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राजभवन में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया 6 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेश का स्थापना दिवस
रायपुर /शौर्यपथ /राज्यपाल श्री डेका ने इस अवसर पर सभी राज्यों की विशेषताओं को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश, भारत के सबसे बड़े राज्यों में से एक है। यह भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण की जन्मभूमि है। यह हिन्दुओं की प्राचीन सभ्यता का उद्गम स्थल है। भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ में दिया और बौद्ध धर्म की नींव रखी। अभी प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है। यह विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है। महाकुंभ के दौरान करोड़ों श्रद्धालु, साधु-संत और विद्वान एकत्रित होते हैं। यह आयोजन वेदों और पुराणों में वर्णित पवित्रता और मोक्ष का प्रतीक है। उत्तरप्रदेश, की सांस्कृतिक धरोहर, इस राज्य को एक सशक्त राज्य बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देती है। महाकुंभ जैसे आयोजनों की सफलता यह दर्शाती है कि उत्तरप्रदेश न केवल भारत की आस्था का केंद्र है बल्कि विश्व के मानचित्र पर अपनी अलग पहचान बना रहा है।
आंध्रप्रदेश ने कृषि, उद्योग, सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यटन और शैक्षणिक क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। आंध्रप्रदेश की लगभग 60 प्रतिशत आबादी कृषि और संबंधित गतिविधियों में लगी हुई है। आंध्रप्रदेश, घरेलू पर्यटकों के बीच एक लोकप्रिय गंतव्य है। विशेष रूप से तिरूपति बालाजी मंदिर, हिंदू पौराणिक कथाओं के सबसे महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है।
राज्यपाल ने कहा कि केरल अपनी शैक्षणिक उन्नति, स्वास्थ्य सेवाओं, साहित्य, कला, सांस्कृतिक विरासत और सुंदर समुद्री तटों के लिए पूरे विश्व में एक मिसाल बन चुका है। साक्षरता दर, स्वास्थ्य सूचकांक और लैंगिक समानता में केरल पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। प्राचीन काल में हमारी कई सभ्यताएं मातृप्रधान रही है। लेकिन वर्तमान में मेघालय एक ऐसा राज्य है जहां की मुख्य जनजातियां मातृवंशीय प्रणाली का अनुसरण करती है और यहां विरासत तथा वंश महिलाओं से चलता है। मेघालय के ग्रामीण जीवन में पर्वतीय जीवन शैली के दर्शन होते हैं। पर्यटन की दृष्टि से यह राज्य महत्वपूर्ण है। यहां विश्व में सबसे अधिक वर्षा वाला क्षेत्र मौसिनराम है।
उन्होंने कहा कि मणिपुर शाब्दिक अर्थाे में आभूषणों की भूमि है। यहां के लोग संगीत तथा कला में बड़े प्रवीण होने के साथ-साथ सृजनशील होते हैं जो उनकी हथकरघा, दस्तकारी के उत्पादों में झलकती है। मणिपुर देश का आर्किड टोकरी है, यहां आर्किड पुष्प की 500 प्रजातियाँ पाई जाती है। प्राकृतिक छटा से भरपूर यह राज्य पर्यटकों के लिए स्वर्ग हैं। राज्यपाल ने कहा कि त्रिपुरा का उल्लेख महाभारत, पुराणों तथा अशोक के शिलालेख में मिलता है। इस राज्य की अपनी अनोखी जनजातीय संस्कृति है। देवी त्रिपुर सुंदरी का प्रसिद्ध शक्तिपीठ भक्तो की आस्था का केंद्र है। दादरा एवं नगर हवेली तथा दमन दीव इन दो केंद्र शासित प्रदेशों के विलय के बाद यहां विकास की नई संभावनाएं खुली हैं। राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि युवाओं को अपने प्रदेशों की सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित एवं संरक्षित करना चाहिए और उस पर गर्व करना चाहिए।
कार्यक्रम में आंघ्र प्रदेश राज्य के प्रतिनिधि श्री जी स्वामी, केरल के प्रतिनिधि श्री विनोद पिल्ले, उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधि श्री प्रतीक पाण्डेय, त्रिपुरा की प्रतिनिधि सुश्री संगीता ने राज्यपाल को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। राज्यपाल द्वारा भी इन को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
