September 08, 2025
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

रायपुर /शौर्यपथ/

मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल से आज शाम विधायक संजारी-बालोद  संगीता सिन्हा के नेतृत्व में आए राज मानस संघ, धमतरी के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाक़ात की और राम वन गमन पर्यटन परिपथ, कौशल्या माता मंदिर सौंदर्यीकरण कार्य और चंदखुरी महोत्सव के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। प्रतिनिधिमंडल ने शॉल, श्रीफल और रामचरितमानस की प्रति भेंट कर मुख्यमंत्री  बघेल का सम्मान किया। राज मानस संघ के अध्यक्ष  अर्जुन पुरि गोस्वामी ने मुख्यमंत्री को बताया कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ में प्रभु श्री राम से जुड़ी धरोहर को सहेजने का कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में रामचरितमानस गायन और श्रवण की परंपरा है। माता कौशल्या की नगरी चंदखुरी में आयोजित महोत्सव में प्रदेश भर की मानस मंडलियों ने अपनी प्रस्तुति दी। इस आयोजन से प्रदेश की मांस मंडलियों को प्रोत्साहन मिला।इस अवसर पर सर्वश्री खूबलाल साहू, सियाराम साहू, पुराणिक राम साहू, डॉ जे एल देवांगन, एस आर गजेंद्र सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

रायपुर /शौर्यपथ/


मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने आज शाम राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद सरोवर बूढ़ातालाब स्थित बेहद आकर्षक और रोशनी से जगमगाते छत्तीसगढ़ लोक माटी शिल्प परिसर पहुंचे और वहां ‘छत्तीसगढ़ लोक कला शिल्प संसार‘ विक्रय सह-प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने परिसर में छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना तथा आजीविका मिशन के तहत महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉल में गोबर तथा माटी के दीया सहित दीवाली की अन्य पूजन सामग्री खरीद कर उन्हें प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस दौरान लोगों से अपील भी की कि स्थानीय विक्रेताओं और कुम्हारों से ही दीया खरीदे और सदियों से परंपरागत विधियों और भरपूर उत्साह के साथ मनाते आ रहे दीवाली त्यौहार की सार्थकता को साकार करें।

मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने इस अवसर पर दीपदान महोत्सव के तहत एक लाख दीये के निःशुल्क वितरण के पुनीत कार्य की शुरूआत भी की। उन्होंने छत्तीसगढ़ लोक कला शिल्प संसार में भ्रमण के दौरान महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाओं से बातचीत की और उनसे गोबर से बने दीये आदि पूजन सामग्रियों की खरीददारी भी की। परिसर में छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना तथा आजीविका मिशन के तहत महिला समूहों द्वारा छह स्टॉल लगाए गए है। उल्लेखनीय है कि समूह की ये महिलाएं न केवल मिट्टी और गोबर से बने आकर्षक दीये, मूर्तियां और पूजन सामग्रियां बना रही हैं, बल्कि वे विभिन्न प्रकार के साबुन, बेकरी, कुकीज, आचार जैसी दर्जनों अन्य सामग्री भी बना रही हैं। इन सामग्रियों को बनाने में गोधन न्याय योजना भी बेहद सार्थक साबित हो रही है।

बेहद आकर्षित और रोशनी से जगमगाते परिसर का पैदल भ्रमण करने के उपरांत मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नागरिकों से अपील की कि हमारे यहां दीपावली के अवसर पर पारंपरिक रूप से मिट्टी के दीये बनाने की गौरवमयी परंपरा रही है। मेहनतकश लोग पारंपरिक के साथ आधुनिक तरीके से भी अब मिट्टी और गोबर के दीये और पूजन सामग्री बना रहे हैं। नागरिक इनसे खरीददारी करें और ऐसी गौरवमयी परंपराओं को निरंतर बढ़ावा दें। जिससे हमारे परंपरागत व्यवसाय से जुड़े लोगों को रोजगार के अच्छे अवसर मिलते रहे और उनकी आमदनी अच्छी हो। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों के साथ परिसर में आकाशदीप को आसमान में उड़ाया और दीपावली के लिए पूरे प्रदेश की जनता को अपनी शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, रायपुर महापौर  एजाज ढेबर, संसदीय सचिव द्वय  विकास उपाध्याय एवं  चन्द्रदेव राय, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष  कुलदीप जुनेजा, विधायक  अनीता योगेन्द्र शर्मा, विधायक  संगीता सिन्हा, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष  गिरीश देवांगन, सभापति नगर पालिक निगम  प्रमोद दूबे सहित नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

