September 08, 2025
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शौर्यपथ

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कोविड टीकाकरण में देश के टॉप जिलों में शुमार हुआ रायगढ़ का नाम
16 जनवरी से शुरू हुआ सफर 298 दिनों में ही पहुंचा मुकाम पर
10 लाख 68 हजार 456 लोगों को टीके लगाने का लक्ष्य हुआ पूरा
दोनों डोज मिलाकर लगे 21 लाख से अधिक टीके

रायगढ़ /शौर्यपथ/

कोरोना महामारी से बचाव के लिए हो रहे वैक्सीनेशन कार्य में रायगढ़ जिले ने इतिहास रच दिया है। कोविड टीकाकरण के मामले में रायगढ़ जिले ने राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि हासिल की है। रायगढ़ में कोविड टीकाकरण का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। इससे रायगढ़ देश के उन चुनिंदा टॉप जिलों में शामिल हो गया है जहां कोविड टीकाकरण का कार्य सबसे पहले पूरा किया गया है। 

रायगढ़ में 16 जनवरी 2021 से शुरू हुई टीकाकरण की यह मुहिम आज 9 नवम्बर को अपने मुकाम पर पहुंच गई है। पिछले 298 दिनों में कलेक्टर  भीम सिंह के नेतृत्व व जिला पंचायत सीईओ डॉ.रवि मित्तल के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग के साथ पूरे जिला प्रशासन की टीम ने अथक मेहनत व परिश्रम से टीकाकरण के इस महत्वपूर्ण लक्ष्य को पूरा किया है। रायगढ़ जिले को 10 लाख 68 हजार 456 लोगों को टीके लगाए जाने का लक्ष्य मिला था, जिसे पूरा करते हुए इतने लोगों को टीके के दोनों डोज लगाई जा चुकी है। जिले में अब तक पहला व दूसरा डोज मिलाकर जिले में कुल 21 लाख 47 हजार 169 टीके लगाए गए है। 

रायगढ़ जिला टीकाकरण के मामले में पूरे प्रदेश में शुरू से अव्वल रहा है और आज की उपलब्धि ने जिले को टीकाकरण के मामले में न केवल राज्य में शीर्ष में स्थापित किया है बल्कि रायगढ़ का नाम देश के उन चुनिंदा टॉप जिलों में शामिल हो गया है जिन्होंने सबसे पहले अपनी आबादी को टीके की दोनों डोज लगाई है। यह उपलब्धि इसलिए भी खास बन जाती है, आज यदि राज्य स्तर पर देखे तो जहां पहले पायदान पर रायगढ़ है वहीं दूसरे पायदान पर चल रहा महासमुंद में 65 प्रतिशत ही टीकाकरण हो पाया है अर्थात पहले और दूसरे पायदान के बीच 35 प्रतिशत का फर्क है जो कि रायगढ़ जिले में कलेक्टर  भीम सिंह के कुशल नेतृत्व व सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल के मार्गदर्शन में बनायी गई रणनीति, स्वास्थ्य विभाग की दिनरात की अथक मेहनत व प्रशासन के सभी विभागों की टीम भावना के साथ किए गए कार्य के सफलता की कहानी कह रहा है।

साझेदारी से पूरी हुयी जिम्मेदारी-कलेक्टर  भीम सिंह 

जिले की इस उपलब्धि पर कलेक्टर  भीम सिंह ने कहा कि कोविड टीकाकरण सबसे पहले पूरा करना एक अहम उपलब्धि है लेकिन उससे ज्यादा महत्वपूर्ण एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी थी। स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य सभी विभागों के अधिकारियों से लेकर जमीनी अमले, जनप्रतिनिधियों और जागरूक नागरिकों की आपसी साझेदारी का परिणाम है जो इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी पूरी करने में हमे सफलता मिली। एक टीम की तरह सभी ने काम किया। इसके लिए उन्होंने सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने आगे कहा कि टीकाकरण के लिए सुनियोजित प्लानिंग, उसका क्रियान्वयन, टीके की उपलब्धता, उसका मोबिलाइजेशन, ग्राउंड लेवल पर लोगों को टीके लगवाने के लिए प्रेरित करना, हिचक रहे लोगों की शंका दूर कर टीका लगवाने की चुनौती इन तमाम पहलुओं पर सभी ने सामूहिक जिम्मेदारी से काम किया जिससे जिले ने वर्तमान वैश्विक महामारी से सुरक्षा और बचाव के परिपेक्ष्य में यह अहम उपलब्धि हासिल की है। 