कार्यक्रम में पद्मश्री से पुरूस्कृत द्वय श्रीमती उषा बारले ने पंडवानी गायन की और श्री मदन चौहान ने सूफी गायन की शानदार प्रस्तुति दी। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ सी.आर. प्रसन्ना, संयुक्त सचिव श्रीमती हिना नेताम, इन सभी राज्यों के छत्तीसगढ़ में निवासरत युवा, महिलाएं एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
दुर्ग। शौर्यपथ। राजनीति में पाल-पाल स्थितियां बदलती रहती है कब किसका पलड़ा भारी हो और कब कौन कमजोर हो यह कहना सुनिश्चित नहीं होता वर्तमान हालात में वार्ड नंबर 37 का आकलन अगर किया जाए तो शिवनायक क्षेत्र की जनता की पहली पसंद के रूप में उभर कर सामने आ रहे हैं .28 जनवरी को नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है नाम आपसी की तारीख 31 जनवरी है 11 फरवरी को मतदान होना है ऐसे में पार्षद प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार करने के लिए मंत्र 11 दिन का समय शेष बचेगा इन 11 दिनों में प्रत्याशियों को अपने वार्ड की जनता के सामने जाकर अपनी उपलब्धियां एवं विकास के कार्यों का उल्लेख करना होगा वही प्रतिद्वंदी प्रत्याशी के वादों पर भी सवालिया निशान खड़े करने होंगे लोकप्रियता और वार्ड वासियों से जुड़ाव पार्षद चुनाव में एक हम हिस्सा होता है ऐसे में अगर नगर पालिका निगम दुर्ग के वार्ड नंबर 37 की बात करें तो वार्ड नंबर 37 में पूर्व पार्षद श्रद्धा सोनी कांग्रेस के तरफ से चुनावी मैदान में है और भारतीय जनता पार्टी की तरफ से शिवनायक चुनावी मैदान में उतारकर श्रद्धा सोनी को कड़ा मुकाबला दे रहे हैं शिवनायक जिस तरह से चुनाव प्रचार कर रहे हैं और समर्थकों का उन्हें भरपूर साथ मिलना है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जाता है जा सकता है कि वार्ड के वीडियो के अनुसार शिवनायक को अगर भारतीय जनता पार्टी अपना प्रत्याशी घोषित नहीं भी करती तो भी शिव नायक को वार्ड वासी निर्दलीय चुनावी मैदान में उतार कर जीत दिलाते ऐसे में जब विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी का साथ और मजबूत एवं योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने के मामले में आगे रहने वाले संगठन का साथ शिवनायक को मिल रहा है तो यह उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले 11 फरवरी को शिव नायक अपने वार्ड से जीत का खाता खोलकर भारतीय जनता पार्टी की झोली में समर्पित कर देंगे वार्ड में शिव नायक युवा वर्ग की पहली पसंद है वही 5 साल पहले शिवनायक वार्ड पार्षद थे और उनका कार्यकाल वार्ड में बेहतरीन रहा किंतु आरक्षण के चलते पिछले चुनाव में शिव नायक चुनावी मैदान से हट गए थे और वार्ड नंबर 37 में कांग्रेस का कब्जा हो गया था किंतु एक बार फिर जब देश और प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन चुकी है ऐसे में अब आम जनता और युवा वर्ग का झुकाव भाजपा की तरफ ज्यादा जाता हुआ नजर आ रहा है ऐसे में वार्ड नंबर 37 से शिवनायक जीत के प्रबल दावेदार के रूप में सामने नजर आ रहे हैं आखिरी फैसला 15 फरवरी को सभी के सामने आ जाएगा की जनता किसके तरफ जाती है।
घायलों के तत्काल उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए निर्देश
किसी की हताहत होने की खबर नहीं, सभी यात्री को निकाला गया सुरक्षित
मुंगेली/शौर्यपथ / मुंगेली थाना क्षेत्र अंतर्गत आज दोपहर लगभग 01.30 बजे मुंगेली से बिलासपुर जाने वाली यात्री बस करही के समीप डिवाइडर से टकराकर पलट गई। दुर्घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर श्री राहुल देव और पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक अमले की तत्परता से बस में सवार व्यक्तियों को बाहर निकाला गया। गंभीर रूप से घायलों को जिला चिकित्सालय भेजा गया, जबकि मामूली रूप से घायल व्यक्तियों को घटना स्थल पर ही प्राथमिक उपचार के बाद उनके घर भेजा गया। इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, हालांकि कुछ लोगों को गंभीर चोटें आई हैं।
