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जांजगीर-चाम्पा / शौर्यपथ / अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देष पर देष के किसानों द्वारा मोदी नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये कृशि सुधार बिल को वापस लेने की मांग के समर्थन में आज नगर कांग्रेस कमेटी द्वारा जिला कांग्रेस कमेटी के मार्ग निर्देषन में प्रातः 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक नगर के व्यवसायियों से दुकाने बंद रखकर अन्नदाता किसानों की मांग का समर्थन करने की अपील की।
व्यवसायियों ने भी किसानों की जायज मांग का समर्थन करते हुये अपनी दुकानें बंद रखकर समर्थन किया। चाॅक चैबंद पुलिस व्यवस्था के बीच नगर के सभी कांग्रेसी नेता एवं कार्यकतागण प्रातः 9 बजे गायत्री मंदिर नैला से पैदल चलकर केरा रोड तक घुम-घुमकर खुली दुकानों के संचालकों से किसान विरोधी वाले काले कानून वापस लेने की अपील करते नजर आये और दुकानदारों ने समर्थन में अपनी प्रतिश्ठान को निर्धारित समय तक बंद रखा।
इस दौरान कचहरी चैक और नेताजी चैक में छोटी सभा आयोजित की गई जहां जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाॅ. चैलेष्वर चंद्राकर ने पारित कृशि सुधार बिल को तत्काल वापस लेने की मांग करते हुये कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा मनमाने और तानाषाह तरीके से नये-नये कानून लोगों पर थोपने का प्रयास कर रही है। उसी कड़ी में कृशि विरोधी काला कानून लाया गया है । जिस कानून के लोगों होने से किसान पूंजीपतियों के गुलाम हो जायेंगे, उक्त कानून में न तो न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी दी गई है और न ही कृशि मंडी समाप्त नहीं होगी इसकी गारंटी दी गई है। कांग्रेस हमेषा किसानों के हितों के लिये काम करती रही है और उनके हितों की रक्षा के लिये हमेषा संघर्श करती रहेगी। कार्यक्रम को नगर पालिका अध्यक्ष भगवानदास गढ़ेवाल, प्रवक्ताद्वय रफीक सिद्धिकी व षिषिर द्विवेदी, गिरधारी यादव, ऋशिकेष उपाध्याय, षत्रुहनदास महंत, जिला युंका अध्यक्ष प्रिंस षर्मा, अनिल राठौर ने भी संबोधित कर काले किसान विरोधी कानून को वापस लेने की मांग की।
कार्यक्रम का संचालन नगर कांग्रेस अध्यक्ष विवेक सिंह सिसोदिया ने व आभार प्रदर्षन पार्शद रामविलास राठौर ने किया। इस दौरान प्रमुख रूप से पूर्व विधायक चुन्नीलाल साहू, नगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती हेमलता राठौर, ब्यास कश्यप, अजीत सिंह राणा, पार्शदगण विश्णु यादव, रामकुमार यादव, संतोश गढ़ेवाल, मनोज कालू अग्रवाल, षेशनाथ टण्डन, दीपकराज आसना, संतोश भोपालपुरिया, संजय केदारनाथ अग्रवाल, हीरा उपाध्याय, बसंत अग्रवाल, सुरेष सेन, सुरेष अग्रवाल, सुखराम गरेवाल, एन.एस.यू.आई. अध्यक्ष आकाष तिवारी, अतीक कुरैषी, भोलू यादव, नरसिम्हा यादव, महेष राठौर, किषोर साव, अनिल चन्द्रा, राजा बाबू, प्रीतम सिंह राठौर, राजा खान सहित अन्य कांग्रेसजन उपस्थित थे।
जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने जनपद पंचायत डभरा के ग्राम पंचायत बाड़ादरहा सचिव श्री तोमेश्वर चन्द्रा को पदीय कर्तव्यों में लापरवाही बरतने, कार्यों में उदासीनता बरतने, वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी अग्रवाल ने बताया कि सचिव के विरूद्ध शिकायत प्राप्त होने के बाद जांच समिति गठित कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए थे। जांचकर्ता अधिकारी एवं सहायक परियोजना अधिकारी जिला पंचायत ने पूर्व सरपंच समयलाल यादव एवं सचिव तोमेश्वर चंद्रा ग्राम पंचायत बाड़ादरहा को ग्राम पंचायत में उपस्थित रहने साथ ही शिकायतकर्ता को भी जांच की सूचना देने के निर्देश दिये गये थे। जांचकर्ता अधिकारी ने सूचित किया कि सचिव ने संबंधित शिकायतकर्ता को सूचना नहीं दी। इसके अलावा सचिव के द्वारा ग्राम पंचायत का दस्तावेज लेकर जांच में उपस्थित नहीं हुए और न ही ग्राम पंचायत में कोई दस्तावेज रखा था। यहीं नहीं जब जांच चल रही थी तो वे बैठक से उठकर चले गये और ग्रामीणों ने बताया कि सचिव का व्यवहार ठीक नहीं है। सचिव द्वारा अपने पदीय कर्तव्य का निर्वहन उचित ढंग से नहीं किया गया।
सचिव का उक्त कृत्य अपने कर्तव्य के प्रति घोर उदासीनता, गंभीर लापरवाही, स्वेच्छारिता एवं वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना की श्रेणी में आता है। जो छग पंचायत (आचरण) नियम 1998 के विपरीत है। इस कृत्य के कारण सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन की अवधि में सचिव का मुख्यालय कार्यालय जनपद पंचायत डभरा निर्धारित किया गया है। निलंबन के दौरान उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वह भत्ते की पात्रता होगी।
