September 08, 2025
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

    टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ / पालक पनीर हो या फिर पालक का साग सर्दियों का मौसम शुरू होते ही पालक से बने व्यंजनों की खुशबू ज्यादातर हर भारतीय रसोई से आने लगती है। पालक में मौजूद कई पौष्टिक तत्व शरीर में आयरन की कमी को दूर करके व्यक्ति को सेहतमंद बनाए रखने में मदद करते हैं। बावजूद इसके अक्सर कई महिलाओं को पालक धोना सबसे मुश्किल काम लगता है। अच्छी तरह से पालक न धोने की वजह से पालक या तो चिपकने लगता है या फिर खाते समय उसमें किरकिरापन महसूस होता है।  अगर पालक को अच्छे से धोकर साफ करना आपके लिए भी परेशानी का सबब है तो अपनाएं ये टिप्स एंड ट्रिक्स।
पालक साफ करने के लिए अपनाएं ये टिप्स-
सिरका-
      बाजार से पालक घर लाते ही उसे सिरके वाले पानी में 10 से 15 मिनट डालने के बाद साफ पानी से अच्छी तरह धो लें। ऐसा करने से पालक में लगे बैक्टीरिया आपके फ्रिज, घर या किचन आदि में नहीं घुस पाएंगे।
साफ हाथ-
     पालक साफ करने से पहले अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक अच्छी तरह से धोकर साफ कर लें। ऐसा इसलिए आपके हाथों में पहले से लगे कई बैक्टीरिया वरना आपके पालक में भी लग सकते हैं।
गर्म पानी-
      बारिश के मौसम में पालक में ज्यादा कीड़े लगे होते हैं। पालक को कीड़ों से बचाने के लिए कीटनाशक का उपयोग किया जाता है। पालक से कीटनाशक का असर खत्म करने के लिए पालक को बनाने से पहले गर्म पानी से अच्छी तरह धो लें। ताकि पालक में इस्तेमाल किए गए कीटनाशक का असर खत्म हो जाए।
कैसा हो धोने का तरीका-
-पालक को धोने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में थोड़े सा पानी डालकर उसमें एक टीस्पून बेकिंग सोडा डालकर पालक को 10 मिनट के लिए डुबोए रखकर छोड़ दें। इसके बाद पालक को सादे पानी से धोएं और सुखने के लिए रख दें।इसके बाद पालक को अपनी पसंदअनुसार जैसा चाहे वैसा काट लें। आपका पालक साफ होकर सब्जी बनाने के लिए बिल्कुल तैयार है।

      ब्यूटी टिप्स / शौर्यपथ /आप बेदाग स्किन पाने के लिए कितने ही प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं लेकिन फिर भी आपके चेहरे पर इन प्रॉडक्ट्स से साइड इफेक्ट्स हो जाते हैं। वहीं, अगर प्रॉडक्ट्स ज्यादा केमिकल्स वाले हैं, तो आपकी स्किन पर एजिंग बहुत जल्दी हो जाती है। ऐसे में आपको नेचुरल तरीकों और होममेड  फेस मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। होममेड तरीकों में कस्तूरी हल्दी लगाने के कई फायदे हैं।
       कस्तूरी हल्दी में अधिक मात्रा में एंटीसेप्टिक, एंटी बैक्टीरियल और  एंटी ऑक्सी़ेडेंट गुण के अलावा ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो पिंपल के साथ-साथ स्किन संबंधी कई समस्याओं को हील करने में कारगर है।
चेहरे पर कस्तूरी हल्दी लगाने के फायदे
      पिगमेंटेशन, रिंकल्स, पिंपल्स, डार्क जैसी स्किन प्रॉब्लम्स को दूर करने के साथ ग्लोइंग स्किन पाने के लिए कस्तूरी हल्दी बहुत कारगर है यानी एक कस्तूरी हल्दी कई स्किन प्रॉब्लम्स का ट्रीटमेंट करती है।
कस्तूरी हल्दी का फेस मास्क बनाएं
        कस्तूरी हल्दी आपके लिए एक साथ कई स्किन प्रॉब्लम्स से छुटकारा दिलाएगी। इसके लिए 1 चम्मच चंदन पाउडर और 1 चम्मच संतरे के रस के 1 चम्मच कस्तूरी हल्दी पाउडर के साथ मिलाकर एक पेस्ट बनाएं। इसे  चेहरे पर लगाकर 15 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर पानी से अपना चेहरा धो लें।
पिंपल्स के लिए कस्तूरी हल्दी का फेस मास्क
       इक बाउल में नीम पाउडर, शहद में थोड़ी सी हल्दी के साथ मिलाकर केवल मुंहासों वाली जगह पर लगाएं। कुछ ही दिनों में पिंपल्स जड़ से खत्म हो जाएंगे। आपकी स्किन अगर ड्राई है, तो आप कस्तूरी हल्दी फेस मास्क का इस्तेमाल करने के बाद एलोवेरा जेल जरूर लगाएं।

