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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
रायपुर / शौर्यपथ / दृश्य–श्रव्य माध्यम, मीडिया और रचनात्मक कार्यों में रुचि रखने वालों के लिए भारत का सर्वश्रेष्ठ वैश्विक मंच ‘वेव्स एप’ अब 26 भाषाओं में निशुल्क उपलब्ध है। इसे दूरदर्शन और मोबाइल पर गूगल भंडार (एंड्रॉइड) तथा आईफ़ोन भंडार (आईओएस) से डाउनलोड किया जा सकता है।
‘वेव्स एप’ एक बहुपयोगी मंच है, जिसमें चलचित्र, संगीत, खेल, कार्टून, समाचार, कहानी वाचन, बच्चों के कार्यक्रम, धारावाहिक, इतिहास, धार्मिक चैनल, स्वास्थ्य, जीवनशैली संबंधी कार्यक्रम, लोक तथा पाश्चात्य संगीत जैसे अनेक आकर्षक कार्यक्रमों का आनंद लिया जा सकता है।
गौरतलब है कि गत 1 मई 2025 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व ध्वनि एवं दृश्य सम्मेलन ‘वेव्स’ का शुभारंभ किया था। इस सम्मेलन में दुनिया के 90 से अधिक देशों के सामग्री रचनाकारों और चलचित्र निर्माताओं ने भाग लिया था। इसके उपरांत भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा ‘वेव्स एप’ को जारी किया गया, जो अब एक सशक्त भारतीय मंच के रूप में विश्व पटल पर स्थापित हो चुका है।
पंजीकृत किसानों से होगी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी
मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक आयोजित
रायपुर / शौर्यपथ / खाद्य मंत्री दयालदास बघेल की अध्यक्षता में धान खरीदी एवं कस्टम मिलिंग की नीति निर्धारण से संबंधित निर्णय लेने हेतु गठित मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक आज मंत्रालय महानदी भवन में संपन्न हुई। बैठक में कृषि मंत्री रामविचार नेताम, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी तथा राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा उपस्थित थे।
बैठक में आगामी खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में पंजीकृत किसानों से भारत सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर धान खरीदी किए जाने के लिए समुचित एवं पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। खरीफ वर्ष 2025-26 में किसानों का पंजीकरण एग्रीस्टेक पोर्टल के साथ-साथ एकीकृत किसान पोर्टल में किया जाएगा। किसान पंजीकरण का कार्य निर्धारित समय-सीमा में संपन्न करने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में यह भी निर्देशित किया गया कि किसानों को उनके द्वारा समर्थन मूल्य पर बेचे गए धान का भुगतान समय पर प्राप्त हो, इसके लिए आवश्यक प्रबंध किए जाएँ। धान उपार्जन के लिए आवश्यक नये एवं पुराने जूट बारदाने की व्यवस्था समयानुसार सुनिश्चित करने की जानकारी दी गई। धान की रिसाइक्लिंग रोकने हेतु प्रभावी प्रबंध करने और सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध धान की रोकथाम के लिए विशेष जाँच दल गठित करने के निर्देश दिए गए। इसी प्रकार, उपार्जित धान की मिलिंग हेतु आवश्यक तैयारियाँ करने पर भी बल दिया गया।
इस अवसर पर बैठक में सचिव खाद्य विभाग श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले, सचिव वित्त विभाग मुकेश बंसल, सचिव वाणिज्य एवं उद्योग विभाग रजत कुमार, प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ श्रीमती किरण कौशल, संयुक्त सचिव कृषि विभाग राहुल देव तथा प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक के. एन. कांडे उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव ने नक्सल प्रभावित जिलों में विकास कार्यों की समीक्षा की
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह ने आज मंत्रालय महानदी भवन में राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों में विकास कार्यों की समीक्षा की। बैठक में बस्तर, सुकमा, दक्षिण बस्तर, दंतेवाड़ा, उत्तर बस्तर कांकेर, नारायणपुर, कोंडागांव, बीजापुर, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और गरियाबंद जिलों में हितग्राही मूलक कार्यक्रमों और योजनाओं की समीक्षा की गई।
प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह ने नक्सल प्रभावित जिलों में मनरेगा, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, उज्ज्वला योजना, जनधन खाता, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, आधार कार्ड सहित अन्य हितग्राही मूलक कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा की।