अग्रेसिव स्टे्रटेजी ने दिलाई सफलता 

रायगढ़ जिले को पूर्ण रूप से टीकाकृत बनाने के लिए कलेक्टर  भीम सिंह के नेतृत्व में शुरूआत से ही अग्रेसिव स्टे्रटेजी अपनायी गई। एक ओर जहां अधिक से अधिक वैक्सीनेशन सेंटर संचालित किए गए वहीं दूसरी ओर लोगों तक हर संभव माध्यम से संवाद स्थापित कर टीके का महत्व तथा जल्द टीकाकरण कराने के फायदों को बताया गया। कुछ लोगों के बीच टीकाकरण को लेकर जो भ्रांतियां व्याप्त थी, उसे भी दूर किया गया। इसमें जनप्रतिनिधियों, सरपंचों का भी सहयोग लिया गया। जिसका परिणाम हुआ कि जिले में टीकाकरण को लेकर स्वस्फूर्त सकारात्मक माहौल निर्मित हुआ। शुरू में जहां वैक्सीनेशन सेंटर में लोगों को टीके लगाए गए, वहीं अंतिम चरणों में रणनीति बदलते हुए लोगों के घरों पर दस्तक दी गई। जिससे टीकाकरण की रफ्तार बनी रही। कलेक्टर  सिंह ने प्रशासनिक स्तर पर लगातार उच्चाधिकारियों से संपर्क कर टीके की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित की। सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल के मार्गदर्शन में सभी विभागों ने एक टीम की तरह कार्य किया। जिसका नतीजा यह निकला कि आज रायगढ़ छत्तीसगढ़ में टीकाकरण पूरा करने वाला न केवल सबसे पहला जिला बना बल्कि पूरे देश में टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने वाले टॉप जिलों में शामिल हो गया।
26 जून को 1 दिन में सबसे अधिक 1 लाख 43 हजार को लगे थे टीके 

रायगढ़ के लिए 26 जून का दिन ऐतिहासिक रहा। कलेक्टर  भीम सिंह के नेतृत्व में पूरे जिले में महा टीकाकरण अभियान चलाया गया। इस दिन पूरे प्रदेश में अब तक एक दिन में सबसे अधिक 1 लाख 43 हजार से अधिक लोगों को टीके लगाने का रिकॉर्ड बनाया गया। टीकाकरण केन्द्रों में लोगों की लम्बी कतारें देखने को मिली, लोगों के उत्साह ने इस अभियान को टीका महोत्सव बना दिया।

 

समारोह 2021- शूट फ़ॉर लीगल अवरनेस प्रारंभ

माननीय  जस्टिस एन वी रमन्ना मुख्य न्यायाधिपति उच्चतम न्यायालय ने

वर्चुअल सम्बोधन तकनीकी माध्यम से किया शुभारंभ

12 नवंबर तक होगा आयोजन प्रवेश निःशुल्क

रायपुर /शौर्यपथ/

समारोह 2021- शूट फ़ॉर लीगल अवरनेस प्रारंभ माननीय श्री जस्टिस एन वी रमन्ना मुख्य न्यायाधिपति उच्चतम न्यायालय ने

दिनांक 09 नवंबर को देश के सभी नागरिकों के लिए उचित निष्पक्ष और न्याय प्रक्रिया सुनिश्चित करने हेतु जागरूकता फैलाने के उदेश्य से राष्ट्रीय विधिक़ सेवा दिवस मनाया जाता है। इसलिए दिनांक आज 9 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक़ सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा चलायी जा रही “पैन इंडिया अवरनेस एंड आउट्रीच प्रोग्राम के अंतर्गत राज्य विधिक़ सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर एवं जी पी आर एस एस रायपुर के तकनीकी सहयोग से क़ानूनी जागरूकता पर आधारित शॉर्ट फ़िल्म फ़ेस्टिवल समारोह 2021- शूट फ़ॉर लीगल अवरनेस का तृतीय सत्र का स्थान पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटॉरीयम में क़ानूनी जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाये जाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया ।समारोह 2021- शूट फ़ॉर लीगल अवरनेस प्रारंभ माननीय श्री जस्टिस एन वी रमन्ना मुख्य न्यायाधिपति उच्चतम न्यायालय ने

शॉर्टफ़िल्म फ़ेस्टिवल का उद्घाटन माननीय  जस्टिस एन वी रमन्ना मुख्य न्यायाधिपति उच्चतम न्यायालय, नई दिल्ली एवं प्रधान संरक्षक राष्ट्रीय विधिक़ सेवा प्राधिकरण के कर कमलों से किया गया एवं माननीय  जस्टिस उदय उमेश ललित न्यायाधिपति उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली एवं कार्यपालक अध्यक्ष राष्ट्रीय विधिक़ सेवा प्राधिकरण ,नई दिल्ली द्वारा वर्चुअल सम्बोधन तकनीकी माध्यम से किया गया।