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ शासन की विभिन्न रोजगारमूलक योजनाओं से जुड़कर दूरस्थ अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों की महिलाएं भी अब शासन की योजनाओं का फायदा उठाकर आर्थिक उन्नति कर रही हैं। दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा गांव की 10 महिलाओं के गायत्री स्व-सहायता समूह ने कृषि विभाग के ‘आत्मा‘ योजना से प्रेरित होकर हल्दी एवं अदरक की खेती करना प्रारम्भ किया है। जिससे उन्हें 25 हजार रूपए प्रति फसल मुनाफा हो रहा है। परंपरागत उत्पादन से उबरने में प्रयासरत 10 महिलाओं के कृषक समूह जिसका नाम गायत्री स्वयं सहायता समूह है के पास कुआकोंडा ग्राम में 20 एकड़ जमीन है, जिनमें मरहान, टिकरा, माल और गभार भूमि है। जिससे यह सभी अपनी मुख्य फसल देशी धान लगाते थे। जो सिर्फ उनके भरण-पोषण के लिए होती है, बाकी जरूरत के लिए अन्य कार्य या कृषि कार्य किए जाते हैं। जिले के कृषि विभाग के अधिकारियों ने गायत्री स्व-सहायता समूह की महिलाओं से संपर्क कर कृषि विभाग में संचालित आत्मा योजना अंतर्गत फसल प्रदर्शन की जानकारी दी और विभाग के अधिकारियों द्वारा निःशुल्क बीज खाद दवाई एवं प्रशिक्षण दिया गया। फसलों की नई तकनीकी ज्ञान हेतु शैक्षणिक भ्रमण भी करवाया गया ताकि खेती करना भी सीख सकें।
कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा गायत्री स्व-सहायता समूह को हल्दी अदरक की फसल लगाने हेतु प्रेरित किया गया। हल्दी एवं अदरक ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में आसानी से बिक जाने वाली फसल है एवं उन के सही दाम तत्काल मिल भी जाते हैं। अधिकारियों द्वारा संबंधी प्रशिक्षण दिए गए जिससे फसल संबंधी जानकारी मिलती रहे। कृषि विभाग द्वारा गायत्री स्व-सहायता समूह के प्रत्येक महिला कृषक को 10 डीएम प्रदर्शन की दर से 5 कृषक को 40 किलोग्राम प्रदर्शन अदरक एव 5 कृषक को 40 किलोग्राम प्रदर्शन हल्दी लगाने हेतु बीज एव 10 किलोग्राम प्रति प्रदर्शन खाद उपलब्ध कराई गई एवं कीटांे के प्रकोप से बचाने हेतु जैविक कीटनाशक भी उपलब्ध कराया गया। गायत्री स्व-सहायता समूह द्वारा लगातार हल्दी एंव अदरक की फसल देखरेख एवं बढ़वार को देखते हुये प्रति प्रदर्शन 5 कृषक पैदावार मिलने की संभावना है, जिसे बाजार में बेचकर लगभग 20 से 25 हजार रूपए तक का मुनाफा प्रत्येक किसान आमदनी में इजाफा कर सकते है। गायत्री स्व-सहायता समूह के उन्नत खेती प्रबंध के लिए अपने गांव में ख्याति अर्जित कर चुकी है एव अन्य कृषकों को अन्य फसल लगाने एव कृषि विभाग क मार्गदर्शन लेने हेतु लोगों में रूचि पैदा करने में मिसाल कायम की हैद्य इस समूह के द्वारा ग्राम की अन्य महिला एव पुरुष कृषकों जैविक खेती के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / नेहरू युवा केन्द्र (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय) भारत सरकार के तत्वावधान में जिला युवा सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन कलेक्टर यशवंत कुमार की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक को उनके प्रतिनिधि के रूप में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तीर्थराज अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि युवाओं को लेकर चलाए जा रहे कार्यक्रमों में समन्वय बनाकर काम करने से बेहतर परिणाम मिलेंगे। इसलिए जरूरी है कि युवाओं को विभिन्न गतिविधियों में जोड़कर उनके कौशल विकास को विकसित किया जाए।
बैठक में वार्षिक कार्ययोजना, 2020-21 में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों, समन्वित कार्यक्रमों, विभिन्न विभाग के सुझावों पर चर्चा की गई। इस दौरान जिपं सीईओ ने बैठक में कहा कि नेहरू युवा केन्द्र के माध्यम से ग्रामीण, शहरी युवाओं को राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में भाग लेने और इसके साथ ही उनके व्यक्तित्व एवं कौशल विकास में अवसर प्रदान मिलते हैं। इसलिए इससे अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ा जाए। वर्तमान में कोविड-19 से संबंधित चल रहे कार्यक्रमों में युवाओं को जोड़कर उन्हें गांव-गांव में भेजकर लोगों को प्रेरित करते हुए जागरूक किया जा सकता है।
वहीं स्वच्छता जागरूकता के लिए भी नेहरू केन्द्र से जुड़े हुए युवाओं को शामिल करते हुए स्वच्छता की अलख गांव-गांव में जलाई जा सकती है। फिट इंडिया कार्यक्रम के माध्यम से भी युवाओं को जोड़कर उन्होंने इस दौरान जिले में चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जोड़ने कहा। कौशल विकास जैसे कार्यक्रमों का अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। बैठक में जिला युवा समन्वयक नेहरू युवा केन्द्र श्री राहुल सैनी द्वारा वार्षिक कार्ययोजना पर बिंदुवार जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि नेहरू युवा केन्द्र के माध्यम से 15 से 29 वर्ष के युवाओं को विभिन्न गतिविधियों से जोड़ा जाता है। इसमें स्वच्छता, खेलकूद, कला, संस्कृति, शिक्षा आदि गतिविधियों में जोड़कर प्रशिक्षण दिया जाता है। बैठक में जिला पंचायत, जिला खेल अधिकारी, एनसीसी नोडल अधिकारी, कौशल विकास विभाग नोडल अधिकारी, युवा नेता आदि उपस्थित थे।
जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / गोठानों में स्वप्रेरित होकर किसान पैरादान कर रहे हैं, जिससे गोठान में ही गायों को भरपूर साल भर पैरा मिलता रहेगा। खेतों में पड़े पैरा को एकत्रित करने के लिए किसानों के खेतों में बेलर मशीन पहुंचाकर पैरा को एकत्रित किया जा रहा है, साथ ही पैरा को गोठान तक पहुंचाने की व्यवस्था भी की जा रही है। कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने गोठान में किसानों से सतत पैरादान करने और 10 दिसम्बर को आयोजित पैरादान दिवस में सम्मिलित होकर पैरादान करने की अपील की है। उन्होंने गोठान समिति को पैरा को अस्थाई मचान बनाकर सुरक्षित रखने की व्यवस्था करने भी कहा है।
कलेक्टर कुमार ने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, उपसंचालक कृषि, उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं, समस्त जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी, गौठान संचालन समिति सदस्यों से गौठान का सतत निरीक्षण करने और ग्रामीणों, किसानों को पैरादान करने के लिए प्रेरित करने कहा है। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने बताया कि खेतों से फसल काटने के बाद पैरा एकत्रित करने के लिए बेलर मशीन की व्यवस्था की जा रही है। इससे आसानी से पैरा एकत्रित होने से किसान गोठान में पहुंचा सकेंगे।
10 को मनाया जाएगा पैरादान दिवस
जिपं सीईओ ने बताया कि जनप्रतिनिधियों, किसानों, ग्रामीणों, स्व सहायता समूहों की महती भूमिका के चलते ही इस वर्ष कलेक्टर श्री यशवंत कुमार के मार्गदर्शन में 10 दिसम्बर को पैरादान दिवस मनाया जा रहा है। इससे गांव की गायों को गौठान में पर्याप्त पैरा मिल जाएगा, जिससे गायों को सालभर खाने की कोई दिक्कत नहीं होगी। वहीं दूसरी ओर गौठानों में स्व सहायता समूह को भी गोधन न्याय योजना से जोड़कर जैविक खाद तैयार कराई जा रही है। इसके अलावा बागवानी, सब्जी बाड़ी, चारागाह आदि के लिए भी सतत रूप से महिला समूहों को प्रेरित किया जा रहा है।
बालूराम के खेत में बेलर मशीन का किया गया प्रदर्शन
जिले में विभिन्न गोठानों में बेलर मशीन के माध्यम से पैरा एकत्रित किया जा रहा है। इसी तारतम्य में बम्हनीडीह विकासखण्ड की खपरीडीह में श्री बालूराम जायसवाल के खेत में बेलर मशीन के माध्यम से पैरा एकत्रित किया गया, जिसे गोठान में पहुंचाया गया। बेलर मशीन से पैरा एकत्रित करने के दौरान सक्ती विधायक डॉ. चरणदास महंत के प्रतिनिधि शास्वत धर दीवान, ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रवीन्द्र शर्मा, जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि बालेश्वर साहू, उपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्री बाबाराम जायसवाल, जनपद पंचायत बम्हनीडीह मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुबेर उरेती मौजूद रहे।
गायों को मिलेगा खाने भरपूर पैरा
जिले में सतत रूप से पैरादान किसानों द्वारा किया जा रहा है। इसके लिए जनप्रतिनिधि, किसान, ग्रामीण भी गोठान में ही पैरादान कर रहे हैं। बम्हनीडीह विकासखण्ड सरहर, अकलतरा विकासखण्ड बरगवां, पौना, परसाहीनाला सक्ती विकासखण्ड रगजा, मालखरौदा विकासखण्ड बड़े सीपत, पामगढ़ विकासखण्ड लोहर्सी, नवागढ विकासखण्ड पचेड़ा, जगमहंत, किरीत, पीथमपुर, डभरा विकासखण्ड के चंदली, हरदी सहित सभी विकासखण्डों की गोठानों में पैरादान किया जा रहा है।
जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन जांजगीर-चांपा के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय हस्त निर्मित उत्पादों का विक्रय एवं प्रदर्शन केन्द्र (बिहान बाजार) कचहरी चौक पर लगाया जा रहा है। धनतेरस से दीपावली तक यहां पर स्व सहायता समूह की ग्रामीण एवं शहरी महिलाओं के द्वारा मिट्टी, गोबर आदि से बनाए गए दीपक, सुगन्धित अगरबत्ती, धूपबत्ती, कोसा के कपड़े, फिनायल आदि सामग्री एक ही स्थान पर आमजन के लिए उपलब्ध कराएंगी। कलेक्टर यशवंत कुमार ने नागरिकों से अपील की कि वे स्थानीय स्व सहायता समूहों के द्वारा विभिन्न हस्त निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक कचहरी चौक एवं अन्य बिहान समूहों से खरीदारी करें। इसको लेकर बुधवार को जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तीर्थराज अग्रवाल ने स्थल निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को समूह के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं करने कहा।
कलेक्टर यशवंत कुमार के मार्गदर्शन में स्थानीय लोगों को बढ़ावा देने के लिए धनतेरस से दीपावली पर्व तक स्व सहायता समूह के द्वारा विभिन्न हस्त निर्मित उत्पादों को एक मंच प्रदान करने के लिए तीन दिवसीय विक्रय एवं प्रदर्शन केन्द्र (बिहान बाजार) का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे हमारे परंपरागत व्यवसाय से जुड़े लोगों को रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे और उनकी आमदनी भी होगी। शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत निर्मल जांजगीर स्व सहायता समूह की महिलाएं द्वारा मिट्टी, गोबर से बनाए गए आकर्षक सुंदर दीये, मूर्तियां, पूजन सामग्री का स्टॉल लगाया जाएगा। समूह द्वारा मिट्टी, गोबर से पिछले कई दिनों से मेहनत करते हुए रंगबिरंगे दिए तैयार किए गए है, जिन्हें बाजार में नागरिकों के लिए विक्रय के लिए रखा जाएगा। इसके अलावा जय मॉ मौली दाई स्व सहायता समूह नवापारा, सरस्वती स्व सहायता समूह पेंड्री द्वारा जिले की शान कोसा के कपड़ों का स्टॉल लगाया जाएगा। जिसमें समूह के द्वारा तैयार की गई साड़ी, ठंड से बचने के लिए शॉल, लेडीस सूट एवं अन्य कपड़ों को नागरिकों को उपलब्ध कराया जाएगा। तो वहीं जनपद पंचायत नवागढ़ के प्रगतिशील स्व सहायता समूह पेंड्री एवं छग मछुवारा स्व सहायता समूह गोद के द्वारा घरों के फर्श को साफ-स्वच्छ एवं बीमारियों से बचाने के लिए तैयार बिहान फिनायल का विक्रय किया जाएगा।