बैठक में बताया गया कि एलडब्ल्यूई प्रभावित जिलों में लगभग 99 प्रतिशत से अधिक लोगों का आधार पंजीकरण पूरा कर लिया गया है। इसी प्रकार लगभग 28 लाख 18 हजार 616 किसानों का प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत पंजीकरण कर उन्हें योजना का लाभ दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत 26 लाख 21 हजार 491 हितग्राहियों के बैंक खाते खोले गए हैं। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 35 लाख 66 हजार 409 हितग्राहियों को गंभीर बीमारियों के उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। ग्रामीण इलाकों में मोबाइल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए मोबाइल टावर स्थापित किए जा रहे हैं। क्षेत्र में लोगों को अधिक से अधिक बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु विभिन्न बैंकों और डाकघरों की शाखाएं खोली जा रही हैं। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सभी पात्र हितग्राहियों को नियमित रूप से खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए राशन कार्ड बनाए गए हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह ने निर्देशित किया कि क्षेत्र के सभी पात्र मनरेगा हितग्राहियों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु उनका जॉब कार्ड अवश्य प्रदान किया जाए। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत स्वीकृत सभी आवासों का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा किया जाए तथा सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराए जाएं।
उन्होंने निर्देश दिया कि महतारी वंदन योजना के अंतर्गत शेष हितग्राहियों का शीघ्र सर्वे कर उन्हें लाभान्वित किया जाए। आत्मसमर्पित नक्सलियों को कौशल विकास योजना के तहत क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप विशेष ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जाए। प्राथमिक और माध्यमिक स्तर की भवन-विहीन शालाओं के भवन शीघ्र निर्मित किए जाएं और यह सुनिश्चित किया जाए कि प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय एक ही परिसर में हों।
वीडियो कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, वित्त विभाग के सचिव मुकेश बंसल, शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, उच्च शिक्षा, कौशल विकास एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, श्रम विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता, मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव डॉ. रवि मित्तल, आयुक्त बस्तर संभाग तथा पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सहित बस्तर, सुकमा, दक्षिण बस्तर, दंतेवाड़ा, उत्तर बस्तर कांकेर, नारायणपुर, कोंडागांव, बीजापुर, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और गरियाबंद जिलों के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक शामिल थे।
मुंगेली / शौर्यपथ / कलेक्टर कुन्दन कुमार के निर्देशानुसार एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रभाकर पाण्डेय के मार्गदर्शन में जिले में गायों की सेवा, संरक्षण एवं सहयोग को बढ़ावा देने के लिए ‘गौ सेवा संकल्प अभियान’ चलाया जा रहा है। अभियान के जिले के सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया और गायों की सेवा, संरक्षण एवं सहयोग को प्रोत्साहित करने के साथ संकल्प लिया गया।
उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. आर.एम. त्रिपाठी ने बताया कि जिले की सभी 367 ग्राम पंचायतों में गौ-चौपाल का सफल आयोजन कर आज लोरमी विकासखण्ड के ग्राम केस्तरपुर और दाउकापा में समापन हुआ। चौपाल के माध्यम से पशुपालकों को घुमंतु एवं आवारा पशुओं के प्रबंधन, गोठान की उपयोगिता, पशु पहचान, टीकाकरण तथा पशुपालन आधारित योजनाओं की जानकारी दी गई। कार्यक्रम की शुरूआत गाय की पूजा कर शुरू की गई। उन्होने बताया कि जिले में आयोजित गौ-चौपाल में ग्रामीणों और पशुपालकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
26 हजार से अधिक गौ मित्रों का हुआ पंजीयन
