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संवाददाता कृष्णा टण्डन
जांजगीर चाम्पा / शौर्यपथ / बम्हनीडीह विकास खण्ड के ग्राम पंचायत सेमरीया के कुछ ग्रामीणो ने पहले तो शासकीय तालाब को पाट कर खेत बना लिया था जब पंचायत द्वारा तालाब का कायाकल्प करने के लिए शासन से स्वीकृति हुई तो अब सेमरीया के कब्जा धारियों को परेशानी हो रही है इतना ही कब्जा धारी तालाब गहरी करण मे बाधा डाल रहे है और गहरी करण नही होने दे इसकी लिखित शिकायत ग्राम के 19 पंचों के साथ काफी अधिक संख्या में लोगो ने इसकी सिकायत अनुविभागीय अधिकारी राजस्व चाम्पा व जनपद पंचायत बम्हनीडीह के मुख्य कार्यालय पालन अधिकारी से की है पंचों व ग्रामीणो का आरोप है की सेमरीया के फिरात यादव, पुनी राम सतनामी, बोहारिक सतनामी, गोपाल सतनामी, खीकराम सतनामी, खेदराम कश्यप, के द्वारा बंधा तालाब के करीब 10 एकड शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा कर खेती कर रहे है जब की वर्तमान वह भुमि शासकीय है जिसमे मनरेगा के तहत तालाब गहरी करण कार्य स्वीकृति है कार्य मे कब्जा धारियों के द्वारा बाधा उत्पन्न किया जा रहा है
दो ग्राम कब्जा छोडने को तैयार
ग्रामीणो से मिली जानकारी के अनुसार फिरात यादव, और खेदराम कश्यप कब्ज़ा छोड़ने के लिये तैयार है बाकी के ग्रामीणो के द्वारा कब्जा नही छोडा जा रहा है जिससे तालाब के कायाकल्प होने से पंचायत को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है
नही हटा तालाब से कब्जा तो होगा उग्र आंदोलन
ग्राम पंचायत सेमरीया के ग्रामीणो बताया की अगर तालाब से कब्जा नही हटाया गया तो वह उग्र आंदोलन करेगे ग्रामीणो ने यह भी कहना है की अगर जन हित के कार्य मे लोग बाधा डालते है तो वह गलत है तालाब का अगर कायाकल्प होगा तो वह सभी के लिये अच्छा है अगर कब्जा धारी कब्जा नही हटायेगे तो उच्च अधिकारीयो से इसकी सिकायत की जायेगी
जिम्मेदार बने है मुख दर्शक
ग्रामीणो का यह भी आरोप है की सिकायत के बाद भी जिम्मेदार अधिकारिय कब्जा हटाने के मुड मे नही है ऐसा लग रहा है तभी तो शासकीय का पर ग्रहण सा लग गया है कुछ दिनो मे बारिश आ जायेगी जिसके बाद मनरेगा का काम ही बंद हो जायेगा अगर जल्द ही कब्जा नही हटाया गया तो तालाब गहरी करण केवल नाम का ही रह जायेगा एक ओर शासन हर हाथ मे काम देने की बात कह रही है और यहा लोगो को काम तक नही मिल पा रहा है इसका मुख्य कारण शासकीय तालाब मे कब्जा नजर आ रहा है और जिम्मेदार अधिकारी है की इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है
वर्जन
सेमरीया के तालाब गहरी करण मे कुछ लोगो के द्वारा बाधा डालने की सिकायत मिली है भुमि पर कुछ लोगो ने कब्जा कर रखा है पटवारी से नक्शा मंगाया गया है जिसके बाद कब्जा हटा कर कार्यवाई के साथ गहरी करण किया जायेगा
कुबेर सिंह उरैती , सीईओ - जनपद पंचायत बम्हनीडीह
अवधेश टंडन की रिपोर्ट
जांजगीर चांपा / शौर्यपथ / हसौद पुलिस की बड़ी कारवाई जानकारी के मुताबिक रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर 10 लोगो से 9-9 लाख रुपये ठगी करने वाले 4 आरोपियों को पुलिस में गिरफ्तार कर लिया है वही एक आरोपी फरार है। मामला हसौद थाने की है जहाँ ग्राम पंचायत मिरौनी के अशोक कुमार कश्यप ने थाने में शिकायत की थी कि उससे रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर ग्राम पंचायत हसौद के ही भरत कश्यप,अर्जुन बर्मन,दीपक कश्यप,दिलीप कश्यप,पन्नालाल कश्यप ने रेलवे में नौकरी लगाने के नाम से उससे और उसके रिस्ते दरों से नौ नौ लाख रुपये लिए थे।और उसे दिल्ली ले जाकर फर्जी ज्वांइन लेटर,फ़र्ज़ी आईडी कार्ड देकर उससे धोका धाड़ी की है।जब इस बात की जानकारी उसे हुई तो उसने थाने में आरोपियों के विरुद्ध धोखाधाड़ी का आरोप दर्ज करवाया ।
जिसके आधार पर हसौद पुलिस ने कल दिनांक 01/06/2020 को पांचो आरोपि भरत कश्यप पिता गेंदराम कश्यप,अर्जुन बर्मन पिता दुजराम बर्मन,दीपक कश्यप पिता भरत कश्यप, दिलीप कश्यप पिता भरत कश्यप,पन्नालाल कश्यप पिता होरीलाल कश्यप के विरुद्ध 420,120ब,468,471 के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया । वही एक आरोपी पन्नालाल कश्यप फरार बताया जा रहा है ।
