August 03, 2025
Hindi Hindi
जांजगीर - चांपा

जांजगीर - चांपा (255)

प्राकृतिक आपदा के 05 प्रकरणों में 20 लाख रुपए की मदद मंजूर

जांजगीर-चापा / शौर्यपथ / कलेक्टर यशवंत कुमार ने प्राकृतिक आपदा से मृत्यु के 05 प्रकरणों में राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत कुल 20 लाख रुपए की मदद राशि स्वीकृत की है।
कलेक्टर कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार तहसील शिवरीनारायण के ग्राम कटौद निवासी श्री गौरव वर्मा की पानी में डूबने से मृत्यु होने पर उनके निकटतम वारिस के लिए मदद राशि स्वीकृत की गई है। इसी प्रकार डभरा तहसील के ग्राम गोपालपुर निवासी श्री नरसिंह उरांव, सक्ती तहसील के ग्राम चैराबरपाली के श्री देव चरण, मालखरौदा तहसील के ग्राम मिरौनी निवासी श्री युवराज मरार और शिवरीनारायण तहसील के ग्राम मोहतरा के श्री आशीष पटेल की सर्पदंश से मृत्यु के प्रकरण में उनके निकटतम वारिस के लिए सहायता राशि स्वीकृत की गई है। प्रत्येक प्रखंड में प्रकरण में 44 लाख रुपए के मान से स्वीकृति दी गई है।

जिले का प्राथमिकता का क्रम देने के लिए समय सीमा में वृद्धि
सहायक शिक्षक और सहायक शिक्षक (विज्ञान प्रयोगशाला) के लिए अंतिम तिथि अब- 12 जनवरी,

जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / संचालक लोक शिक्षण संचनालय रायपुर के निर्देशानुसार सहायक शिक्षक पद हेतु जिले की प्राथमिकता का क्रम निर्धारण हेतु पूर्व निर्धारित तिथि में समय बढ़ाया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी सक्ती से प्राप्त जानकारी के अनुसार डब्लूडब्लूडब्लू डॉट ईडीयूपोर्टल डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन पर ऑनलाइन प्राथमिकता दिया जा सकता है। सहायक शिक्षक सभी विषयों के लिए 11 जनवरी तक और सहायक शिक्षक (विज्ञान प्रयोगशाला) के लिए 12 जनवरी तक समय सीमा में वृद्धि की गई है। शिक्षा जिला सक्ती में जिला स्तरीय 78 पदों पर शासन के निर्देशानुसार भर्ती प्रक्रियाधीन है।
लोक शिक्षा संचालनालय रायपुर से जारी पत्र के अनुसार व्यापन द्वारा प्रावीण्य सूची के आधार पर प्रावधिक चयन सूची तैयार किए जाने पर एक ही अभ्यर्थी का नाम एक से अधिक संभाग व जिले में होने की संभावना है। इससे जिले के रिक्त पदों पर शतप्रतिशत भर्ती पूर्ण करने में विलंब की संभवना को देखते हुए संभाग की प्राथमिकता क्रम और जिले की प्राथमिकता क्रम ऑनलाईन माध्यम से प्राप्त किया जा रहा है।

गणतंत्र दिवस तैयारी संबंधी बैठक 2 जनवरी को

जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / कलेक्टर यशवंत कुमार की अध्यक्षता में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस समारोह आयोजन की तैयारी के संबंध में 2 जनवरी को पूर्वान्ह 11 बजे कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में बैठक आहूत की गई है। सभी संबंधित अधिकारियों को बैठक में उपस्थित होने कहा गया है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जांजगीर-चांपा जिला भ्रमण कार्यक्रम,

जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 5 जनवरी को जांजगीर-चांपा जिले के भ्रमण पर रहेंगे और विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
जारी कार्यक्रम के मुताबिक बघेल 5 जनवरी को दोपहर 12 बजे जिले के बलौदा विकास खंड के ग्राम करमंदी हेलीपैड पहुंचेंगे। वे दोपहर 12.10 बजे से 12.40 बजे तक औरईकला गौठान का निरीक्षण और स्व-सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री दोपहर 12.45 से 1 बजे तक नवागढ़ विकास खंड के धान खरीदी केन्द्र सरखों का अवलोकन करेंगे। दोपहर 1.15 से 2.30 बजे तक हाई स्कूल ग्राउंड क्रमांक- 1, जांजगीर में आयोजित किसान सम्मेलन, निर्माण कार्यों का शिलान्यास, लोकार्पण और सामग्री वितरण कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री का दोपहर- 2.35 से 3.35 तक का समय आरक्षित रहेगा।
इसके बाद वे 3.40 बजे कार द्वारा सर्किट हाउस से प्रस्थान कर 3.45 बजे दिब्यांग स्कूल पहुंचेंगे। वे 3.50 से 4.05 बजे तक दिब्यांग स्कूल और लायब्रेरी का अवलोकन करेंगे। वे 4.10 बजे से 4.40 बजे तक भीमा तालाब जांजगीर क सौंदर्यीकरण कार्यों का लोकार्पण और अवलोकन करेंगे ?। मुख्यमंत्री 4.40 बजे भीमा तालाब से प्रस्थान कर 4.45 बजे सर्किट हाउस आएंगे। सर्किट हाउस में वे विभिन्न संगठन,समाज प्रमुखों, जनप्रतिनिधि गण, युवा प्रतिनिधि मंडल और अधिकारियों से भेंट एवं चर्चा करेंगे।वे रात्रि विश्राम सर्किट हाउस जांजगीर में करेंगे।

जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / कलेक्टर यशवंत कुमार एवं पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारुल माथुर ने आज नव वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों, जश्न आदि के संबंध में जांजगीर-चांपा जिले के रेस्टोरेंट, होटल, क्लब, ढाबा, डीजे संचालकों की संयुक्त बैठक आज कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में ली। कलेक्टर ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग के कोविड से सुरक्षा संबंधी निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा। उन्होंने उपस्थित होटल संचालकों को सचेत करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के संक्रमित मरीज जांजगीर-चांपा जिले में मिले हैं। नए स्ट्रेन के वायरस में संक्रमण क्षमता 70 प्रतिशत अधिक बताया गया है। सावधानी और जागरूकता से ही इससे बच सकते हैं। इसलिए कार्यक्रम और जश्न के दौरान स्वास्थ्य विभाग एडवाइजरी का कड़ाई से पालन किया जाएं।
कलेक्टर ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान डीजे की सशर्त अनुमति दी गई है। वे वाहन पर रखकर डीजे नहीं बजा सकेंगे। रात्रि 10ः30 बजे ही तक ही डीजे बजाने की अनुमति प्रदान की गई है। ढाबा, रेस्टोरेंट संचालन की अनुमति प्रातः 6 बजे से रात्रि 12ः30 बजे तक की होगी। कंटेनमेंट जोन में यह गतिविधियां पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगी। कार्यक्रम स्थल पर क्षमता के आधार पर केवल 50 प्रतिशत लोगों को प्रवेश की अनुमति होगी। सैनिटाइजर एवं थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था करना अनिवार्य होगा। कलेक्टर ने कहा कि प्रवेश और एग्जिट के लिए अलग-अलग व्यवस्था करना होगा। प्रवेश द्वार पर फिजिकल डिस्टेंस के लिए गोला घेरा बनाना होगा। साथ ही आगंतुकों नाम पता फोन नंबर रजिस्टर में संधारित करना होगा। कोरोना के लक्षण वाले व्यक्तियों को कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। कार्यक्रम के कारण कोरोना संक्रमित पाए जाने पर समस्त जिम्मेदारी होटल, रेस्टोरेंट, क्लब एवं ढाबा प्रबंधक की होगी। संक्रमित व्यक्ति का इलाज का खर्च वहन करना होगा। कार्यक्रम के दौरान फिजिकल डिस्टेंस का पालन करना अनिवार्य होगा। 65 साल से अधिक आयु के व्यक्ति, अन्य रोगों से ग्रस्त व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं एवं 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति नहीं होगी। कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के अंतर्गत धुमाल, बैंड पार्टी, डीजे में 75 डेसिमल से ज्यादा की आवाज वाले घ्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग नहीं करेंगे।
पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारुल माथुर ने कहा कि आकस्मिक निरीक्षण के लिए उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है । स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी। श्रीमती माथुर ने होटल संचालकों से कहा कि कोविड से सुरक्षा के लिए सावधानी का पूरा ध्यान रखें। अपने स्टाफ का सप्ताह में एक बार कोरोनावायरस की जांच अवश्य करवाएं। सरकार द्वारा कोरोनावायरस जांच की निःशुल्क सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती लीना कोसम, एसडीएम श्रीमती मेनका प्रधान सहित होटल, ढाबा, डीजे संचालकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / राजस्व अनुविभाग जांजगीर के अंतर्गत जनपद पंचायत नवागढ़ के ग्राम पंचायत दर्री में शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालन हेतु 14 जनवारी तक आवेदन आमंत्रित किए गए है।
राजस्व अनुविभाग कार्यालय जांजगीर से जारी सूचना के अनुसार नवागढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत दर्री में दुकान संचालन हेतु इच्छुक संस्थाध्समूह आदि से आवेदन आमंत्रित किया गया है। इच्छुक समूह निर्धारित तिथि तक आवेदन राजस्व अनुविभाग कार्यालय जांजगीर में जमा कर सकतें है।

जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / राजस्व अनुविभाग पामगढ़ के अंतर्गत जनपद पंचायत पामगढ़ के झूलन व झिलमिली में शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालन हेतु 15 जनवारी तक आवेदन आमंत्रित किए गए है।
राजस्व अनुविभाग कार्यालय पामगढ़ से जारी सूचना के अनुसार पामगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत झूलन व झिलमिली में दुकान संचालन हेतु इच्छुक संस्था, समूह, सेवा सहकारी समिति, वन समिति, महिला स्व-सहायता समूह आदि से आवेदन आमंत्रित किया गया है। इच्छुक समूह निर्धारित तिथि तक आवेदन राजस्व अनुविभाग कार्यालय पामगढ़ में जमा कर सकते है।

जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / कृषि विज्ञान केन्द्र में स्वच्छता पखवाड़ा का आयोजन 16 से 30 दिसंबर तक किया गया। भारत सरकार की निर्देशानुसार तथा वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डाॅ.आर.एन.शर्मा के मार्गदर्शन में पखवाड़ा के तहत स्वच्छता जागरूकता के लिए विभिन्न गातिविधिया आयोजित की गई है।
कृषि विज्ञान केन्द्र से जारी प्रेस नोट के अनुसार नोडल अधिकारी कृषि वैज्ञानिक डाॅ. आर.मोदी के नेतृत्व में कृषि विज्ञान केन्द्र में आयोजित विभिन्न कृषक प्रशिक्षणों एवं देशी डिप्लोमा एवं कृषि अंतिम वर्ष रावे के छात्र-छात्राओं, ग्राम जर्वे के गोठान समिति के सदस्यों सहित ग्राम पंचायत स्थल, स्कुल परिसर, आंगन बाड़ी सहित केन्द्र के आवासीय परिसर एवं गोदामों, गौशाला, मशरूम उत्पादन ईकाई, आईएफएस माॅडल, उद्यानिकी सहित प्रशासनिक भवनों की साफ सफाई की गई। शपथ छात्र-छात्राओं, प्रतिशील किसानों एवं अधिकारी कर्मचारियों, दैनिक वेतन श्रमिकों को प्रक्षेत्र प्रबंधक चंन्द्रशेखर खरे ने स्वच्छता का दिलाई। पखवाड़ा के आयोजन में केन्द्र के वैज्ञानिक श्री आर. दिक्षीत, श्री एस.के.सूर्यवंशी, श्रीमती आशुलता नेताम, कार्यक्रम सहायक श्रीमती महेश्वरी उपासक, संतराम साहू, चंन्द्रकिरण, प्रमोद डहरिया, सहित अधिकारी एवं कर्मचारीयों का विशेष योगदान रहा।