अभियान के अंतर्गत तीनों विकासखंडों में विशेष कार्ययोजना बनाकर ग्राम स्तर पर समितियों का गठन किया गया। इन समितियों के माध्यम से आवारा पशुओं की देखभाल, चारा-पानी की व्यवस्था एवं गोठान को आत्मनिर्भर बनाने पर बल दिया गया। गौ चौपाल के माध्यम से 26 हजार से अधिक गौ मित्रों का पंजीयन किया गया है। इन गौ मित्रों को जनपद पंचायत से पहचान पत्र जारी किया जा रहा है। ये सभी गौ मित्र घुमन्तू पशुओं के प्रबंधन व गाय लेने हेतु पशुपालकों को प्रेरित करेंगे व ग्राम पंचायत का सहयोग करेंगे।
13 हजार से अधिक पशुपालकों की भागीदारी, 04 हजार 534 पशुओं में ईयर टैगिंग
गौ-चौपाल के माध्यम से न केवल आवारा पशु प्रबंधन में मदद मिलेगी, बल्कि पशुपालकों को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ भी मिलेगा। गौ चौपालों में जिले के 13 हजार 778 पशुपालकों ने भाग लिया। चौपालों के माध्यम से 01 हजार से अधिक घुमन्तू पशुओं को उनके मालिकों सौंपा गया है। वहीं ग्रामों के सरपंच, स्थानीय ग्रामीणजनों द्वारा 882 पशुओं को गोद लिया गया है। तीनों विकासखण्डों में गॉवों का चयन कर 04 हजार 534 पशुओं में ईयर टैगिंग तथा 875 पशुओं को रेडियम कॉलर बेल्ट पहनाया गया है।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ रजत जयंती के अवसर पर श्रम विभाग द्वारा राजनांदगांव विकासखंड के औद्योगिक क्षेत्र टेड़ेसरा के नवीन शासकीय प्राथमिक शाला प्रांगण में श्रमवीर स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर का शुभारंभ अध्यक्ष छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल श्री योगेश दत्त मिश्रा द्वारा किया गया। उन्होंने श्रमिकों को अधिक से अधिक संख्या में शिविर में शामिल होकर स्वास्थ्य जांच कराने तथा विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होने आवेदन प्रस्तुत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि विभिन्न बीमारी से ग्रसित पाए जाने वाले श्रमिकों को श्रम विभाग अंतर्गत संचालित मंडलों के पात्रतानुसार आवेदन कराकर लाभान्वित किया जाएगा।
श्रमवीर स्वास्थ्य जांच शिविर में अपंजीकृत श्रमिकों को पात्रतानुसार नवीन पंजीयन एवं नवीनीकरण कार्य किया गया तथा श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित कराने के लिए आवेदन प्राप्त किए गए। शिविर में विभिन्न औद्योगिक संस्थानों एवं आसपास क्षेत्र के लगभग 300 से अधिक श्रमिक शामिल हुए। इस दौरान मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा 50 श्रमिकों का स्वास्थ्य जांच कर 29 रोगियों को आवश्यकतानुसार दवाई एवं आवश्यक स्वास्थ्य सलाह दी गई। ईएसआईसी औषधालय द्वारा लगभग 115 श्रमिकों एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा 65 श्रमिकों का स्वास्थ्य जांच कर नि:शुल्क दवाई वितरण किया गया। शिविर में श्रम विभाग राजनांदगांव द्वारा छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल तथा छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल अंतर्गत पात्रता अनुसार 19 श्रमिकों का नवीन पंजीयन एवं 9 श्रमिकों का नवीनीकरण किया गया।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित 25वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2025 के समापन समारोह का आयोजन आज अंतर्राष्ट्रीय एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम राजनांदगांव में हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद श्री संतोष पाण्डेय उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव ने की। सांसद श्री संतोष पाण्डेय ने हॉकी के जादूगर स्वर्गीय श्री ध्यान चंद को याद करते हुए बताया कि उन्होंने राजनांदगांव में अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय श्री ध्यान चंद खेल का इतना ज्यादा अभ्यास करते थे कि वे हॉकी के जादूगर हो गए। वे हॉकी खेल के प्रति समर्पित हो गए। उन्होंने कहा कि जब किसी खेल में समर्पित होते है तो वह प्रतिभा निखरकर प्रदेश के मंच, मैदान, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी होते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी खेल व खिलाडिय़ों के प्रति हमेशा सजग रहते है। खिलाडिय़ों से चर्चा करते है। उन्होंने बताया कि ओलंपिक खेल की मेजबानी भारत करने वाला है। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय खिलाडिय़ों का है। यहां के अनेक खिलाड़ी बड़े-बड़े पदों पर है। उन्होंने खिलाडिय़ों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अच्छे खिलाड़ी बनने तथा देश के लिए खेलने के लिए शुभकामनाएं दी।
अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती किरण वैष्णव ने कहा कि खिलाडिय़ों ने 25वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में सभी खिलाडिय़ों ने अपनी प्रतिभा का बेहतर तरीके से प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि खेल अनुशासन एवं नियम के साथ खेला जाए तो खेल रूचिकर हो जाता है। सभी खिलाडिय़ों ने नियम और अनुशासन से खेल में भाग लिया है। उन्होंने कहा कि खेल में एक लक्ष्य बनाकर खेलना आवश्यक होता है। खिलाड़ी पूर्ण निष्ठा, अनुशासन, नियम और संघर्ष करने से सफलता जरूर हासिल होती है। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों ने अपनी खेल प्रतिभा को दिखाते हुए जीत हासिल किया है। उन्होंने खिलाडिय़ों को हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए शुभकानाएं दी। इस दौरान स्कूली विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर उपाध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती किरण साहू, पूर्व विधायक श्री विनोद खाण्डेकर, पूर्व अध्यक्ष राजगामी संपदा न्यास श्री रमेश पटेल, श्री सुमित सिंह भाटिया, श्री आलोक, श्रीमती अमृता सिन्हा, श्री फिरोज अंसारी, श्री रघुवीर सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, प्रतिभागी एवं बड़ी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित थे।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप लगाया है कि जेम पोर्टल भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। उनका कहना है कि अनुसूचित जाति कल्याण विभाग ने हाल ही में 50 हजार रुपये की रोटी बनाने की मशीन को लगभग 7 लाख 95 हजार रुपये में खरीदा है। इसके पहले भी 200 रुपये के जग को 32 हजार रुपये और 1 लाख रुपये की टीवी को 10 लाख रुपये में खरीदा गया था।
शुक्ला ने कहा कि इसी तरह की अनियमितताओं को देखते हुए कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में जेम पोर्टल से खरीदी की प्रक्रिया बंद कर दी थी, ताकि बाहरी सप्लायरों और दलालों को रोककर राज्य के खजाने की सुरक्षा की जा सके। लेकिन भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद फिर से जेम पोर्टल से शासकीय खरीदी शुरू की और अब इसका नकारात्मक परिणाम सामने आ रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जेम पोर्टल लागू कर छत्तीसगढ़ के स्थानीय व्यवसायियों और युवाओं से रोजगार छीनने का काम किया है। वहीं कांग्रेस सरकार ने स्थानीय उद्योग और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सीएसआईडीसी के माध्यम से रेट कॉन्ट्रैक्ट आधारित खरीदी की व्यवस्था शुरू की थी, जिससे राज्य के छोटे उद्योगों, व्यापारियों और कुटीर उद्योगों को संरक्षण और रोजगार के अवसर मिलते थे।
शुक्ला के अनुसार भाजपा सरकार ने यह दावा किया था कि सीएसआईडीसी की सप्लाई व्यवस्था में भ्रष्टाचार होता था, जबकि यह पूरी तरह से पारदर्शी प्रणाली थी। उन्होंने आरोप लगाया कि जेम पोर्टल लागू करने का असली उद्देश्य स्थानीय व्यवसायियों को दरकिनार कर मोटा कमीशन वसूल करना था, और अब उसके दुष्परिणाम प्रदेश के सामने आ रहे हैं।
राजधानी रायपुर के मोवा स्थित आई स्पोर्ट्स कोर्ट में चल रहे 47वें ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी शटल बैडमिंटन टूर्नामेंट में टीम इवेंट का खिताब केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड ने अपने नाम किया। फाइनल में केरल ने तमिलनाडु पावर डिस्ट्रीब्यूशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड को एकतरफा मुकाबले में मात दी। तीसरे स्थान पर कर्नाटक और चौथे स्थान पर आंध्रप्रदेश की टीम रही।
टीम इवेंट का फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। टूर्नामेंट नियमों के अनुसार दोनों टीमों के बीच तीन सिंगल और दो डबल मैच खेले जाने थे। केरल के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहले ही तीन मैच जीतकर विजेता बनने का गौरव हासिल किया।
पहले सिंगल में केरल के श्याम प्रसाद एम ने तमिलनाडु के ए. चंद्रशेखर को 21-4 और 21-6 से हराया।
दूसरे सिंगल में अजय सतीश ने तमिलनाडु के वी. सुंदरेश्वर को 21-10 और 21-8 से मात दी।