सूत्रों के अनुसार ग्राम पंचायत हसौद के भरत कश्यप भोजनालय दुकान का संचालन करता था जिससे मोटी रकम नही आता था जिससे ओ लोगो को रेलवे में नौकरी लगाऊंगा बोल के लोगो से पैसे का मांग करता था।
तथा अपने दोनों बेटे दीपक कश्यप और दिलीप कश्यप का नौकरी लगा दिया हूँ जो दिल्ली और कोलकत्ता में नौकरी करते है बोल के लोगो से पैसे की मांग किया करते थे ।वही अर्जुन बर्मन ट्रेडर्स का बिजनेस करता था और हसौद व्यपारी संघ का अध्यक्ष हूँ बोल के लोगो से पैसे का मांग किया करते थे ।
जानकारी के अनुसार ये लोग हसौद क्षेत्र के लग भाग 50 लोगो से नौकरी के नाम से पैसे की ठगी किये है ।इस लिए इस गिरोह को अंतरराष्ट्रीय गिरोह माना जा रहा है।
सूत्रों की माने तो इस गिरोह में कई बड़े बड़े लोगो का भी नाम सामने आ रहा है जो भाजपा के नेता और नेत्री है ।
जल्द ही इस केस में और भी कई लोगो के नाम आने की संभावना है । अब देखना यह होगा कि उन पर भी क्या कार्यवाही होता है ।
अवधेश टंडन की रिपोर्ट
मालखरौदा/ शौर्यपथ / पंचायत सचिव द्वारा लगातार मुख्यालय में अनुपस्थित रहकर गांव के सरपंच के घर को बनाया सचिव मुख्याल ऐसे में महत्वपूर्ण दस्तावेज अनाधिकृत व्यक्ति के हाथ में होने से कभी अनियमितता होने की आशंका है। वहीं ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं के लिए ग्राम पंचायत भवन को छोड़कर सरपंच के घर में मिलना पड़ रहा है। यहां उनकी अनुपस्थिति में ग्राम पंचायत का सभी कार्य सरपंच साहब के घर में किया जाता है। इसके चलते राज्य शासन की कई महत्वकांक्षी योजनाएं पंचायत प्रतिनिधि व कर्मचारियों की भेंट चढ़ने लगा है।
राज्य शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वकांक्षी योजना का संचालन कर इसका बेहतर ढंग से क्रियान्वयन करने का निर्देश दिया गया है
वहीं लगातार कलेक्टर द्वारा समीक्षा बैठक में योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन करने के उद्देश्य से अधिकारियों को योजना की जानकारी लेकर उन्हें प्रत्येक नागरिकों तक लाभ पहुंचाने का निर्देश दिया जाता है, मगर शासन की महत्वाकांक्षी योजनाएं पंचायत कर्मचारियों के मनमाने रवैये की भेंट चढ़ने लगी है जनपद पंचायत मालखरौदा अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़े सीपत की जनसंख्या लगभग दो हजार से अधिक है। यहां जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य कार्यों को लेकर रोजाना बड़ी संख्या में ग्रामीण पंचायत भवन पहुंचते हैं, मगर यहां पंचायत सचिव समरू लाल मधुकर के मनमाने रवैये से ग्रामीणों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। यहां पंचायत सचिव के मनमाने रवैये के चलते कई बार पंचायत भवन में सचिव के नहीं मिलने पर ग्रामीणों को उनके गृह ग्राम तक जाना पड़ रहा है। सचिव को उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर शासकीय कार्य के लिए जनपद पंचायत कार्यालय या जिला पंचायत कार्यालय आने का हवाला दिया जाता है। यहां सचिव के मनमाने रवैये से ग्रामीण परेशान हैं।
*अवधेश टंडन की रिपोर्ट* जांजगीर चांपा । शौर्यपथ । हसौद पुलिस की बड़ी कारवाई जानकारी के मुताबिक रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर 10 लोगो से 9-9 लाख रुपये ठगी करने वाले 4 आरोपियों को पुलिस में गिरफ्तार कर लिया है वही एक आरोपी फरार है। मामला हसौद थाने की है जहाँ ग्राम पंचायत मिरौनी के अशोक कुमार कश्यप ने थाने में शिकायत की थी कि उससे रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर ग्राम पंचायत हसौद के ही भरत कश्यप,अर्जुन बर्मन,दीपक कश्यप,दिलीप कश्यप,पन्नालाल कश्यप ने रेलवे में नौकरी लगाने के नाम से उससे और उसके रिस्ते दरों से नौ नौ लाख रुपये लिए थे।और उसे दिल्ली ले जाकर फर्जी ज्वांइन लेटर,फ़र्ज़ी आईडी कार्ड देकर उससे धोका धाड़ी की है।