1 लाख 65 हजार 683 परिवारों को 94 करोड़ रूपए मजदूरी भुगतान


जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / कोरोना काल में जब रेल, बस, टैक्सी से लेकर उद्योग धंधे, व्यापार, दुकानें सभी को लॉकडाउन कर दिया गया और ऐसे में उन परिवारों के सामने रोजी-रोटी की समस्या आन खड़ी हुई जो प्रतिदिन की मजदूरी पर निर्भर रहते थे। ऐसे में महात्मा गांधी नरेगा मजदूरी का सहारा बना। एक ओर कोरोना का भय लोगों में इस कदर व्याप्त था कि एक-दूसरे से भी नहीं मिल रहे थे। तब महात्मा गांधी नरेगा से जुड़े सभी अधिकारी, कर्मचारियों ने एकजुटता दिखाते हुए अपने कदमों को आगे बढ़ाया और ग्रामीणों के लिए रोजगार उपलब्ध कराने के लिए गांव में ही काम प्रारंभ कराया गया। कई बार ऐसे भी मौके आए कि कोरोना अपने चरम पहुंच गया और कई कर्मचारी पॉजिटिव हो गए, तब भी किसी के कदम नहीं डगमगाए और गांव में डेढ़ लाख श्रमिकों को प्रतिदिन कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए रोजगार उपलब्ध कराया।
जिला पंचायत जांजगीर-चांपा से प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2019-20 की तुलना में जहां 1 लाख 19 हजार परिवारों को 48 लाख 73 हजार 652 मानव दिवस का रोजगार देते हुए 83 करोड़ का मजदूरी भुगतान किया गया तो वहीं कोरोना काल में 1 अप्रैल 2020 से दिसम्बर 2020 तक 1 लाख 65 हजार 683 परिवारों को 51 लाख 12 हजार मानव दिवस का कार्य देते हुए 94 करोड़ रूपए की मजदूरी का भुगतान किया गया।
लॉकडाउन के दौरान मनरेगा के कार्य-
विगत अप्रैल एवं मई माह में 40 दिन के लॉकडाउन के दौरान ग्रामीणों को रोजगार देने के लिए मनरेगा के कार्यों को शुरू किया गया। इस दौरान लगभग डेढ़ लाख मजदूरों ने प्रतिदिन रोजगार प्राप्त किया। बारिश शुरू होने के बाद ग्रामीण खरीफ फसल की तैयारी में लग गए, फसल तैयार होने के बाद उसे धान खरीदी केन्द्रों में बेचने के उपरांत फिर से धीरे-धीरे मनरेगा के कार्यों में श्रमिकों की संख्या बढ़ना शुरू हो गई है। दिसम्बर में 60 हजार के करीब श्रमिक काम कर रहे हैं। इस दौरान कोविड-19 से बचाव के दिशा निर्देश जैसे मास्क लगाकर काम करने, नियमित अंतराल यानी दो गज की दूरी बनाये रखने के साथ ही लगातार हेंडवॉश से हाथ धोने आदि की समुचित व्यवस्था कार्यस्थल पर की गई।
5 हजार 662 कार्यों की स्वीकृति-
महात्मा गांधी नरेगा के तहत 1 अप्रैल 2020 से अब तक 154 करोड़ 71 लाख रूपए के 5 हजार 662 विभिन्न कार्यों की स्वीकृति दी गईं। तालाब गहरीकरण 613, नया तालाब के 80 कार्य, पक्की नाली निर्माण 158 कार्य, पौध संधारण के 50 कार्य, वृक्षारोपण चारागाह के 129 कार्य, वृक्षारोपण गोठान में 234 कार्य, निजी भूमि सुधार के 212 कार्य, निजी डबरी निर्माण 40 कार्य, सामुदायिक डबरी निर्माण 18 कार्य, पशु शेड 115 कार्य, वर्मी कम्पोस्ट टैंक 2 हजार 869 कार्य, चारागाह निर्माण 63 कार्य, धान चबूतरा निर्माण 184 कार्य, के अलावा मिट्टी सड़क, पंचायत भवन, भू-नाडेप, गली प्लग, गेबियन सहित विभिन्न प्रकार के कार्यों में मनरेगा के श्रमिकों को रोजगार दिया जा रहा है।
प्रवासी मजदूरों को मिला रोजगार-
मई माह में जब राज्य सरकार द्वारा कोरोना स्पेशल ट्रेन चलाई गई तो विभिन्न राज्यों से प्रवासी मजदूरों का जिले में आना शुरू हुआ। हजारों की संख्या में पहुंचे इन मजदूरों के सामने रोजीरोटी की समस्या सामने आई। ऐसे में क्वारंटीइन की अवधि पूर्ण करने के बाद महात्मा गांधी नरेगा के माध्यम से इन्हें रोजगार मुहैया कराया गया। जिले में अप्रैल 2020 से अब तक 36 हजार 588 नए जॉब कार्ड भी बनाए गए।