कलेक्टर और एसपी ने मौके पर घायलों से बातचीत की, उनका हाल-चाल जाना और उनके समुचित उपचार के लिए चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को बस को हटवाकर ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम बनाने और दुर्घटना के कारणों की जांच करने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन ने मौके पर क्रेन बुलाकर बस को उठवाया और सड़क के किनारे सुरक्षित स्थान पर रखा, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था सामान्य हो सकी। यह यात्री बस नियमित रूप से मुंगेली से बिलासपुर के बीच संचालित होती है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बाइक सवार को बचाने के प्रयास में यह हादसा हुआ। राहत कार्य समय पर पूरा किया गया, जिससे स्थिति नियंत्रण में रही। घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई। प्रशासन ने अपनी तत्परता से राहत कार्यों को सुचारु रूप से संपन्न किया।
संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर इस कार्य को विशेष प्राथमिकता के साथ पूरा करने के दिए निर्देश
बालोद/शौर्यपथ /कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने लगातार तेजी से घटते भू-जल स्तर को देखते हुए जिले में जल संरक्षण एवं जल संचय हेतु समुचित उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जिससे कि जिलेवासियों को निकट भविष्य में पेयजल एवं निस्तारी हेतु पानी की प्रबंध की समस्या से जुझना न पडे़। श्री चन्द्रवाल आज संयुक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष मेें जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, कृषि एवं अन्य संबंधित विभाग की अधिकारियों की बैठक लेकर उक्ताशय के निर्देश दिए हैं। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे सहित संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक में श्री चन्द्रवाल ने संबंधित विभाग के अधिकारियों से विकासखण्डवार जल संचय एवं जल संरक्षण हेतु किए जा रहे उपायों की विस्तृत समीक्षा की। इसके अंतर्गत उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंध के तहत किए जा रहे तालाब निर्माण, चेकडेम निर्माण, पूर्व में निर्मित चेकडेम के जीर्णोद्धार के कार्य, स्टाॅप डेम निर्माण, कुआं निर्माण, सोकपिट आदि के निर्माण कार्य की विस्तृत समीक्षा की। श्री चन्द्रवाल ने पिछली बैठक में दिए गए निर्देशों के आधार पर जिले में जल संरक्षण के उपाय सुनिश्चित करने हेतु पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग एवं जल संसाधन विभाग के संयुक्त टीम के द्वारा जल संचय एवं जल संरक्षण के उपाय बनाए गए कार्य योजना के क्राॅस चेक के संबंध में जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी को बुधवार 29 जनवरी को बालोद एवं गुरूर विकासखंड में प्रस्तावित कार्य योजना की जाँच कर उन्हें इसका रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। बैठक में श्री चन्द्रवाल ने कृषि विभाग के अधिकारियों को जिले के किसानों को ग्रीष्मकालीन धान के बदले अन्य फसल के उत्पादन हेतु प्रेरित करने हेतु किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी ली।
नई दिल्ली/शौर्यपथ /केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को दिल्ली चुनाव के मद्देनजर कस्तूरबा नगर विधानसभा क्षेत्र में रोड शो किया. इस दौरान एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने कहा कि 10 साल में जनता सब जान गई है, इस बार दिल्ली में परिवर्तन होगा.
अमित शाह ने एनडीटीवी से कहा कि दिल्ली में इस बार निश्चित रूप से परिवर्तन होगा. झूठ की एक आयु होती है, लेकिन दिल्ली में इस झूठ ने काफी लंबा ही जी लिया. उन्होंने कहा कि 10 साल हो गए, जनता सब जान चुकी है और इस बार परिवर्तन करने जा रही है.