जब इस बात की जानकारी उसे हुई तो उसने थाने में आरोपियों के विरुद्ध धोखाधाड़ी का आरोप दर्ज करवाया । जिसके आधार पर हसौद पुलिस ने कल दिनांक 01/06/2020 को पांचो आरोपि भरत कश्यप पिता गेंदराम कश्यप,अर्जुन बर्मन पिता दुजराम बर्मन,दीपक कश्यप पिता भरत कश्यप, दिलीप कश्यप पिता भरत कश्यप,पन्नालाल कश्यप पिता होरीलाल कश्यप के विरुद्ध 420,120ब,468,471 के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया । वही एक आरोपी पन्नालाल कश्यप फरार बताया जा रहा है । सूत्रों के अनुसार ग्राम पंचायत हसौद के भरत कश्यप भोजनालय दुकान का संचालन करता था जिससे मोटी रकम नही आता था जिससे ओ लोगो को रेलवे में नौकरी लगाऊंगा बोल के लोगो से पैसे का मांग करता था। तथा अपने दोनों बेटे दीपक कश्यप और दिलीप कश्यप का नौकरी लगा दिया हूँ जो दिल्ली और कोलकत्ता में नौकरी करते है बोल के लोगो से पैसे की मांग किया करते थे ।वही अर्जुन बर्मन ट्रेडर्स का बिजनेस करता था और हसौद व्यपारी संघ का अध्यक्ष हूँ बोल के लोगो से पैसे का मांग किया करते थे । जानकारी के अनुसार ये लोग हसौद क्षेत्र के लग भाग 50 लोगो से नौकरी के नाम से पैसे की ठगी किये है ।इस लिए इस गिरोह को अंतरराष्ट्रीय गिरोह माना जा रहा है। सूत्रों की माने तो इस गिरोह में कई बड़े बड़े लोगो का भी नाम सामने आ रहा है जो भाजपा के नेता और नेत्री है । जल्द ही इस केस में और भी कई लोगो के नाम आने की संभावना है । अब देखना यह होगा कि उन पर भी क्या कार्यवाही होता है ।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज उनके निवास कार्यालय में अनिल कुमार चंद्रा के नेतृत्व में आये जैजैपुर विधानसभा के किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना शुरू करने पर मुख्यमंत्री का आभार जताया और कोरोना महामारी का संक्रमण रोकने और जरूरतमंदों की सहायता के लिए 95 हजार रूपए की राशि का चेक सौंपा। यह राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने किसानों द्वारा दिए गए इस योगदान की सराहना की। इस अवसर पर बलराम चंद्रा, ज्ञान चंद्रा, राजेश लहरे तथा जगत कुर्रे उपस्थित थे
जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के माध्यम से कार्यस्थल पर कोरोना से बचने के लिए 'क्या करें और क्या नहींÓ के संदेश का वाचन किया जा रहा है। नोवेल कोरोना वायरस से निपटने और इसके संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए तैयार किया गया 12 बिंदुओं का जनजागृति संदेश मनरेगा के मजदूरों सहित ग्रामीणों में सकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। जिसका प्रभाव यह हो रहा है वे इस संदेश का वाचन शपथ की तरह लेकर कर रहे हैं।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने बताया कि कलेक्टर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक श्री यशवंत कुमार के द्वारा वैश्विक महामारी कोरोना कोविड 19 के संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं।
उन्होंने लॉकडाउन के दौरान ग्रामीण श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराने, कार्यस्थल पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क लगाने और सतत हाथों को पानी, साबुन एवं सैनिटाइजर से धोने के निर्देश दिए हैं। श्री अग्रवाल ने बताया कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे निर्देशों के माध्यम से मनरेगा कार्यस्थल पर मजूदरों, ग्रामीणों को संक्रमण से बचने के उपाय बताये जा रहे हैं। इसके तहत 12 बिंदुओं पर दी गई जानकारी का प्रसार सतत किया जा रहा है और आगे भी जारी रहेगा। सोमवार को बलौदा विकासखण्ड मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी श्री ह्रदयशंकर द्वारा ग्राम पंचायत महुदा ब में वाचन किया तो रोजगार सहायक के माध्यम से जाटा, बोकरामुडा में कार्य के वाचन हुआ। इसके अलावा पामगढ़ जपं की ग्राम पंचायत धनगांव में तालाब गहरीकरण के दौरान रोजगार सहायक के द्वारा मजदूरों को 12 बिंदुओं की जानकारी दी गई। इस दौरान श्री भूपेन्द्र सिंह, श्री छत्रपाल लहरे, श्री लालू यादव, रजनी यादव, श्री रामप्रसाद लहरे, चंद्रिका लहरे आदि मजदूर उपस्थित रहे। जैजैपुर जपं के ग्राम पंचायत हरेठीकला, अकलतरा जपं के ग्राम पंचायत बरपाली, पिपरसत्ती में संदेश को मजदूरों ने ध्यान से सुना एवं अपने प्रतिदिन के कार्यों में शामिल करने की शपथ ली।
12 बिंदुओं में छुपा कोरोना से बचने का संदेश