डबल्स में श्याम प्रसाद एम और विष्णु राजेंद्रन की जोड़ी ने के. श्रीधर और वी. सुंदरेश्वर को 21-4, 21-13 से हराकर फाइनल जीत पक्का कर दिया।
ओपन इवेंट्स में कड़ी टक्कर
ओपन सिंगल मुकाबलों में पूरे दिन खिलाड़ियों ने शानदार खेल दिखाया। 13 सितंबर की सुबह सेमीफाइनल में केरल के अजय सतीश और तेलंगाना के बी. कृष्णाकांत, वहीं छत्तीसगढ़ के अविनेश पाठक और केरल के श्याम प्रसाद एम आमने-सामने होंगे। इसके बाद दोपहर तीन बजे फाइनल खेला जाएगा।
ओपन डबल्स में भी रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले होंगे, जहां तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और केरल की मजबूत जोड़ियां आमने-सामने होंगी।
पुरस्कार वितरण समारोह
टूर्नामेंट का समापन व पुरस्कार वितरण समारोह 13 सितंबर को शाम 4 बजे आई स्पोर्ट्स कोर्ट, मोवा में होगा। मुख्य अतिथि ऊर्जा सचिव एवं छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव विजेताओं को पुरस्कृत करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक एस.के. कटियार करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में पारेषण कंपनी के प्रबंध निदेशक राजेश कुमार शुक्ला, वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक भीम सिंह कंवर, ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष के.एस. मनोठिया तथा निदेशक आर.ए. पाठक व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे।
आयोजन और भागीदारी
इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का आयोजन छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज की सेंट्रल स्पोर्ट्स एंड कल्चरल कमेटी द्वारा किया जा रहा है। कमेटी के महासचिव व कार्यपालक निदेशक (वित्त) एम.एस. चौहान ने बताया कि 10 राज्यों की विद्युत कंपनियों से 65 से अधिक खिलाड़ी टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं। इनमें कर्नाटक पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन, कर्नाटक पावर कॉर्पोरेशन, तमिलनाडु पावर डिस्ट्रीब्यूशन कॉर्पोरेशन, यूपी पावर कॉर्पोरेशन, केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, आंध्रप्रदेश ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन, तेलंगाना ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन, असम स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड और दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड की टीमें शामिल हैं।
मुख्य निर्णायक प्रताप भट्टाचार्य एवं मैच नियंत्रक गुरदीप सिंह के साथ हेम पांडेय, घनश्याम सोनी, आदित्य भट्टाचार्य, अनुराग डे और श्रीराम यादव निर्णायक मंडल में हैं।
सार समाचार
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेश में अजीम प्रेमजी स्कॉलरशिप योजना का किया शुभारंभ
प्रदेश के शासकीय विद्यालयों से 10वीं और 12वीं उत्तीर्ण करने वाली बालिकाओं को उच्च शिक्षा हेतु मिलेगी वित्तीय सहायता
देश के किसी भी संस्थान में पढ़ाई के लिए बालिकाओं को मिलेंगे वार्षिक 30 हजार रुपए
बेटियों की उच्च शिक्षा को मिलेगी नई उड़ान, आर्थिक दिक्कतें नहीं बनेंगी बाधा
रायपुर / शौर्यपथ / बेटियों को शिक्षा मिलने से हमारी पीढ़ियाँ शिक्षित होती हैं। प्रदेश सरकार बेटियों की उच्च शिक्षा के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने आज राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से अजीम प्रेमजी स्कॉलरशिप योजना के शुभारंभ अवसर पर यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को बधाई देते हुए कहा कि इस छात्रवृत्ति योजना से हजारों बेटियों को अपने सपनों को साकार करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि पिछले 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ का चहुंमुखी विकास हुआ है और इसमें बेटियों ने भी अपनी भूमिका निभाकर प्रदेश का मान बढ़ाया है। बेटियाँ आर्थिक दिक्कतों के कारण अपनी पढ़ाई अधूरी न छोड़ें—इसी उद्देश्य से यह पहल की गई है। यह योजना प्रदेश में बालिकाओं की उच्च शिक्षा में नामांकन दर को और अधिक बढ़ाने में सहायक होगी।
श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ संकल्प को यह स्कॉलरशिप आगे बढ़ाएगी। इसके माध्यम से शासकीय विद्यालयों में पढ़ने वाली निम्न आय वर्ग की छात्राओं को विशेष रूप से मदद मिलेगी और वे अपनी उच्च शिक्षा जारी रख पाएँगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब बेटियाँ पढ़ती हैं तो वे केवल दो परिवारों को ही नहीं बल्कि पूरी पीढ़ियों को शिक्षित करती हैं। उन्होंने सभी महाविद्यालयों में इस योजना की जानकारी व्यापक रूप से पहुँचाने के निर्देश दिए।