इसके अलावा अन्य समूहों द्वारा भी गांव-गांव में समूहों के द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को भी स्थानीय स्तर पर नागरिकों को उपलब्ध कराया जा रहा है। समूह की महिलाओं ने भी अपील करते हुए कहा कि-दीदी बहिनी मन हर आए छत्तीसगढ़ के दुलारी, समूह के समान बिसाके मनावव सुघ्घर दीवाली।
- ऑनलाइन महात्मा गांधी नरेगा योजना के कार्यों की समीक्षा बैठक
--तकनीकी सहायक नियमित रूप से फील्ड में रहेंगे उपस्थित
जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने सोमवार को ऑनलाइन महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के कार्यों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी को पहली प्राथमिकता के साथ मजदूरी मूलक कार्यों को शुरू करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने मनरेगा के कार्यों की नियमित मॉनीटरिंग करने के निर्देश कार्यक्रम अधिकारी एवं फील्ड में तकनीकी सहायक को उपस्थित रहने कहा।
उन्होंने कहा कि मनरेगा के माध्यम से गांव में ही ग्रामीणों को रोजगार देना प्राथमिकता है, इसलिए सभी की जिम्मेदारी बनती है कि मजदूरी मूलक कार्यों को शुरू कराया जाए।
वर्तमान में नया तालाब निर्माण, नाली, गोठान, धान चबूतरा, पंचायत भवन के अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना से मनरेगा श्रमिकों को रोजगार मिलेगा। ऑनलाइन समीक्षा बैठक में नवीन ग्राम पंचायतों में बनाए जा रहे पंचायत भवन को पूर्ण करने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायतों में बनाए जा रहे धान चबूतरा केन्द्रों को 15 नवम्बर तक पूर्ण करने कहा, ताकि धान खरीदी के समय इनका उपयोग किया जा सके। महात्मा गांधी नरेगा के निर्माण कार्यों के दौरान श्रमिकों के बीच फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाए रखने, मास्क लगाकर काम करने और नियमित रूप से हेंडवाश से हाथों को धोने के निर्देश भी दिए।
जैविक खाद का शुरू करें उत्पादन
राज्य शासन की महत्वकांक्षी योजना सुराजी गांव नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के तहत गांव में बनाये जा रहे गोठान की नियमित रूप से मानीटरिंग की जाए। मवेशियों के लिए चारा, पानी एवं स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था नियमित रूप से कराएं। जिले में 411 गांवों में गोठान स्वीकृत हैं, जिनमें से 246 गोठानों को पूर्ण किया गया है, शेष गोठानों को जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। गोधन न्याय योजना के तहत गोठान में गोबर की सतत खरीदी की जाए और निर्धारित समय पर गोबर को वर्मी कम्पोस्ट शेड में डाला जाए। इसके लिए महिला स्व सहायता समूहों को बेहतर प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित किया जाए। गोठानों में महिला स्व सहायता समूह की आय के साधन तैयार किए जाए, इससे उन्हें बेहतर रोजगार गांव में ही मिलेगा।
जांजगीर चांपा । शौर्यपथ । अश्विन महीने की दशमी तिथि को विजयदशमी पर्व मनाया जाता है।इसे दशहरा भी कहते हैं।भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था।तब से हर विजयदशमी पर रावण का पुतला जलाया जाता है और राम की विजय को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक समझा जाता है। भगवान राम जया और विजया नाम की देवियों की पूजा करके युद्ध के लिए निकले थे, इसलिए दशहरे पर भगवान राम के साथ इन देवियों की भी पूजा होती है।शस्त्रों, यानी हथियारों की पूजा करना ही इनकी पूजा का एक हिस्सा है।दशहरा मूल रूप से शक्ति का उत्सव है।शक्ति के प्रतीक हथियार हमारी रक्षा करते हैं, इसलिए इनकी पूजा की जाती है।भारतवर्ष में दशहरे के दिन घरों,प्रतिष्ठानों में हथियारों की विधिवत् पूजा करने का चलन है।हम अपनी रक्षा के लिए शस्त्रों का प्रयोग करते हैं।देश की बाह्य और आंतरिक सीमा की सुरक्षा इन्ही शस्त्रों से की जाती है।दशहरा के दिन इन्ही अस्त्रों में जया और विजया देवी का वास मानकर इनकी पूजा की जाती है। रामायण काल के हथियार आज के उन्नत परमाणु हथियारों से भी अधिक शक्तिशाली और विनाशकारी थे।उन हथियारों से पूरे विश्व का विनाश किया जा सकता था। दैवीय एवम् मायावी शक्तियों से युक्त ये अस्त्र-शस्त्र आज भी काफी प्रासंगिक हैं। रामायण काल के कुछ प्रमुख हथियार इस प्रकार थे:- (1) ब्रह्मास्त्र:- जगत्पिता ब्रह्मा ने दैत्यों के नाश हेतु ब्रह्मास्त्र की उत्पत्ति की थी।यह बहुत घातक,अचूक और सर्वश्रेष्ठ हथियारों में से एक माना जाता था।इस हथियार का जीवन काल में केवल एक बार इस्तेमाल किया जा सकता था।यह इतना शक्तिशाली था कि इसके चलने मात्र से ही पृथ्वी और तमाम ग्रहों पर भूकंप -सा आ जाता था।यह शस्त्र खुद ही अपनी ऊर्जा प्रकट करता था और उस ऊर्जा से विनाश करता था।