     खाना खजाना / शौर्यपथ /कई बार ऐसा होता है कि आपका राजमा खाने का मन करता है, लेकिन आपने राजमा भिगाए नहीं होते, जिसकी वजह से आपको अपना मन मारकर बैठना पड़ता है। ऐसे में हम आपके लिए ऐसी ट्रिक लेकर आए हैं, जिससे अगर आप राजमा भिगाना भूल भी गए हैं, तो भी आप इस तरीके से कम टाइम में राजमा बना सकते हैं।
यह ट्रिक करेगी काम
    सबसे पहले राजमा को अच्छे से धोकर साफ करें। उसके बाद उसे प्रेशर कुकर में पानी डालकर उसमें 1 चम्मच नमक डाल दें। फिर उसमें एक सिटी लगवाने के बाद उसके ठंडे होने का इंतेजार करें। फिर इसमें 1 कप आइस क्यूब डाल दें। नमक और आइस क्यूब्स से राजमा जल्दी गल जाता है। इसके बाद दोबारा कुकर में सिटी लगवाएं और फिर गैस स्लो करके 5-7 मिनट तक पकाएं। इस ट्रिक को अपनाने से  आपका काम आसानी से हो जाएगा।
सामग्री :
1 कप राजमा
1 टेबलस्पून बटर/मक्खन
1 टेबलस्पून तेल
1 तेजपत्ता
1 इंच दालचीनी का टुकड़ा
5 लौंग 1 चक्र फूल
3-4 इलायची
1 प्याज, काट लें
1 टेबलस्पून अदरक लहसुन का पेस्ट
2 हरी मिर्च, काट लें
2 टमाटर, छोटे टुकड़ों में काट लें
1 टीस्पून हल्दी 1 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर  
1 टीस्पून धनिया पाउडर
1 टीस्पून जीरा पाउडर
1 टीस्पून गरम मसाला पाउडर 1/2 टीस्पून आमचूर पाउडर
नमक स्वादानुसार
विधि :
-राजमा  को धोकर रातभर या 4-5 घंटे तक भिगोकर रख दें।
- अगर भिगोने का वक्त नहीं है तो कूकर में नमक और दो कप पानी के साथ डालकर 4-5 सीटी लगा लें।
- सीटी लगने के बाद आंच बंद कर दें और कूकर का प्रेशर खत्म होने दें।
- अब एक बड़े में तेल डालकर धीमी आंच में गरम होने के लिए रखें।
- जब तेल गरम हो जाए तो इसमें तेजपत्ता, दालचीनी, लौंग, इलायची
  डाल दें।
- 1-2 मिनट तक भूनने के बाद तेल में अदरक लहसुन का पेस्ट डालकर 1-2 मिनट तक चलाकर भूनें।
- इसके बाद इसमें प्याज, हरी मिर्च और टमाटर डालकर अच्छी तरह मिला लें।
- जब प्याज लगभग गल जाए तो इसमें हल्दी, लाल मिर्च, आमचूर पाउडर, गरम मसाला और जीरा पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाते हुए पकाएं।
- जब मसाला तेज छोड़ने लगे तो इसमें थोड़ा-सा पानी के साथ राजमा डालकर मिला लें।ढककर 15 मिनट तक पकाएं।
- तय समय के बाद जब ग्रेवी गाढ़ी हो जाए तो राजमा  पर कसूरी मेथी और धनियापत्ती डालकर अच्छी तरह मिलाकर आंच बंद कर दें।
- राजमा मसाला  को कटोरी में निकालें और ऊपर से बटर डाल दें.- तैयार है राजमा मसाला।रोटी, चावल या नान के साथ सर्व करें।