 

इस कार्यक्रम में माननीय  जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी मुख्य न्यायाधिपति छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय, बिलासपुर एवं प्रधान संरक्षक राज्य विधिक़ सेवा प्राधिकरण के द्वारा शॉर्ट फ़िल्म फ़ेस्टिवल की संक्षिप्त जानकारी दी गयी। माननीय  जस्टिस गौतम भादुड़ी न्यायाधिपति छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय एवं कार्यपालक अध्यक्ष राज्य विधिक़ सेवा प्राधिकरण तथा अन्य माननीय न्यायाधिपतिगण महोदय छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर द्वारा कार्यक्रम में अपनी गरिमामय उपस्थिति दी गयी।

शुभारंभ समारोह के उपरांत “ मिस्टर ब्लैक हैट ” साइबर क्राइम पर आधारित शॉर्ट फ़िल्म का प्रसारण किया गया तथा विधिक़ छात्रों द्वारा “ भरत नाट्यम ” नालसा की थीम गाने पर सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गयी।समारोह 2021- शूट फ़ॉर लीगल अवरनेस प्रारंभ माननीय  जस्टिस एन वी रमन्ना मुख्य न्यायाधिपति उच्चतम न्यायालय ने

शॉर्टफ़िल्म फ़ेस्टिवल के उदघाटन समारोह का प्रसारण यूटूब के चैनल NALSA (नालसा) राष्ट्रीय विधिक़ सेवा प्राधिकरण द्वारा एन.आई.सी. एवं छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा “जन चेतना ” चैनल में किया गया।

कार्यक्रम स्थल पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटॉरीयम में माननीय  अरविंद वर्मा ज़िला न्यायाधीश तथा अध्यक्ष ज़िला विधिक़ सेवा प्राधिकरण रायपुर द्वारा स्वागत सम्बोधन दिया गया। शॉर्टफ़िल्म फ़ेस्टिवल में कुल 03 फ़िल्मों का प्रकशन किया गया जिनमें से 02 सुपर शॉर्ट फ़िल्में “ थिंक कलेक्टिव्ली ” जो कि नशे की लत पर आधारित थी एवं दूसरी स्टेप आउट ” जो कि महिलाओ ंको सताने/ छेड़छाड़ पर आधारित थी। सभी शॉर्ट फ़िल्मों के सफल प्रकाशन उपरांत माननीय  सिधार्थ अग्रवाल सदस्य सचिव छत्तीसगढ़ राज्य विधिक़ सेवा प्राधिकरण के द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव दिया गया।

समारोह 2021- शूट फ़ॉर लीगल अवरनेस प्रारंभ माननीय श्री जस्टिस एन वी रमन्ना मुख्य न्यायाधिपति उच्चतम न्यायालय ने

दिनांक 09 नवंबर को देश के सभी नागरिकों के लिए उचित निष्पक्ष और न्याय प्रक्रिया सुनिश्चित करने हेतु जागरूकता फैलाने के उदेश्य से राष्ट्रीय विधिक़ सेवा दिवस मनाया जाता है। इसलिए दिनांक आज 9 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक़ सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा चलायी जा रही “पैन इंडिया अवरनेस एंड आउट्रीच प्रोग्राम के अंतर्गत राज्य विधिक़ सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर एवं जी पी आर एस एस रायपुर के तकनीकी सहयोग से क़ानूनी जागरूकता पर आधारित शॉर्ट फ़िल्म फ़ेस्टिवल समारोह 2021- शूट फ़ॉर लीगल अवरनेस का तृतीय सत्र का स्थान पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटॉरीयम में क़ानूनी जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाये जाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया ।समारोह 2021- शूट फ़ॉर लीगल अवरनेस प्रारंभ माननीय श्री जस्टिस एन वी रमन्ना मुख्य न्यायाधिपति उच्चतम न्यायालय ने

शॉर्टफ़िल्म फ़ेस्टिवल का उद्घाटन माननीय  जस्टिस एन वी रमन्ना मुख्य न्यायाधिपति उच्चतम न्यायालय, नई दिल्ली एवं प्रधान संरक्षक राष्ट्रीय विधिक़ सेवा प्राधिकरण के कर कमलों से किया गया एवं माननीय  जस्टिस उदय उमेश ललित न्यायाधिपति उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली एवं कार्यपालक अध्यक्ष राष्ट्रीय विधिक़ सेवा प्राधिकरण ,नई दिल्ली द्वारा वर्चुअल सम्बोधन तकनीकी माध्यम से किया गया।

 