आम आदमी पार्टी के उनका वादा कॉपी किए जाने के आरोप पर गृह मंत्री ने कहा कि इसमें कॉपी का सवाल नहीं है. कुछ वादे कॉमन हो सकते हैं. हालांकि उन्होंने कोई भी वादा पूरा नहीं किया. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसे पूरा करेंगे.
गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली में हजारों करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है, जबकि ये अन्ना का नाम लेकर, भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई लड़कर, राजनीति में आए थे.
नई दिल्ली/शौर्यपथ /आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद और दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को सुप्रीम कोर्ट से 6 दिन की सशर्त कस्टडी पैरोल मिली है. ताहिर इस बार असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM से मुस्तफाबाद सीट से कैंडिडेट हैं. सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा, "ताहिर हुसैन को 29 जनवरी से 3 फरवरी तक दिन के समय (जेल मैनुअल के अनुसार 12 घंटे के लिए) चुनाव प्रचार के लिए रिहा किया जाएगा. रात में जेल लौटना होगा."
कोर्ट ने हुसैन को जेल वैन समेत सुरक्षा खर्च के तौर पर हर दिन 2.47 लाख रुपये देने को कहा. इस तरह उसे 6 दिन में 14.82 लाख रुपये देने होंगे. दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को वोटिंग है. 8 फरवरी को नतीजे आएंगे.
ASG ने दी ये दलील
एडिशिनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने पैरोल याचिका का विरोध किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली दंगों में ताहिर का रोल बेहद गंभीर था. अगर राहत मिली, तो हर कोई जेल से नॉमिनेशन फॉर्म भरेगा.
हाईकोर्ट ने 14 जनवरी को दी थी कस्टडी पैरोल
दिल्ली हाईकोर्ट ने 14 जनवरी को ताहिर हुसैन को पैरोल दी थी. कोर्ट ने हुसैन को ये पैरोल मुस्तफाबाद सीट से नामांकन भरने के लिए दी थी. हालांकि, अदालत ने चुनाव प्रचार के लिए उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी. जिसके बाद हुसैन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई. इसपर मंगलवार को जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस संजय करोल और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने सुनवाई की.
दिल्ली के दंगे में पिस्टल तानने वाले शाहरुख पठान को ओवैसी की पार्टी विधानसभा चुनाव में दे सकती है टिकट
कब से जेल में बंद हैं ताहिर?
ताहिर हुसैन दिल्ली दंगों के आरोप में 4 साल 9 महीने से जेल में बंद हैं. इससे पहले 22 जनवरी को ताहिर की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट की 2 जजों की बेंच में सहमति नहीं बन पाई थी.
दिल्ली में कब और क्यों हुए थे दंगे?
दिल्ली में 24 फरवरी 2020 को दंगे शुरू हुए थे. ये दंगे नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान शुरू हुए थे. नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में हुए इस दंगे में 53 लोगों की जान चली गई थी और 250 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. दिल्ली के जाफराबाद, सीलमपुर, भजनपुरा, ज्योति नगर, करावल नगर, खजूरी खास, गोकुलपुरी, दयालपुर और न्यू उस्मानपुर समेत 11 पुलिस स्टेशन के इलाकों में दंगाइयों ने जमकर उत्पात मचाया था. इस दंगे में कुल 520 लोगों पर FIR दर्ज की गईं थीं. 25 फरवरी को ही इन दंगों पर रोक लग गई थी.
कड़कड़डूमा कोर्ट में दायर हुई थी 2 चार्जशीट
दिल्ली दंगा मामले में क्राइम ब्रांच ने कड़कड़डूमा कोर्ट में 2 चार्जशीट दाखिल की थी. पहला केस चांद बाग हिंसा और दूसरा मामला जाफराबाद दंगे से जुड़ा था. चांद बाग हिंसा मामले में ताहिर हुसैन मास्टरमाइंड बताया गया था. जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई.