      टिप्स ट्रिक्स / शौर्यपथ /वेट लॉस करने के लिए एक्सरसाइज और डाइट के साथ कुछ बेसिक बातों पर भी ध्यान देना जरूरी है। इससे न सिर्फ आपका वेट कंट्रोल रहता है बल्कि इससे पेट की चर्बी भी कम होती है। आज हम आपको ऐसे ही टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आप वेट ही नहीं बल्कि पेट के आसपास जमने वाले फैट को भी कंट्रोल कर सकते हैं क्योंकि जब पेट के आसपास जमी चर्बी बहुत कम होती है।
बैठकर खाना
       अधिक धीरे-धीरे खाने और अपने भोजन का स्वाद लेने से हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है, जो आपके पेट को भरा हुआ महसूस कराता है। ऐसे में आपको बैठकर धीरे-धीरे खाना चाहिए।
प्रोटीन खाएं
     आप वेट कितना भी हो लेकिन आप डाइटिंग में कभी भी प्रोटीन खाना न छोड़ें क्योंकि इससे कमजोरी आ सकती है। आप चाहें, तो कार्बोज और फैट का इस्तेमाल कम करके प्रोटीन की अधिक मात्रा ले सकते हैं।
एक्टिव रहें
      एक्टिव रहने का मतलब है कि छोटे-छोटे कामों को भी अपने आप करना। पूरे दिन लेटे या बैठे रहने की जगह आप वॉक भी कर सकते हैं। एक तरफ एक्सरसाइज करने और दूसरी तरफ बाकी बचे हुए टाइम में सोते रहने से आपका वजन कम होने की बजाय बढ़ने लगता है।
चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करें
     चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करने से आपके पेट की चर्बी कम होती है, इसलिए आपको कोशिश करनी चाहिए कि जब भी आप चाय पिएं, उसमें चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करें। इससे आपका वेट कंट्रोल होता है।