इस कार्यक्रम में माननीय  जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी मुख्य न्यायाधिपति छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय, बिलासपुर एवं प्रधान संरक्षक राज्य विधिक़ सेवा प्राधिकरण के द्वारा शॉर्ट फ़िल्म फ़ेस्टिवल की संक्षिप्त जानकारी दी गयी। माननीय  जस्टिस गौतम भादुड़ी न्यायाधिपति छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय एवं कार्यपालक अध्यक्ष राज्य विधिक़ सेवा प्राधिकरण तथा अन्य माननीय न्यायाधिपतिगण महोदय छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर द्वारा कार्यक्रम में अपनी गरिमामय उपस्थिति दी गयी।

शुभारंभ समारोह के उपरांत “ मिस्टर ब्लैक हैट ” साइबर क्राइम पर आधारित शॉर्ट फ़िल्म का प्रसारण किया गया तथा विधिक़ छात्रों द्वारा “ भरत नाट्यम ” नालसा की थीम गाने पर सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गयी।समारोह 2021- शूट फ़ॉर लीगल अवरनेस प्रारंभ माननीय  जस्टिस एन वी रमन्ना मुख्य न्यायाधिपति उच्चतम न्यायालय ने

शॉर्टफ़िल्म फ़ेस्टिवल के उदघाटन समारोह का प्रसारण यूटूब के चैनल NALSA (नालसा) राष्ट्रीय विधिक़ सेवा प्राधिकरण द्वारा एन.आई.सी. एवं छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा “जन चेतना ” चैनल में किया गया।

कार्यक्रम स्थल पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटॉरीयम में माननीय  अरविंद वर्मा ज़िला न्यायाधीश तथा अध्यक्ष ज़िला विधिक़ सेवा प्राधिकरण रायपुर द्वारा स्वागत सम्बोधन दिया गया। शॉर्टफ़िल्म फ़ेस्टिवल में कुल 03 फ़िल्मों का प्रकशन किया गया जिनमें से 02 सुपर शॉर्ट फ़िल्में “ थिंक कलेक्टिव्ली ” जो कि नशे की लत पर आधारित थी एवं दूसरी स्टेप आउट ” जो कि महिलाओ को सताने/ छेड़छाड़ पर आधारित थी। सभी शॉर्ट फ़िल्मों के सफल प्रकाशन उपरांत माननीय  सिधार्थ अग्रवाल सदस्य सचिव छत्तीसगढ़ राज्य विधिक़ सेवा प्राधिकरण के द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव दिया गया।

धान खरीदी 1 दिसंबर से

जांजगीर-चांपा /शौर्यपथ/

कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समय सीमा बैठक में विभागीय कामकाज की समीक्षा करते हुए कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की कार्यवाही 1 दिसंबर से प्रारंभ की जाएगी। सभी संबंधित विभाग धान खरीदी के संबंध में आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करें। उन्होंने धान खरीदी के लिए बारदाने, तौल मशीन, आद्रता मापी की ब्यवस्था और उपार्जन केन्द्र की साफ-सफाई, पहुंच मार्ग आदि व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। 

कलेक्टर ने कहा कि जिन उपार्जन केन्द्रों के कर्मचारियों पर गड़बड़ी के आरोप लगे हैं, उन्हें खरीदी कार्य से तत्काल पृथक करने की कार्यवाही करें। खराब रिकार्ड वाले कर्मचारी जिले के अन्य किसी भी उपार्जन केन्द्र में भी पदस्थ नही किए जाएंगे। धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए सतत निगरानी रखी जाएगी। 

कलेक्टर ने कहा कि धान खरीदी का कार्य राज्य सरकार के निर्देशानुसार किया जाएगा। खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए किसान पंजीयन की अंतिम तिथि बुधवार 10 नवम्बर है। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के मैदानी अमले स्थानीय स्तर पर प्रचार-प्रसार कर शतप्रतिशत पंजीयन पूर्ण करवा लें। 

कलेक्टर ने सभी निर्माण विभाग के अधिकारियो से कहा कि बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की मरम्मत तत्काल प्रारंभ कराएं। कलेक्टर ने कहा कि सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व इसकी समीक्षा नियमित रूप से करेंगें। नगरीय क्षेत्रों की सड़कों की मरम्मत की जिम्मेदारी संबंधित सीएमओ की है। सड़कों पर गड्ढे नही रहने चाहिए ताकि अवागमन सुव्यवस्थित हो सके। बैठक में कोविड टीकाकरण, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, स्कूली बच्चों का जाति, निवास प्रमाण पत्र आदि की भी समीक्षा की गई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ गजेन्द्र सिंह ठाकुर, डीएफओ  प्रेमलता यादव, एडीएम लीना कोसम, एसडीएम व विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