रायपुर /शौर्यपथ/

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से राजभवन में समाजसेवी एवं मनोहर गौशाला खैरागढ़ के मैनेजिंग ट्रस्टी  पदम डाकलिया ने भेंट कर उन्हें अपने गौशाला की गतिविधियों के संबंध में जानकारी दी। सुश्री उइके ने निःस्वार्थ भाव से गौसेवा करने के लिए बधाई दी और कहा कि गौमाता की सेवा सबसे बड़ी सेवा मानी जाती है।  डाकलिया ने बताया कि उनकी गौशाला में रह रहीं कामधेनु गाय को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में सबसे लंबी पूंछ वाली गाय का सम्मान मिला है। उन्होंने बताया कि उनकी गौशाला से गौमुत्र के अर्क का निःशुल्क वितरण किया जाता है। इसके अलावा दीवाली के लिए गोबर के दीये निःशुल्क वितरित किए जा रहे है। उनकी गौशाला में गोबर की माला और खाद बनाने का काम भी होता है। इस अवसर पर  प्रवीण पारख और सुश्री तुषी जैन भी उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने 31 अक्टूबर को देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री स्वर्गीय सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए कहा है कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में उनकी अग्रणी भूमिका थी। देश के एकीकरण और अखण्ड भारत के निर्माण में उन्होंने अविस्मरणीय योगदान दिया। स्वतंत्र भारत के निर्माण में उनकी भूमिका को कभी नहीं भुलाया जा सकता।

रायपुर /शौर्यपथ /

मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल एक नवम्बर को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य के किसान भाईयों के खाते में 1500 करोड़ रूपए की राशि जारी करेंगे। यह राशि राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किश्त के रूप में दी जाएगी। दीवाली पर्व के ठीक पहले राज्य के 21 लाख किसानों को 1500 करोड़ रूपए मिलने से उनकी दीवाली की खुशियां दोगुनी हो जाएंगी। एक नवम्बर को कृषकों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत तीसरी किश्त की राशि जारी करने की सभी तैयारियां पूरी हो गई है। इसको मिलाकर राज्य के कृषकों को कुल 4548 करोड़ रूपए की राशि मिल जाएगी।

यहां यह उल्लेखनीय है कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत राज्य में फसल उत्पादकता एवं फसल विविधिकरण को बढ़ावा देने के लिए आदान सहायता राशि दिए जाने का प्रावधान खरीफ वर्ष 2019 से लागू किया गया है। वर्ष 2019 में धान एवं गन्ना के उत्पाद 19 लाख किसानों को 5702 करोड़ 13 लाख रूपए की राशि जारी की गई थी। वर्ष 2020 में धान एवं गन्ना के उत्पादक कृषकों को योजना के तहत चार किश्तों में आदान सहायता राशि प्रदान की जा रही है। धान एवं गन्ना उत्पादक कृषकों को प्रथम किश्त की राशि 1525 करोड़ 97 लाख रूपए का भुगतान 21 मई 2021 को तथा द्वितीय किश्त की राशि 1522 करोड़ 03 लाख रूपए का भुगतान 20 अगस्त 2021 को किया जा चुका है। तीसरी किश्त के रूप में धान उत्पादक कृषकों को 1500 करोड़ रूपए का भुगतान एक नवम्बर 2021 को किया जाएगा।

राजीव गांधी किसान न्याय योजना के जरिए राज्य के किसानों को दी जा रही आदान सहायता के चलते खेती किसानी समृद्ध हुई है। राज्य में खेती-किसानी का रकबा और किसानों की संख्या में वृद्धि हुई है। खेती छोड़ चुके लोगों का भी रूझान खेती की ओर बढ़ा है। इसकों देखते हुए राज्य सरकार द्वारा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के दायरे का विस्तार किया गया है। अब इस योजना में खरीफ की समस्त फसलों के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों को भी शामिल किया गया हैं। खरीफ फसलों और उद्यानिकी फसलों के उत्पादक कृषकों को भी अब आदान सहायता राशि प्रदान की जाएगी। धान के बदले अन्य फसलों की खेती करने वाले किसानों को प्रति एकड़ के मान से 10 हजार रूपए की आदान सहायता तथा वृक्षारोपण करने वाले किसानों को आगामी तीन वर्ष तक प्रति एकड़ के मान से 10 हजार रूपए देने का प्रावधान किया गया है।