ब्रह्मास्त्र को ब्रह्मास्त्र से ही काटा जा सकता था।रामायण काल में युद्ध में जब लक्ष्मण जी इंद्रजीत पर भारी हो गए तब इंद्रजीत ने लक्ष्मण पर ब्रह्मास्त्र का प्रयोग किया था। लेकिन ब्रह्मास्त्र लक्ष्मण जी के सामने निस्तेज होकर वापस लौट आया था। (2) ब्रह्मशिरा अस्त्र:- ब्रह्मशिरा का अर्थ होता है ब्रह्मा जी का सिर ।परमपिता ब्रह्मा जी ने ब्रह्मास्त्र से भी अधिक शक्तिशाली ब्रह्मशिरा अस्त्र बनाया था।इसमें ब्रह्मास्त्र की तुलना में चार गुना अधिक शक्ति थी।ब्रह्मशिरा अत्यंत विनाशक बाण होते थे।ये मंत्रों से चलाए जाते थे।मेघनाद को ब्रह्मा के वरदान से ब्रह्मशिरा नामक अस्त्र प्राप्त हुआ था।रामायण काल में मेघनाद ने वानर सैनिकों का नाश करने के लिए इसका प्रयोग किया था।इससे लगभग 67 करोड़ वानर सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए थे । (3) वैष्णव अस्त्र:- यह नारायणास्त्र वैष्णव या विष्णु अस्त्र के नाम से भी जाना जाता है।एक बार इसे चलाने के बाद दूसरा कोई अस्त्र इसे काट नहीं सकता था। इससे बचने का सिर्फ एक उपाय था कि शत्रु हथियार डालकर स्वयं को समर्पित कर दे। रामायण काल में वानर वंश को समाप्त करने के लिए जब मेघनाद ने ब्रह्मशिरा अस्त्र का प्रयोग किया तो वानर तेजी से वीरगति को प्राप्त होने लगे यह देखकर हनुमान जी वानरों को बचाने दौड़ पड़े। यह देखकर मेघनाद ने हनुमान जी पर वैष्णव अस्त्र का प्रयोग किया लेकिन ब्रम्हा जी के वरदान के कारण हनुमान पर इस अस्त्र का कोई प्रभाव नहीं हुआ। (4) दारू पंच अस्त्र:- इसका अविष्कार दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य भार्गव ने किया था। इसका दूसरा नाम " रुद्र कीर्तिमुख " भी था। इस यंत्र में शत्रु की गतिविधि का चित्र उभर आता था। फिर यंत्र के मुख से अग्नि गोला निकलता और शत्रु का संहार करता था। यह यंत्र लंका के द्वार पर लगाया गया था। लंका की रक्षा में इसका अहम् योगदान था। श्री राम ने लंका के द्वार पर लगे 'दारू पच अस्त्र' को प्रक्षेपास्त्र छोड़कर नष्ट कर दिया था। (5) सूर्यहास खड्ग:- इसका आविष्कार तपस्वी शूद्र ऋषि शंबूक ने अपनी वेधशाला में किया था। इसमें सौर ऊर्जा के संग्रहण की क्षमता थी। शत्रु दल पर इसका प्रयोग करते ही वे इसमें चिपक जाते थे। यह शत्रु का रक्त खींच लेता था और शत्रु को मृत्यु लोक पहुँचा देता था। तत्पश्चात चुम्बकीय शक्ति से धारक के पास वापस आ जाता था। (6) प्रसवापन अस्त्र:- रावण की नाभि में था और अमृत के कारण वह मर नहीं रहा था। राम ने उसकी नाभि में स्थित अमृत को सुखाने के लिए ' प्रसवापन अस्त्र ' का प्रयोग किया।अमृत के सूखते ही रावण का अमरत्व समाप्त हो गया।भगवान राम ने तुरंत ही रावण का वध कर दिया।रामायण काल में विभीषण ने प्रसवापन अस्त्र के बारे में श्री राम को जानकारी दी थी। (7) चंद्रहास अस्त्र:- चंद्रहास अस्त्र चंद्रहास नामक तलवार है। वह सच में तलवार नहीं, बल्कि एक खड्ग था जो बहुत भारी था।यह प्रकाश की दिशा को मोड़ सकता था। इसे भगवान शिव ने रावण पर प्रसन्न होकर उसे वरदान स्वरूप दिया था ।रामायण काल में सीताजी के अपहरण के समय रावण ने चंद्रहास तलवार का प्रयोग करके सीताजी को बचाने आए गिद्धराज जटायु के पंख काट दिए थे। (8) नागपाश अस्त्र:- नागपाश अर्थात् शत्रु को बांँधने के लिए एक प्रकार का बंधन या फंदा। यह ढाई फेरे का बंधन होता था। यह एक प्रकार का रासायनिक अस्त्र था।इस अस्त्र का प्रयोग करके शत्रु के शरीर में जहरीले सर्पों के विष का प्रवेश कराया जाता था ।मेघनाद ने इसे इंद्र से प्राप्त किया था। रामायण काल में मेघनाद ने भगवान राम और लक्ष्मण को नागपाश के प्रभाव से मूर्छित कर दिया था। तब सर्पभक्षी पक्षीराज गरुड़ ने नागपाश के समस्त नागों को प्रताड़ित कर राम,लक्ष्मण को नागपाश के बंधन से छुड़ाया था। (9) गंधर्व अस्त्र:- चित्रकूट में दैत्य वंशीय खर और दूषण का शासन था।वे रावण के रिश्ते के भाई थे।जब लक्ष्मण ने सूर्पणखा के नाक- काट दिए तो वह उन्ही दैत्यों के पास मदद के लिए गई थी। वे दोनों राम -लक्ष्मण से युद्ध करने के लिए चौदह सहस्त्र सेना लेकर आये। असुर सेना मायावी थी।श्री राम ने 14000 असुरों का संहार करने के लिए गंधर्व अस्त्र का प्रयोग किया था। इस हथियार के इस्तेमाल के बाद असुरों का मानसिक संतुलन बिगड़ गया और उन्हें अपने आस-पास का हर असुर राम नजर आने लगा। इस प्रकार वे एक -दूसरे को ही मारने लगे और स्वयं ही उन्होनें अपना अंत कर लिया। (10) पुष्पक विमान:- रामायण काल में रावण के पास कई लड़ाकू विमान थे। पुष्पक विमान उनमें से एक था।पुष्पक विमान के निर्माता ब्रह्मा जी थे। ब्रह्मा ने यह विमान धन के देव कुबेर को दिया था। कुबेर से इसे रावण ने छीन लिया था । पुष्पक विमान मोर जैसी आकृति का विमान था। यह अग्नि और वायु की उर्जा से चलता था। इसकी गति तीव्र थी और चालक की इच्छानुसार इसे किसी भी दिशा में गतिशील रखा जा सकता था।यह सभी ऋतुओं ,दिन और रात दोनों समय में गतिमान रहने में समर्थ था। यह अंतरिक्ष यान की क्षमताओं एवम् उन्नत प्रौद्योगिकी से भी युक्त था। इसमें लंका का राजा रावण आवागमन करता था। ----------------×------------------- संकलन डॉ. सुरेश यादव जांजगीर ( छ. ग.)