सूरजपुर /शौर्यपथ/

सूरजपुर जिला अंतर्गत जनपद पंचायत सूरजपुर के ग्राम पंचायत सोनवाही में राज्य कार्यालय के निर्देशानुसार एफआरए क्षेत्र का चयन किया गया जिसमें ग्राम पंचायत सोनवाही के वनाधिकारी क्षेत्र का क्षेत्रफल लगभग 43.00 एकड़ में फैला हुआ है। जिसके अंतर्गत 21 एफआरए हितग्राही निवास करते है। उस क्षेत्र का विकास व आजीविका से जोड़ने के लिए मनरेगा योजना अंतर्गत उपरोक्त कार्यो की स्वीकृति प्रदाय की गई है।

ग्राम पंचायत सोनवाही में हमर जंगल हमर आजीविका के तहत 21 हितग्राहियों को निजी कूप स्वीकृत किया गया है जिसकी लागत 4.50 लाख प्रति नग की दर से जो 4.00 लाख मनरेगा व 0.50 लाख डीएमएफ योजना (अभिसरण) से कूप निर्माण कार्य स्वीकृत कर निर्माण कराया गया है। जिसमें सिंचाई हेतु सोलर पंप सौर सुजला योजना क्रेड़ा विभाग द्वारा दिया गया है। पहले सोनवाही ग्राम पंचायत में रहने वाले हितग्राहीयों को सिंचाई के साधन उपलब्ध नहीं होने के कारण फसलों का पैदावार किया जा रहा था। जो वर्तमान में हितग्राहियों द्वारा रबी एवं खरीफ फसलों का पर्याप्त मात्रा गेहू, धान, विभिन्न प्रकार के साग सब्जियों का पैदावार कर रहे है। साथ ही फूलों की खेती (बागवानी विभाग) की जा रही है जो उनके आर्थिक आय में वृद्धि हुई है। ग्राम पंचायत सोनवाही में हमर जंगल हमर आजिविका के तहत 21 हितग्राहियों को मुर्गी शेड़ निर्माण हेतु लागत 2.20 लाख प्रति नग की दर से मुर्गी शेड़ निर्माण कार्य स्वीकृत कर निर्माण कराया गया है जिसमें शेड़ में मुर्गी पालन हेतु पशु विभाग द्वारा मुर्गी के चुजें उपलब्ध कराई गई है मुर्गी पालन के सफल क्रियान्वयन के पश्चात हितग्राही के खाते में लगभग 3600 रूपये प्रतिमाह आय होगा जो उनके आय का अतिरिक्त स्त्रोंत होगा। आवागमन सुविधा हेतु सड़क निर्माण ग्राम सोनवाही के एफआरए हितग्राहियों हेतु आवागमन सुविधा के लिए मनरेगा से मि.मु.स. निर्माण स्वीकृत कराई गई है। ग्राम पंचायत सोनवाही में हमर जंगल हमर आजीविका के तहत एफआरए हितग्राहियों को पहले की अपेक्षा उनके जीवन स्तर में सुधार आया है।

रायपुर /शौर्यपथ/

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान 

 फुलवा ने कुपोषण और अनीमिया पर विजय पाकर एक स्वस्थ बालक को जन्म दिया है। जिला कोरबा के लबेद निवासी  फुलवा गर्भावस्था के शुरूआती दिनों में कुपोषण व अनीमिया से पीड़ित थी। उसका हिमोग्लोबिन का स्तर भी काफी कम हो गया था। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत उसे आंगनबाड़ी केंद्र में गर्भवती महिलाओं को दिए जाने वाले अण्डा, मूगफली लड्डू, दूध, पापड़, आचार, चिक्की एवं अन्य पौष्टिक आहार दिया गया। जिससे गर्भवती फुलवा का हीमोग्लोबिन का स्तर प्रसव के समय बढ़कर 10 ग्राम एवं वजन 49 किलोग्राम हो गया था। जन्म के दौरान बच्चे का वजन साढ़े तीन किलोग्राम था। 

सुपोषण अभियान के तहत राज्य में कुपोषण मुक्ति के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इससे कुपोषण के दर में काफी गिरावट आई है। अभियान के तहत कुपोषण को कम करने के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां भी आयोजित की जा रही है। सभी हितग्राहियों को गर्म भोजन के साथ रेडी-टु-ईट दिया जाता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा नियमित रूप से गृह भेंट करके हितग्राहियों को व्यक्तिगत साफ-सफाई, स्वास्थ्य जांच एवं पौष्टिक आहार के संबंध में जागरूक किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा जिला के कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि पंजीयन के समय फुलवा का वजन लगभग 37 किलोग्राम था एवं उसका हीमोग्लोबिन स्तर भी बहुत कम था। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सेक्टर पर्यवेक्षक द्वारा फुलवा के घर जाकर महतारी जतन के बारे में बताने के साथ ही प्रतिदिन आंगनबाड़ी केन्द्र में भोजन करने के लिए बुलाया गया। फुलवा को समय-समय पर खाने-पीने और साफ-सफाई के बारे में भी बताया गया। 