रायपुर /शौर्यपथ/

मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने 31 अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री  इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि के अवसर पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री  बघेल ने  इंदिरा गांधी के भारत के विकास में दिए अतुल्य योगदान को याद करते हुए कहा है कि  गांधी ने दूर-दृष्टि और पक्के इरादे के साथ देश को नई दिशा प्रदान की। चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में देश का कुशलतापूर्वक नेतृत्व करते हुए अंतर्राष्ट्रीय पटल पर भारत को प्रतिष्ठापूर्ण स्थान दिलाया। उनके हरित क्रांति कार्यक्रम की सफलता ने देश को खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया।  इंदिरा गांधी ने आजीवन गरीबों और समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए प्रयास किया और देश की एकता और अखण्डता की रक्षा के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया।

 बघेल ने कहा कि  गांधी बचपन से ही देश के स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रहीं। उन्होंने बाल चरखा संघ की स्थापना की और असहयोग आंदोलन के दौरान बच्चों की वानर सेना बनायी। प्रधानमंत्री के रुप में उन्होंने बैंकों के राष्ट्रीयकरण, राजाओं के प्रिवीपर्स की समाप्ति जैसे कठोर निर्णय लिए। बांग्लादेश का उदय, भारत का परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र बनना उनकी प्रमुख उपलब्धियां थी। उनके कार्यकाल में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की स्थापना हुई और प्रथम उपग्रह आर्यभट्ट अंतरिक्ष में छोड़ा गया। भारत के नवनिर्माण में  इंदिरा गांधी का योगदान भुलाया नहीं जा सकता।

रायपुर / शौर्यपथ/

  मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने आज रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के रंगा-रंग समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि - आदिवासी संस्कृति, आदि दर्शन है। इसको आत्मसात करना होगा। इसको साथ लेकर आगे बढ़ना होगा। इसके बिना हमारा अस्तित्व पूरा नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया है, परन्तु यह आयोजन आप सबके प्यार और सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप ले लिया है। गीत-संगीत, नृत्य, वाद्य और वादन के जरिए एक नया समाज आकार लेता दिखाई पड़ रहा है। यह वह समाज है जो हाशिए पर रहा है। मुख्यमंत्री ने इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के सफल आयोजन के लिए प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से भागीदार रहे सभी लोगों का धन्यवाद और आभार जताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व केन्द्रीय मंत्री  भक्त चरणदास ने की।

मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने इस अवसर पर राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत किसानों के पंजीयन की तिथि को 31 अक्टूबर से बढ़ाकर 10 नवम्बर किए जाने तथा राज्य में एक दिसम्बर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस आयोजन के जरिए हम सबने जनजातीय समाज की विविधता के दर्शन किए और साथ ही यह भी देखा और महसूस किया कि इनकी विविधता में भी कितनी समानता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इनकी कलाओं में एकरूपता है, क्योंकि यह प्रकृति से प्रेरणा लेते हैं। चाहे छत्तीसगढ़ का आदिवासी हो, या देश दुनिया के किसी कोने का, हमने यह देखा कि फसल कटाई और विवाह के अवसर पर यह उत्सव मनाते हैं और नृत्य करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन के जरिए हमने सबको जोड़ने की कोशिश की है। लोगों को छत्तीसगढ़ आमंत्रित किया है कि वह छत्तीसगढ़ की समृद्ध कला, पुरातन और समृद्ध संस्कृति, यहां के नैसर्गिक सौन्दर्य और परंपरा के बारे में जाने और उसे समझें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले छत्तीसगढ़ की पहचान नक्सलगढ़ के रूप में थी, जो अब सुख-शांति के गढ़ के रूप में दिखाई दे रही है। इसका कोई जोड़ नहीं है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति को एक नई पहचान देने की कोशिश हुई है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर ‘पाड़ामुंतोम बस्तर’, ‘ऐतिहासिक जीत को सलाम’, राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2019 पर ‘कॉफी-टेबल बुक’ और ‘हमर संस्कृति, हमर तिहार’ पुस्तकों का विमोचन किया।

मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के तहत विवाह संस्कार एवं अन्य पारंपरिक त्यौहार श्रेणी में आयोजित नृत्य प्रतियोगिता के विजेता नर्तक दलों को पुरस्कार राशि एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। विवाह संस्कार श्रेणी में प्रथम पुरस्कार झारखण्ड के करसा नर्तक दल को, द्वितीय पुरस्कार ओड़िशा के धप नर्तक दल को तथा तृतीय पुरस्कार असम के कारबी तिवा नर्तक दल को मिला। इसी तरह अन्य पारंपरिक त्यौहार में भी झारखण्ड के छाऊ नृत्य दल ने प्रथम, ओडिशा के बाजसल नर्तक को द्वितीय तथा छत्तीसगढ़ के गौरसिंग नर्तक दल तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले नर्तक दलों को क्रमशः 5 लाख, 3 लाख और 2 लाख रूपए की पुरस्कार राशि एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के तहत आयोजित प्रतियोगिता के जूरी के सदस्यों को भी सम्मानित किया।