शौर्यपथ /क्या आप भी घूमने के शौकीन हैं और हर बार किसी नई जगह की तलाश में रहते हैं, तो हम यहां पर आपको भारत की 5 ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर आपको अपने जीवन में एक बार जरूर घूमकर आना चाहिए. जो लोग प्रकृति प्रेमी हैं उनके लिए तो ये जगहें किसी स्वर्ग से कम नहीं है, तो बिना देर किए आइए जानते हैं.
भारत की 5 जगहें जिसे जरूर घूमना चाहिए
1 - धरती का स्वर्ग कश्मीर
अपने जीवन में एकबार कश्मीर जरूर घूमकर आना चाहिए. इसे 'धरती का स्वर्ग' भी कहा जाता है. आप यहां पर गुलमर्ग,सोनमर्ग,श्रीनगर घूम सकते हैं. ये सारी जगहें बेहद खूबसूरत हैं.
क्या घूमें
डल झील
ट्यूलिप गार्डन
शालीमार बाग
शंकराचार्य मंदिर
निशात बाग
निगीन झील
घूमने का सही समय क्या है - 'कश्मीर' में घूमने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से अक्टूबर तक है.
2- लक्षद्वीप
लक्षद्वीप भी भारत की सबसे खूबसूरत जगह है. अगर आपको बीच पसंद है, तो ये जगह बेस्ट है. यह कपल्स के लिए बेस्ट हनीमून प्लेस हो सकता है.
क्या घूमें
बांगरम द्वीप
कावारत्ती द्वीप
कलपेनी द्वीप
मरीन संग्रहालय
कदमत आयलैंड
घूमने का सही समय - अक्टूबर से मई के बीच है.
पहाड़ों की रानी 'हिमाचल'
हिमाचल को 'पहाड़ों की रानी' के नाम से भी जाना जाता है. यहां के पहाड़ और हरी भरी वादियां देखकर मन प्रफुल्लित हो जाएगा.
कहां घूमें
कसौल
मैक्लोड़गंज
लाहुल-स्पिति
धर्मशाला
शिमला
मनाली
कुल्लु
बीर-बिलिंग
मलाना
कांगड़ा
डलहौजी
खज्जियार
मशोबरा
पालमपुर
किन्नौर
कुफरी
घूमने का सही समय - हिमाचल प्रदेश में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मई तक का होता है.
4- केरल
मानसून में आप केरल भी घूम सकते हैं. यहां की हरियाली और नजारे आपके दिल में उतर जाएंगे. यहां से फिर आपका जाने का मन नहीं करेगा.
कहां घूमें
अल्लेप्पी
मुन्नार
वायनाड
थेक्कड़ी
श्री पद्मनाभास्वामी मंदिर
घूमने का सही समय - अक्टूबर से फरवरी तक
5- दार्जिलिंग
अगर आपको चाय के बगाने देखने हैं तो फिर आपके लिए दार्जिलिंग बेस्ट साबित हो सकता है. आप यहां पर अप्रैल से जून तक घूम सकते हैं.
कहां घूमें
नाइटेंगल पार्क
घूम रॉक
बतासिया लूप
विक्टोरिया वॉटरफॉल
टाइगर हिल
सेंथल झील दार्जिलिंग
घूमने का सही समय - दार्जिलिंग घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर तक.
ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ / सोने से पहले अपनी नाइट स्किन केयर रूटीन फॉलो करना बहुत जरूरी होता है. क्योंकि रात में त्वचा को 8 घंटे मिलता है जिसमें वो अपने आपको रिपेयर करती है. ऐसे में अगर आप विटामिन ई कैप्सूल को किसी अच्छे इंग्रीडियंट के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाती हैं, तो यह आपकी त्वचा को कई फायदे पहुंचा सकता है. आप इसमें एलोवेरा जैल मिक्स कर लेते हैं, तो फिर इसके फायदे कई गुना बढ़ सकते हैं. इन दोनों को मिक्स करके फेस पर लगाने से स्किन से जुड़ी कई दिक्कतें दूर हो सकती हैं. इसी के बारे में हम आज आर्टिकल में आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं...