फुलवा को भोजन में मुनगा भाजी खाने और आंगनबाड़ी केंद्र में मिलने वाली रेडी टू ईट फूड के फायदों के बारे में भी बताया गया। उसे आयरन गोली खाने की विधि के बारे में भी बताया गया। फुलवा प्रतिदिन आंगनबाड़ी केन्द्र भोजन के लिए आती थी। जिस दिन नहीं आ पाती थी उस दिन उन्हें टिफिन में पौष्टिक आहार दिया जाता था। श्रीमनी फुलवा को सभी टीका लगाने के अलावा जरूरी स्वास्थ्य जांच भी करवाई गई। फुलवा का प्रसव कुदमुरा अस्पताल में हुआ, जहां उन्होंने एक स्वस्थ बालक को जन्म दिया।

रायपुर /शौर्यपथ/

आमजनों से भेंट की

नगरीय प्रशासन, विकास तथा श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने आज अपने शंकर नगर स्थित शासकीय आवास पर आमजनों से भेंट की और क्षेत्रीय विकास निर्माण एवं जन सरोकार के विभिन्न कार्यों के संबंध में लोगों से चर्चा की। उन्होंने भेंट के दौरान लोगों की विभिन्न समस्याओं को और हर संभव निदान करने के लिए लोगों को भरोसा दिलाया।

गौरतलब है कि डॉ. डहरिया प्रत्येक मंगलवार को अपने शासकीय आवास पर जनसामान्य एवं जनप्रतिनिधियों से सौजन्य भेंट करते हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग उनसे मिलकर अपने क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्यों एवं समस्याओं से अवगत कराते हैं। आज लागों से मुलाकात के दौरान धरसींवा ब्लॉक के ग्राम भैंसमुड़ा की  भीमेश्वरी को मंत्री डॉ. डहरिया ने स्वच्छानुदान मद से 25 हजार रूपए प्रदान किए। डॉ. डहरिया ने लोगों से मुलाकात के दौरान तालाब सुधारीकरण, सड़क, पेयजल सुविधा सहित अन्य जनसरोकार के कार्यों के संबंध में चर्चा की और इन कार्यों के लिए जल्द ही आवश्यक पहल करने के लिए आश्वस्त किया। इस अवसर पर जनपद सदस्य  पिन्टु कुर्रे,  ईश्वर साहू,  छन्नू यादव,  राधाकृष्ण टंडन सहित अन्य क्षेत्रीय प्रतिनिधियों और आमजनों ने डॉ. डहरिया से मिलकर अपने क्षेत्र के कार्य एवं समस्याओं से अवगत कराया।

दुर्ग । शौर्यपथ । बिलासपुर हाई कोर्ट से ये खबर आ रही है कि कवर्धा के भाजपा नेता विजय शर्मा को आज भी हाई कोर्ट से राहत नहीं मिली। बता दें कि भाजपा नेता विजय शर्मा कवर्धा जेल में बंद हैं और यह मामला झंडा विवाद से नही जुड़ा है। विजय शर्मा एससी एसटी एक्ट के तहत जेल में है । यह मामला झंडा विवाद से पहले 22 सितम्बर माह का है ।

 

   बीजेपी (BJP) नेता विजय शर्मा एससी एसटी एक्ट में जेल में बंद है. इस मामले को लेकर आज छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में सुनवाई हुई है. यहां से भी उन्हें झटका लगा है. हाईकोर्ट ने जमानत देने से इंकार कर दिया है. हाईकोर्ट 22 नवंबर को इस मामले में सुनवाई करेंगी। ये है खाद्य विभाग का मामला खाद्य अधिकारी द्वारा कोतवाली थाना में जो मामला दर्ज कराया गया वह घटना बीते माह 20 और 21 सितंबर की है। भाजपा के प्रदेश मंत्री विजय शर्मा, भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी कुछ लोगों के साथ खाद्य अधिकारी के चैम्बर में पहुंचे। वहां पर उन्होंने अधिकारी से राशन नहीं बनाए जाने सहित राशन कार्ड को लेकर समस्याएं सामने आ रही है उस पर चर्चा किए। कुछ देर चर्चा करने के बाद अधिकारी वहां से चले गए। इस पर विजय शर्मा ने वहीं से एक वीडियो बनाया कि अधिकारी उनके सवाल का जवाब नहीं दे रहे। इसके बाद दूसरे दिन फिर से यह नेता खाद्य विभाग पहुंचे। फिर से वही सवाल-जवाब हुआ। इस पर भी वीडियो बनाया गया।