उल्लेखीय है कि इस योजना के तहत प्रदेश के शासकीय विद्यालयों से 10वीं एवं 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाली नियमित छात्राएँ पात्र होंगी। जो छात्राएँ शैक्षणिक सत्र 2025-26 में स्नातक के प्रथम वर्ष अथवा डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष में देश के किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में प्रवेश लेंगी, उन्हें छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा।योजना का लाभ पाने के लिए वेबसाइट https://azimpremjifoundation.org/what-we-do/education/azim-premji-scholarship/ पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा। साथ ही, क्यूआर कोड स्कैन कर भी आवेदन किया जा सकता है।
आवेदन दो चरणों में स्वीकार किए जाएँगे—पहला चरण 10 सितम्बर से 30 सितम्बर 2025 तथा दूसरा चरण 10 जनवरी से 31 जनवरी 2026 तक। फाउंडेशन द्वारा छात्रवृत्ति योजना की पूरी प्रक्रिया नि:शुल्क संचालित की जाएगी। यदि योजना से संबंधित किसी प्रकार की धोखाधड़ी या शिकायत की जानकारी हो, तो उसे This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it. पर प्रेषित किया जा सकता है।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, आयुक्त उच्च शिक्षा श्री संतोष देवांगन, संचालक तकनीकी शिक्षा श्री विजय दयाराम के., तथा अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के स्टेट हेड श्री सुनील शाह उपस्थित थे।
अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना से प्रतिज्ञा का फौज में जाने का सपना होगा पूरा
रायपुर / शौर्यपथ / एक माँ की आँखों में उमड़ी खुशी, चेहरे पर झलकता गर्व और शब्दों में छलकता भावातिरेक इस बात का प्रमाण है कि सरकार की दिशा सही है और योजनाएँ वास्तविक जरूरतमंदों तक पहुँच रही हैं। रायपुर की नंदिनी यादव, जो रोज़ी-मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करती हैं, आज अपनी बेटी प्रतिज्ञा को छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल, टाटीबंध में प्रवेश दिलाकर गदगद हैं। यह संभव हुआ है मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर शुरू की गई अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना से।
नंदिनी यादव बताती हैं कि वह हमेशा चाहती थीं कि उनके बच्चे भी इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ें, लेकिन सीमित आर्थिक स्थिति के कारण यह सपना पूरा नहीं हो पा रहा था। घर के अन्य बच्चों को देख वह कई बार सोचती थीं कि उनकी बिटिया भी अच्छे स्कूल में पढ़े। जब प्रतिज्ञा का चयन अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना में हुआ तो उनकी आँखों से खुशी के आँसू छलक पड़े। उन्होंने कहा मेरे लिए यह क्षण अविस्मरणीय है। यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा तोहफा है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मुलाकात के दौरान नंदिनी यादव ने अपने मन की भावनाएँ साझा कीं। उन्होंने कहा कि अब बेटी का भविष्य संवर जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने भी नंदिनी यादव को बधाई और शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह योजना श्रमिक परिवारों के बच्चों को बेहतर शिक्षा और जीवन की नई दिशा देने का माध्यम बनेगी।
नंदिनी ने बताया कि बेटी प्रतिज्ञा का सपना बड़ा है। वह हमेशा से कहती आई है कि उसे फौज में जाना है और देश की सेवा करनी है। बिटिया का यह सपना अब हकीकत बनने की राह पर है। इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई और बेहतर संसाधनों की उपलब्धता से वह अपने लक्ष्य तक पहुँच सकेगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने बच्ची की इस सोच की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे सपनों से ही देश की नींव मजबूत होती है।