        खेल /शौर्यपथ /वर्ल्ड कप के किसी भी फॉर्मेट में भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ अबतक लगभग वैसा ही रिकॉर्ड रहा है, जैसा कि पाकिस्तान का भारत के खिलाफ रहा है। वर्ल्ड कप के किसी भी फॉर्मेट में भारत ने न्यूजीलैंड को पिछली बार उस समय हराया था, जब अटल बिहारी वाजपेयी भारत के प्रधानमंत्री थे और देश में पेट्रोल की कीमत 32 रुपये प्रति लीटर थी। मौजूदा कप्तान विराट कोहली उस समय काफी युवा थे और भारत अपना पहला टी-20 इंटरनेशनल मैच खेलने से दो साल दूर था। वह साल 2003 का था, जब सौरव गांगुली की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने स्टीफन फ्लेमिंग की कप्तानी न्यूजीलैंड की टीम को सेंचुरियन में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप के मैच में सात विकेट से मात दी थी। वर्ल्ड कप में भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ वह ​आखिरी जीत थी और भारत ने उसके बाद से अबतक वर्ल्ड कप के किसी भी फॉर्मेट में न्यूजीलैंड को नहीं हराया है।
      भारतीय क्रिकेट टीम यूएई में जारी आईसीसी मेंस टी-20 वर्ल्ड कप 2021 के अपने दूसरे मुकाबले में एक बार फिर से न्यूजीलैंड से भिड़ने के लिए तैयार है और टीम इंडिया के वर्ल्ड कप के किसी भी फॉर्मेट में न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 साल के सूखे को खत्म करने की चुनौती है। दोनों टीमें दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में टूर्नामेंट का अपना दूसरा मुकाबला खेलेगी। पहले मुकाबले में दोनों टीमों को पाकिस्तान ने पराजित किया था। 2003 के वर्ल्ड कप से पहले भारत ने 1987 विश्व कप में न्यूजीलैंड को दो बार घर में हराया था। इसके बाद 1992 विश्व कप में उसे दो बार और 1999 में एक बार हार का सामना करना पड़ा था।
       हालांकि 2003 के बाद से विश्व कप में न्यूजीलैंड का भारत ने ज्यादा सामना नहीं किया है। उसके बाद से तीन बार भारत विश्व कप के फॉर्मेट में न्यूजीलैंड से भिड़ा है और तीनों बार उसे हार मिली है। इनमें इंग्लैंड में 2019 वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में मिली हार सबसे ज्यादा दुखदाई है। टी-20 विश्व कप में भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ रिकॉर्ड सही नहीं रहा है। भारत टी-20 विश्व कप में अबतक एक बार भी न्यूजीलैंड को नहीं हरा पाया है। 2007 में भारत को न्यीलैंड से जोहान्सबर्ग में 10 रन से हार का सामना करना पड़ा था जबकि 2016 टी20 वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड ने भारत को 47 रन से हराया था। कुल मिलाकर, भारत ने वर्ल्ड कप के सभी फॉर्मेट में न्यूजीलैंड के खिलाफ अबतक 10 मुकाबले खेले हैं, जिसमें से उसे केवल तीन में ही जीत मिली है जबकि सात मैचों में हार का सामना करना पड़ा है।
टी-20 इंटरनेशनल में भारत बनाम न्यूजीलैंड हेड टू हेड:
        हालांकि विश्व कप से हटकर बात करें तो भारत का टी-20 इंटरनेशनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हेड टू हेड अच्छा रिकॉर्ड रहा है। दोनों टीमों ने एक-दूसरे के खिलाफ अबतक कुल 16 टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 8-8 जीत हासिल की हैं।

    मनोरंजन / शौर्यपथ /टीवी सीरियल ‘कुछ रंग प्यार के ऐसे भी 3’ गलत वजहों के चलते लगातार चर्चा में रहा है। पहले और दूसरे सीजन की तुलना में एरिका फर्नांडिस और शाहीर शेख के इस शो को उतना प्यार नहीं मिल पाया है। अच्छी रेटिंग पाने की लगातार कोशिश कर रहे मेकर्स ने आखिरकार इस शो को बंद करने का फैसला ले ही लिया। शनिवार को इस सीरियल के आखिरी एपिसोड की शूटिंग पूरी हुई है और इसके बाद सेट पर सभी कलाकारों ने एक साथ मिलकर जश्न मनाया है।
पूरी हुई आखिरी एपिसोड की शूटिंग
    ‘कुछ रंग प्यार के ऐसे भी 3’ की कास्ट ने शूटिंग पूरी करते ही सेट पर ही जमकर धमाल मचाया है। इस दौरान सभी लोगों ने एक-दूसरे के साथ तस्वीरें क्लिक करवाई हैं। सीरियल के कलाकारों का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें सभी लोग मस्ती भरे अंदाज में थिरकते हुए नजर आ रहे हैं।
एरिका फर्नांडिस ने जताई थी नाराजगी
     तीन दिन पहले ही सीरियल की लीड एक्ट्रेस एरिका फर्नांडिस ने मेकर्स के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की है। एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम पर एक लम्बा-चौड़ा पोस्ट शेयर करके बताया कि वो इस शो को छोड़ रही हैं। एरिका फर्नांडिस ने इस नोट में साफ लिखा है कि उनके किरदार (डॉक्टर सोनाक्षी बोस) को काफी कमजोर दिखाने की कोशिश गई है, जिसका उन्हें मलाल है।
‘कसौटी जिंदगी के 2’ में नजर आ चुकी हैं एरिका
      इससे पहले एरिका फर्नांडिस को एकता कपूर के सीरियल ‘कसौटी जिंदगी के 2’ में देखा जा चुका है। शुरुआत में इस सीरियल को लोगों ने काफी पसंद किया था। हिना खान के जाने के बाद इसकी रेटिंग नीचे आने लगी थी। कुछ महीने की मशक्कत के बाद मेकर्स ने इस सीरियल को बंद करने का फैसला कर लिया था।