रायपुर /शौर्यपथ/
छत्तीसगढ़ सरकार की सुराजी गावं योजना 

छत्तीसगढ़ सरकार की सुराजी गावं योजना अंतर्गत नरवा,गरवा घुरवा व बाड़ी योजना से गांवों की तस्वीर बदल रही है। भूगर्भीय जल स्रोतों के संरक्षण व संवर्धन की दिशा में अंतर्गत नरवा,गरवा घुरवा व बाड़ी योजना से गांवों की तस्वीर बदल रही है। भूगर्भीय जल स्रोतों के संरक्षण व संवर्धन की दिशा में नरवा कार्यक्रम के माध्यम सेनरवा कार्यक्रम के माध्यम से ठोस प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि कृषि एंव कृषि संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा मिल सके। वर्षा के जल पर निर्भर किसानों के लिए यह कार्यक्रम काफी फायदेमंद साबित हो रहा है। इस योजनांर्तगत जशपुर जिले में प्रथम चरण में 67 नरवा के कार्य पूर्ण कर लिए गए है। इस कार्य से मनरेगा के तहत ग्रामीणों को रोजगार भी मिल रहा है।

नरवा कार्यक्रम के माध्यम से नालों के उपचार से अब नालों में पर्याप्त मात्रा में पानी रहने से किसानों को उतेरा और रबी की फसल लेने में सुविधा होने लगी। जिले में नरवा विकास योजना से क्षेत्र का चहुंमुखी विकास हो रहा हैै। भू-जल संरक्षण एवं संवर्धन से क्षेत्र में पानी की समस्या अब नहीं होती है और किसानों के खेतों में दोहरी फसल से ग्रामीणों की आमदनी बढ़ रही हैै। जशपुर जिले में नरवा कार्यक्रम अंतर्गत् नाला उपचार के कार्य ब्रशहुड, गली प्लग, बोल्ड चेक और गेबियन नाला गहरीकरण आदि के कार्य एवं क्षेत्र उपचार के तहत सी.सी.टी., एस.सी.टी, मेडबधान, डबरी, कुआं, 30-40 मॉडल, तालाब गहरीकरण, नवीन तालाब, भूमि सुधार के कार्य स्वीकृत किए गए हैं। स्वीकृत कार्यों के प्रथम चरण में अब तक 67 नरवा के कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं।

रायपुर /शौर्यपथ/

कृषि मंत्री  रविन्द्र चौबे ने आज महानदी भवन मंत्रालय में आयोजित बैठक में कृषि विभाग के अधिकारियों को ग्री़ष्मकालीन धान के बदले किसानों को अन्य लाभकारी फसलों के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। मंत्री  चौबे ने कहा कि राज्य शासन ने इस वर्ष ग्रीष्मकालीन धान के स्थान पर गेहू, चना, उडद, मक्का, तिल, रागी, मूंगफली आदि की खेती के लिए किसानों को विशेष रूप से प्रेरित करने और उन्हें इसके लिए आवश्यक मार्गदर्शन देने का निर्णय लिया है। उन्होंने अधिकारियों को ग्रीष्मकालीन धान के बदले अन्य लाभकारी फसलों की खेती के लिए प्रचार-प्रसार का व्यापक अभियान संचालित करने के साथ ही अन्य ग्रीष्मकालीन फसलों के बीजों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश के भी निर्देश दिए हैं। 

मंत्री  चौबे ने कहा है कि जिन क्षेत्रों में ग्रीष्मकालीन धान की उपज ली जाती है, उन क्षेत्रों में उपयुक्त वैकल्पिक फसलों के बीज की व्यवस्था त्वरित रूप से पर्याप्त मात्रा में किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि वैकल्पिक फसल एवं उतेरा फसलों जैसे अलसी, तिवड़ा, बटरी, सरसों की खेती के लिए कृषकों को प्रोत्साहित किया जाए एवं प्रगति की नियमित समीक्षा की जाए। 

कृषि मंत्री  चौबे ने विकासखण्ड स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों एवं विभागीय अधिकारियों को दिए है। उन्होंने कहा है कि प्रशिक्षण में निजी सिंचाई स्त्रोत वाले कृषकों को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए। बैठक में विशेष सचिव कृषि विभाग  एस.भारतीदासन, जल संसाधन, प्रबंध संचालक, बीज विकास निगम, उप महाप्रबंधक बीज निगम, कृषि विभाग के अपर संचालक एवं संयुक्त संचालक, मुख्य अभियंता, राज्य विद्युत वितरण कम्पनी, समेती के उप संचालक एवं कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