नंदिनी यादव ने अपनी खुशी साझा करते हुए बताया कि केवल बच्ची की शिक्षा की व्यवस्था ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री आवास योजना से उन्हें पक्का मकान मिला है, उज्ज्वल योजना से रसोई गैस कनेक्शन मिला और उनकी सासू माँ को शासन से सिलाई मशीन भी प्राप्त हुई है। इन योजनाओं ने उनके परिवार की जिंदगी बदल दी है। उन्होंने कहा सरकार की योजनाएँ मेरे परिवार के लिए संबल बन गई हैं, यही तो सच्चा अंत्योदय है।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जी के कारण आज मेरी बच्ची को बेहतर शिक्षा मिल रही है। मैं मुख्यमंत्री जी के पास अपनी भावनाएँ व्यक्त करने आई हूँ। यह खुशी शब्दों में बयान करना मुश्किल है। माँ की भावुकता देखकर उपस्थित लोग भी प्रभावित हुए। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि बेटी की पढ़ाई पूरी जिम्मेदारी से होगी और परिवार को लगातार सहयोग मिलता रहेगा।
उल्लखेनीय है कि अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना के तहत छठी से बारहवीं तक पढ़ाई का पूरा दायित्व सरकार उठाती है। नंदिनी यादव अब निश्चिंत हैं कि उनकी बच्ची का भविष्य सुरक्षित है। महतारी वंदन योजना से मिलने वाले सहयोग ने उनके परिवार को आर्थिक संबल दिया है। यह कहानी केवल एक माँ-बेटी की नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के उन हजारों परिवारों की है जिनके सपने सरकार की योजनाओं से साकार हो रहे हैं।
वन टाइम सेटलमेंट योजना-2 बनी गेम चेंजर, पिछले 6 माह में हुई 2230 संपत्तियों की बिक्री
रायपुर / शौर्यपथ /
छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्रों में मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोगों को सुविधा युक्त आवास का सपना छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल पूरा कर रहा है। मंडल ने पिछले छह माह में 2230 संपत्तियों का विक्रय कर 435 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड राजस्व अर्जित किया है, जो पिछले पाँच वर्षों में अर्जित राजस्व की तुलना में कहीं अधिक है। इस उपलब्धि में वन टाइम सेटलमेंट योजना-2 गेम चेंजर साबित हुई है।
आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल संपत्तियों का विक्रय नहीं, बल्कि हर परिवार को सुरक्षित और सम्मानजनक छत प्रदान करना है। यह उपलब्धि हितग्राहियों के विश्वास और टीम के समर्पण का परिणाम है। अब हम गुणवत्ता आधारित आवास उपलब्ध कराने की दिशा में और तेजी से काम करेंगे।
गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री अनुराग सिंह देव ने कहा कि मंडल ने आने वाले समय में किफायती दरों पर हाउसिंग प्रोजेक्ट्स लॉन्च करने की योजना बनाई है। मंडल द्वारा डिजिटल रजिस्ट्रेशन, ई-आवास और भुगतान प्रक्रिया को और सरल एवं पारदर्शी बनाने पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मात्र छह माह में 2200 से अधिक परिवारों का ‘अपने घर का सपना’ पूरा हुआ है। हमारा लक्ष्य छत्तीसगढ़ को आवास क्रांति में देश का अग्रणी राज्य बनाना है।
छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल ने औसतन प्रतिवर्ष 1387 संपत्तियों का विक्रय किया, जिनका वार्षिक मूल्य लगभग 262 करोड़ रुपये रहा। वहीं मार्च 2025 से अगस्त 2025 तक मात्र छह माह में ही यह आँकड़ा 2230 संपत्तियों और 435 करोड़ रुपये तक पहुँच गया। इसमें अटल विहार एवं सामान्य आवास योजना के तहत 1070 संपत्तियाँ 259 करोड़ रुपये में तथा ओटीएस-2 योजना के अंतर्गत 30 प्रतिशत तक की छूट के साथ 1160 संपत्तियाँ 176 करोड़ रुपये में विक्रय की गईं।
छत्तीसगढ़ सरकार की इस वर्ष लागू वन टाइम सेटलमेंट योजना-2 ने आम नागरिकों को बड़ी राहत दी है। इस योजना के तहत 1160 संपत्तियों का 176 करोड़ रुपये मूल्य का विक्रय हुआ। इसके पहले, सितंबर 2021 से मार्च 2024 तक लागू ओटीएस-1 योजना के अंतर्गत तीन वर्षों में केवल 506 संपत्तियाँ 88 करोड़ रुपये में विक्रय हो पाई थीं।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 11 सितम्बर को जगदलपुर में छत्तीसगढ़ इन्वेस्टर कनेक्ट का शुभारंभ करेंगे। इस आयोजन से बस्तर अंचल में औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आएगी, वहीं रोजगार के अवसरों के नए द्वार खुलेंगे।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में बस्तर का विकास सदैव अग्रणी रहा है। इन्वेस्टर कनेक्ट इसी संकल्प को और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समावेशी विकास की इस सोच के अंतर्गत उद्योग और निवेश को केवल आर्थिक गतिविधियों तक सीमित न रखकर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सामाजिक सशक्तिकरण जैसे मूलभूत क्षेत्रों से जोड़ा गया है, ताकि बस्तर का विकास केवल औद्योगिक प्रगति तक सीमित न रहकर सामाजिक उन्नति का आधार भी बन सके।