जिपं सीईओ अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए कार्यस्थल पर 12 बिंदुओं पर शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार वाचन कराकर मजदूरों, ग्रामीणों को बताया जा रहा हैं। इसके लिए जनपद पंचायत सीईओ, मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रत्येक सप्ताह कार्य प्रारंभ करने के पूर्व कार्यस्थल पर 12 बिंदु के संदेशों का वाचन ग्राम रोजगार सहायक, पंचायत सचिव के माध्यम से कराया जाए। प्रत्येक सप्ताह मनरेगा के मजदूरों को बताया जाएगा कि वे सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू, खैनी इत्यादि न चबाए और न ही थूंके, सार्वजनिक स्थानों पर न्यूनतम 1 मीटर की भौतिक, शारीरिक दूरी बनाएं रखेे, श्वसन और हाथ की स्वच्छता सहित व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखेे, हाथ से बने एवं पुन: उपयोग में लाये जा सकने वाले मास्क से हर समय चेहरा ढंकेे, मास्क न होने पर साफ-सुथरे कपड़े,गमछे से चेहरा ढंके साथ ही आंख, नाक और मुंह को छूने से बचेे, छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को ढककर रखे, अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोने, साबुन और पानी उपलब्ध न होने पर कम से कम 60 प्रतिशत अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है।
घर के अंदर या बाहर स्वच्छता नियमित रखने और स्पर्श वाली सतहों को कीटाणुरहित करने, अनावश्यक यात्रा से बचने, कोरोना को हराने वालों या उससे लडऩे वालों को स्वीकार करने, उनका तिरस्कार न करने के साथ ही सामाजिक आयोजनों और भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहने, बिना हाथ मिलाये और गले मिले, हाथ जोड़कर अभिवादन करें और उसे स्वीकार भी करें।
जांजगीर चांपा से अवधेश टंडन की रिपोर्ट ...
जांजगीर चांपा / शौर्यपथ / जांजगीर जिले के बलौदा ब्लॉक के अंर्तगत ग्राम पंचायत सिवनी में पंचायत सचिव को सूचना के अधिकार की जानकारी देने के बिलंब हुआ तो गांव के पंच पति मनराखन सारथी जो कि पेशे से सरकारी स्कूल के शिक्षक है उनके द्वारा पंचायत सचिव को गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दे डाली।इसे लेकर सचिव में थाने में लिखित दी गयी है।जानकारी के अनुसार बलौदा ब्लाक के अंर्तगत आने वाले ग्राम सिवनी के पंचायत सचिव रामकिशन साहू जो पंचायत भवन में कार्य कर रहा था इसी बीच पूर्व उपसरपंच व पंच पति मनराखन सारथी पंचायत पहुचे फिर सूचना के अधिकारी के जानकारी मांगने लगे इतने सचिव ने समय कोविड 19 के कारण मांगी गई जानकारी अपूर्ण है करके बताया ओर पूरी जानकारी आवेदक को नही दी गई इस के कारण मनराखन सारथी पिता स्व खरचू राम सारथी के द्वारा सचिव को अपशब्द का प्रयोग करते हुए गंदी गालियां देने लगा।इसके बाद सचिव ने सूचना के अधिकार के बारे में उक्त जवाब दिया इसको सुन शिक्षक व पंच पति मनराखन सारथी तिलमिलाते हुए भड़क गया और सचिव को कार्यालय से निकलने की धमकी देने लगा इसके साथ कि नौकरी से निकलवाने की बात भी कहने लगा,इसके बाद मनरखन सारथी ने सचिव को किसी गंभीर प्रकरण में फंसाने तक की बात कह डाली। इन सब बातों को सुन सचिव ने सूझबूझ के साथ कलेक्टर एसपी व थाना चांपा में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
शिक्षक एक सम्मान जनक पद हैं,जिनमें इतनी बेशुमार शक्ति होती है कि वह किसी साधारण व्यक्ति को असाधारण योद्धा बना सकता है।लेकिन यहाँ मामला ही उल्टा है आपको बता दे मनराखन सारथी पुराने शिक्षक है फिर भी इस तरह की हरकत करने से बाज नही आरहे है।इसमे पहले भी एक बार 20-04-2020 को इसी तरह बाजार पारा के सामुदायिक भवन में पंचायत सचिव रामकिशन साहू को गाली गलौज किया गया था। यह घटना होते वक्त गांव के समस्त जनप्रतिनिधि वहां मौजूद थे,एक बात जो है समझ से परे है कि एक शासकीय कर्मचारी जो कोरबा जिला के करतला ब्लाक के ग्राम सुखरीकला में पदस्थ है।एक सरकारी कर्मचारी जो ग्राम पंचायत के समस्त कार्यों में सम्मिलित होता है औऱ अपनी मनमानी करता है।क्या ऐसा संभव है अगर है तो क्यों है यह प्रश्नवाचक चिन्ह को दर्शाता है।आपको हम बता दें कि मनराखन सारथी के द्वारा सचिव को कई बार इस तरह से अभद्र व्यवहार किया जा चुका है।जिसका विरोध करते हुए सचिव में शिकायत की गई।
शासकीय कार्यो में बाधा उत्पन्न करते हुए सचिव को जान से मारने की धमकी,,