रायपुर /शौर्यपथ/

छत्तीसगढ़ शासन द्वारा महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाए जाने की कोशिश अनवरत रूप से की जा रही है। बीते तीन सालों में छत्तीसगढ़ में विभिन्न विभागों एवं शासकीय योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को समूह के माध्यम से रोजगार एवं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की पहल के सार्थक परिणाम भी सामने आने लगे हैं। गौठानों से जुड़ी लगभग 80 हजार महिलाएं समूह के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन के साथ-साथ अन्य आयमूलक गतिविधियों को अपनाकर करोड़ों रूपए का कारोबार और लाभांश अर्जित करने लगी है।

बलौदाबाजार जिले के ग्राम पंचायत सकरी में दीपज्योति स्व-सहायता समूह ने कुक्कुट पालन व्यवसाय को अपनाकर रोजगार के साथ-साथ अतिरिक्त आय का जरिया हासिल किया है। दीपज्योति महिला स्व-सहायता समूह द्वारा जुलाई 2020 में कुक्कुट पालन कार्य की शुरुआत की गई। समूह की अध्यक्ष सावित्री वर्मा एवं सदस्य शैल वर्मा ने बताया कि पशु चिकित्सा विभाग द्वारा स्व-सहायता समूह को शुरूआती दौर में 100 नग कड़कनाथ के चूजे दिए गए थे। तीन माह के भीतर सभी कड़कनाथ मुर्गे एक किलो वज़न के हो गए थे। इन्हें 500 रूपये प्रति किलो की दर से बेचने से समूह को 50 हज़ार की आमदनी प्राप्त हुई। कड़कनाथ मुर्गों के रखरखाव, दाना इत्यादि में 10-11 हजार रूपए का खर्च आया। इससे समूह को लगभग 40 हज़ार की शुद्ध आय में प्राप्त हुई। इसके बाद समूह द्वारा काकरेल का पालन शुरू किया गया। वर्तमान में समूह द्वारा 350 नग काकरेल मुर्गे का पालन किया जा रहा है। काकरेल बाजार में 170 से 180 रुपये किलो में बिकता है, जो आय कड़कनाथ मुर्गे से होती थी लगभग वैसी ही आय समूह को काकरेल मुर्गे के पालन से भी हो रही है। 


अध्यक्ष ने बताया कि लॉकडाउन के कारण कुक्कुट पालन में व्यवधान आया। अभी दूसरी बार इसके पालन की शुरुआत की गई है। समूह द्वारा अभी दीपावली में 300 नग मुर्गे बिक्री किए गये, जिससे समूह को तकरीबन 51 हज़ार की आय हुई। इसमें 13 हज़ार की राशि रखरखाव एवं चारा दाना में खर्च होने के बाद लगभग 37 हज़ार हजार की बचत हुई है। समूह में 15 महिलाएं हैं। समूह को मुर्गा पालन से प्राप्त होने वाली आय को समूह द्वारा बैंक में जमा किया जाता है, जिसे जरूरतमंद महिलाओं एवं परिवारों को समूह द्वारा ब्याज पर दिया जाता है। ब्याज से प्राप्त होने वाली राशि को भी बैंक खाते में जमा की जाती है। समूह के पास शुरुआत में बैंक खाते में सिर्फ 15हज़ार रुपये थे। आज समूह के बैंक खाते में लगभग एक लाख रुपये जमा हो गये हैं। 


समूह के सदस्य शैल वर्मा ने बताया कि इस व्यवसाय में किसी प्रकार का घाटा नहीं है। महिला समूह को कुक्कुट पालन व्यवसाय अपनाना चाहिए। इसके लिए किसी विशेष प्रकार के प्रशिक्षण की भी आवश्यकता नहीं है। मुर्गे के बच्चे छोटे रहने पर उन्हें सिर्फ एक माह गुड पानी पिलाना पड़ता है, उसके बाद चूजे अपने आप विकसित होने शुरू हो जाते हैं। थोड़ी बहुत जानकारी लेकर यदि कोई महिला समूह इस व्यवसाय को करता है, तो आसानी से लाभ अर्जित कर सकता है। वर्मा ने अपनी लगन और मेहनत से कम लागत में कुक्कुट दाना का उत्पादन भी शुरू कर दिया है। इससे होने वाले लाभ को देखते हुए अब वह भविष्य में कुक्कुट दाना का व्यवसायिक उत्पादन शुरू करने की तैयारी कर रही है।

 

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