. इस शो में सलमा से उनकी खूबसूरती का राज पूछा गया. सलमा ने बेधड़क अपना ब्यूटी सीक्रेट लोगों के साथ शेयर किया जिसे सुनकर आपको भी ऐसा लगेगा कि इतनी सिंपल टिप को फॉलो करते हुए भी भला कैसे खूबसूरत लगा जा सकता है. केली ने सलमा से पूछा कि क्या उन्होंने कभी बोटेक्स यूज किए हैं. इस सवाल का जवाब 'ना' में देते हुए सलमा ने कहा कि उनकी खूबसूरती का राज मेडिटेशन  में छिपा है.
सीक्रेट मेडिटेशन करती हैं सलमा हायेक
    सलमा हायेक ने इस इंटरव्यू में बताया कि उन्हें अलग-अलग तरह की तकलीफें होने लगी थीं जिसके बाद उन्होंने मेडिटेशन करने का अलग तरीका बना लिया. अब वे उसी तरह से मेडिटेट करती हैं. सलमा ने यह भी कहा कि वो दो या पांच मिनट नहीं बल्कि घंटो मेडिटेट  करती रह सकती हैं. यह तरीका उन्हें एनर्जी से लबरेज कर देता है. उनका कहना कि घंटो मेडिटेशन के बाद जब कोई उन्हें  देखता है तो यही कहता है कि वो 20 साल की नजर आ रही हैं. सलमा की तरह खूबसूरत दिखने के लिए सही तरीका और अनुशासन समझ कर आप भी मेडिटेशन कर सकती हैं और अपनी खूबसूरती निखार सकती हैं.

     आस्था /शौर्यपथ / सावन का महीना चल रहा है जिसे श्रावण मास भी कहते हैं. सावन के महीने में  भगवान शिव की खासतौर से विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. इस माह हर सोमवार सावन सोमवार   कहलाता है जिसमें भक्त अपने आराध्य शिव की खास पूजा-आराधना करते हैं. वहीं, मंगलवार का दिन भी कुछ कम धार्मिक महत्व नहीं रखता है. सावन मास के प्रत्येक मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है. इसे विवाहित महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनाए रखने के लिए रखती है. मंगला गौरी व्रत   अगस्त के पहले दिन यानी 1 अगस्त, मंगलवार के दिन रखा जाना है. जानिए इस व्रत का धार्मिक महत्व और पूजा विधि.
मंगला गौरी व्रत   
    सुहागिन महिलाएं विशेषकर मंगला गौरी व्रत रखती हैं. इस व्रत को वैवाहिक जीवन खुशहाल बनाने से लेकर पति की लंबी आयु के लिए और संतान प्राप्ति के लिए भी रखा जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार माता पार्वती ने मंगला गौरी व्रत रखकर ही अपने आराध्य शिव को पति के रूप में पाया था. पारिवारिक सुख-शांति बनाए रखने और अपने वैवाहिक जीवन से सभी कष्टों को दूर करने के लिए भी मंगला गौरी व्रत रखा जाता है.
     मंगला गौरी व्रत के दिन महिलाएं सुबह उठकर स्नान पश्चात स्वच्छ वस्त्र धारण करती हैं और व्रत का संकल्प लेती हैं. इसके पश्चात शिव मंदिर जाकर भगवान शिव (Lord Shiva) और माता पार्वती की पूजा करती हैं. पूजा करने के लिए शिवलिंग पर जल चढ़ाया जाता है और पूजा सामग्री में अक्षत, कुमकुम, फल और फूल के साथ-साथ सोलह श्रृंगार की वस्तुएं शामिल की जाती हैं. महिलाएं पूजा के पश्चात अपने पति की दीर्घायु की कामना करती हैं. इस व्रत का पारण अगले दिन यानी बुधवार के दिन होता है.
     मंगला गौरी व्रत में कुछ खास बातों का ध्यान भी रखा जाता है. साफ-सफाई बनाए रखना आवश्यक होता है और शुद्धता भी जरूरी मानी जाती है. श्रृंगार सामग्री 16 ही ली जाती है और कोशिश यही रहती है कि इससे कम सामग्री पूजा में ना रखी जाए. व्रत में मंगला गौरी की कथा सुनी जाती है और भगवान शिव व माता पार्वती का ध्यान करना शुभ मानते हैं.