त्वचा की नमी बनाए रखता है
विटामिन ई और एलोवेरा जेल दोनों में ही मॉइश्चराइजिंग गुण होते हैं. एलोवेरा जैल त्वचा को गहरी नमी प्रदान करता है और विटामिन ई आपकी त्वचा को हाइड्रेटेड और मुलायम बनाता है.
रिंकल्स को कम करता है
विटामिन ई में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो त्वचा के सेल्स को रिपेयर करने में मदद करते हैं और झुर्रियों को कम करने में सहायक होते हैं.
त्वचा को शांत करता है
एलोवेरा जेल में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा को शांत करते हैं और सूजन को कम करते हैं. विटामिन-ई त्वचा को सूर्य की किरणों से होने वाली डैमेज को रिपेयर करता है और जलन कम करता है.
आंख के काले घेरे को कम करे
आंखों के नीचे पड़े काले घेरे को कम करने के लिए रात को सोने से पहले आंखों के नीचे विटामिन-ई का तेल और एलोवेरा जेल मिक्स करके लगाएं.
काले धब्बे हल्के पड़ सकते हैं
विटामिन ई कैप्सूल के नियमित उपयोग से मुंहासे के काले धब्बे हल्के पड़ सकते हैं. विटामिन ई त्वचा को साफ करता है और दाग-धब्बों को धीरे-धीरे हल्का करने में मदद करता है.
व्रत त्यौहार /शौर्यपथ / हिन्दू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व होता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है. यह व्रत कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है. वैसे तो हर महीने 2 एकादशी का व्रत रखा आता है, लेकिन ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर पड़ने वाली निर्जला एकादशी तिथि का विशेष महत्व होता है. मान्यता है यह व्रत करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और पाप भी धुल जाते हैं. साथ ही, इससे मोक्ष की भी प्राप्ति होती है. ऐसे में आइए जानते हैं इस साल कब है निर्जला एकादशी, पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि.
निर्जला एकादशी 2025 शुभ मुहूर्त -
ज्येष्ठ माह का शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरूआत 06 जून को रात 02 बजकर 15 मिनट पर होगी जिसका समापन अगले दिन यानी 7 जून को सुबह 4 बजकर 47 मिनट पर होगा. उदयातिथि पड़ने के कारण यह व्रत 6 जून को रखा जाएगा. एकादशी का पारण द्वादशी के दिन यानी 7 जून को किया जाएगा.
निर्जला एकादशी 2025 अन्य शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 2 मिनट से 4 बजकर 42 मिनट तक रहेगा. वहीं, विजया मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 39 मिनट से 03 बजकर 35 मिनट तक, जबकि गोधूलि मुहूर्त शाम 07 बजकर 16 मिनट से 07 बजकर 36 मिनट तक
और निशिता मुहूर्त रात 12 बजे से 07 जून को रात 12 बजकर 40 मिनट तक रहेगा.
निर्जला एकादशी को ऐसे करें पूजा -
सबसे पहले प्रात: काल उठकर भगवान विष्णु का स्मरण कर निर्जला एकादशी के व्रत संकल्प करें.
फिर मंदिर व पूजा घर की अच्छे से सफाई करें पूजा की चौकी पर पीले रंग का वस्त्र बिछाएं
अब भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को स्थापित करें और विधि-विधान से पूजा करें. भगवान विष्णु के पीले रंग का वस्त्र और फूल चढ़ाएं.
इसके बाद फल, हल्दी, चंदन, अक्षत चढ़ाएं और खीर को भोग लगाएं.
विष्णु चालीसा का पाठ करें.
व्रत करने वालों को भोजन और वस्त्र का दान करना चाहिए.
निर्जला एकादशी के व्रत लाभ -
मान्यता है कि निर्जला एकादशी के दिन श्रीहरि की उपासना और व्रत करने से व्यक्ति को मृत्यु के बाद मोक्ष प्राप्ति की होती है. सच्चे मन से यह व्रत करने से शरीर शुद्ध होता है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. इससे व्यक्ति के अंदर आध्यत्मिकता का संचार होता है.