सिवनी सचिव रामकिशन साहू ने बताया कि सिवनी गांव एक ऐसा पंचायत है जहां सिर्फ आए दिन विवाद होते रहता है,सचिव ने अपने साथ हुए इस मामले में न्याय की गुहार लगाते हुए उच्च अधिकारियों सहित थाना में शिकायत की गई है,और आगे बताया है कि अगर भविष्य में इस तरह की कोई घटना मेरे साथ होता है तो इसका जिम्मेदार मनराखन सारथी होगा ऐसा लिखित आवेदन में लिखा गया गई।अब देखना होगा कि पंचायत सचिव को किस तरह से न्याय मिल पाता है।
अवधेश टंडन की रिपोर्ट
जांजगीर-चांपा(हसौद) / शौर्यपथ / जांजगीर-चांपा जिले के जैजैपुर ब्लाक अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत हसौद सहित आसपास के किसान व ग्रामीण इन दिनों काफी परेशान नजर आ रहे हैं और हो भी क्यों ना क्योंकि पिछले कई महीनों से हसौद उपतहसील अंतर्गत पटवारी हल्का नम्बर 38 में पटवारी को प्रभार नही मिला है जिससे किसानों का जमीन संबंधी काम नही हो पा रहा है।
आपको बता दें कि जैजैपुर ब्लॉक अंतर्गत हसौद एक बड़ा ग्राम पंचायत है,साथ ही उपतहसील भी है। जिससे कई ग्राम पंचायतों का काम यही से होता है और यहां हर रोज कई किसान सहित ग्रामीण अपनी जमीन संबंधी कामों को कराने आते है। परंतु यह इस क्षेत्र का दुर्भाग्य हैं कि पिछले कई महीनों से उपतहसील के पास बने कार्यालय में हसौद पटवारी हल्का नम्बर 38 में पटवारी देव कश्यप को प्रभार नही मिला है जिससे किसानों सहित आम ग्रामीणों का जमीन संबंधी कोई काम नही हो पा रहा है। वही पटवारी देव कश्यप पहले से ग्राम पंचायत धमनी के पटवारी पद पर नियुक्त है। साथ ही उनको हसौद जैसे बड़े ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी दी गयी है हालांकि अब तक उन्हें पूर्व पटवारी द्वारा प्रभार नही दिया गया है जिससे जाति ,आमदनी,निवास जैसे छोटे कामो को छोड़कर अन्य जमीन संबंधी काम नही कर पा रहे है उप तहसील हसौद के ठीक बगल में पटवारी कार्यालय होने के बाद भी अधिकारी कुम्भकर्णी निद्रा में सोए हुए है। जिसके कारण अब तक पटवारी देव कश्यप को हसौद हल्का नम्बर 38 का प्रभार नही मिला है ।
यहां पूर्व में आर आई व पटवारी के पद पर एक ही अधिकारी पदस्थ थे जिनके साले के द्वारा हसौद पटवारी कार्यालय में ही ग्रामीणों से प्रत्येक काम के लिए अवैध वसूली किए जाने की खबर लगने के बाद प्रशासन हरकत में आया और पटवारी पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड किया गया जिसके बाद देव कश्यप को हसौद हल्का नम्बर 38 की जिम्मेदारी दी गई पर अब तक उन्हें प्रभार नही दिया गया जिससे कई तरह के सवाल खड़ा होता है। क्या अधिकारियों को हसौद के ग्रामीणों को होने वाली परेशानियों से कोई सरोकार नही है।
वैसे भी किसान और ग्रामीण जिनको जमीन खरीदी बिक्री या जमीन संबंधित अन्य काम के लिए भटकना पड़े इससे अधिकारियों को क्या मतलब, वो तो एसी के कमरे में बैठ कर अपना काम करते है। एक तो किसान और ग्रामीण कोविड 19 के कारण परेशान है तो वही दूसरी ओर हसौद उपतहसील में हल्का नम्बर 38 में पटवारी के पास प्रभार न होने से लोगों का जमीन संबंधी कामों के लिए भटकना पढ़ रहा है जिससे किसानों एवं ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।
जिम्मेदारो को नही है, प्रभार नही दिए जाने की जानकारी या बन रहे अनजान
हसौद उपतहसील के जिम्मेदार अधिकारी को भी मालूम नही है कि देव कश्यप को अब तक हल्का नम्बर 38 का प्रभार मिला है या नहीं, नियुक्ति आदेश जारी कर अधिकारी अपनी जिम्मेदारीयों से पल्ला झाड़ लिये शायद यही वजह है कि जिम्मेदार अधिकारी पटवारी को कोविड 19 के कारण व्यस्त और अन्यत्र जिम्मेदारी निभाने की बात कही जा रही है।
कार्यालय के दीवाल में लिखा है अब तक पूर्व पटवारी का नाम
हसौद के हल्का नम्बर 38 के पटवारी कार्यालय में अब तक पूर्व पटवारी श्यामसिंह मरकाम का नाम व नम्बर लिखा हुआ है जिससे किसान भ्रमित होते हैं। और आज भी उन्हें पटवारी मरकाम का इंतजार रहता है।
हसौद हल्का नम्बर 38 में देव कश्यप पटवारी के प्रभार में है और अभी कोविड-19 के महामारी के कारण कही कही ड्यूटी लगने से नही आ पा रहे होंगे।
के के पाटनवार
हसौद तहसीलदारहसौद पटवारी हल्का नम्बर 38 की जिम्मेदारी मुझे मिली है पर पूर्व पटवारी द्वारा अब तक प्रभार नही दिया गया है जिस कारण किसानों का जमीन संबंधी काम नही हो पा रहा है जाती, आमदनी, निवास जैसे कामों को कर रहा हूं।
देव कश्यप
प्रभारी पटवारी हसौद
अवधेश टंडन की रिपोर्ट