चयनित सहायक प्राध्यापको ने शीघ्र नियुक्ति बाबत ज्ञापन सौपा

दुर्ग । शौर्यपथ । लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा2019 की चयन सूची जारी किया गया था जिस सूची को जारी किए 8 माह से अधिक समय हो गया है समस्त महाविद्यालयों में नए सत्र की शुरुआत भी हो चुकी है अतः सभी नव चयनित सहायक प्राध्यापकगण नियुक्ति की राह देख रहे हैं राज्य के महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए चयनित सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति अति शीघ्र करने का अनुरोध किया गया जिसमें नवीन चयनित सहायक प्राध्यापक जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ के प्रशांत दुबे ,रश्मि, नेहा वर्मा, अविनाश सिंह ,तरुण कुमार, इंद्र कुमार वर्मा, युवराज जगत ,मनोज कुमार ,मोती राम साहू,अनिल कुमार देवांगन ,दीपेश पटेल ,शिवम , हेम राम मंडावी, कल्याणी , भूपेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे

        आस्था / शौर्यपथ / दिवाली के पावन पर्व की शुरुआत धनतेरस से ही होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस मनाया जाता है। इस साल धनतेरस 2 नवंबर 2021, दिन मंगलवार को पड़ रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन समुद्र मंथन के दौरान देवताओं के चिकित्सक भगवान धन्वंतरि, अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इस दिन भगवान धन्वंतरि, कुबेर जी और माता लक्ष्मी की पूजा करने से धन से संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। धनतेरस के दिन खरीदारी करने का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन खरीदारी करना शुभ रहता है। वेदाचार्य के अनुसार इस वर्ष धनतेरस पर त्रिपुष्कर का अति शुभ योग बन रहा है। कुबेर और भगवान धन्वंतरी की आराधना के उपरांत शुभ मुहूर्त में की गई खरीदारी वर्ष भर के लिए शुभ फलदाई सिद्ध होती है।आइए जानते हैं धनतेरस में खरीदारी का शुभ मुहूर्त और आरती...
धनतेरस तिथि- 2 नवंबर 2021, मंगलवार
प्रदोष काल- शाम 05 बजकर 35 मिनट से रात 08 बजकर 11 मिनट तक।
वृषभ काल- शाम 06 बजकर 18 मिनट से शाम 08 बजकर 14 मिनट तक।
धनतेरस पूजन मुहूर्त- शाम 06 बजकर 18 मिनट से रात 08 बजकर 11 मिनट तक।
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11.11 बजे से 11.56 बजे तक
अमृत मुहूर्त: दोपहर 11.33 बजे से 12.56 बजे तक
शुभ योग: दोपहर 2.20 बजे से 3.43 बजे तक
वृष लग्न: शाम 6.18 बजे से रात 8.14 बजे तक
भगवान धन्वंतरि की आरती
जय धन्वंतरि देवा, जय धन्वंतरि जी देवा।
जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा।।जय धन्वं.।।
तुम समुद्र से निकले, अमृत कलश लिए।
देवासुर के संकट आकर दूर किए।।जय धन्वं.।।
आयुर्वेद बनाया, जग में फैलाया।
सदा स्वस्थ रहने का, साधन बतलाया।।जय धन्वं.।।
भुजा चार अति सुंदर, शंख सुधा धारी।
आयुर्वेद वनस्पति से शोभा भारी।।जय धन्वं.।।
तुम को जो नित ध्यावे, रोग नहीं आवे।
असाध्य रोग भी उसका, निश्चय मिट जावे।।जय धन्वं.।।
हाथ जोड़कर प्रभुजी, दास खड़ा तेरा।
वैद्य-समाज तुम्हारे चरणों का घेरा।।जय धन्वं.।।
धन्वंतरिजी की आरती जो कोई नर गावे।
रोग-शोक न आए, सुख-समृद्धि पावे।।जय धन्वं.।।