व्रत त्यौहार /शौर्यपथ / बसंत पंचमी का दिन विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होता है. हर वर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है और विधि-विधान से माता सरस्वती की पूजा की जाती है. माता सरस्वती को विद्या, बुद्धि, ज्ञान और विवेक की देवी माना जाता है. इस वर्ष प्रयागराज में महाकुंभ भी चल रहा है और बसंत पंचमी के दिन अमृत स्नान भी किया जाएगा. ऐसे में बसंत पंचमी का दिन और अधिक फलदायी बन गया है. इस वर्ष अद्भुत योग में महाकुंभ का आयोजन किया गया है और यह योग 144 वर्ष साल में एक बार ही बनते हैं. इसी के साथ बसंत पंचमी पर भी 144 वर्ष बाद विशेष शुभ योग बन रहे हैं. आइए जानते हैं कब है बसंत पंचमी और 144 वर्ष बाद बन रहे विशेष योग में क्या करना चाहिए.
बसंत पंचमी की तिथि और शुभ मुहूर्त
माघ माह में शुक्ल पंचमी तिथि 2 फरवरी, रविवार को सुबह 9 बजकर 14 मिनट से शुरू होकर 3 फरवरी सोमवार को सुबह 6 बजकर 52 मिनट तक रहेगी. देशभर में बसंत पंचमी का त्योहार 2 फरवरी रविवार को मनाया जाएगा.
बसंत पंचमी 2025 शुभ योग
पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पंचमी तिथि पर शनि देव सुबह 8 बजकर 51 मिनट पर पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में गोचर करेंगे. पंचमी तिथि को शिव योग, सिद्ध साध्य योग और रवि योग भी बन रहे हैं.
बसंत पंचमी के दिन करें अमृत स्नान
इस वर्ष प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है और महाकुंभ का आयोजन 12 वर्ष के बाद किया जाता है. हालांकि इस बार महाकुंभ के अवसर पर बन रहे योग पूरे 144 वर्ष के बाद बने हैं. महाकुंभ में अमृत स्नान का बहुत महत्व होता है और बसंत पंचमी के दिन भी अमृत स्नान होगा. बसंत पंचमी को संगम नगरी में गंगा यमुना और सरस्वती के संगम पर स्नान करने से अमृत स्नान के लाभ के साथ-साथ विद्या की देवी मां सरस्वती की कृपा भी प्राप्त होगी और विद्या, बुद्धि और विवेक बढ़ेगा.
कब करें स्नान
बसंत पंचमी की तिथि 2 फरवरी रविवार को सुबह 9 बजकर 14 मिनट से शुरू होकर 3 फरवरी सोमवार को सुबह 6 बजकर 52 मिनट तक रहेगी. 2 फरवरी को बसंत पंचमी का व्रत रखें और 3 फरवरी को संगम स्नान का लाभ लें. 3 फरवरी को ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 33 मिनट से 6 बजकर 21 मिनट तक स्नान का सबसे अच्छा मुहूर्त है. इस समय बन रहे खास योग कई वर्षों बाद ही बनते हैं. इस शुभ मुहूर्त में स्नान से कई गुणा लाभ प्राप्त होगा.
बसंत पंचमी की पूजा का समय
बसंत पंचमी के दिन शुभ मुहूर्त में पूजा से माता सरस्वती की कृपा प्राप्त की जा सकती है. 2 फरवरी को सुबह 7 बजकर 9 मिनट से शुरू होकर देर रात तक पूजा के लिए शुभ समय है. इसके साथ ही सुबह 9 बजकर 14 मिनट तक शिव योग रहेगा. इस समय पूजा करने से शिक्षा के क्षेत्र में शुभ परिणाम प्राप्त हो सकते हैं. इसके बाद सिद्ध योग लग जाएगा. इस दिन सुबह पहले उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रहेगा और उसके बाद रेवती नक्षत्र लग जाएगा. बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा में बच्चों और पढ़ाई कर रहे लोगों को जरूर शामिल होना चाहिए. इससे माता की कृपा प्राप्त होती है और बुद्धि विवेक बढ़ता है. सरस्वती पूजा के दिन बच्चों से पढ़ाई लिखाई से जुड़ी चीजों का दान करवाना भी उत्तम होता है.