*जांजगीर-चांपा जिले के डभरा थाना क्षेत्र अंतर्गत बासीन नामक गांव का मामला* *डभरा थाना प्रभारी श्री डी.आर. टंडन की कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन पर हुई त्वरित कार्यवाही* जांजगीर चांपा डभरा । शौर्यपथ । हमारे सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि शादी का प्रलोभन देते हुए, प्रेम-प्रसंग के जाल में फंसाकर, शारीरिक संबंध बनाकर अनाचार करने वाले आरोपी युवक को डभरा थाना प्रभारी डी आर टंडन की कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन पर पुलिस कर्मियों द्वारा गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजने की बड़ी कार्यवाही की गई है, पूरा मामला जांजगीर-चांपा जिले के डभरा थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाली ग्राम बासीन की है, एवं संबंधित मामले पर गिरफ्तार आरोपी युवक का नाम नंदराम अजगल्ले पिता गणेशाम अजगल्ले उम्र 25 वर्ष साकिन ग्राम बासीन है। संबंधित मामले के संदर्भ में पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 12/3/20 को प्रार्थी द्वारा डभरा थाने में उपस्थित होकर लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि *✍ वर्ष 2018 के दशक में वह (प्रार्थी) बासीन के नंदराम अजगल्ले पिता गणेशाम अजगल्ले के पास कंप्यूटर सीखने हेतु जाया करती थी, उसी दरमियान उक्त युवक के द्वारा शादी करूंगा संबंधी आश्वासन देकर अपने घर में रखने हेतु प्रलोभन देते हुए कई बार लगातार शारीरिक संबंध बनाया गया, अंत में जब मेरे (प्रार्थी) एवं मेरे परिजनों के द्वारा उक्त युवक को शादी करने हेतु बोला गया तो उस युवक के द्वारा शादी से मना करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई✍* प्रार्थी की लिखित रिपोर्ट पर डभरा थाने में अपराध क्रमांक 103/2020 पर धारा 376,506 भादवी के तहत आरोपी युवक के विरुद्ध अपराध पंजीकृत कर मामले को विवेचना में लिया गया। थाने पर महिला से हुए अत्याचार संबंधित प्रकरण दर्ज होने पर डभरा थाना प्रभारी द्वारा उक्त विषय से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया जिस पर उच्च अधिकारियों द्वारा मामले पर तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी हेतु निर्देश प्राप्त होने पर डभरा थाना प्रभारी डी आर टंडन एवं श्रीमान अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) चंद्रपुर बी एस खुटिया की त्वरित मार्गदर्शन पर उक्त मामले की आरोपी नंदराम अजगल्ले पिता गणेशाम अजगल्ले उम्र 25 वर्ष साकिन ग्राम बासीन थाना डभरा जिला जांजगीर चांपा छ.ग. को आज दिनांक 21/10/20 पर गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा हेतु भेज दिया गया ।। डभरा थाना प्रभारी श्री डी.आर.टंडन की कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन पर उक्त कार्यवाही में संपूर्ण डभरा थाना स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा।।
जांजगीर-चाम्पा । शौर्यपथ । ग्राम पंचायत तुलसी सरपंच पर बेजाकब्जा करने और दूसरे की जमीन को गोठान के लिए चिन्हांकित करने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत कलेक्टर व एसपी से करते हुए कार्रवाई की मांग की है। ग्राम तुलसी निवासी बालाराम ने कलेक्टर और एसपी से की शिकायत में बताया है कि सरपंच शिवमंगल सिंह टंडन द्वारा खुद गांव की सरकारी जमीन पर कब्जा किया गया है। शिकायत में कहा है जब गांव में गोठान बनाने के लिए जमीन चिन्हांकन की बात आई तो चुनावी रंजिश रखते हुए उनके जमीन को गोठान के लिए चिन्हांकित कर दिया गया। उनके पिता दुखीराम ने अपने जीवन काल मे मकान बाड़ी बनाकर जिस पट्टे की जमीन पर गुजर बसर किया जा रहा है उसे गोठान के लिए चिन्हांकित किया गया है। जबकि सरपंच द्वारा दो स्थानों के जमीन पर बेजाकब्जा कर खेती की जा रही है। बलराम ने बताया कि सरपंच द्वारा उसे चुनाव में वोट नहीं देने के नाम पर रंजिश रखते हुए उसी की जमीन पर गोठान बनाने के लिए प्रस्ताव किया गया है। उन्होंने कलेक्टर और एसपी से मामले की शिकायत करते हुए सरपंच का भी अतिक्रमण हटाए जाने की मांग की है। पंचायती राज अधिनियम के तहत बेजाकब्जा करने पर पद से हटाने का प्रावधान है। पंचायत राज अधिनियम में पंचायत प्रतिनिधियो के द्वारा शासकीय भूमि अथवा भवन पर बेजाकब्जा किये जाने पर पद से हटाए जाने का प्रावधान है। मगर मामले में उचित कार्यवाही नही होने के कारण पंचायत प्रतिनिधियों के हौसले बुलंद रहते है। जबकि सही कार्यवाही की जाए तो जिले के की पंच, सरपंच, जनपद सदस्य इस अधिनियम के तहत अयोग्य घोषित हो सकते है।
मास्क पहनने, फिजिकल डिस्टेंस का पालन करने, सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकने, आइसोलेशन के नियमों का पालन करने गांव-गांव में चलाया जा रहा जागरूकता अभियान
जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए जरूरी है सभी मिलकर सहयोग करें, ऐसी अपील जिला प्रशासन द्वारा आम जनता से लगातार की जा रही है। जनपद पंचायत पामगढ, बम्हनीडीह, बलौदा, अकलतरा, सक्ती, जैजैपुर, मालखरौदा, नवागढ़, डभरा की सभी ग्राम पंचायतों में जागरूकता अभियान चलाकर जानकारी दी जा चुकी है। बावजूद इसके कुछ ग्रामीण नागरिकों द्वारा सार्वजनिक स्थान पर थूकने, मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग नहीं करने, फिजिकल डिस्टेंस आइसोलेशन के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन नहीं किया जा रहा है। नियमों का उल्लघंन करने पर 15 अक्टूबर से जुर्माना भी लगाया जा रहा है। 9 जनपद पंचायतों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक कुल 596 प्रकरणों में17 हजार 460 रूपए की वसूली की गई।
कोरोना संक्रमण वैश्विक महामारी से बचाव एवं रोकथाम के लिए राज्य एवं जिला स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने इस संबंध में राजस्व अधिकारियों, जनपदों के सीईओ एवं नगरीय निकाय के मुख्य नगरपालिका अधिकारियो को पत्र जारी कर कोरोना वायरस की रोकथाम और बचाव के संबंध में जन जागरूकता अभियान चलाकर व्यापक प्रचार-प्रसार करवाने के निर्देश दिए हैं। कोराना संक्रमण से बचने के लिए सबसे जरूरी मास्क है, बावजूद इसके ग्रामीणों द्वारा इसका उल्लघंन किया जा रहा है। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तीर्थराज अग्रवाल ने कहा कि कोरोना से बचाव के उपाय के लिए दैनिक व्यवहार में परिवर्तन लाना जरूरी है। इस हेतु मास्क का उपयोग, 2 गज की दूरी का पालन करना, बार.बार हाथ धोना जैसे तरीके हैं तथा इस दिशा में प्रभावी क्रियान्वयन आवश्यक है।
मास्क है अनिवार्य
वर्तमान में कोरोनो को लेकर लोगों में मास्क पहनने को लेकर ज्यादा लापरवाही नजर आ रही है। जबकि यह सुरक्षा का सर्वोत्तम उपाय है। इसके चलते ही जनपद पंचायत बम्हनीडीह में मास्क न पहनने पर हुई कार्यवाही में अब जुर्माने के तौर पर 140 प्रकरणों में 4 हजार 200 रूपये वसूल किए गए। इसी तरह जैजैपुर में 76 प्रकरणों में 2 हजार 280 रूपए की वसूली मास्क न पहनने पर की गई। पामगढ़ में मास्क न पहनने वालों के खिलाफ सख्त अभियान चलाते हुए 128 प्रकरणों में 3 हजार 420 रूपए की वसूली की गई। जनपद पंचायत अकलतरा में 7 प्रकरणों में 710 रूपए का जुर्माना लगाया गया। इसी तरह मालखरौदा जनपद पंचायत में 42 प्रकरणों में 1 हजार 260 रूपए, जनपद पंचायत डभरा में 78 प्रकरणों में 2 हजार 340 रूपए एवं नवागढ में 39 प्रकरणों में 1 हजार 170 रूपए की वसूली की गई। जनपद पंचायत बलौदा में 86 प्रकरण मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ बनाए गए और 2 हजार 580 रूपए की वसूली की गई।
जैजपुर । शौर्यपथ । यूं तो पुलिस का काम ही समाज की सुरक्षा और कानून का बेहतर तरीके से पालन कराना होता है जिससे आमजन स्वतन्त्र और सुरक्षित रूप से अपना जीवन यापन कर सके । हालांकि जैजैपुर पुलिस पर अपने कर्तव्य के निर्वहन करने में लापरवाही बरतने जैसी लगातार कुछ ना कुछ आरोप तमाम समाचार पत्रों और चैनलों के खबरों के माध्यम से पता चल रहता है जिससे सबको लगने लगा था कि जैजैपुर पुलिस पूरी तरह निकम्मी हो चुकी है और यहां हर तरह के केस दब जाते हैं लेकिन जिस तरह से जैजैपुर पुलिस के निरिक्षक तेजराम यादव की टीम ने बीते 13 तारीख के दर्मयानी रात जैजैपुर नगर पंचायत के कचरा गोदाम के चौकीदार खेमचरण कुम्हार के कमरे में चल रहे सेक्स रैकेट का पर्दाफ़ाश किया है जिसमें आठ लड़कों समेत एक लड़की व एक चौकीदार समेत कुल 10 लोगों को ipc की धारा 151,107, 116(3) के तहत गिरफ़्तार कर नयायालय पेश किया है । गिरफ़्तार किये गये लोगों में रामकुमार कुर्रे पिता सन्कर लाल कुर्रे उम्र 27 साल निवासी मुक्ता मालखरौदा ,कृष्णा यादव पिता फ़ूलसाय यादव उम्र 21 साल निवासी भोथीडीह,राम किशन यादव पिता इतवारी लाल यादव उम्र 24 साल निवासी मोहतरा मालखरौदा,आनंदराम साहू पिता भगत राम साहू उम्र 27 साल निवासी मुक्ता मालखरौदा, इमरान खान पिता आजम खान उम्र 28 साल मिशनचौक मालखरौदा,अरविंद कुमार पिता जगेश्वर प्रसाद उम्र 31 साल निवासी मिशन चौक मालखरौदा,हरिश यादव पिता मोहन यादव उम्र 26 साल निवासी संजयनगर जैजैपुर, माईकल साहू पिता खेमलाल साहू निवासी वार्ड 12 जैजैपुर,सहित युवती सन्तोषी चौहान उम्र 20 साल निवासी पंजरी प्लांट चक्रधर नगर रायगढ़ व चौकीदार खेमचरण कुम्हार शामिल हैं जैजैपुर क्षेत्र अब तक अवैध शराब ,जुआ और अवैध वसूली के कारण जाना जाने लगा था जो कि अब नये थाना प्रभारी तेजराम यादव के आने के बाद इस प्रकार की कार्यवाही से दिन भर धूप – बरसात में घूम घूम कर समाज की बुराईयों को कानून के सामने लाने वाले पत्रकारों और आम जनता में कानून और न्याय के प्रति उम्मीद भी जगी है कि अब जैजैपुर पुलिस भी समाज में फ़ैल रही बुराईयों और अपराधों को मिटाने में कामयाब होगी। इस कार्यवाही से अब इस तरह के घिनौने काम को अन्जाम देने वाले लोगों के बीच डर का माहौल हो गया है।