छबि की आमदनी बढ़ने से परिवार हुआ खुशहाल, फ्रेंबिकेशन व्यवसाय में मिली सफलता

जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / पामगढ़ तहसील के ग्राम रसौटा निवासी छबि कुमार लहरे की पहचान सफल व्यवसायी के रूप में है। उसकी स्वयं की हार्डवेयर एवं फ्रेंबिकेशन की दुकान है। फ्रेंबिकेशन व्यवसाय से ऋण की किश्त जमा करने के बाद प्रतिमाह करीब 15 हजार रूपये की आय हो जाती है। अनुसूचित जाति लघु व्यवसाय योजना से उसके स्वयं के दुकान का सपना पूरा हुआ। आमदनी बढ़ने से परिवार का पालन पोषण भी बेहतर ढंग से हो रहा है।
जिला अंत्यावसायी विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार छबि कुमार ने अनुसूचित जाति लघु व्यवसाय योजनांतर्गत 3 लाख रूपये का लोन लिया हैं। जिससे उसने स्वयं की दुकान में मशीन एवं अन्य कच्चा माल रखकर अपने व्यवसाय का विस्तार किया। आमदनी से वह ऋण का मासिक किश्त 5,605 रूपये नियमित रूप से जमा कर रहे हैं। इसके अलावा प्रतिमाह करीब 15 हजार रूपये से अधिक की आमदनी हो जाती है। जिससे वे अपने परिवार का सही ढंग से पालन पोषण कर रहे हैं।
छबि कुमार ने बताया कि वे ऋण लेने सं पूर्व पढ़ाई कर कृषि कार्य के साथ-साथ वेल्डिंग का कार्य करते थे । सामान कम होने के कारण बडे़ काम नहीं कर पाता था। आय भी कम होती थी। परिवार का पालन पोषण करना बहुत मुश्किल हो रहा था। उसने स्वयं की दुकान खोलकर आय बढ़ाने की मंशा से लोन के लिए जिला अंत्यावसायी विकास विभाग में आवेदन प्रस्तुत किया। पात्रतानुसार अनुसूचित जाति लघु व्यवसाय योजनांतर्गत वेल्ड़ींग दुकान के लिए चयन हुआ। योजना के तहत व्यवसाय के लिए तीन लाख रूपये का ऋण स्वीकृत हुआ। व्यवसाय विस्तार और मेहनत से आमदनी बढ़ गई। आमदनी बढ़ने से परिवार का पालन पोषण भी बेहतर ढंग से हो रहा है। उन्होने अंत्यावसायी विभाग की अनुसूचित जाति लघु व्यवसाय योजना को लाभकारी बताया।

जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री यशवंत कुमार ने जांजगीर-नैला नगर पालिका परिषद के वार्ड क्रमांक 13 व 15 में कोरोना संक्रमित व्यक्ति पाये जाने पर संबंधित वार्ड के चिन्हांकित क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है।
कंटेंनमेंट जोन में अतिआवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की आपूर्ति तथा अपरिहार्य स्वास्थगत आपातकालीन परिस्थितियों को छोड़कर कंटेनमेंट जोन में आने-जाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। कंटेनमेंट जोन के निवासी बिना अनुमति के अपने घरों से बाहर किसी भी परिस्थिति में नहीं निकलेंगे। चिन्हांकित क्षेत्र पूर्णत: लाकडाउन रहेगा। क्षेत्र के अंतर्गत सभी दुकानें, आफिस एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश तक पूर्णत: बंद रहेंगे। वाहनों के आवागमन पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। अति आवश्यक होने पर पृथक से आदेश प्रसारित किया जाएगा। कंटेनमेंट जोन में घर पहुंच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति उचित दरों पर की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य निगरानी, सैंपल की जांच आदि की व्यवस्था की जाएगी। कानून-व्यवस्था, कंटेनमेंट जोन को सील करने एवं गश्त करने के लिए आवश्यक पुलिस व्यवस्था के लिए पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कंटेनमेंट क्षेत्र में केवल एक प्रवेश एवं निकास द्वार की व्यवस्था हेतु पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता को दायित्व सौंपा गया है।
स्वास्थ्य विभाग के एसओपी अनुसार पीपीई कीट, मास्क उपलब्ध करवाने, घरों का एक्टिव सर्विलांस, मेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था की जिम्मेदारी सीएमएचओ को दी गयी है। कंटेनमेंट क्षेत्र में सेनेटाइज के लिए जांजगीर-नैला के सीएमओ को दायित्व सौंपा गया है ।

जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / कोरोना महामारी के दौरान जिस तरह से महात्मा गांधी नरेगा से श्रमिकों को जोड़कर गांव में ही रोजगार मुहैया कराया गया था, उसी तरह से ही लगातार गांव में स्वीकृत कार्यों को शुरू करते हुए रोजगार उपलब्ध कराना है, ताकि मनरेगा से जुड़े परिवारों को शत-प्रतिशत रोजगार मिल सके। यह बात मंगलवार को जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तीर्थराज अग्रवाल ने जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी, सहायक प्रोग्रामर एवं तकनीकी सहायकों की समीक्षा बैठक लेते हुए कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि
निर्माण कार्यो को पूर्ण गुणवत्ता के साथ किया जाए, किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समीक्षा बैठक से अनुपस्थित तकनीकी सहायकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा के माध्यम से नया तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, कच्ची नाली, निजी डबरी जैसे कार्यों में अधिक से अधिक श्रमिकों को रोजगार मिलता है, इसलिए जरूरी है कि इन कार्यों को शुरू करते हुए रोजगार दिया जाए। उन्होंने कहा कि मनरेगा से स्वीकृत कच्ची नाली से खेतों तक बनाने से किसानों को रवि की फसल के लिए को पानी मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि लक्ष्य के मुताबिक सभी ग्राम पंचायतों में मजदूरी मूलक कार्यों को शुरू करते हुए कार्यों को सतत निरीक्षण किया जाए। समीक्षा बैठक में चारागाह विकास, धान संग्रहण चबूतरा, पंचायत भवन, आंगनबाड़ी भवन निर्माण, स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए जा रहे सामुदायिक शौचालय, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मनरेगा मजदूरों को 90 दिवस की मजदूरी की समीक्षा की गई।
गोठान से बनाना आत्मनिर्भर
जिपं सीईओ ने बैठक में कहा कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के तहत जिले नरवा विकास के तहत जिले में 87 नालों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने नाला निर्माण की धीमी गति पर तकनीकी सहायकों को फटकार भी लगाई। संबंधित तकनीकी सहायकों को सख्त निर्देश देते हुए मौके पर जाकर कार्यों को पूर्ण करने कहा। इस दौरान उन्होंने गोठान की समीक्षा करते हुए कहा कि गोठान बनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य है कि ग्रामीण, स्व सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना। गोठान में सभी की सहभागिता से विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जाए, ताकि सतत रूप से आजीविका का संचालन हो सके। गोठान में बन रहे वर्मी कम्पोस्ट को पूर्ण करने के निर्देश दिए। जिपं सीईओ ने कहा कि गोठानों में गोबर की खरीदी नियमित रूप से की जानी है, ताकि स्व सहायता समूह की महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट के माध्यम से जैविक खाद तैयार कर सकें। इसके अलावा प्रत्येक जनपद पंचायत में पांच-पांच मॉडल गोठान का निर्माण किये जाने की भी उन्होंने समीक्षा की। उन्होंने गोठानों में पैरा को सुरक्षित तरीके से रखने के निर्देश बैठक में दिए।