दुखहरण सिंह ठाकुर की रिपोर्ट

कवर्धा शांत शहर, भाजपा इसे अशांत करना चाहती है-कांग्रेस

झण्डा विवाद मामले के सभी आरोपियों को जमानत मिल चुकी है

अनुसूचित जाति वर्ग के शासकीय अधिकारी को प्रताड़ित करने के आरोपियों को महिमा मंडित करने जेल में जाकर मिले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष साय

 

कवर्धा। शौर्यपथ ।  कवर्धा में हुए झण्डा विवाद के बाद जन-जीवन सामान्य हो रहा है। सभी लोग दीपावली जैसे प्रमुख त्योहार की तैयारियों में जुटे हुए है, बाजार में रौनक भी नजर आ रही है। लेकिन प्रदेश में विपक्ष की भूमिका निभा रही भाजपा के नेताओं के दौरे थम नहीं रहे है। 29 अक्टूबर को भी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु देव साय, अपने साथ सांसद संतोष पाण्डेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय सहित अन्य नेताओं को लेकर कवर्धा पहुंचे थे। भाजपा नेताओं ने प्रेस कान्फ्रेंस लेकर कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाने से भी परहेज नहीं किया। इसे लेकर कांग्रेस ने भाजपा को कवर्धा में अशांति फैलाने के लिए जिम्मेदार बताया और भाजपा नेताओं पर जोरदार प्रहार किया है। कबीरधाम जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नीलकंठ चन्द्रवंशी ने आज प्रेस कान्फ्रेंस लेकर भाजपा से कई सवाल पूछे। उन्होंने कहां कि कवर्धा एक शांत शहर है जिसे भाजपा अशांत करना चाहती है।  

कबीरधाम जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नीलकंठ चन्द्रवंशी (नीलू) ने कहां कि छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय भाजपा के अन्य नेताओं के साथ कवर्धा पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने शांति की अपील क्यों नहीं की। नीलू ने यह भी कहां कि भाजपा के नेता शांति की अपील नहीं करते है। इसका कारण यह है कि कवर्धा में हुए विवाद के लिए पूरी तरह से भाजपा ही जिम्मेदार है। दो लोंगों के आपसी विवाद को भाजपा ने अपने राजनैतिक लाभ के लिए संाप्रदायिक रंग दिया। कवर्धा और कबीरधाम जिले के बाहर से असामाजिक तत्वों को कवर्धा लाकर हिंसा फैलाई, माहौल को अशांत किया। 