जांजगीर-चाम्पा / शौर्यपथ / जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ द्वारा जिलाधीश महोदय एवं प्राधिकृत अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित बिलासपुर (छ.ग.) के नाम एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें शाखा प्रबंधक हसौद के द्वारा कर्मचारियों एवं कृषकों के साथ दुर्व्यवहार के संबंध में ज्ञापन सौंपा है संघ के द्वारा ज्ञापन में कहा गया है कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक हसौद के शाखा प्रबंधक कृष्ण कुमार कश्यप के द्वारा सेवा सहकारी समिति कैथा के विक्रेता उमेश कुमार बंजारे के साथ अभद्रता का व्यवहार किया गया जो कर्मचारी संघ के लिए असहनीय बात है विक्रेता कर्मचारी उमेश कुमार बंजारे उपभोक्ता समान बिक्री की राशि जमा करने हेतु शाखा हसौद गया था भीड़ भाड़ होने के कारण शाखा प्रबंधक द्वारा विक्रेता को बोला गया कि पैसा मेरे पास जमा कर दो मैं बाद में जमा करवा दूंगा दूसरे दिन केशियर से फोन पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि पैसा जमा नहीं हुआ है बात की जानकारी शाखा प्रबंधक को होने के बाद विक्रेता उमेश कुमार बंजारे को शाखा प्रबंधक द्वारा गंदी गंदी गाली दी एवं धमकी दी गई की शाखा में आओ उसके बाद तुमको बताता हूं क्योंकि शाखा प्रबंधक कृष्ण कुमार कश्यप स्थानीय ग्राम कैथा का निवासी है एवं कृषकों को कर्मचारी के विरुद्ध शिकायत करने के लिए उकसाते हैं एवं कर्मचारी को मानसिक आर्थिक रूप से प्रताड़ित करते हैं जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ जिला जांजगीर चांपा शाखा प्रबंधक निंदा करती है .
अधिकारी महोदय से मांग करती है कि शाखा प्रबंधक के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए अन्यथा इस स्थिति में कर्मचारी संघ अपने कर्मचारी हित में उग्र कदम उठाने हेतु बाध्य हो जाएंगे। संघ द्वारा अपने प्रतिलिपि में श्रीमान कलेक्टर महोदय जिला जांजगीर चांपा श्रीमान संयुक्त पंजीयक महोदय सहकारी संस्थान बिलासपुर श्रीमान उप पंजीयक महोदय सहकारी संस्था जांजगीर श्रीमान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित बिलासपुर श्रीमान नोडल अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक जिला जांजगीर चांपा को पत्र प्रेषित किया है।
जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / जिले में जनपद पंचायत एवं नगरीय निकाय की गोठानों में 20 जुलाई से लेकर 5 सितम्बर तक 33 लाख 63 हजार 596 किलोग्राम गोबर की खरीदी 5 हजार 289 पशुपालकों के माध्यम से की गई। तो वहीं अब तक जिले की 244 गोठानों में कुल 47 हजार 622 पशुपालकों ने अपना पंजीयन कराया है। इसके साथ ही अब नई व्यवस्था के तहत 6 सितम्बर से गोबर खरीदी शासन के ‘एप’ के माध्यम से की जाएगी।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने बताया कि जिले में गोधन न्याय योजना का सुचारू रूप से संचालन कलेक्टर यशवंत कुमार के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। उनके मार्ग निर्देशन में 6 सितम्बर से जिले में शासन द्वारा चिप्स के माध्यम से बनाए गए एप के द्वारा गोबर की खरीदी की जाएगी। जिपं सीईओ ने बताया कि जिले में
9 जनपद पंचायत एवं 15 नगरीय निकाय की गोठानों में 33 लाख 63 हजार 596 किलोग्राम गोबर की खरीदी 5 हजार 289 पशुपालकों के माध्यम से की गई। पशुपालकों को दो बार बेचे गए गोबर का भुगतान उनके खातों में भी किया जा चुका है। जिले में प्रत्येक गोठान में मोबाइल एप के माध्यम से गोबर की खरीदी की जाएगी। गोठान के नोडल अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए बकायदा एप चलाने के लिए उन्हें प्रशिक्षित भी किया गया है। इस एप के माध्यम से विक्रेताओं को पूरी जानकारी घर बैठे ही मिल जाएगी।
अकलतरा जनपद में सर्वाधिक गोबर की खरीदी
जिले में 9 जनपद पंचायत एवं 15 नगरीय निकाय के 244 गोठानों के माध्यम से गोबर की खरीदी की जा रही है। 9 जनपद पंचायत में सर्वाधिक गोबर की खरीदी अकलतरा जनपद पंचायत के माध्यम से 7 लाख 33 हजार 655 किलोग्राम की गई है। इसी तरह नवागढ़ विखं में 6 लाख 57 हजार 429 किलोग्राम गोबर खरीदा गया। इसके अलावा जनपद पंचायत डभरा में 4 लाख 51 हजार 915 किलोग्राम, बलौदा जनपद पंचायत की गोठान में 2 लाख 89 हजार 253 किलोग्राम, जनपद पंचायत जैजैपुर में 2 लाख 23 हजार 810 किलोग्राम, जनपद पंचायत बम्हनीडीह में 1 लाख 92 हजार 230 किलोग्राम गोबर, जनपद पंचायत सक्ती में 1 लाख 93 हजार 246 किलोग्राम की खरीदी की गई। जनपद पंचायत पामगढ़ में 1 लाख 26 हजार 773 किलोग्राम, जनपद पंचायत मालखरौदा में 1 लाख 16 हजार 200 किलोग्राम, तो वहीं 15 नगरीय निकाय में 3 लाख 79 हजार 85 किलोग्राम गोबर खरीदी गया।