समारोह में पूर्व केन्द्रीय मंत्री  भक्त चरणदास ने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर राज्य है। यहां के लोग सहज, सरल और मेहनतकश हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश और दुनिया में अपने प्राकृतिक संसाधनों एवं मानव संसाधनों की बदौलत महत्वपूर्ण है। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य में जन-जन के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास और यहां के लोगों की खुशहाली के लिए असंभव कार्यों को भी सरकार ने संभव कर दिखाया है। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति और आदिवासी जनजीवन को सहेजने और संवारने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना की।

कार्यक्रम को संस्कृति मंत्री  अमरजीत भगत ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के आयोजन और इसकी सफलता का पूरा श्रेय मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल को समर्पित करते हुए कहा कि आप छत्तीसगढ़ का मान, अभिमान और स्वभिमान है। उन्होंने कहा कि कला का उद्देश्य पूर्णता की तलाश है। इस आयोजन में देश-विदेश से भाग लेने आए कलाकारों ने अपनी प्रकृति के माध्यम से प्रेम, सद्भावना और भाईचारे का संदेश दिया है। उन्होंने सभी कलाकारों का आभार जताया। कार्यक्रम के प्रारंभ में नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने स्वागत भाषण दिया।

इस अवसर पर गृह मंत्री  ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री  रविन्द्र चौबे, वन मंत्री  मोहम्मद अकबर, आदिमजाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, उद्योग मंत्री  कवासी लखमा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल, लोकसभा सांसद श्री दीपक बैज, राज्यसभा सांसद  फूलो देवी नेताम और  छाया वर्मा, युगाण्डा की हेड ऑफ मिशन मिस ग्रेस अकेलो और नाईजीरिया के इकॉनामिक ट्रेड एवं इंवेस्टमेंट मिनिस्टर युसुफ सदाउके कबीरो, संसदीय सचिवगण और विधायकगण, मुख्य सचिव  अमिताभ जैन सहित निगमों मण्डलों के अध्यक्ष एवं पदाधिकारी, अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