झण्डा सह सम्मान यथा स्थान पर लगवाया मंत्री अकबर ने

 जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नीलू चंन्द्रवंशी ने कहां कि झण्डा विवाद में जो झण्डा निकाला गया था, उसे स्थानीय विधायक व प्रदेश के मंत्री मोहम्मद अबकर ने यथा स्थान पर सह सम्मान वापस लगवाया। झण्डा विवाद के सभी आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे गए, इसके बाद किसी प्रकार कोई विवाद शेष नहीं रह गया था। इसके बावजूद भाजपा ने माहौल को अशांत करने का हर तरह से प्रयास किया। नीलू ने बताया कि झण्डा विवाद के सभी आरोपी जमानत पा चुके है, साथ ही वे जेल से भी रिहा हो चुके है, झण्डा विवाद का कोई भी आरोपी जेल में नहीं है। नीलू चन्द्रवंशी ने यह भी जानकारी दी कि प्रदेश भाजपा विष्णु देव साय 29 अक्टूबर को जेल में जिन दो आरोपियों से मिलने गए थे, उनकी झण्डा विवाद मामले में जमानत हो चुकी है। वे दोनों आरोपी अनुसूचित जाति के शासकीय अधिकारी को उनके कार्यालय में घुसकर धमकाने के आरोप में जेल में है। इससे यह स्पष्ठ हो जाता है कि अनुसूचित जाति -जनजाति के प्रति पूरी भाजपा की सोच व भावना किस तरह की है। प्रदेश भाजपा का मुख्य अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के एक जिम्मेदार शासकीय अधिकारी को प्रताड़ित करने के आरोपियों को महिमा मंडित करने जेल में जाकर आखिर क्या संदेश देना चाहता है। प्रदेश के गरीब, मजदूर, किसान, अनुसूचित जाति-जनजाति के प्रति भाजपा का रवैया भेदभाव वाला रहता है।

सांसद की सक्रियता शून्य, क्षेत्र के लोगों को पहचानते तक नहीं

 जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नीलू चन्द्रवंशी ने राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पाण्डेय द्वारा कहीं गई बातों का भी जवाब दिया है। 25 अक्टूबर को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर के अभूतपूर्व स्वागत को लेकर सांसद पाण्डेय ने कहां था कि भीड़ बाहरी थी। नीलू चन्द्रवंशी ने कहां कि अब तक सांसद की सक्रियता शून्य रही है। इस कारण सांसद पाण्डेय अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को जानते तक नहीं है। क्षेत्र के लोग भी सांसद से कोई आपेक्षा इसलिए नहीं रखते है कि सांसद का अपनी जिम्मेदारी से कोई लेना-देना नहीं है। मंत्री मोहम्मद अकबर के आगमन पर भीड़ स्वस्फुर्त उमड़ पड़ी थी। स्वागत के लिए भीड़ 400 से ज्यादा चार पहिया वाहनों में आई थी, इन वाहनों के नम्बर से यह स्पष्ठ हो जाता है कि पूरी भीड़ कवर्धा व कबीरधाम जिले की थी। सांसद पाण्डेय को यह सब नजर नहीं आता क्योंकि वे रचनात्मक कार्यों के बजाय विवाद पैदा करने वाले विषयों में उलझे रहते है।

* जिले में 11 अगस्त से लगातार जीरो कोविड केस , जबकि प्रतिदिन औसतन लगभग 2000 लोगों का हो रहा कोविड टेस्ट।
* पड़ोसी जिलों के कोविड प्रकरणों को देखते हुए सतर्कता जरूरी