  उज्जैन /शौर्यपथ /सावन माह के चौथे सोमवार को सुबह-सुबह उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल की भस्म आरती पूरे रीति-रिवाजों के साथ की गई.
  बारह ज्योतिर्लिंगों में तीसरे स्थान पर विराजमान भगवान महाकालेश्वर की आज सुबह-सुबह उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के साथ पूजा हुई.
   भगवान शिव की भस्म आरती केवल उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में ही की जाती है. यह आरती सुबह 4 बजे चिता की ताजी राख से की जाती है.
     विस्तृत भस्म आरती करने से पहले मंदिर के पुजारियों द्वारा भगवान शिव को दूध, दही, शहद, चीनी और फलों का रस अर्पित किया गया. उसके बाद, भगवान पर चंदन, अबीर, गुलाल, सूखे मेवे और अन्य प्रसाद अर्पित किए गए.
    महाकालेश्वर मंदिर एक हिंदू मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है और बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है जिन्हें भोलेनाथ का सबसे पवित्र निवास माना जाता है.
भारत के मध्य प्रदेश राज्य के प्राचीन शहर उज्जैन में स्थित यह मंदिर पवित्र नदी शिप्रा के किनारे स्थित है.

  वास्तु टिप्स /शौर्यपथ /मनी प्लांट एक खूबसूरत पौधा होता है जो न सिर्फ घर की साज-सज्जा के काम आता है बल्कि वास्तु से संबंधित कई फायदे देता है. सही जगह और सही तरीके से रखा गया मनी प्लांट   सुख और सौभाग्य में वृद्धि कर सकता है. एस्ट्रो एक्सपर्ट जय मदान  ने इंस्टाग्राम पर घर में मनी प्लांट को रखने के बारे में पोस्ट शेयर किया है. उनके अनुसार कमाल के इस पौधे को रखने के तरीके में थोड़ा परिवर्तन लाकर सुख समृद्धि पाई जा सकती है. आइए जानते हैं कैसे और कहां रखने से मनी प्लांट के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं.
घर में इस तरह लगा सकते हैं मनी प्लांट
       मनी प्लांट की बेल अक्सर नीचे की ओर बढ़ने लगती है. इस पौधे का सही फायदा तभी होता है जब ये ऊपर की ओर बढ़ती हैं. मनी प्लांट को रस्सी या ट्रेल की मदद से ऊपर की ओर चढ़ाना चाहिए. ऊपर चढ़ती मनी प्लांट की बेल शुभ फल देने वाली होती है.
पानी में डालकर रखें
     मनी प्लांट को पानी में डालकर ब्लू रंग की बॉटल या ट्रांसपेरेंट वास में उत्तर की दिशा में रखने और इसमें चांदी का सिक्का डाल देने पर फाइनेंशियल ग्रोथ की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. वहीं, अगर मनी प्लांट को पानी में डालकर ग्रीन बॉटल या ग्रीन वास में पूर्व की दिशा में रखा जाए तो सोशल रिलेशन बेहतर होने लगते हैं. पानी में रखे मनी प्लांट को घर में मंदिर में रखने से सेहत संबंधी परेशानियां दूर होने लगती हैं. समय-समय पर पानी को बदलते रहना चाहिए.
मिट्टी में लगाने से फायदे
      मनी प्लांट को मिट्‌टी के पॉट में लगाकर दक्षिण-पूर्व दिशा में रखने और पॉट में तांबे का सिक्का डाल देने से रुपए पैसे की किल्लत दूर हो जाती है. वहीं, अगर मनी प्लांट को लाल रंग के वास में मिट्‌टी लगाकर दक्षिण दिशा  में रखा जाए तो फेम और प्रोग्रेस की राहें खुलने लगती हैं.

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