इन्वेस्टर कनेक्ट न केवल बस्तर में नए उद्योगों और व्यापक रोजगार के अवसरों का मार्ग प्रशस्त करेगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगा कि विकास की प्रत्येक उपलब्धि का लाभ सीधे स्थानीय समुदायों तक पहुँचे और वे इस प्रगति यात्रा के सक्रिय भागीदार बनें।
अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना से प्रतिज्ञा का फौज में जाने का सपना होगा पूरा
रायपुर / शौर्यपथ / एक माँ की आँखों में उमड़ी खुशी, चेहरे पर झलकता गर्व और शब्दों में छलकता भावातिरेक इस बात का प्रमाण है कि सरकार की दिशा सही है और योजनाएँ वास्तविक जरूरतमंदों तक पहुँच रही हैं। रायपुर की नंदिनी यादव, जो रोज़ी-मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करती हैं, आज अपनी बेटी प्रतिज्ञा को छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल, टाटीबंध में प्रवेश दिलाकर गदगद हैं। यह संभव हुआ है मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर शुरू की गई अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना से।
नंदिनी यादव बताती हैं कि वह हमेशा चाहती थीं कि उनके बच्चे भी इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ें, लेकिन सीमित आर्थिक स्थिति के कारण यह सपना पूरा नहीं हो पा रहा था। घर के अन्य बच्चों को देख वह कई बार सोचती थीं कि उनकी बिटिया भी अच्छे स्कूल में पढ़े। जब प्रतिज्ञा का चयन अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना में हुआ तो उनकी आँखों से खुशी के आँसू छलक पड़े। उन्होंने कहा मेरे लिए यह क्षण अविस्मरणीय है। यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा तोहफा है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मुलाकात के दौरान नंदिनी यादव ने अपने मन की भावनाएँ साझा कीं। उन्होंने कहा कि अब बेटी का भविष्य संवर जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने भी नंदिनी यादव को बधाई और शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह योजना श्रमिक परिवारों के बच्चों को बेहतर शिक्षा और जीवन की नई दिशा देने का माध्यम बनेगी।
नंदिनी ने बताया कि बेटी प्रतिज्ञा का सपना बड़ा है। वह हमेशा से कहती आई है कि उसे फौज में जाना है और देश की सेवा करनी है। बिटिया का यह सपना अब हकीकत बनने की राह पर है। इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई और बेहतर संसाधनों की उपलब्धता से वह अपने लक्ष्य तक पहुँच सकेगी। मुख्यमंत्री साय ने बच्ची की इस सोच की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे सपनों से ही देश की नींव मजबूत होती है।
नंदिनी यादव ने अपनी खुशी साझा करते हुए बताया कि केवल बच्ची की शिक्षा की व्यवस्था ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री आवास योजना से उन्हें पक्का मकान मिला है, उज्ज्वल योजना से रसोई गैस कनेक्शन मिला और उनकी सासू माँ को शासन से सिलाई मशीन भी प्राप्त हुई है। इन योजनाओं ने उनके परिवार की जिंदगी बदल दी है। उन्होंने कहा सरकार की योजनाएँ मेरे परिवार के लिए संबल बन गई हैं, यही तो सच्चा अंत्योदय है।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जी के कारण आज मेरी बच्ची को बेहतर शिक्षा मिल रही है। मैं मुख्यमंत्री जी के पास अपनी भावनाएँ व्यक्त करने आई हूँ। यह खुशी शब्दों में बयान करना मुश्किल है। माँ की भावुकता देखकर उपस्थित लोग भी प्रभावित हुए। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि बेटी की पढ़ाई पूरी जिम्मेदारी से होगी और परिवार को लगातार सहयोग मिलता रहेगा।
उल्लखेनीय है कि अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना के तहत छठी से बारहवीं तक पढ़ाई का पूरा दायित्व सरकार उठाती है। नंदिनी यादव अब निश्चिंत हैं कि उनकी बच्ची का भविष्य सुरक्षित है। महतारी वंदन योजना से मिलने वाले सहयोग ने उनके परिवार को आर्थिक संबल दिया है। यह कहानी केवल एक माँ-बेटी की नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के उन हजारों परिवारों की है जिनके सपने सरकार की योजनाओं से साकार हो रहे हैं।