दुखहरण सिंह ठाकुर की रिपोर्ट
कवर्धा / शौर्यपथ / कबीरधाम जिला कोविड कंट्रोल के मामले में संतोषप्रद स्थिति में है। कोविड की पहली व दूसरी लहर से सफलता पूर्वक निपटने के बाद अब यहां तीसरे लहर से निपटने के लिए तैयारियां कर ली गई हैं। वर्तमान हालातों की यदि बात करें तो कबीरधाम छतीसगढ़ का एकमात्र ऐसा जिला है जहां 11 अगस्त के बाद से आज दिनांक तक एक भी कोविड के मरीज नही हैं। छतीसगढ़ ही नही मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र आदि पड़ोसी राज्यों में भी ऐसा एक भी जिला नही है, जहां इतने लंबे समय तक कोविड केस जीरो रहा हो।
        कोविड के घोर परेशानियों भरे हालातों के बीच कबीरधाम जिला आशा की एक किरण बनकर सामने आया है। सुखद यह है यहां प्रतिदिन औसतन लगभग 2000 लोगों का कोविड टेस्ट हो रहा है और पॉजिटिव केस जीरो है। यहां एक्टिव कोविड मरीजों की संख्या भी जीरो है।
              मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शैलेन्द्र कुमार मण्डल ने इस सम्बंध में जानकारी दी कि जिले में कोविड जांच अधिक कर कोविड संक्रमण का जल्द पता लगाकर संक्रमितों व उनके सम्पर्क में आने वालों को आइसोलेट करके उपचारित किया गया।
         उन्होंने बताया कि इसके अलावा जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा द्वारा होम आइसोलेशन वालों के लिए वृहद कंट्रोल रूम बनाकर मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य सम्बन्धी परामर्श की सम्पूर्ण व्यवस्था करवाई गई। दिन में दो बार दवा खाने से लेकर, दिनचर्या व सेहत की तमाम काउंसलिंग शिक्षकों व चिकित्सकीय टीम द्वारा की गई। कोविड अस्पताल के भर्ती मरीजों के परिजनों तक सूचना देने के लिए भी अलग से टीम बनाई गई जिनका कार्य फोन पर मरीजों के सेहत की जनकारी उनके परिजनों को देना था। कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों को योगा व मनोरंजन की व्यवस्था कर स्वास्थ्य लाभ दिया गया।
            इसी प्रकार जिले में कोविड काल में औसतन 3000 से 3500 तक प्रतिदिन कोविड टेस्ट किया गया। जांच बढाकर संदिग्ध व संक्रमित लोगों का जल्द से जल्द पता लगाया गया व इन्हें उपचारित किया गया।
    उल्लेखनीय है कि जिले में अब तक कुल 585342 लोगों का कोविड जांच किया जा चुका है, इनमें से 22667 कोविड संक्रमित मिले और 22384 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।

  कलेक्टर के निर्देश पर घर- घर सर्वे कर दी जा रही है दवा
जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने कोविड नियंत्रण के लिए मितानिनों व जमीनी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर सर्वे कर कोविड सम्बन्धी लक्षण वाले, भीड़ वाले स्थलों पर बार-बार जाने वाले व कोविड मरीज के सम्पर्क में आने वाले लोगों को चिन्हांकित कर दवा खिलाने का निर्देश दिया, जिसके परिपालन में  लगभग 50, 000 लोगों को मुफ्त दवाओं का वितरण किया जा चुका है गया। डॉ मण्डल ने बताया कि यह सर्वे लगातार जारी है।
     
 कोविड टीकाकरण का लक्ष्य पूर्ण करने का प्रयास
           जिला पंचायत सी ई ओ विजय दयाराम के. के नेतृत्व में जिले में कोविड टीकाकरण का लक्ष्य पूर्ण करने का भरपूर प्रयास जारी है और अब तक जिले में लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 65 प्रतिशत लोगों का कोविड टीकाकरण किया जा चुका है। इसके लिए लोगों में जागरूकता आई है और जिले अनेक गांव 100 प्रतिशत टीकाकृत किये जा चुके हैं।
     जिले के बाहर से आने पर कराएं कोविड जांच
जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने कहा कि जिले में कोविड कंट्रोल के लिए जनसहयोग ही एक बहुत बड़ी वजह है। उन्होंने
बाहर जिलों व राज्यों से आने वाले लोगों को कोविड टेस्ट कराने के लिए अपील करते हुए कहा कि कबीरधाम को हम कोविड से मुक्त रख सकते हैं यदि त्वरित रूप से जांच कराए जाएं। लक्षण आने पर या जिले के बाहर से आने पर यदि कोविड जांच कराया जाता है तो बाहर से आने वाले संक्रमण को रोका जा सकता है। इसके अलावा कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए कोविड टीकाकरण का दोनों डोज अवश्य लगवाएं।
 

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