रोजगार के साधनों का विकास, सड़क परिवहन भी होगें विकसित , शिवरीनारायण 36 करोड़ रुपये के कार्य प्रस्तावित
जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्य योजना के तहत राम वनगमन पर्यटन परिपथ का विकास किया जा रहा है। जांजगीर-चाम्पा जिले के शिवरीनारायण में राम वन - गमन पर्यटन परिपथ के अंतर्गत लगभग 36 करोड़ रुपये के कार्य प्रस्तावित किए गए है। जिसका कार्य प्रारंभ हो गया है। राम वन गमन पर्यटन परपिथ के अंतर्गत जांजगीर चांपा जिले में शिवरीनारायण, बलौदा बाजार में तुरतुरिया, रायपुर में चंदखुरी और गरियाबंद के राजिम में परिपथ के विकास कार्यों की शुरूआत हो चुकी है। इस योजना से लोगों की आस्था के अनुरूप राम की यादों को पौराणिक धार्मिक कथाओं से सुनते आ रहे लोग इन पौराणिक महत्व के स्थल को देख सकेगें। छत्तीसगढ़ की पावन भूमि पर्यटन तीर्थ स्थल के रूप में विकसित होने के साथ यहां रोजगार के साधनों का विकास होगा। अंदरूनी दुर्गम वन क्षेत्रों में सड़क परिवहन भी विकसित होगा जिससे कई आर्थिक गतिविधियों का स्वयं संचालित होने लगेंगी। देश और दुनिया के आस्थावान लोग रामायण सर्किट की धार्मिक तीर्थ यात्रा पर निकलेंगे तो भगवान राम के ननिहाल के दर्शन करेंगे।
राम वन गमन पथ में प्रमुख स्थल के रूप में विकसित होगा शिवरीनारायण-
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ की पावन धरा पौराणिक काल से दुनियां को अपनी ओर आकर्षित करती रही है। मर्यादा पुरूषोत्तम राम का ननिहाल छत्तीसगढ़ में है। राम छत्तीसगढ़ियों की जीवन-शैली और दिनचर्या का अंग हैं। पुरातन काल से छत्तीसगढ़ में राम लोगों के मानसपटल पर भावनात्मक रूप से जुड़े हैं। वहीं पर भगवान राम ने 14 वर्ष वनवास के दौरान लम्बा समय छत्तीसगढ़ की धरा पर गुजारा था। वनवास के दौरान श्रीराम शिवरीनारायण सहित छत्तीसगढ़ के जिन स्थानों से गुजरे थे उसे राम वन गमन पथ के रूप में विकसित करने कार्य योजना बनाई गई।
शबरी के जूठे बेर खिलाने का प्रसंग उद्धरित होगा घाट एरिया में-
प्रस्तावित कार्ययोजना के अनुसार राम वन - गमन पर्यटन परिपथ के महत्वपूर्ण पड़ाव और महानदी, शिवनाथ और जोंक नदी के संगम पर स्थित शिवरीनारायण में रामायण की थीम के अनुरूप विभिन्न विकास कार्य आकार ले रहे हैं। इनमें प्रमुख रूप से महानदी मोड़ पर 44 फीट ऊंचा विशाल प्रवेश द्वार और इसके समीप 32 फीट ऊंची भगवान श्रीराम सहित लक्ष्मण और माता शबरी की मूर्ति का निर्माण किया जायेगा। शिवरीनारायण में माता शबरी की भक्ति एवं वात्सल्य के प्रतीक जूठे बेर खिलाने के प्रसंग को उद्धरित करते हुए नदीतट घाट एरिया का सुंदरीकरण के अंतर्गत 14 व्यू पॉइंट का निर्माण, आरती पूजन जन सुविधा के रूप में, फूड प्लाजा, मेला ग्राउंड के पास कैफेटेरिया, पर्यटन सूचना केंद्र, पार्किंग एरिया का निर्माण, थ्री डी मॉडल, वाक थ्रू का निर्माण प्रस्तावित है।
शिवरीनारायण सहित 9 स्थलों का विकास प्रथम चरण में -
राम वनगमन पर्यटन परिपथ राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। पर्यटन परिपथ में कोरिया से लेकर सुकमा तक लगभग 1440 किलोमीटर के पथ में 75 स्थलों का चिन्हांकन किया गया है। इनमें से प्रथम चरण में 9 स्थलों के विकास का बीड़ा राज्य सरकार ने उठाया है। इनमें सीतामणी हरचैका, रामगढ़, शिवरीनारायण, तुरतुरिया, चंदखुरी, राजिम, सिहावा, जगदलपुर और रामाराम ( सुकमा) शामिल हैं।

हमारा शौर्य

हमारे बारे मे

whatsapp-image-2020-06-03-at-11.08.16-pm.jpeg
 
CHIEF EDITOR -  SHARAD PANSARI
CONTECT NO.  -  8962936808
EMAIL ID         -  shouryapath12@gmail.com
Address           -  SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)