जांजगीर चांपा / शौर्यपथ / कोरोना महामारी के बीच ग्रामीणों को हर तरह से सुविधा देने के लिए राज्य सरकार हर तरह से प्रयास कर रही है इसी बीच ग्रामीण इलाकों में रोजगार गारंटी योजना के तहत सभी ग्राम पंचायतों में काम चलाई जा रही है जिसमें रोजगार सहायकों के द्वारा लापरवाही बरती जा रही है पर मालखरौदा के कार्यक्रम अधिकारी इन दिनों रोजगार सहायकों पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान है जो की लापरवाही कर रहे हैं उन पर भी कुछ एक्शन नहीं ले रहे हैं
ग्राम पंचायत के रोजगार सहायकों का हाल
मालखरौदा क्षेत्र के रोजगार सहायकों का इन दिनों हौसले बुलंद हैं ग्राम पंचायत कर्रापाली के रोजगार सहायक बिना माक्स सोशल डिस्टेंस के साथ काम करा रहे थे साथ ही सरकार के नियमों को दरकिनार कर रहे हैं और ग्राम पंचायत बड़े राबेली के रोजगार सहायक तो खुद को किसी अधिकारी से कम नहीं समझ रहे हैं पत्रकार को ही धमकी देने वाली बात बोल दी जाओ जो छापना है छाप लो हमारे अधिकारी जांच कर के चले गए हैं जरा इस रोजगार सहायक की भी कहानी सुन ले साहब ने काम चालू होने के बाद भी सूचना बोर्ड नहीं बनाया है यह मामला ग्राम पंचायत किरारी का जिसे काम चालू हो चुका था पर सूचना बोर्ड नहीं बनाया है इन सब के बीच एक ऐसा भी गांव है जिसमें दिखावे के लिए तो कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया था पर कोई कार्यवाही नहीं किया गया है हम बात कर रहे हैं ग्राम पंचायत चिखली का जहां रोजगार सहायक के द्वारा बिना सूचना बोर्ड बनाए काम चालू कर दिया गया था पर इस मामले में भी अभी तक उचित कार्रवाई नहीं किया गया है और थोड़ा नजर इस ग्राम पंचायत में भी डाल लें जहां सरपंच के पति ही रोजगार सहायक है जहां रोजगार गारंटी योजना के तहत तालाब गहरीकरण का काम चल रहा है जिसमें नियमों को ठेंगा दिखाते हुए नजर आ रहे हैं ऐसे ही और कई गांव के मामले है पर कार्यकर्म अधिकारी कुछ ज्यादा ही मेहरबान है रोजगार सहायकों के ऊपर इसीलिए तो अभी तक इन सभी मामलों में कार्यवाही नहीं किया गया है
मालखरौदा कार्यकर्म अधिकारी सतेंद्र पटेल
मालखरौदा में कई जगह से मीडिया के माध्यम से सूचना मिला था जिस पर जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी पर एक हफ्ते से ज्यादा हो गया है पर इन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है ऐसे में सवाल उठना लाज़मी हो जाता है साहब जब आपको जानकारी है फिर भी रोजगार सहायकों पर कार्यवाही क्यों नहीं किया जा रहा है
*क्या ऐसे लापरवाह रोजगार सहायकों पर जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई करेंगे या फिर इनको शाबाशी देंगे सरकार के नियमों का धज्जियां उड़ाने पर .
जांजगीर चांपा / शौर्यपथ / हसौद थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत नरियरा में खुलेआम महुआ शराब बेचा जा रहा है जिसको सरपंच द्वारा बार-बार बंद कराने हेतु कोटवार द्वारा मुनयादी कराया गया परंतु शराब बेचने वालों पर इसका कोई असर देखने को नहीं मिला .
जिससे परेशान होकर सरपंच दिलचंद रात्रे सहित पंचायत प्रतिनिधियों ने इसकी शिकायत हसौद थाना प्रभारी डी.एस. राठौर से की तथा शराब बिक्री करने वाले के खिलाफ उचित कार्यवाही करते हुए सहायता की मांग किया जिसको गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी द्वारा विषय की जांच कर उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया जहां एक तरफ पूरा देश कोरोना वायरस महामारी से लड़ रहा है उससे बचने हेतु हर संभव प्रयास कर रहा है शासन प्रशासन ने कई जिलों को रेड जोन में रखा है स्कूल, विद्यालय, मंदिर, आदि पूजनीय स्थान बंद पड़े हैं तथा लोगो से सोशल डिस्टेंस बनाए रखें व मास्क पहनने की अपील करते आ रहे हैं परंतु इन शराब बेचने वाले पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा यह लोग शासन के नियमों को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं जिसको देखते हुए नरियरा सरपंच दिलचंद रात्रे पूर्व सरपंच मनहरण साहू उपसरपंच गजेंद्र खाण्डे, मोहन बंजारे, संतोष कुमार यादव, हेमप्रसाद, लक्ष्मण बंजारे, विनोद रात्रे, खेमलाल साहू, सहित अन्य लोगों ने थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंप कार्यवाही की मांग की है.
जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / जिला पंचायत परिसर में 21 मई 2020 को आंतकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाते हुए अधिकारी-कर्मचारियों ने शपथ ली। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती यनिता यशवंत चंद्रा, उपाध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह, जिला पंचायत सदस्य राजकुमार साहू, गणेश राम साहू, लखनलाल साहू़, दिलेश्वर साहू भी मौजूद रहे।
वर्तमान में कोविड-19 महामारी के संक्रमण को देखते हुए जिपं परिसर में मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने सोशल, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए, मास्क लगाकर मनाने के निर्देश दिए थे। गुरूवार को जिपं परिसर में उपसंचालक पंचायत श्री अभिमन्यु साहू ने आतंकवाद दिवस पर अधिकारी, कर्मचारियों को शपथ दिलाई। इस दौरान शपथ लेते हुए सभी ने कहा कि हम भारतवासी अपने देश की अहिंसा एवं सहनशीलता की परम्परा में दृढ विश्वास रखते हैं तथा निष्ठापूर्वक आतंकवाद और हिंसा का डटकर विरोध करेंगे।
हम मानव जाति के सभी वर्गों के बीच शांति, सामाजिक सद्भाव तथा सूझबूझ कायम करने और मानव जीवन मूल्यों को खतरा पहुंचाने वाली और विघटनकारी शक्तियों से लड़ने की भी शपथ लेते हैं। इस दौरान जिला पंचायत लेखाधिकारी जीएस सिदार, सहायक परियोजना अधिकारी डीएस यादव, एसके ओझा, आकाश सिंह, गौरव शुक्ला, सहित महात्मा गांधी नरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, डीएमएफ के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।
अवधेश टंडन की रिपोर्ट
जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण रोकने के लिए पुलिस व प्रशासन कड़ी मेहनत कर रहा है। देशभर में 31 माई तक का लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है, देश के प्रधानमंत्री लोगों को अपने घरों में ही रहने की अपील कर रहे हैं, वहीं प्रशासन भी सख्त हिदायत दे रहे हैं, साथ ही तमाम हतकड़े अपना रहे हैं।।
लेकिन वहीं मालखरौदा थाना क्षेत्र में लोग लॉकडाउन मानने को तैयार नहीं है,लोग घर में रहने के बजाय इधर से उधर आ-जा रहे है। दिन में पुलिस कि मौजूदगी में भी लोग बेखौफ आना-जाना कर रहे हैं।।
*नहीं रहती पुलिस की मौजूदगी*
मालखरौदा पुलिस की मौजूदगी मुख्य चौक में कम ही रहती है,इसका फायदा उठाकर लोग बेवजह घुमते नजर आ रहे हैं, वहीं मालखरौदा थाना क्षेत्र में सुबह 7 बजे से ही लोगों का आवागमन शुरू हो जाता है।।
*जिले की सड़कों पर खूब वाहन दौड़ रहे है*
अभी तक जांजगीर चांपा जिले में कोविड-19 का कुल मरीज 12 पोजिटिव केस सामने आ चुके हैं, लेकिन फिर भी लोगों के द्वारा लॉकडाउन और धारा 144 का धज्जियां उड़ा रहे हैं इस पर अगर जल्द कोई निर्णय नहीं लिया गया तो उसका खामियाजा पूरा जिले को उठाना पड़ सकता है,सुबह से शाम तक जिस तरह लोग बड़ी संख्या में इधर-उधर जा रहे है, इससे प्रशासन की मेहनत पर पानी फिर सकता है।
*बेवजह घुमने वालो पर पुलिस नहीं कर रही कार्यवाही*
प्रशासन ने खाद्य सामग्री खरीदने, अस्पताल जाने सहित अन्य जरूरी कामों के लिए लोगों को अनुमति दी गई है,लेकिन लोग बेवजह घुम रहे हैं, मालखरौदा पुलिस के द्वारा बेवजह घूमने वालों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है जिससे इनके हौसले बुलंद हैं और बड़ी संख्या में बेवजह सड़कों पर अपनी गाड़ी दौड़ा रहे हैं।।
अवधेश टंडन की रिपोर्ट -
मालखरौदा / शौर्यपथ / विदित हो कि मालखरौदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का विवादों से हमेशा नाता रहा है यही कारण है कि आज भी यहां विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है मामला है मालखरोदा उप स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत आने वाले फगुरम प्राथमिक स्वस्थ केंद्र क्या जहा डॉक्टर सेट स्टाफ की मनमानी चरम सीमा पर है यहां के डॉक्टर स्टाफ लगातार नदारद रहते थे जिसकी सूचना मीडिया कर्मियों को मिलने पर लगातार पिछले कई दिनों से इस पर खबर चलाई , मामला था फागूराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी द्वारा स्वास्थ्य केंद्र को अनाथ छोड़ कर लंच पर जाने का जिस पर हमने लगातार चिरनिंद्रा में सोए उच्चाधिकारियों को जगाने कई खबरों का प्रकाशन किया जिसके भी उच्चाधिकारियों को सांप सूंघ गया था या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों पर कार्रवाई करने हाथ-पैर फूल रहे थे या यूं कहें कि आपको मालखरौदा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि या उनके आकाओं का डर था,कि फगुरम में कार्रवाई से आपकी नौकरी पर खतरा न पड़ जाये। यही वहज ही नजर आता है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रोग्राम के लापरवाह डॉक्टरों को अभयदान देते रहे, मामला जांजगीर सी एम एच ओ के संज्ञान में लाने के बाद उन्होंने ने भी 3 दिन में कार्रवाई करने का भरोसा दिया, पर कोरोना महामारी के इस दौर में साहब गांधी की इतनी किल्लत की टेबल के नीचे कुछ भी आये। और एक दिन अचानक खबर आई कि मालखरौदा बीएमओ ने अपने लावलश्कर के साथ औचक निरीक्षण किया और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी व कर्मचारियों को क्लीन चिट दे दी।
औचिक निरीक्षण, बात कुछ हजम नही होती,ऐसे में सवाल उठता है साहब ?
लगातार मीडिया में खबर प्रकाशन के बाद क्या फगुरम स्वास्थ्य केंद्र से अधिकारी और कर्मचारी क्या गायब रहेंगे जो आप औचिक निरीक्षण पर पहुंचे। क्या यह नही हुआ होगा कि आपके वहा पहुँचने से पहले किसी ने अंदुरूनी सूचना नही दी होगी क्योंकि साहब भी तो डॉक्टर है।
कार्रवाई से बचाने औचक निरीक्षण का ड्रामा क्यों?
इस पूरे मामले में देखा गया है कि अधिकारियों से लेकर मालखरौदा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों तक ने फगुरम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों का काफी समर्थन किया है और यही वजह है कि औचक निरीक्षण कर उन्हें अभयदान दे दिया गया क्या उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भगवान भरोसे छोड़ कर खांना खाने एक साथ जाने के लिए जवाब तलब नही करना चाहिए था।
जनप्रतिनिधियों के समर्थन पर हौसले है बुलंद
बता दे कि मीडिया में लगातार खबर प्रकाशन के बाद मालखरौदा क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधियों का भी फोन मालखरौदा क्षेत्र के रिपोर्टरों तक पहुंची है और उन्हें फगुरम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की खबर रोकने तक की बात कही गई परंतु साहब सवाल है जनता की जिंदगी का और यही वजह है कि लगातार इस पर खबर प्रकाशन की गई।
अवदेश टंडन की रिपोर्ट
जांजगीर चांपा / शौर्यपथ / मालखरौदा ब्लॉक के भड़ोरा निवासी जो आपने आप को किसी ब्लॉक पोस्ट पोर्टल के सम्पादक कहने वाले कथित ब्लॉक पोस्ट के पत्रकार भूपेंद्र लहरे जांजगीर चांपा जिले के मालखरौदा जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत भडोरा निवासी भूपेंद्र लहरे के खिलाफ आज दिनांक 14 मई 2020 को शिवसेना जिला ईकाई जाँजगीर चापा द्वारा जिला अध्यक्ष ओमकार सिंह गहलोत के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक जाँजगीर को ज्ञापन सौपा गया है .
जिसमें शिवसेना द्वारा भूपेंद्र लहरे के खिलाफ उचित जांच कर कार्यवाई करने की मांग किया गया है। शिवसेना ने अपने पत्र में लिखा है भूपेंद्र लहरे द्वारा कुछ दिन पहले मालखरौदा के एक पत्रकार के खिलाफ अश्लील शब्दो का प्रयोग करते हुये एक न्यूज़ चलाया था आपने ब्लॉक पोस्ट पोर्टल( भूमि एक्सप्रेस) में चलाया था, इस न्यूज़ मे उन्होने मालखरौदा के हर छोटी से बड़ी समाचारो को कवरेज करने वाले और जनता की आवाज उठाने वाले पत्रकार को बदनाम करने के मकसद से ऐसा फर्जी न्यूज़ चलाया गया था, चूंकि उसके द्वारा चलाये गये न्यूज़ मे कोई सत्यता नही है और इससे सही कार्य करने वाले पत्रकार को धूमिल करने की कोशिश किया गया है इन सबके साथ शिवसेना ने भूपेंद्र लहरे के खिलाफ जांच कर उचित कार्यवाई करने की मांग किया गया है वहीं जब शिकायत वाला मामला जब ब्लॉक पोस्ट के कथित पत्रकार भूपेंद्र लहरे को सूचना मिली तो कथित पत्रकार भूपेंद्र लहरे ने आपने स्टेटस में दे डाली धमकी को