दुर्ग / शौर्यपथ / राज्योत्सव के अवसर पर गंज मंडी में 1 नवंबर को होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रदेश की संस्कृति की सुंदर झलक देखने को मिलेगी। इसके साथ ही मनोरंजक कार्यक्रमों के रंग भी यहां बिखरेंगे। इसके लिए सांस्कृतिक समूहों का चयन किया गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए संयुक्त कलेक्टर प्रवीण वर्मा ने बताया कि राज्योत्सव के लिए सांस्कृतिक दलों को स्लॉट दिए गए हैं। इस मौके पर नृत्य और संगीत के आयोजन होंगे जिससे लोगों का भरपूर मनोरंजन होगा। श्री वर्मा ने बताया कि इसके लिए सांस्कृतिक दलों को चिन्हांकित किया गया है तथा उन्हें स्लॉट वितरित कर दिए गए हैं । राज्योत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा देर शाम तक बिखरती रहेगी। श्री वर्मा ने बताया कि सांस्कृतिक आयोजनों को इस तरह से चिन्हांकित किया गया है ताकि संपूर्ण छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक इसमें मिल सके। यहां पंथी नृत्य से लेकर तमाम तरह के आयोजन होंगे और यह देखने वालों के लिए खास तरह का अनुभव होगा। इसके अलावा लोगों की रुचि के अनुकूल अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा।
इसके साथ ही स्व-सहायता समूह के फूड स्टॉल्स भी यहां लगाए गए हैं इसके अलावा विभिन्न विभागों के विकास कार्यों की झांकी भी इस मौके पर दिखाई गई है। इन विभागीय स्टालों में शासकीय योजनाओं से संबंधित बहुत सारी जानकारियां हितग्राहियों को मिल सकती हैं। साथ ही स्टॉल्स में इनके अधिकारी भी मौजूद रहेंगे जो हितग्राहियों को इन अवसरों का लाभ उठाने के संबंध में विशेष जानकारी देंगे। उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम के लिए पार्किंग की विशेष व्यवस्था की गई है। लोगों को तकलीफ ना हो इसके लिए थ्री लेयर पार्किंग की गई है ताकि ट्रैफिक के संबंध में किसी तरीके की दिक्कत ना हो।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं अपर कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना ने राज्योत्सव स्थल का निरीक्षण भी किया तथा यहां जरूरी तैयारियों के संबंध में निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। कलेक्टर ने सांस्कृतिक दलों के लिए ग्रीन रूम बनाने के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही आम जनता की जरूरी सुविधाओं का भी ध्यान रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव की पहल से सेक्टर 7 मार्केट के पास एक भव्य सर्वसुविधायुक्त मिनी स्टेडियम का निर्माण जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा। यह मिनी स्टेडियम के लिए भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव की पहल है और उनके अथक प्रयासों से क्षेत्र के खिलाडिय़ों के हित और विकास के लिए जा रहा है।
   विधायक देवेंद्र यादव मिनी स्टेडियम बनाने का फैसला लेने के साथ ही सभी जरूरी कागजी कार्रवाही पूरी कर लिए है। क्षेत्र के खिलाडिय़ों की मांग को विधायक भिलाई नगर देवेंद्र यादव ने गंभीरता से लेते हुए। तत्काल प्रस्ताव बनवाकर शासन को भेजा और शासन से स्वीकृति लेकर स्टेडियम निर्माण की शुरुआत करने का निर्देश नगर निगम भिलाई के अधिकारियों को दिए हैं।
विधायक श्री देवेंद्र यादव ने अधिकारियों से कहा है कि जल्द से जल्द स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू किया जाए। इसके लिए जो भी टेंडर प्रक्रिया है उसे पूरी की जाए। ताकि भिलाई सहित दुर्ग के खिलाडिय़ों को भी इस स्टेडियम में अपने खेल का अभ्यास करने के लिए पर्याप्त अवसर पर सुविधाएं मिल सकेंगा। हमारे दुर्ग-भिलाई के खिलाड़ी जिले सहित देश और विदेश में भिलाई दुर्ग का नाम रोशन कर सकें इसके लिए उनके बेहरत खेल प्रशक्षिण के लिए इंडोर स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है।
भिलाई नगर निगम के जोन 5 के अधिकारियों ने बताया कि 160 वर्ग मीटर में मिनी स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। करीब 38 लाख की लागत से विकास कार्य होगा। जो नेशनल और इंटरनेशनल स्टेडियम के समकक्ष होगा। जहां लड़के और लड़कियों के लिए सभी प्रकार की सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। यह मिनी स्टेडियम पूरी तरह से वुडन का होगा और खास बात यह भी है कि इस मिनी स्टेडियम में स्ट्रोटर्फ भी लगाया जाएगा। इसके अलावा यहां खिलाडिय़ों के लिए वाटर कूलर और लड़के लड़कियों के लिए अलग.अलग शौचालय की व्यवस्था भी बनाई जाएगी। मिनी स्टेडियम के लिए शासन ने नगर निगम भिलाई को स्वीकृति दे दी है जल्द ही सेक्टर 7 मार्केट में इस स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। जिसकी तैयारी भिलाई नगर निगम जोन 5 के अधिकारियों ने शुरू कर दी है।
जल्द होगा निर्माण, सबको मिलेगा लाभ
विधायक देवेन्द्र यादव ने कहा कि सेक्टर 7 में इस स्टेडियम के बनने से भिलाई और दुर्ग दोनों शहर के खिलाडिय़ों को लाभ मिलेगा। यहां खुर्सीपार छावनी सहित दुर्ग के खिलाडिय़ों के सेंटर है। खेल में अपना करियर बनाने का लक्ष्य लेकर अभ्यास करने वाले खिलाड़ी प्रशिक्षण लेने आ सकेंगे। क्षेत्र के खिलाडिय़ों के भविष्य और उनको बेहतर सुविधा मुहैया कराने के प्रयास में यह स्टेडियम बनाया जाएगा। जहां सभी जरूरी खेल सुविधा मिलेगी। इसके अलावा सभी को फ्री में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए कोच भी होंगे।

भिलाई / शौर्यपथ /  भिलाई इस्पात संयंत्र के एसएमएस-3 विभाग में शिरोमणि पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य महाप्रबंधक के भट्टाचार्जी के कर कमलों द्वारा पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में महाप्रबंधक प्रभारी, प्रकाश भंगाले, महाप्रबंधक, एस के अग्रवाल एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में राजेश बहल सुजीत कुमार डे, एस मोहन, राजेन्द्र प्रसाद लोहरा, सुरेश कुमार व राजन को कर्म शिरोमणि पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।  श्वेत कुमार मिश्रा व  अरुण कुमार भगत को पाली शिरोमणि पुरस्कार प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का संचालन सुश्री शालिनी चौरसिया, सहायक प्रबंधक कार्मिक व अतिरिक्त श्रम कल्याण अधिकारी श्री चैत राम साहू द्वारा किया गया।

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